वर्तमान में भारत चीन के बाद विश्व में सबसे बड़ी आबादी वाला देश है। भारत की आबादी को लेकर संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट में जारी की गई जानकारी के मुताबिक़ अगले साल यानी वर्ष 2023 में भारत दुनिया के सबसे बड़े देश के रूप में उभर सकता है। इस वर्ष विश्व की जनसंख्या 8 बिलियन तक पहुँच गई है।
देश व दुनिया में बढ़ती जनसंख्या गरीबी, असमानता और जलवायु परिवर्तन जैसे चिंता के विषयों का भी कारण बनी हुई है। किन्तु 1950 के बाद से देखा जाए तो वैश्विक जनसंख्या सबसे धीमी गति से आगे बढ़ रही हैं। इससे पूरी दुनियाकी आबादी पर क्या असर देखने को मिलेगा और वर्तमान में भारत की जनसंख्या कितनी है, चलिए जानते हैं इसकी पूरी जानकारी।

भारत की जनसंख्या कितनी है?
भारत एक विविधता का देश है जहाँ विभिन्न धर्म, जाति व समुदाय के लोग रहते हैं। आज के समय में भारत की जनसंख्या 1,404,234,872 (140 करोड़) है। यानी विश्व के प्रत्येक 100 लोगों में 18 लोग भारत में रहते हैं। बात करें 1950 से लेकर वर्ष 2023 तक तो दुनियाभर की जनसंख्या में बड़ा उछाल वर्ष 2011 की जनगणना तक देखा गया।
भारत सरकार देश की जनगणना हर 10 वर्ष के अंतराल में करती है। साल 1950 से लेकर 2011 तक देश में 7 बार जनगणना की जा चुकी है जिसमे 2001 के जनगणना में जनसंख्या वृद्धि दर 21.5 थी जो घटकर 2011 में 17.70% रह गई। इसके बाद 2021 में हुई जनगणना में से पहले 2020 में जनसंख्या प्रतिशत में 1% की गिरावट देखने को मिली।
1951 से लेकर अब तक की जनगणना
वर्ष | जनगणना | जनगणना प्रतिशत |
1951 | 361,088,090 | 13.32% |
1961 | 438,936,918 | 21.62% |
1971 | 548,160,050 | 24.18% |
1981 | 683,329,900 | 25% |
1991 | 838,583,988 | 26.9% |
2001 | 1,028,737,436 | 21.5% |
2011 | 1,210,193,422 | 17.70% |
2021 | 1,390,572,936 | – |
2022 | 1,404,234,872 | – |
भारत के 2011 की जनसंख्या रिपोर्ट
भारत में सबसे पहले जनगणना 1872 में ब्रिटिश इंडिया द्वारा करवाई गई थी। भारत की आजादी के बाद 1951 की जनगणना पहली जनगणना थी। इसमें भारत की कुल जनसंख्या 361,088,090 थी जिसके बाद से हर 10 वर्ष के अंतराल में यह जनगणना करवाई जाने लगी।
1951 के बाद से वर्ष 1991 तक आबादी प्रतिशत में भारी बढोतरी देखी गई लेकिन 2001 से 2011 में देश की जनसंख्या की गति धीमी हो गयी। जहाँ 2001 में आबादी प्रतिशत 21.5% रहा वहीं 2011 में यह घटकर 17.70% रह गया। भारत के सभी जिलों में से एक जिला ऐसा है जिसकी आबादी और क्षेत्रफल सभी जिलों की तुलना में अधिक है।
भारत की जनसंख्या
- 2011 में भारत सरकार द्वारा जारी रिपोर्ट में भारत की जनसंख्या 1,210,193,422 थी। जिसमे पुरुषों की जनसंख्या महिलाओं से अधिक देखी गई थी जोकि 62 करोड़ से अधिक थी। रिपोर्ट के मुताबिक महिलाओं की कुल जनसंख्या 58,64,69,174 थी।
- फिर सरकार ने कोई डाटा जारी नहीं किया और 2011 के मुताबिक भारत की जनसंख्या घनत्व 382 प्रति व्यक्ति स्क्वायर किलोमीटर था।
- 2023 में भारत की जनसंख्या घनत्व बढ़कर 464 प्रति व्यक्ति स्क्वायर किलोमीटर है।
- भारत की जनसंख्या के लिए 2011 में भारत सरकार की रिपोर्ट में यह बताया गया कि देश में पुरुषों की आबादी महिलाओं की आबादी से अधिक है।
- इस रिपोर्ट के अनुसार भारत में महिलाओं की कुल जनसंख्या 58,64,69,174 रही जिसके चलते देश में महिलाएँ और पुरुषों के लिंग अनुपात में काफी असमानता देखी जाती है।
2023 में भारत की जनसंख्या
2023 में भारत की जनसंख्या के लिए जनगणना न होने से इसका कोई सरकारी डाटा उपलब्ध नहीं है। लेकिन 2011 के बाद भारत की जनसंख्या वृद्धि दर में लगातार बढ़ने से इसकी अनुमानित वृद्धि दर काफी तेज देखी गई है। इसके अनुसार 2023 तक भारत की जनसंख्या 140 करोड़ पहुँच चुकी है इसकी जानकारी यहाँ सारणी से जान सकेंगे –
- 2020 – 1,376,578,863
- 2019 – 1,352,551,891
- 2018 – 1,352,551,891
- 2017 – 1,342,512,706
- 2016 – 1,326,801,576
- 2015 – 1,311,050,527
- 2014 – 1,295,291,543
- 2013 – 1,279,498,874
- 2012 – 1,263,589,639
- 2011 – 1,210,193,422
- 2010 – 1,230,984,504
- 2005 -1,114,326,293
- 2000 – 1,053,481,072
- 1995 – 960,874,982
- 1990 – 870,601,776
- 1985 – 782,085,127
- 1980 – 697,229,745
- 1975 – 621,703,641
- 1970 – 553,943,226
- 1965 – 497,920,270
- 1961 – 438,936,918
- 1951 – 361,088,090
भारत की जनसंख्या कितनी है?
भारत की आबादी को लेकर संयुक्त राष्ट्र द्वारा दी गई जानकारी में यह अनुमान लगाया गया था कि वो जल्दी ही चीन को पीछे करते हुए विश्व का सबसे अधिक आबादी वाला देश बन जाएगा। अनुमान के मुताबिक, 2023 में दुनिया के दो सबसे अधिक आबादी वाले क्षेत्र पूर्वी और दक्षिणी-पूर्वी एशिया हैं। यहाँ 2.3 अरब लोग रह रहें हैं जो दुनिया की 29% आबादी का प्रतिनिधित्व करते हैं।
मध्य और दक्षिणी एशिया में चीन और भारत दोनों ही सबसे अधिक आबादी वाले क्षेत्र है। भारत की आबादी कुल 1.4 अरब से अधिक है जबकि मध्य और दक्षिणी एशिया की आबादी 2.1 अरब है जोकि कुल वैश्विक जनसंख्या का 26 प्रतिशत आबादी का प्रतिनिधित्व करते हैं।
भविष्य में चीन के मुकाबले भारत की आबादी
2030 तक लोगों की संख्या लगभग 8.5 अरब और 2050 में यह संख्या 9.7 अरब तक पहुँच जाएगी। इसके अतिरिक्त 2080 तक दुनिया की जनसंख्या 10.4 अरब की आबादी के साथ सबसे ऊँचे स्तर पर पहुँच सकती है। साल 2100 तक इसके एकसमान स्तर पर रहने के ही अनुमान हैं। वर्तमान वर्ष 2023 में जारी रिपोर्ट में इस समय भारत की कुल जनसंख्या 1.412 अरब है।
चीन की आबादी 1.426 अरब है, वहीं 2050 तक अनुमानित वृद्धि के आधे से अधिक आबादी इन आठ देशो की होगी। इनमे भारत, डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ़ कांगो, इथोपिया, फिलीपींस, तंगजानियाँ, नाजीरिया, पाकिस्तान और मिस्र जैसे देश होंगे ।
भारत की जनसंख्या को लेकर महत्त्वपूर्ण जानकारी
वर्ष 2011 के बाद 2021 में नई जनगणना का आयोजन किया जाना था लेकिन कोविड-19 के कारण जनगणना में देरी की जा रही है। सितंबर वर्ष 2019 में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा जनगणना को लेकर यह कहा गया था कि साल 2021 में जनगणना मोबाइल ऐप में माध्यम से डिजिटल तरीके से करवाई जाएगी। यह ऐप 16 अलग-अलग भाषाओं में होगा ।
वित्तीय मंत्री निर्मला सीतारमण जी द्वारा फरवरी 2021 का बजट पेश करते हुए जनगणना को डिजिटल माध्यम से करने की बात कही गई थी। इससे वोर्ल्डोमीटर की वेबसाइट पर जनसंख्या का लाइव काउंट दिखाया जाएगा।
भारत की जनसंख्या कितनी है?
भारत की कुल जनसंख्या कितनी है इसका सही अनुमान लगाना असंभव है क्योंकि देश में हर सेकंड में लाखों बच्चे पैदा होते हैं। लेकिन इंटरनेट पर वोर्ल्डोमीटर की वेबसाइट से यह पता लगाया जा सकता है कि भारत की वर्तमान में जनसंख्या जल्द ही 140 करोड़ होने वाली है।
बात करें देश के सबसे बड़े राज्य की तो आबादी के मामले में उत्तर प्रदेश भारत का सबसे बड़ा राज्य है जिसकी जनसंख्या 19.95 करोड़ है। दूसरा सबसे बड़ा राज्य महाराष्ट्र है जिसकी आबादी 11.23 है। तीसरे स्थान पर 10.38 करोड़ जनसंख्या साथ बिहार है। यदि बात करें सबसे कम आबादी वाले राज्यों की तो इनमे सिक्किम सबसे कम आबादी वाला राज्य है।
धर्म के अनुसार भारत की जनगणना
जनगणना वर्ष | हिंदू | मुस्लिम | ईसाई | सिख | बौद्ध | जैन | अन्य | पारसी |
1951 | 84.1% | 9.8% | 2.3% | 1.89% | 0.74% | 0.46% | 0.43% | – |
1961 | 83.45% | 10.69% | 2.44% | 1.79% | 0.74% | 0.46% | 0.43% | 0.09% |
1971 | 82.73% | 11.21% | 2.60% | 1.89% | 0.70% | 0.48% | 0.41% | 0.09% |
1981 | 82.30% | 11.21% | 2.44% | 1.92% | 0.70% | 0.48% | 0.42% | 0.09% |
1991 | 81.53% | 12.61% | 2.32% | 1.94% | 0.77% | 0.40% | 0.44% | 0.08% |
2001 | 80.45% | 13.4% | 2% | 1.89% | 0.74% | 0.46% | 0.44% | 0.09% |
2011 | 79.80% | 14.23% | 230% | 1.72% | 0.70% | 0.30% | 0.9% | 0.09% |
भारत में सर्वाधिक जनसंख्या वाला राज्य
भारत में वर्तमान वर्ष 2023 की राज्यवार जनसंख्या की जानकारी नीचे दी गई सारणी से जान सकते है।
क्रम0 | भारत के राज्य | जनसंख्या | भारत के आबादी में प्रतिशत | जनसंख्या घनत्व |
1. | उत्तर प्रदेश | 199,812,34 | 16.51% | 828/km2 |
2. | महाराष्ट्र | 112,374,333 | 9.28% | 365/km2 |
3. | बिहार | 104,099,452 | 8.6% | 1,102/km2 |
4. | पश्चिम बंगाल | 91,276,115 | 7.54% | 1,029/km2 |
5. | मध्य प्रदेश | 72,626,809 | 6% | 236/km2 |
6. | तमिलनाडु | 72,147,030 | 5.96% | 555/km2 |
7. | राजस्थान | 68,548,437 | 5.66% | 201/km2 |
8. | कर्नाटक | 61,095,297 | 5.05% | 319/km2 |
9. | गुजरात | 60,439,692 | 4.99% | 308/km2 |
10. | आंध्र प्रदेश | 49,577,103 | 4.08% | 303/km2 |
11. | ओडिशा | 41,974,218 | 3.47% | 269/km2 |
12. | तेलंगाना | 35,003,674 | 2.89% | 307/km2 |
13. | केरल | 33,406,061 | 2.76% | 859/km2 |
14. | झारखंड | 32,988,134 | 2.73% | 414/km2 |
15. | असम | 31,205,576 | 2.58% | 397/km2 |
16. | पंजाब | 27,743,338 | 2.29% | 550/km2 |
17. | छत्तीसगढ़ | 25,545,198 | 2.11% | 189/km2 |
18. | हरियाणा | 25,351,462 | 2.09% | 573/km2 |
19. | उत्तराखंड | 10,086,292 | 0.83% | 189/km2 |
20. | हिमाचल प्रदेश | 6,864,292 | 0.57% | 123/km2 |
21. | त्रिपुरा | 3,673,917 | 0.3% | 350/km2 |
22. | मेघालय | 2,966,889 | 0.25% | 132/km2 |
23. | मणिपुर | 2,570,390 | 0.21% | 122/km2 |
24. | नागालैंड | 1,978,502 | 0.16% | 119/km2 |
25. | गोवा | 1,458,545 | 0.12% | 394/km2 |
26. | अरुणाचल प्रदेश | 1,383,727 | 0.11% | – |
27. | मिजोरम | 1,097,206 | 0.09% | 52/km2 |
28. | सिक्किम | 610,577 | 0.05% | 86/km2 |
भारत में आजादी के बाद से धार्मिक समूहों की संख्या
1947 में भारत की आजादी के बाद अब तक देश की जनसंख्या में काफी बड़ा बलाव देखने को मिला है। साल 1951 में आजादी के बाद देश की पहली हुई थी तब भारत की जनसंख्या 36 करोड़ थी। कुछ ही सालों इसमें काफी तेजी होने से यह बढ़कर वर्ष 2011 में 120 करोड़ पर पहुँच गई। इस अंतराल के बीच देश में हर धर्मों की जनसंख्या में काफी इजाफा देखा गया।
2011 में भारत सरकार द्वारा आखरी जनगणना की गई। 2021 में होने वाली जनगणना के कार्य को जल्द ही पूरा किए जाने पर काम किया जा रहा है। तब से लेकर अब तक देश में हिन्दुओं की जनसंख्या 30 करोड़ से बढ़कर 96.6 करोड़, मुसलामानों की जनसंख्या 3.5 करोड़ से बढ़कर 17.2 करोड़ और ईसाइयों की आबादी 80 लाख से बढ़कर 2.8 करोड़ हो गई है।
- 2011 की जनगणना के अनुसार देश में हिन्दुओं की जनसंख्या कुल 121 करोड़ आबादी का 79.8% हिस्सा है।
- देश में मुसलमाओं कुल आबादी का 14.2% हिस्सा है। इंडोनेशिया के बाद दुनिया के सबसे अधिक मुसलमान भारत में है। इसके अलावा ईसाई, सिख, बौद्ध और जैन की कुल संख्या देश का 6% हिस्सा है।
- 2011 के मुताबिक़ भारत की जनसंख्या वृद्धि दर 17.70% दर्ज हुई थी जबकि राज्यों की जनगणना के अनुसार सबसे अधिक आबादी वाला राज्य उत्तर प्रदेश रहा। यहाँ लोगों की कुल आबादी 199,812,34 दर्ज हुई जिसके बाद से वर्ष 2023 तक यहाँ की आबादी में काफी इजाफा हुआ है।
- इसके अतिरिक्त भारत में हर महीने करीब 10 लाख लोग रहने आते हैं जिससे आबादी के बढ़ने से भी जनसंख्या में काफी असर देखने को मिलता है।
जनसंख्या में देखने को मिलेगा काफी अंतर
दुनिया की बढ़ती आबादी को लेकर संयुक्त राष्ट्र के आंकड़ों के अनुसार दुनिया के कई देश ऐसे हैं जिनकी जनसंख्या में काफी अंतर देखने को मिल सकता है। दुनिया के सबसे बड़े देशों में असमान जनसंख्या वृद्धि दर आकर के अनुसार बढ़ती आबादी के देशों की रैंकिंग में बदलाव देखा जाएगा।
भारत आगे के सालोम में दुनिया के सबसे अधिक आबादी वाले देश के शीर्ष पर पहुँच जाएगा। उसी तरह 2050 तक नाइजीरिया की आबादी अमेरिका से अधिक होने का अनुमान लगाया जा रहा है। वहीं रिपोर्ट के अनुसार दुनिया की आबादी वर्ष 2030 तक 85 अरब तक पहुँच सकती है।
भारत की जनसंख्या से जुड़े प्रश्न
वर्तमान में भारत की कुल जनसंख्या कितनी है ?
वर्तमान में अनुमानित डाटा के अनुसार भारत की जनसंख्या 1,404,234,872 (140 करोड़) पहुँच गई है। इसका सटीक डाटा भारत सरकार 2021 की जनगणना के आधार पर जारी करेगी।
2011 की जनगणना में भारत की कुल जनसंख्या क्या थी?
2011 की जनगणना अनुसार भारत की कुल जनसंख्या 1,210,193,422 थी, जिसमे जनगणना प्रतिशत 17.70% पर रहा।
भारत में लोगों की लाइफ एक्सपेक्टेंसी (जन्म दर) और डेथ रेट (मृत्यु दर) कितनी है ?
भारत सरकार की वेबसाइट के मुताबिक़ लोगों की लाइफ एक्सपेक्टेंसी (जन्म दर) में महिलाएँ पुरुषों की तुलना काफी आगे है। जहाँ महिलाओं की औसतन आयु 68.1 है वहीं भारतीय पुरुष केवल 65.8 वर्ष तक जीते हैं। और भारतीय लोगों के डेथ रेट (मृत्यु दर) 7.3 है।
भारत की जनगणना 2011 में पुरुषो की कुल कितनी आबादी है ?
जैसा की हमने आपको ऊपर बताया की देश में महिलाओं की तुलना पुरुषों की आबादी अधिक है, जिसकी रिपोर्ट भारत सरकार द्वारा जारी वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार भारत में मर्दों की कुल संख्या 62,37,34,248 (62 करोड़) है।
देश में वर्ष 2021 में बुजुर्गों के मृत्यु दर में कितनी कमी देखी गई ?
देश में वर्ष 2021 में बुजुर्गों की जनसंख्या 1961 से लगातार बढ़ी है, जिससे मृत्यु दर में कमी देखी गई है, वर्ष 2021 में बुर्जुर्गों की जनसंख्या 13.8 करोड़ पहुँच गई थी।