ग्रामीण पर्यटन योजना के माध्यम से प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में पर्यटन इकाई, ग्रामीण गेस्ट हाउस, कृषि पर्यटन ईकाई, कैंपिंग साईट, कैरावेन पार्क आदि की स्थापना से ग्रामीण इलाकों में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और इसके साथ में हस्तशिल्प कलाओं को भी बढ़ावा दिया जाएगा।
राजस्थान सरकार ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों के लिए अनेको योजनाएं सुचारु रूप से संचालित करती रहती है, जिससे राज्य के लोगों के जीवन स्तर में बदलाव किया जा सकें और उनको रोजगार के नए नए अवसर प्रदान किये जा सकें।
मुख्यमंत्री जी के द्वारा शुरू की गयी अनेको योजनाओं में से एक राजस्थान ग्रामीण पर्यटन योजना भी है। राज्य में रोजगार के नए अवसर को बढ़ावा दिया जाएगा, और राज्य में गेस्ट हाउस बनवाने के लिए सरकार के द्वारा अनेको नियमो पर छूट प्रदान की गयी है।

राजस्थान सरकार के द्वारा प्रदेश के स्थायी नागरिकों के उत्थान के लिए अनेको योजनाएं शुरू की गयी है, राजस्थान राज्य सरकार की योजनाएं यदि आप राजस्थान के स्थायी निवासी है, तो यह सभी योजनाओं का लाभ उठा सकते है।
राजस्थान ग्रामीण पर्यटन योजना
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जी के द्वारा योजना को शुरू किया गया है। योजना के माध्यम से प्रदेश में ग्रामीण संस्कृति को बढ़ावा दिया जाएगा, ग्रामीण क्षेत्र में पर्यटन इकाइयों को बढ़ावा दिया जाएगा।
राजस्थान सरकार के द्वारा पर्यटन इकाई की स्थापना के लिए कुछ नियमो में बदलाव भी किया गया है। योजना के प्रारम्भ होने से प्रदेश में नागरिकों को अपने ही क्षेत्र में रोजगार मिलेगा, उनको रोजगार के लिए कही दूर नहीं जाना पड़ेगा।
ग्रामीण क्षेत्र के लोगों की आर्थिक स्थिति में सुधार आएगा, और उनको योजना के माध्यम से सशक्त बनाया जाएगा। देश विदेश के पर्यटक शहर में घूमने आएंगे, जिससे प्रदेश के पुराने कल्चर को बढ़ावा मिलेगा, और हस्तशिल्प इकाइयों को बढ़ावा दिया जाएगा।
राजस्थान ग्रामीण पर्यटन योजना मुख्य बिंदु
योजना | राजस्थान ग्रामीण पर्यटन योजना |
सम्बंधित विभाग | पर्यटन विभाग राजस्थान |
लाभार्थी | प्रदेश के नागरिक |
योजना का उद्देश्य | ग्रामीण क्षेत्र में रोजगार के नए अवसर प्रदान करना |
वर्ष | 2023 |
आवेदन प्रक्रिया | ऑनलाइन / ऑफलाइन |
आधिकारिक वेबसाइट | यहाँ क्लिक करें |
ग्रामीण पर्यटन योजना उद्देश्य
राजस्थान सरकार के द्वारा ग्रामीण पर्यटन योजना को शुरू करने का मुख्य उद्देश्य है, ग्रामीण क्षेत्र को ऊपर उठाना और प्रदेश के छोटे ग्रामीण क्षेत्र में हस्तशिल्प इकाइयों का संरक्षण करना है।
प्रदेश के जीवन कला, संस्कृति, विरासत को दिखाने वाली पर्यटन इकाई को बढ़ावा देना, और रोजगार को बढ़ावा दिया जाएगा।
ग्रामीण पर्यटन योजना के अंतर्गत पर्यटक को दी जाने वाली सुविधा
- गेस्ट हाउस में रुकने की सुविधा
- विदेशी पर्यटकों की जानकारी रखना
- पीने का पानी उपलब्ध करवाना
- पार्किंग सुविधा
- इमरजेंसी सुविधा
- साफ – सफाई सहायता प्रदान करना
ग्रामीण पर्यटन योजना के तहत दी जाने वाली छूट
- प्रारम्भ में सरकार के द्वारा केवल 25% स्टाम्प ड्यूटी की छूट प्रदान की जाएगी।
- भुगतान एवं जमा SGST का 10% वर्षों तक 100% का पुनर्भरण किया जाएगा।
- राज्य के हस्तशिल्पियों और कलाकारों के प्रोजेक्ट को अनुमोदन और देय में प्राथमिकता प्राप्त होगी।
- पर्यटन इकाई शुरू होने के बाद प्रमाण पत्र की सुविधा भी दी जाएगी।
- ग्रामीण गेस्ट हाउस बनवाने के लिए गेस्ट हाउस बिल्डिंग के प्लान अनुमोदन के लिए सबसे पहले अप्प्रूवाल लेना होगा।
- प्रदेश में इको टूरिस्म 2021 के प्रावधानों में वन विभाग के अनुसार किया जाएगा।
- ग्रामीण पर्यटन योजना की स्थापना के लिए स्टाम्प ड्यूटी में 100% की छूट प्रदान की जाएगी।
ग्रामीण पर्यटन इकाईयों की स्थापना के संचालन हेतु मुख्य प्रावधान
- ग्रामीण पर्यटन इकाई स्थापित करने के लिए कम से कम 15 फिट चौड़ी सड़क होनी चाहिए।
- गेस्ट हाउस में खाने की व्यवस्था के लिए ग्रामीण वासियों को FSSAI फ़ूड लाइसेंस की आवश्यकता होगी।
- ग्रामीण पर्यटन योजना के अंतर्गत कैंपिंग साइट कम से कम 1 हेक्टेयर भूमि में बनेगा।
- कृषि पर्यटन के लिए ग्रामीण पर्यटन योजना के तहत सिर्फ कम से कम 2000 वर्ग मीटर की अनुमति दी जाएगी।
- ग्रामीण क्षेत्र में जो गेस्ट हाउस बनाये जाएंगे, उनमे कुल 6 से लेकर 10 कमरे होने चाहिए।
- योजना के तहत भू – संपरिवर्तन एवं बिल्डिंग प्लान अनुमोदित की आवश्यकता नहीं होगी।
- कैरावन पार्क के लिए न्यूनतम 1 हेक्टेयर और अधिकतम 2 हेक्टेयर भूमि का होना आवश्यक है, इसके साथ में पर्यटकों को पार्किंग की सुविधा भी दी जाएगी।
ग्रामीण पर्यटन योजना लाभ तथा विषेशताएं
- योजना का प्रारम्भ राजस्थान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जी के द्वारा किया गया है।
- ग्रामीण क्षेत्र के स्थायी निवासी लोगों के लिए रोजगार के अवसर उत्पन्न होंगे।
- प्रदेश में हस्तशिल्प इकाइयों को बढ़ावा दिया जाएगा।
- योजना के प्रारम्भ होने से पर्यटन इकाई को बढ़ावा दिया जाएगा।
- ग्रामीण पर्यटन योजना के तहत स्टाम्प ड्यूटी में 100% की छूट प्रदान की जाएगी।
- योजना के शुरू होने से प्रदेश की अर्थव्यवस्था में भी सुधार आएगा, और लोगों की जीवन शैली में भी बदलाव आएगा।
राजस्थान ग्रामीण पर्यटन योजना पात्रता
- योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए आवेदक राजस्थान का स्थायी निवासी होना चाहिए।
- आवेदक के पास कम से कम 1000 स्क्वायर मीटर और ज्यादा से ज्यादा 2 हेक्टेयर भूमि होनी चाहिए, इकाई स्थापित करने के लिए।
- प्रदेश के सभी वर्ग के नागरिक लाभ उठा सकते है।
ग्रामीण पर्यटन योजना आवश्यक दस्तावेज
- आधार कार्ड
- राशन कार्ड
- निवास प्रमाण पत्र
- पेन कार्ड
- मोबाइल नंबर
- खाता संख्या
- पासपोर्ट साइज फोटो
ग्रामीण पर्यटन योजना आवेदन प्रक्रिया
राजस्थान राज्य के जो लोग योजना में आवेदन करना चाहते है, उनको अभी कुछ समय का और इंतजार करना होगा। क्यूंकि राज्य सरकार के द्वारा अभी सिर्फ योजना की घोषणा की गयी है, योजना से सम्बंधित कोई भी वेबसाइट या पोर्टल लांच नहीं किया गया है।
सरकार जल्द ही योजना में आवेदन हेतु आधिकारिक वेबसाइट लांच करेगी। जैसे ही कोई भी अपडेटस सरकार के द्वारा दी जाएगी हम अपने लेख के माध्यम से आपको सूचित कर देंगे।
योजना की अपडेटस को जानने के लिए हमारे लेख को समय समय पर पढ़ते रहें।
राजस्थान ग्रामीण पर्यटन योजना से सम्बंधित प्रश्न / उत्तर
राजस्थान ग्रामीण पर्यटन योजना का शुभारम्भ किसने किया है ?
राजस्थान ग्रामीण पर्यटन योजना का शुभारम्भ मुख्यमंत्री अशोक गेहलोत जी के द्वारा किया गया है।
ग्रामीण पर्यटन योजना किस प्रदेश से सम्बंधित है ?
ग्रामीण पर्यटन योजना राजस्थान राज्य से सम्बंधित है।
राजस्थान ग्रामीण पर्यटन योजना का लाभ किसे दिया जायेगा ?
राजस्थान ग्रामीण पर्यटन योजना का लाभ प्रदेश के सभी नागरिक उठा सकते है ?
योजना का मुख्य उद्देश्य क्या है ?
योजना का मुख्य उद्देश्य है, प्रदेश की संस्कृति को बढ़ावा देना है और राज्य में रोजगार के नए नए अवसर उत्त्पन करना है, जिससे प्रदेश के लोगों की आर्थिक स्थिति में सुधार हो सकें।