केंद्र सरकार की INSPIRE Scholarship योजना का मुख्य उद्देश्य शिक्षा ग्रहण करने वाले छात्रों में “विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी” वर्ग में अध्ययन करने के लिए रूचि को बढ़ावा देना हैं। योजना के द्वारा देशभर के विभिन्न विद्यालयों में कक्षा 6 से कक्षा 10 तक अध्ययन करने वाले छात्रों को DBT के द्वारा बैंक खातों में 10 हज़ार रुपए प्रदान किये जाते हैं। सरकार द्वारा योजना के अंतर्गत जनपद स्तर पर 10 हज़ार एवं राज्य स्तर में 1 हज़ार छात्रों को चयनित किया जाता हैं। योजना के माध्यम से देश के 1 लाख विद्यार्थियों का चयन करना हैं। INSPIRE छात्रवृति योजना को विस्तृत रूप में “Innovation in Science Pursuitfor Inspired Research (INSPIRE)” रूप में कहा जाता हैं।
INSPIRE Scholarship योजना को अधिक प्रभावी बनाने के लिए विद्यालयों में एक अध्यापक इंस्पायर प्रभारी के रूप में नियुक्त होगा। प्रत्येक विद्यालय में 5 छात्रों को योजना के लिए चुना जायेगा। इस सभी चयनित छात्रों का किसी एक बैंक में खाता होना अनिवार्य हैं जो पिछले 3 महोनो से सक्रीय स्थिति में हो। इन छात्रों के विद्यालय को योजना के अंतर्गत यु-डाइस वेबपोर्टल पर विद्यालय का अपडेशन करना हैं। योजना में सम्मिलित होने की इच्छा रखने वाले विद्यार्थी आधिकारिक वेबपोर्टल पर ऑनलाइन पंजीकरण कर सकते हैं। योजना में चयनित होने वाले छात्र को उच्च शिक्षा ग्रहण करने के लिए 80 हज़ार रुपयों को छात्रवृति प्रदान की जाएगी।

यह भी देखें :- प्रधानमंत्री छात्रवृत्ति योजना ऑनलाइन आवेदन
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इंस्पायर छात्रवृति योजना के उद्देश्य
यह विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के द्वारा विज्ञान में प्रतिभा के आकर्षण हेतु प्रायोजित तैयार किया गया अभिनव कार्यक्रम हैं। इंस्पायर के मूल उदेश्य में देश के छात्रों को कम आयु में विज्ञान की उत्साही खोज में आकर्षित करके विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी की उन्नति में मानव संसाधन के पूल को निर्मित करना हैं। कार्यक्रम में किसी भी स्तर पर प्रतिभा की पहचान करने के लिए प्रतियोगी परीक्षा पर निर्भरता नहीं हैं। इसके स्थान पर मानव प्रतिभा को रौशनी में लाने के लिए वर्तमान के शैक्षिक कार्यक्रम की प्रभाविकता पर बल देता हैं।
कार्यक्रम का नाम | इंस्पायर छात्रवृति |
विस्तृत नाम | Innovation in Science Pursuitfor Inspired Research |
सम्बंधित विभाग | विज्ञानं एवं प्रौद्योगिकी, भारत सरकार |
लाभार्थी | विज्ञान वर्ग के छात्र |
समयावधि | अधिकतम 5 वर्ष |
चयन प्रक्रिया | आवेदनों के अनुसार |
आधिकारिक वेबसाइट | https://online-inspire.gov.in/ |
छात्रवृति कार्यक्रम की रूप रेखा
केंद्र सरकार ने लगभग 1979.25 करोड़ रुपयों के बजट के द्वारा 11वी योजना काल में इंस्पायर योजना को मंजूरी प्रदान की हैं। स्वयं माननीय प्रधानमन्त्री के माध्यम से 13 दिसंबर 2008 के दिन योजना की शुरुआत की गयी थी। यह योजना 12 वी योजना काल के 2200 करोड़ के बजटीय आवंटन पर चल रहा हैं। इंस्पायर योजना के तीन घटक हैं –
- शुरूआती आकर्षण रखने वालों के लिए योजना (SEATS) – इस कार्यक्रम से अंतर्गत विद्यालय में कक्षा 6 से कक्षा 10 में अध्ययन करने वाले दस से पंद्रह वर्ष आयु के दस लाख छात्रों को 5 हज़ार रुपयों का इंस्पायर इनाम देते हैं। इंस्पायर इंटर्नशिप के द्वारा सालाना स्तर पर नवाचारों को प्रसन्न करने के लिए वैश्विक प्रतिनिधियों के साथ 11 वीं कक्षा के करीब 50 हज़ार विज्ञान विद्यार्थियों को ग्रीष्मकालीन शिविर में सम्मिलित करते हैं।
- उच्च शिक्षा हेतु छात्रवृति (SHE) – इस कार्यक्रम में विज्ञान के गहरे कार्यक्रमों में उच्च शिक्षा प्राप्त करने हेतु प्रतिभावान विद्यार्थियों में छात्रवृति एवं परामर्श देकर लगाव की दर वृद्धि करना हैं। इस कार्यक्रम में प्रति वर्ष 17 वर्ष से 22 वर्ष आयु के लगभग 10 हज़ार प्रतिभावान छात्रों को 80 हज़ार रुपयों की छात्रवृतियां दी जाती हैं। योजना की सबसे आकर्षक बात प्रत्येक विद्वान् को परामर्श सहायता देना हैं।
- अनुसंधानिक के क्षेत्र में निश्चित अवसर (AORC) – आर एन्ड डी की नीव और आधार को सुदृढ़ करने हेतु प्रतिभावान युवा वैज्ञानिक में आकर्षण लाना, सहयोगी बनाना, जोड़े रखना, आवश्यक पोषण देना। इसके अंतर्गत दो उपघटक आते हैं।
- प्रथम घटक में इंस्पायर फेलोशिप 22 वर्ष से 27 वर्ष के आयु वर्ग के युवको को अभियांत्रिकी एवं चिकित्सा समेत आधारभूत एवं अनुप्रयुक्त विज्ञान में पीएचडी की उपाधि लेने के लिए प्रत्येक वर्ष 1 हज़ार फ़ेलोशिप दी जाएगी।
- द्वितीय घटक, इंस्पायर फैकल्टी योजना के अंतर्गत आधारभूत एवं अनुप्रस्थ विज्ञानों के क्षेत्रों में 5 वर्षों तक संविदा एवं कार्यकाल ट्रैक पदों के द्वारा 27 वर्ष से 32 वर्ष की आयु के 1 हज़ार पोस्ट-डॉक्टरेट शोधार्थीयो को प्रत्येक वर्ष मौका देना।
डीएसटी का विवरण
विश्वभर के देशो से साथ आधारभूत अनुसन्धान के क्षेत्र में भारत शीर्ष स्थान वाले देशो में सम्मिलित हैं। उभरती एवं प्रतिस्पर्धा पूर्ण भारतीय विज्ञान की पहचान एक विकास के प्रभावी उपकरण में होती हैं। वर्तमान समय के वैश्विक माहौल एवं विज्ञान के क्षेत्र की नयी माँगों को ध्यान में रखने पर कुछ नए प्रकार की विज्ञान परियोजनाओं की आवश्यक हैं। ये योजनाएँ देश की वर्तमान जरूरतों के लिए प्रासंगिक हो और भविष्य में तकनीकी क्षेत्र के लिए भी उपयोगी हो। देश में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग देश के तकनीकी क्षेत्र में अद्वितीय भूमिका अदा करता हैं। विभाग विस्तृत स्तर पर कार्य को करता हैं। एक ओर उच्च स्थान के आधारभूत अनुसन्धान एवं आधुनिक नवीन तकनीकों के लिए एवं दूसरी ओर आवश्यक कौशल एवं तकनीकी के द्वारा देश के नागरिकों की तकनिकी जरूरतों को पूर्ण करना।
छात्रवृति में चयन प्रक्रिया
- आवेदन करने वाले छात्रों के बाहरवीं के अंको के अनुसार चयन होता हैं।
- जो छात्र कटऑफ अंको के सामान अथवा अधिक अंक रखते होंगे, उन्हें डीएसटी इंस्पायर छात्रवृति मिलती हैं।
- चयनित छात्रों की अंतिम सूची इंस्पायर छात्रवृति के वेबपोर्टल एवं इंस्पायर प्रोग्राम की आधिकारिक वेबसाइट पर प्रदर्शित होगी।
- छात्रों के बोर्ड के अनुसार कटऑफ अंको को पीडीएफ फाइल में आधिकारिक वेबसाइट पर डाला जायेगा।
- इसके आगे की प्रक्रिया में सम्मिलित होने के लिए निश्चित समय सीमा से पूर्व ऑनलाइन वेबपोर्टल पर मांगे जा रहे प्रमाण पत्रों को अपलोड करना हैं।
- छात्रों के एसबीआई खाते में सीधा बैंक हस्तांतरण के द्वारा छात्रवृति की धनराशि पहुंचेगी।
पुरस्कार चयन प्रक्रिया के लिए इंस्पायर फैकल्टी
- आईएनएसए (भारतीय राष्ट्रीय विज्ञान अकादमी) एवं डीएसटी दोनों साथ मिलकर योजना के अंतर्गत आवेदकों को इंस्पायर फैकल्टी पुरस्कार देने के लिए चयन की सम्पूर्ण प्रक्रिया करते हैं।
- इसमें दो स्तरों पर चयन प्रक्रिया होती हैं –
- डायरेक्ट रूट के द्वारा आवेदन करने वाले छात्रों का मूल्याङ्कन एवं सूचीकरण करने का कार्य आईएनएसए की अनुशासन आधारित विशेषज्ञ समिति करती हैं। इन आवेदकों को मेजबान संस्थान में तीन महीनो में ही प्रवेश लेना होता हैं।
- अंतिम चयन प्रक्रिया एपैक्स स्तर समिति के द्वारा –
- डीएसटी की PURSE योजना के तहत चुनी गई केंद्रीय और राज्य विश्विद्यालय को अपनी आंतरिक प्रक्रिया के माध्यम से आवेदकों को सूचीबद्ध करके अंतिम चयन हेतु अपैक्स कमेटी को देनी होगी।
- एपैक्स कमेटी प्राप्त सूची के आधार पर आवेदकों को इंस्पायर फैकल्टी पुरस्कार देने के लिए अंतिम रूप से चयनित करती हैं। इन कमेटी का निर्णय ही अंतिम होता हैं।
छात्रवृति योजना के नियम और शर्ते
छात्रवृति के लिए आवेदन करने वाले सभी छात्रों को कुछ नियम एवं शर्तो पर विशेष ध्यान देना होगा। एसएचई छात्रवृति के लिए आवेदन करने से पूर्व प्रत्येक आवेदक को अनिवार्य नियम एवं शर्तों की सूची को पढ़ना चाहिए –
- छात्रों को पांच वर्षो तक अथवा बीएससी, बीएस, इंटीग्रेटेड एमएससी/एमएस आदि पाठ्यक्रम के पूर्ण होने तक प्रदान की जाती हैं।
- छात्रों को पूर्ण आवेदन भरना होगा, अपूर्ण आवेदनों को अस्वीकृत किया जायेगा।
- विज्ञान एवं चिकित्सा के पाठ्यक्रमों की शिक्षा मुक्त विश्विवद्यालय में दूरस्थ शिक्षा माध्यम से लेने वाले छात्र एसएचई छात्रवृति के लिए पात्र नहीं होंगे।
- आवेदक छात्र के पास एसबीआई बैंक में बचत खाता होना अनिवार्य हैं एवं यह एक संयुक्त खाता नहीं हो।
- चयनित छात्रों को छात्रवृति पाने के लिए बीएससी, बीएस अथवा एमएससी/एमएस आदि की अंक तालिक जमा करनी हैं।
- सूची में स्थान पाने वाले छात्रों को अपनी प्रदर्शन रिपोर्ट्स और अपने पाठ्यक्रम की अंक तालिका को जमा करना जरुरी होगा।
- एक छात्रों को शिक्षण वर्ष में छात्रवृति को जारी करना हे अथवा नहीं, प्रदर्शन रिपोर्ट्स में साफ लिखना हैं।
- प्रथम वर्ष के प्रदर्शन रिपोर्ट्स के सत्यापन के बाद छात्रवृति प्रदान की जाएगी।
- छात्रों को द्वितीय वर्ष में 1,20,000 रुपयों की छात्रवृति प्राप्त होगी।
- यदि कोई छात्र किसी अन्य राजकीय छात्रवृति का लाभ दे रहा हो तो इस योजना के अंतर्गत छात्रवृति नहीं पा सकेगा।
- सूची में नामित होने वाले छात्रों को अपनी वार्षिक प्रदर्शन रिपोर्ट (संस्थान के प्रमुख के हस्ताक्षर के साथ) एवं अपने पाठ्यक्रम बीएससी, बीएस, इंटीग्रेटेड की अंक तालिका संलग्न करनी हैं।
- संस्थान के प्रमुख के सन्दर्भ में विश्विद्यालय के कुलपति, रजिस्ट्रार, विज्ञान के डीन, एवं कॉलेज के प्रधानाचार्य, उप-प्रधानाचार्य, प्रभारी अधिकारी, कुलानुशासक मान्य होंगे।
- संस्थान के प्रमुख से प्राप्त रिपोर्ट में साफ़ विवरण हो कि छात्र की छात्रवृति जारी रखनी हैं अथवा नहीं।
इंस्पायर छात्रवृति योजना में प्रमाण पत्र
- बाहरवीं कक्षा की अंक तालिका
- दसवीं कक्षा की अंक तालिका
- विश्विद्यालय के प्रधानाचार्य/निर्देशक अथवा विश्वविद्यालय रजिस्ट्रार के हस्ताक्षर किया एंडोर्स्मेंट प्रमाण पत्र
- केंद्रीय बोर्ड से प्राप्त पात्रता नोट
- प्रमाण पत्र निर्देशित रैंक
- नवीनतम पासपोर्ट साइज़ फोटो
- छात्र का आधार कार्ड
- एसबीआई बैंक पासबुक के पहले पेज के विवरण की छायाप्रति
- जाति का प्रमाण पत्र
- मोबाइल नंबर
छात्रवृति योजना के लिए पात्रताएँ
- छात्र की आयु 17वर्ष से 22 वर्ष के मध्य होनी चाहिए।
- आवेदक अपनी बारहवीं कक्षा की परीक्षा में प्राप्त अंको के आधार पर सफल छात्रों के शीर्ष 1 प्रतिशत में स्थान रखता हो।
- छात्र को बाहरवीं कक्षा में उत्तीर्ण होने के एक वर्ष में ही बीएससी, बीएस अथवा इंटीग्रेटेड एमएससी/एमएस पाठ्यक्रम में प्राकृतिक एवं आधारभूत विज्ञान में पंजीकृत होना होगा।
- आवेदन को आईआईटी, एआईईईई (शीर्ष 20 हज़ार) की प्रवेश परीक्षा के अंतर्गत पहले 10 हज़ार छात्रों में हो।
- छात्रों को सीबीएसई-चिकित्सा(एआई-पीटीएम) में स्वीकृति मिली हो एवं प्राकृतिक/ आधारभूत विज्ञान विषय के अध्ययन का विकल्प लिया हो।
- जिन छात्रों को प्राकृतिक/ आधारभूत विज्ञान में बीएससी एवं एमएससी पाठ्यक्रम के लिए राष्ट्रीय विज्ञान एवं अनुसन्धान, आधारभूत विज्ञान के लिए परमाणु ऊर्जा केंद्र (डीएईसीबीएस) विभाग, मुम्बई विश्विद्यालय में आगे के अध्ययन के लिए प्रवेश दिया हो, वे भी पात्र होंगे।
- जो छात्र किशोर वैज्ञानिक प्रोत्साहन योजना (केवीपीवाई), राष्ट्रीय प्रतिभा खोज परीक्षा (एनटीएसई), ओलम्पियाड पदक विजेता, जगदीश बोस राष्ट्रीय विज्ञान खोज (जेबीएनएसटीएस) में विद्वान् हो और प्राकृतिक-आधारभूत विज्ञान में पाठ्यक्रम में अध्ययनरत हो।
इंस्पायर विद्वानों की ग्रीष्मकालीन परियोजनाओं की शर्तें
- इस योजना में यह अनिवार्य होगा कि सभी विद्वान अपने मूल संस्थानों से बाहर अपनी पसंद के अनुसार देश के किसी मान्यता प्राप्त अनुसन्धान केंद्रों पर प्रत्येक वश ग्रीष्मकालीन परियोजनाओं में अपना नामांकन करें।
- एसएचई छात्रवृति के अंतर्गत इंस्पायर विद्वानों को ग्रीष्मकालीन अनसंधान कार्यक्रम की शुरुआत करने के लिए सदस्यता की तरह प्रत्येक वर्ष 20 हज़ार मिलेंगे।
- इस परियोजना की समय-सीमा छह से आठ सप्ताह की होने होगी और परियोजना रिपोर्ट में इसका स्पष्ट विवरण देना होगा।
- यह ध्यान रखे कि समूह परियोजना को स्वीकृति नहीं मिलती हैं।
- छात्रवृति विद्वानों को निम्न प्रमाण पत्र डीएसटी को भेजने होते हैं –
- अनुसन्धान गाइड द्वारा सत्यापित इंस्पायर विद्वान के ग्रीष्मकालीन परियोजना में नामांकन का पत्र।
- अपनी परियोजना का उद्देश्य एवं परिणाम का उल्लेख करने वाली एक रिपोर्ट।
छात्रवृति के अंतर्गत आने वाले पाठ्यक्रम
प्राकृतिक एवं मुलभुत विज्ञान में बीएससी/बीएस/इंटेग्रल एमएससी पाठ्यक्रम के निम्न विषय इंस्पायर छात्रवृति में सम्मिलित होंगे –
भीतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान, गणित, जीव विज्ञान, सांख्यिकी, भूगोल, खगोल विज्ञान, इलेक्ट्रॉनिक्स, वनस्पति विज्ञान, प्राणीशास्त्र, जैव रसायन, मानव विज्ञान, भू-भौतिकी, भू-रसायन विज्ञान, वायुमंडलीय विज्ञान, महासागरीय विज्ञान इत्यादि।
इंस्पायर छात्रवृति के लिए ऑनलाइन आवेदन
- सर्वप्रथम इंस्पायर छात्रवृति की आधिकारिक वेबसाइट https://online-inspire.gov.in/ को ओपन कर दें।
- वेबसाइट के होम पेज पर “यूज़र रजिस्ट्रेशन” विकल्प को चुन लें।
- नए विंडो में व्यक्तिगत जानकारियों से सम्बंधित एक प्रपत्र प्राप्त होगा।
- आवेदन प्रपत्र के अंतर्गत छात्र को अपना नाम, लिंग, मोबाइल नंबर, जन्म तिथि, पहचान का विवरण, उपयोगकर्ता पासवर्ड एवं कॅप्टचा कोड इत्यादि को भर दें।
- पंजीकरण की सभी जानकारी भरने के बाद एक बार जाँच लें और “सब्मिट” बटन को दबा हैं।
- इसके बाद वेबपोर्टल पर लॉगिन विवरण डालकर लॉगिन हो जाए।
- छात्रवृति वेबपोर्टल पर इंस्पायर छात्रवृति विकल्प को चुन लें।
- इसके बाद नयी विंडो में छात्रवृति का प्रपत्र होगा।
- इसमें सभी जानकारी को शुद्धता के साथ भरें और आवश्यक प्रमाण पत्रों को अपलोड कर दें।
- आवेदन प्रपत्र की सभी जानकारी एक बार अवश्य जाँचे और “सब्मिट” बटन दबा दें।
- इन सभी चरणों के बाद छात्र का इंस्पायर छात्रवृति आवेदन प्रक्रिया पूर्ण हो जाएगी।
वेबपोर्टल पर अपलोडिंग के लिए प्रमाण पत्रों के विवरण
क्रमांक | प्रमाण पत्र का नाम | फाइल का प्रकार एवं आकार आकार |
1. | छात्र की पासपोर्ट साइज़ फोटो | JPEG रूप में 50 केबी से कम आकार |
2. | ओबीसी/एससी/एसटी छात्रों के समुदाय/जाति प्रमाण पत्र के लिए | PDF रूप में 1 एमबी से कम आकार |
3. | राज्य/केंद्रीय बोर्ड से प्राप्त पात्रता नोट अथवा सलाह नोट (यदि हो) | PDF रूप में 1 एमबी से कम आकार |
4. | बाहरवीं कक्षा की अंक तालिका | PDF रूप में 1 एमबी से कम आकार |
5. | हाई स्कूल की अंक तालिका (जन्मतिथि सत्यापन हेतु) | PDF रूप में 1 एमबी से कम आकार |
4. | विशेष रैंक/ पुरस्कार का प्रमाण पत्र – जेईई (मुख्य)/ जेईई (एडवांस)/ इनईईटी/ केवीपीवाई/ जेबीएनएसटीएस/ एनटीएसई/ अंतर्राष्ट्रीय ओलम्पियाड पदक विजेता (यदि इनमे से कोई पात्रता हो) | PDF रूप में 1 एमबी से कम आकार |
5. | विश्विद्यालय के प्रधानाचार्य/ संस्थान के निदेशक/ विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रट से हस्ताक्षरित एंडोर्स्मेंट प्रमाण पत्र | PDF रूप में 1 एमबी से कम आकार |
6. | छात्र के एसबीआई बैंक खाते की पासबुक के पहले पेज का विवरण | PDF रूप में 1 एमबी से कम आकार |
इंस्पायर छात्रवृति में नवीनीकरण के प्रावधान
एक बार आवदेन स्वीकृति के बाद चयनित छात्र को एसएचई छात्रवृति में निरन्तता रखने के लिए नीचे बताये गए मानदंडों को पूर्ण करना अनिवार्य हैं –
- छात्रों को नवीनीकरण का आवेदन करने के लिए वार्षिक परीक्षाओं में अथवा 2 सेमेस्टरों में कम से कम 60 प्रतिशत अंक अथवा 7.0 जीपीए 10.0-अंक स्केल पर प्राप्त करना अनिवार्य होगा।
- यदि छात्र अपने पाठ्यक्रम (बीएससी/बीएस/इंटीग्रेटेड) में अनिवार्य अंको को प्राप्त नहीं करता हैं तो उस शैक्षिक वर्ष के लिए छात्रवृति को निरस्त कर दी जाएगी। छात्र का शैक्षिक प्रदर्शन आवश्यक स्तर का होने पर अलगे शैक्षिक ससत्र की छात्रवृति पुनः शुरू की जाएगी।
इंस्पायर छात्रवृति की स्थिति जाँचना
सफलतापूर्वक पंजीकरण प्रपत्र सब्मिट करने के बाद अंतिम तिथि से 3 से 4 महीने के बाद आवेदकों को अस्थाई प्रस्ताव पत्र प्राप्त होता हैं। जिसके अंतर्गत सूचित किया जाता हैं कि इंस्पायर छात्रवृति के अंतर्गत चयनित किया गया हैं। चयनित छात्र को वेबपोर्टल पर लॉगिन करके अपना प्रस्ताव पत्र डाउनलोड करना होगा। वेबपोर्टल पर चयनित एवं गैर-चयनित छात्रों को सूची प्रदर्शित होगी। सभी आवेदकों को निश्चित समय सीमा में अपने प्रमाण पत्रों को वेबपोर्टल पर अपलोड करना होगा। छात्र वेबपोर्टल पर लॉगिन होकर अपना छात्रवृति स्थिति देखे, यदि चयन हुआ हैं तो प्रस्ताव पत्र प्रदर्शित होगा।
छात्रवृति ऑफर पत्र मिलने के बाद आवश्यक प्रमाण पत्र
- छात्र और मेजबान संस्था से हस्ताक्षरित अंडरटेकिंग फॉर्मेट।
- मेजबान संस्थान के बैंक विवरण।
- अनुसन्धान अनुदान के प्रयोग का प्रारूप
- छात्र की जोइनिंग रिपोर्ट।
- फैकल्टी पुरस्कार और अनुसन्धान अनुदान की राशि मेजबान संस्थान के बैंक खाते में प्रत्येक वर्ष हस्तांतरित कर देते हैं।
- लाभार्थी छात्र के साथ मेजबान संस्थान को स्कैन पत्र को एक नक़ल पहुंचाई जाती हैं।
- एक छात्र को अपने खर्चो का विवरण, वार्षिक रिपोर्ट को मेजबान संस्थान के माध्यम से उपयोगिता प्रमाण पत्र द्वारा साल के अंत तक देना होगा।
इंस्पायर छात्रवृति पुरस्कार
हर एक चयनित छात्र को SHE योजना के अंतर्गत विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी में शिक्षा और करियर के अनुसन्धान में आगे बढ़ने के लिए 80 हज़ार रुपयों की छात्रवृति प्रति वर्ष दी जाती हैं। चयनित छात्र इस छात्रवृति का लाभ पाठ्यक्रम पूर्ण होने अथवा पांच वर्ष तक ले सकता हैं।
राष्ट्रपति भवन में इंस्पायर छात्र का विज्ञान मॉडल
एक इंस्पायर अवार्ड छात्र ने ऊंचाई के अनुसार समायोजित करने वाले बेंच किया हैं। राष्ट्रीय प्रतियोगिता के अंतर्गत हरियाणा राज्य के 8 विद्यार्थियों के मॉडल इंस्पायर मनको के अनुसार चयनित हुए हैं। राजकीय विद्यालयों के छात्र भी किसी क्षेत्र में कम नहीं हैं,हरियाणा के फतेहाबाद के गाँव गाजूवाला में नौवीं के विद्यार्थी विशाल ने इस बात को सच किया हैं। यह मॉडल राष्ट्रपति भवन में भी लगाया जाना हैं।
यदि मॉडल राष्ट्रीय स्तर पर चयनित होगा तो 1 लाख रुपए की इनाम राशि भी मिलेगी। यधपि विद्यार्थी को 50 हज़ार रुपए देकर राष्ट्रीय प्रतियोगिता की तैयारी के लिए प्रेरित किया गया हैं। पहले इंस्पायर अवार्ड के लिए शिक्षा विभाग द्वारा ज़िले में आवेदन की मांग की गयी थी। शिक्षा विभाग के अधिकारीयों के अनुसार यह बेंच ऊंचाई के अनुसार ऊपर नीचे करने योग्य हैं। छात्र पढ़ते समय बेंच को ऊपर नीचे करके लिखने-पढ़ने में होने वाली समस्या से मुक्त होगा। इस बेच के कारण अलग-अलग बेंचो के लिए पेड़ों का कटान नहीं होगा।
इंस्पायर छात्रवृति योजना से सम्बंधित प्रश्न
प्रत्येक वर्ष 10 हज़ार छात्रों को 80 हज़ार रुपयों की छात्रवृति प्रदान की जाती हैं।
यदि कोई छात्र छात्रवृति योजना की पात्रता एवं प्रमाण पत्र रखता हैं तो वे समय पर इंस्पायर वेबपोर्टल पर जाकर SHE छात्रवृति योजना के अंतर्गत आवेदन कर सकता हैं।
छात्र को ऑनलाइन वेबपोर्टल पर लॉगिन करके अपने डैशबोर्ड से ऑफर पत्र प्राप्त करना होगा।
यदि कोई छात्र किसी कारणवश पाठ्यक्रम मध्य में छोड़ देता हैं तब छात्रवृति वापिस ले ली जाएगी। छात्र के पुनः पाठ्यक्रम सम्मिलित हो जाने पर भी छात्रवृति निरस्त रहेगी।
छात्रवृति से सम्बंधित समस्या एवं प्रश्न के लिए इंस्पायर प्रोग्राम डिवीज़न (IPD) की हेल्पलाइन नंबर 0124260020/669021 और इ-मेल पते inspire.prog-dst@nic.in पर संपर्क कर सकते हैं।