मध्य प्रदेश सरकार ने अपने राज्य के होनहार छात्र-छात्राओं को वित्तीय मदद देने के उद्देश्य से यह हिमाचल प्रदेश मेधा प्रोत्साहन योजना शुरू की है। इस स्कीम के माध्यम से प्रदेश के आर्थिक रूप से कमजोर परिवार के विद्यार्थियों को कोचिंग लेने के लिए 1 लाख रुपए तक की मदद राशि दी जा रही है। यह योजना गरीब एवं वित्तीय तौर पर कमजोर विद्यार्थियों को काफी मदद देने वाली सिद्ध होगी। हिमाचल सरकार इस स्कीम के लाभार्थियों को कक्षा 12 उत्तीर्ण करने के बाद UPSC एवं SSC जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं की कोचिंग पाने में पैसो की सहायता करेगी। इस लेख में आपको एचपी मेधा प्रोत्साहन योजना को लेकर सभी प्रकार की जानकारी दी जा रही है।

हिमाचल प्रदेश मेधा प्रोत्साहन योजना 2023
HP Medha Protsahan Yojana हिमाचल के उन विद्यार्थियों को काफी मदद देगी जोकि होनहार है किन्तु किसी पारिवारिक मज़बूरी की वजह से प्रतियोगी परीक्षा की कोचिंग नहीं ले पा रहा है। यह स्कीम कक्षा 12 के विद्यार्थियों को खास तौर पर कोचिंग का लाभ देने पर ध्यान देगी। यह स्कीम विभिन्न प्रकार की प्रतियोगी परीक्षाओं (NIIT ,IIT – JEE , AIM ,CLAT AFMC) की तैयारी के लिए 1 लाख रुपए तक मदद राशि दी जाएगी। सभी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करवाने के लिए प्रदेश का हायर एजुकेशन डिपार्टमेंट राज्य के भीतर एवं बाहर 12 कोचिंग संस्थानो का चिन्हीकरण कर चुका है।
हिमाचल प्रदेश मेधा प्रोत्साहन योजना
योजना का नाम | हिमाचल प्रदेश मेधा प्रोत्साहन योजना |
सम्बंधित विभाग | उच्च शिक्षा विभाग, हिमाचल प्रदेश |
उद्देश्य | कोचिंग में आर्थिक मदद देना |
लाभार्थी | प्रदेश के आर्थिक रूप से कमजोर छात्र |
श्रेणी | सरकारी योजना |
माध्यम | ऑनलाइन |
आधिकारिक वेबसाइट | https://education.hp.gov.in/ |
हिमाचल प्रदेश मेधा प्रोत्साहन योजना के उद्देश्य
प्रदेश में कुछ ऐसे भी विद्यार्थी है जोकि विद्यालयी शिक्षा के बाद प्रतियोगी परीक्षा की कोचिंग लेने की इच्छा रखते है किन्तु परिवार की आर्थिक स्थिति अच्छी ना होने के कारण से वे ऐसा करने में असमर्थ होते है। ऐसे बच्चों की परेशानी को दूर करने के लिए ही प्रदेश सरकार ने मेधा प्रोत्साहन योजना को लॉन्च किया है। स्कीम के द्वारा प्रतियोगी परीक्षाओ की कोचिंग के लिए पुरे 1 लाख रुपयों की धनराशि की मदद मिलेगी। इस स्कीम से मिलने वाली सहायता राशि से लाभार्थी प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी के समय अपने जरुरी खर्चे, कोचिंग फीस, बुक्स इत्यादि के लिए उपयोग कर सकेंगे।
एचपी मेधा प्रोत्साहन योजना में मुख्य बिंदु
- प्रदेश के विद्यालय एवं महाविद्यालय में अध्ययन करने वाले आर्थिक रूप से पिछड़े समुदाय के छात्रों को राज्य सरकार से 1 लाख रुपयों की वित्तीय मदद मिलेगी।
- HP Medha Protsahan Yojana में कक्षा 12 के 350 उम्मीदवारों का चुनाव होना है।
- इसी प्रकार से ग्रेजुएशन लेवल के 150 उम्मीदवारों का भी चुनाव होगा।
- मेधा प्रोत्साहन योजना में 30 प्रतिशत सीट छात्राओं को आरक्षण का लाभ देगी और दूसरी सीटे भी प्रदेश के आरक्षित वर्ग को लाभ देगी।
- प्रतियोगी परीक्षा में सही से सफलता पाने की तैयारी के लिए उपर्युक्त मार्गदर्शन की जरुरत होती है। उनकी इसी जरूरत को पूर्ण करने के लिए सरकार प्रदेश के भीतर एवं बाहर कोचिंग पाने में मदद करेगी।
- इस स्कीम मेंचुने जाने के बाद लाभार्थी का कोचिंग संस्थान में उपस्थिति देना जरुरी होगा।
- HP Medha Protsahan Yojana का लाभ केवल उन्ही छात्रों को मिलेगा जिनके परिवार की सलाना आय 2.50 लाख रुपयों से ज्यादा नहीं होगी।
- हिमाचल प्रदेश मेधा प्रोत्साहन योजना में JEE, NEET, NDA, FMC, SLAT, UPSC, SSC, बैंकिंग/ इन्स्योरेन्स एवं भारतीय रेलवे इत्यादि की सम्बंधित कोचिंग दी जाएगी।
- प्रदेश सरकार ने हिमाचल प्रदेश मेधा प्रोत्साहन योजना में कोचिंग सहायता में 5 करोड़ रुपयों का बजट तय किया है।
- सरकार स्कीम में चुने गए लाभार्थी छात्रों को स्मार्ट कार्ड देगी जिसको सभी योग्यताएँ पूर्ण करने पर लाभार्थी स्वयं ही कोचिंग संस्थान में जमा करेंगे।
- लाभार्थी ध्यान रखे कि HP Medha Protsahan Yojana में मिलने वाली राशि किसी अन्य प्रयोजन पर खर्च नहीं हो पायेगी।
उम्मीदवारों के लिए जरुरी शर्ते
- स्कीम में कक्षा 12 की पढ़ाई करने वाले सामान्य वर्ग के लाभार्थियों को कक्षा 11 में न्यूनतम 75 प्रतिशत अंक मिले होने चाहिए।
- इसके अतिरिक्त अनुसूचित जाति/ जनजाति, पिछड़ा वर्ग, बीपीएल इत्यादि समुदाय से जुड़े छात्रों के न्यूनतम कक्षा 11 में न्यूनतम 65 प्रतिशत अंक होने जरुरी होंगे।
- कक्षा 12 की परीक्षा में 75 अंक पाने वाले सामान्य वर्ग के विद्यार्थी लाभार्थी होंगे।
- इसी प्रकार से अनुसूचित जाति/ जनजाति, पिछड़े वर्ग के विद्यार्थियों को कक्षा 12 में कम से कम 65 प्रतिशत अंक लाने होंगे।
- ग्रेजुएशन लेवल के लाभार्थी सामान्य वर्ग के विद्यार्थियों को न्यूनतम 50 प्रतिशत अंक मिले हो।
- इसी प्रकार से विभिन्न प्रकार का आरक्षण लाभ लेने वाले ग्रेजुएशन लेवल के विद्यार्थियों को कम से कम 45 प्रतिशत अंक लाना अनिवार्य होगा।
हिमाचल प्रदेश मेधा प्रोत्साहन योजना की पात्रताएँ
प्रदेश के जो भी छात्र सरकार द्वारा तय की गयी योजना की निम्न योग्यताओं को पूर्ण करते है वे आवेदन प्रक्रिया कर सकेंगे –
- स्कीम के मुख्य लाभार्थी हिमाचल प्रदेश के निवासी छात्र-छात्राएं ही होंगे।
- आवेदक के परिवार की सलाना आय 2.50 लाख से ज्यादा नहीं होनी चाहिए।
- स्कीम के अंतर्गत करीबन 30 प्रतिशत शीट छात्राओं के लिए आरक्षित होगी।
- स्कीम का लाभ सिर्फ मेरिट में आने वाले विद्यार्थियों के लिए ही होगा।
- लाभार्थी को कोचिंग के लिए प्रदेश से बाहर जाकर एवं राज्य के भीतर ही कोचिंग लेने की सुविधा होगी।
हिमाचल प्रदेश मेधा प्रोत्साहन योजना में जरुरी प्रमाणपत्र
सरकार की इस लाभकारी कोचिंग योजना का लाभ लेने के लिए उम्मीदवार को कुछ प्रमाणपत्र प्रस्तुत करने जरूरी होगी जोकि इस प्रकार है –
- आधार कार्ड
- आय का प्रमाणपत्र
- जाति का प्रमाणपत्र
- मोबाइल नंबर
- पासपोर्ट आकार के फोटो
- प्रदेश के स्थाई निवास से जुड़ा प्रमाणपत्र
- पैनकार्ड
एचपी मेधा प्रोत्साहन योजना में ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया
प्रदेश के जो भी छात्र योजना में तय की गयी योग्यताएं एवं प्रमाणपत्र रखते है तो वे ऑनलाइन माध्यम से आवेदन कर सकते है, इसकी प्रक्रिया निम्न प्रकार से है –
- सबसे पहले आपने हिमाचल प्रदेश की आधिकारिक वेबसाइट https://education.hp.gov.in/ को ओपन करना है।
- वेबसाइट से आपने योजना का आवेदन फॉर्म डाउनलोड कर लेना है।
- आपने डाउनलोड हुए आवेदन फॉर्म को प्रिंट कर लेना है।
- अब आपने आवेदन पत्र में माँगी जाने वाली सभी जरुरी जानकारियों जैसे – जन्मतिथि, अपना नाम, पिता का नाम, निवास पता, मोबाइल नंबर, पैनकार्ड आदि को दर्ज़ करना है।
- ये सभी विवरण दर्ज़ करने के बाद आपने आवेदन में जरुरी प्रमाणपत्रों एवं फोटो को भी संलग्न करना है।
- इस प्रकार से तैयार आवेदन पत्र को उच्च शिक्षा विभाग, हिमाचल प्रदेश को ईमेल के माध्यम से medts.protsahan@gmail.in भेजना है।
- इसके अतिरिक्त व्यक्तिगत रूप से विभाग के कार्यालय जाकर भी आवेदन जमा करके रसीद/ सिग्नेचर को ले सकते है।
- आवेदन प्रक्रिया के पूरा होने के बाद योग्य आवेदक को योजना का लाभ मिलेगा।
मेधा प्रोत्साहन योजना में आवेदन की आखिरी तारीख
विभाग ने स्कीम में उम्मीदवारों के लिए आवेदन करने की आखिरी तारीख 25 अप्रैल 2023 तय की है और इस तारीख के बाद मिलने वाले आवेदनों पर विचार नहीं होगा। एक ईमेल से सिर्फ एक ही आवेदन किया जा सकेगा और कक्षा 12 तक के विद्यार्थियों को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में मदद देने वाली इस स्कीम का आवेदन फॉर्म पोस्ट के द्वारा या फिर ईमेल के द्वारा भेज सकेंगे।
ग्रेजुएशन लेवल के आवेदकों को अपने आवेदन फॉर्म अतिरिक्त संयुक्त निदेशक कॉलेज शिक्षा निदेशालय, शिमला के पास पोस्ट अथवा ईमेल के माध्यम से भेजने है।
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एचपी मेधा प्रोत्साहन संस्थानों की चुनाव प्रक्रिया
सरकार ने इस योजना में कोचिंग प्रदान करने वाले संस्थाओं के लिए कुछ दिशा-निर्देश भी तय किये है, जोकि निम्न है –
- कोचिंग संस्थान के पास जरुरी संख्या में अध्यापक होना जरुरी है।
- कोचिंग देने वाले अध्यापक रेगुलर, डेली बेसेस एवं अंशकालीन सैलरी पर हो सकेंगे।
- संस्थान के पास कोचिंग के लिए बेसिक स्ट्रक्चर होना जरुरी है इसमें परिसर, लाइब्रेरी इत्यादि हो।
- संस्थान द्वारा दिए जाने वाले कोचिंग प्रोग्राम को पढ़ाने का कम से कम 3 साल का अनुभव जरुरी है।
- किन्तु अगर किसी संस्थान में सफलता की दर बहुत ज्यादा है तो उनको 3 वर्षों से कम अनुभव होने पर भी पात्र समझा जाएगा।
- वे सभी कोचिंग संस्थान जिनके परीक्षार्थी प्रवेश परीक्षाओं में सफलता पा चुके है तो उनको इस योजना में प्राथमिकता मिलेगी।
- विभाग अपनी वेबसाइट पर सभी छात्रों की लिस्ट को अपलोड करेगा।
योजना में ऑनलाइन कोचिंग
इस स्कीम में सरकार ने कुछ संशोधन के तहत ऑनलाइन कोचिंग के लिए भी पैसे दिए है। स्कीम के लाभार्थी को कोचिंग संस्थान को चुनना है। प्रदेश सरकार स्कूल एवं कॉलेज में पड़ने वाले 500 लाभार्थियों को 1 लाख रुपए की मदद राशि देने वाली है। इस प्रकार से योजना के लाभार्थी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी घर से ही ऑनलाइन कक्षाओं से कर सकेंगे यद्यपि वे पूर्व समय से ही कोचिंग संस्थान में जाकर कोचिंग ले रहे हो।
एचपी मेधा प्रोत्साहन योजना में लाभ और विशेषताएँ
हिमाचल प्रदेश द्वारा चलाई जा रही इस महत्वपूर्ण योजना के माध्यम से से प्रदेश एक वंचित वर्ग के छात्रों को निम्न लाभ मिलेंगे –
- यह स्कीम प्रदेश के आर्थिक रूप से वंचित समुदाय के स्कूलो एवं कॉलेज छात्रों को फायदा देगी।
- कोचिंग प्रदान करने वाली स्कीम के लिए प्रदेश सरकार ने 5 करोड़ रुपयों का बजट तय किया है।
- इस स्कीम की 30 प्रतिशत सीटे छात्राओं के लिए आरक्षित होगी और अन्य सीटों पर भी आरक्षण के तहत लाभ मिलेगा।
- प्रदेश सरकार स्कीम के लाभार्थी को उनकी प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी की कोचिंग के लिए 1 लाख रुपए की राशि दी जाएगी।
- प्रदेश के वंचित वर्ग के लोग भी प्रतियोगी परीक्षा की शायर के साथ जरुरी खर्चे, संस्थान शुल्क, बुक्स इत्यादि के पैसे प्राप्त कर सकेंगे।
- स्कीम का लाभ प्रदेश में 2.50 लाख रूपये से कम वार्षिक आय कमाने वाले परिवार के छात्र ले सकेंगे।
- लाभार्थी को जेईई, एनआईआईटी, एफएमसी, एनडीए, क्लैट, यूपीएससी और बैंकिंग/ इन्स्योरेन्स की कोचिंग मिल सकेगी।
विभाग के कार्यालय का पता
पंजीकृत कार्यालय : उच्च शिक्षा निदेशालय, हिमाचल प्रदेश, शिमला (171-001)
फोन नंबर : 0177-265662
फैक्स नंबर : 2811247
पीबीएक्स : 0177-2653575, 2653386
ईमेल आईडी: dhe-sml-hp@gov.in
हिमाचल प्रदेश मेधा प्रोत्साहन योजना से जुड़े प्रश्न
हिमाचल प्रदेश मेधा प्रोत्साहन योजना क्या है?
यह स्कीम प्रदेश सरकार ने हिमाचल के आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के छात्रों को प्रतियोगी परीक्षा की कोचिंग लेने के लिए प्रोत्साहन राशि की मदद देने के लिए शुरू की है।
हिमाचल प्रदेश मेधा प्रोत्साहन योजना को क्यों शुरू किया है?
प्रदेश में बहुत से ऐसे भी विद्यार्थी है जोकि पढ़ाई में होनहार होने पर भी कमजोर आर्थिक स्थिति के कारण से आगे पढ़ाई कर नहीं पा रहे है। इस प्रकार के छात्रों को कोचिंग क्लास लेने के लिए आर्थिक मदद देने के लिए यह स्कीम शुरू की गयी है।
हिमाचल प्रदेश मेधा प्रोत्साहन योजना में कौन लाभार्थी होंगे?
प्रदेश के वंचित परिवार के वे छात्र जिनकी पारिवारिक सलाना आय 2.50 लाख से अधिक नहीं है और जो अनुसूचित जाति/ जनजाति, ओबीसी, बीपीएल राशन कार्डधारी अथवा IRDP जाति से सम्बंधित छात्र लाभार्थी होंगे।
एचपी मेधा प्रोत्साहन योजना में कितनी प्रोत्साहन राशि मिलेगी?
स्कीम के सभी लाभार्थियों को न्यूनतम 1 लाख रुपयों की मदद राशि देने के प्रावधान है।
हिमाचल प्रदेश मेधा प्रोत्साहन योजना में हेल्पलाइन नंबर क्या है?
स्कीम से जुडी कोई जरुरी जानकारी पाने के लिए उम्मीदवार सहायता नंबर 0177-2812882 पर संपर्क कर सकते है। और ईमेल आईडी dhe-sml-hp@gov.in पर भी अपनी बात भेज सकते है।