उत्तराखंड सौभाग्यवती योजना को प्रदेश के भूतपूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत जी द्वारा शुरू करने की घोषणा की गयी थी। किन्तु अब इसी प्रकार की योजना मुख्यमंत्री महालक्ष्मी योजना नाम से शुरू हुई है। राज्य सरकार की यह स्कीम प्रदेश की गर्भवती महिलाओं और उनके शिशुओं के स्वस्थ्य व स्वच्छता का ध्यान रखते हुए इसे शुरू किया गया है।
ये मुख्यतः ग्रामीण क्षेत्र से सम्बंधित महिलाओं को ध्यान में रखकर बनाई गयी है। महालक्ष्मी किट योजना में महिलाओं और उनके नवजात शिशुओं के अच्छे स्वास्थ्य के लिए प्रदेश सरकार से 2 अलग-अलग किट मिलेगी। जिसमें उनके स्वछता और स्वास्थ्य के बेहतरी के लिए कपड़े और पौष्टिक आहार से सम्बंधित चीज़ें होंगी।
इस लेख में उत्तराखंड सौभाग्यवती योजना, जरुरी पात्रता एवं शर्तें, जरुरी दस्तावेज़ों की सूची एवं आवेदन प्रक्रिया की सभी जानकारी दी जा रही है। इस योजना का सञ्चालन महिला सशक्तिकरण और बाल विकास विभाग द्वारा किया जाएगा।
मुख्यमंत्री महालक्ष्मी योजना 2023
योजना की शुरुआत की घोषणा उत्तराखंड सरकार ने माँ और उनके नवजात शिशुओं को ध्यान में रखकर की है। इस योजना के अंतर्गत मां और उसके नवजात शिशु को उनकी साफ़ सफाई और पोषण के लिए अलग-अलग किट प्रदान की जाएगी। मौसम के हिसाब से कपड़े और पौष्टिक आहार की व्यवस्था किट में रखी गयी है।
गर्भावस्था के दौरान महिलाओं के लिए स्वछता और पौष्टिक आहार बहुत महत्वपूर्ण होते हैं। इसी बात को ध्यान में रखकर महिलाओं और उनके शिशुओं के लिए राज्य सरकार ने इस योजना से उन्हें किट की सुविधा दी है। इससे माता और शिशु दोनों ही स्वस्थ और सुरक्षित रहेंगे।
मुख्यमंत्री महालक्ष्मी योजना हाईलाइट
योजना का नाम | मुख्यमंत्री महालक्ष्मी योजना |
सम्बंधित विभाग | महिला सशक्तिकरण और बाल विकास विभाग |
उद्देश्य | गर्भवती महिलाओं को स्वछता और पोषण हेतु किट प्रदान करना |
लाभार्थी | मुख्यतः ग्रामीण महिलाएं |
आवेदन मोड | ऑनलाइन आवेदन |
उत्तराखंड सरकार आधिकारिक वेबसाइट | uk.gov.in |
मुख्यमंत्री महालक्ष्मी योजना
महालक्ष्मी किट योजना में 2 किट उपलब्ध कराये जाएंगे जिसमें पौष्टिक आहार ही नहीं बल्कि स्वछता किट भी प्रदान किया जाएगा। इस योजना के तहत किट में मौसम के अनुसार स्थानीय कपड़े होंगे साथ ही स्वछता किट में गर्भवती स्त्री के व्यक्तिगत साफ़ सफाई के लिए सभी आवश्यक सामग्री मिल जाएगी।
इसके अलावा दूसरे किट में गर्भस्त शिशु के पोषण के लिए माँ को पौष्टिक आहार भी मिलेगा। इससे न केवल उन्हें इस दौरान पौष्टिक आहार मिलेगा बल्कि साफ़ सफाई के प्रति जागरूकता भी बढ़ेगी। साथ ही आने वाले समय में योजना से माँ और बच्चे की मृत्यु दर में कमी आएगी।
इस योजना का लाभ लेने के लिए आवेदकों को ऑनलाइन आवेदन ही करना होगा। इसके लिए उन्हें किसी भी कार्यालय में जाने की आवश्यकता नहीं होगी। इस योजना में सरकारी अधिकारी, कर्मचारियों और आयकर देने वालों के परिवार से या उनके आश्रित लाभ नहीं ले सकते।
मुख्यमंत्री महालक्ष्मी योजना के उद्देश्य
योजना का उद्देश्य गर्भवती माँ और उसके शिशु के स्वास्थ्य और स्वछता की बेहतरी हेतु सुविधा प्रदान करना है। इस योजना के तहत माँ और बच्चे के स्वास्थ्य के लिए पौष्टिक आहार और उनकी स्वच्छता के लिए कपड़े व अन्य आवश्यक सामग्री उपलब्ध कराई जाएगी।
ये तो सभी जानते हैं की गर्भावस्था के दौरान एक माँ के लिए उसका स्वास्थ्य और स्वच्छता बहुत आवश्यक है। लेकिन ग्रामीण इलाकों में विभिन्न कारणों के चलते ऐसा नहीं हो पाता। कभी पैसे की तंगी के चलते गर्भवती स्त्री को सम्पूर्ण पोषण नहीं मिलता तो कभी जानकारी और जागरूकता न होने से स्वच्छता सम्बन्धी समस्याएं भी बनी रहती है।
ऐसे में माँ और शिशु के मृत्यु दर का खतरा भी बढ़ जाता है। इसीलिए इन सभी पक्षों पर विचार करते हुए राज्य सरकार ने महालक्ष्मी किट योजना से इन समस्याओं से निजात पाने का रास्ता निकाल है। वचित वर्ग के नागरिको को उत्तराखंड सरकार राशन कार्ड से सस्ता भोज्य पदार्थ दे रही है।
मुख्यमंत्री महालक्ष्मी योजना के लाभ
- उत्तराखंड राज्य की सभी ग्रामीण महिलाओं को लाभ प्राप्त होगा।
- गर्भवती स्त्री और उनके नवजात शिशुओं के पोषण और स्वच्छता के लिए राज्य सरकार ने ये कदम उठाया है।
- महिला सशक्तिकरण और बाल विकास विभाग के द्वारा माँ और बच्चे के बेहतर स्वास्थ्य हेतु 2 किट उपलब्ध होगी।
- 2 में से एक किट स्वच्छता सम्बन्धी होगी और दूसरा माँ और शिशु के सम्पूर्ण पोषण हेतु पौष्टिक आहार की पूर्ति हेतु होगी।
- योजना से न केवल साफ़ सफाई और पोषण मिलेगा बल्कि इससे माँ और शिशु के मृत्यु दर में कमी आएगी।
- किट में मिलने वाले कपड़े मौसम और स्थानीय परिवेश के अनुसार ही दिए जाएंगे।
मुख्यमंत्री महालक्ष्मी योजना की किट में मिलने वाली सामग्री
गर्भवती महिला के किट में शामिल सामग्री की सूची
- गर्भावस्था के दौरान पोषण हेतु –
- छुआरा – 500 ग्राम
- गिरी बादाम / सूखी खुमानी / अखरोट – 250 ग्राम
- स्वच्छता के लिए (मौसम के अनुकूल कपड़े प्रदान किये जाएंगे )
- कॉटन साड़ी / गाउन /सलवार सूट -2
- फुल साइज गर्म शाल – 1
- कॉटन स्कार्फ़ / गर्म स्कार्फ़ स्टैण्डर्ड साइज – 1
- जुराब स्टैण्डर्ड साइज – 2 जोड़ी
- बेडशीट तकिया कवर के साथ – 2
- सफाई के लिए प्रयोग में आने वाली सामग्री
- सैनेटरी नैपकिन 2 पैकेट (8 पीस प्रति पैकेट )
- लिक्विड हैंडवाश (200 मिलीलीटर )
- नहाने एवं कपड़े धोने के साबुन (2-2)
- नेल कटर 1
- तेल (नारियल / तिल का तेल / चुल्लू का तेल /सरसों का तेल )
नवजात शिशु के किट में शामिल सामग्री का विवरण
- मौसम के अनुसार 2 जोड़ी कपड़े (सूती/ गर्म), टोपी और जुराबें।
- साफ़ सफाई के लिए 3 बेबी साबुन, एक बेबी आयल, बेबी पाउडर।
- एक कॉटन डायपर पैकेट जिसमें 10 पीस डाइपर होंगे, एक सूती मुलायम बेबी के लिए तौलिया, 2 बेबी ब्लैंकेट गर्म या सूती मौसम के अनुसार दिए जाएंगे, रबर शीट।
मुख्यमंत्री महालक्ष्मी योजना में जरुरी पात्रताएँ एवं शर्तें
- महिला उत्तराखंड की स्थायी निवासी हो।
- महिला के परिवार में कोई आयकर दाता नहीं हो।
- किसी भी सरकारी अधिकारी या कर्मचारी के आश्रित लाभार्थी नहीं हो सकते।
- सिर्फ उन गर्भवती महिलाओं और शिशुओं को लाभ मिलेगा जो बीपीएल की श्रेणी में आते हैं।
मुख्यमंत्री महालक्ष्मी योजना में जरुरी दस्तावेज़
- पहचान प्रमाण पत्र (आधार कार्ड/ वोटर आईडी कार्ड/ राशन कार्ड में से कोई भी एक )
- निवास प्रमाण पत्र (घर के बिजली का बिल, पानी का बिल, राशन कार्ड आदि में से कोई एक )
- आयु प्रमाण पत्र
- गर्भवती होने का प्रमाण-पत्र (प्रमाण पत्र के तौर पर आप प्राथमिक चिकित्सा केंद्र या सरकारी अस्पताल के डॉक्टर की पर्ची या कार्ड ले जा सकते हैं)
- बीपीएल राशन कार्ड
- आंगनबाड़ी केंद्र पर पंजीकरण
- सरकारी अथवा प्राइवेट माता-शिशु रक्षा कार्ड की प्रति (MCP कार्ड)
- संस्थागत प्रसव प्रमाण पत्र (आंगनबाड़ी – कार्यकर्त्री/आशा वर्कर या चिकित्सक द्वारा जारी प्रमाण पत्र)
- प्रथम द्वितीय/ जुड़वा कन्या के जन्म हेतु स्वप्रमाणित घोषणा।
- नियमित सरकारी/ अर्धसरकारी सेवक तथा आयकरदाता न होने का प्रमाण पत्र।
महालक्ष्मी योजना की आवेदन प्रक्रिया
मुख्यमंत्री महालक्ष्मी योजना के तहत लाभ लेने के लिए इस योजना के अंतर्गत आवेदन करना होगा। जानकारी के लिए बता दें कि अभी आवेदन की प्रक्रिया आंगनवाड़ी के माध्यम से ही शुरू की गयी है। इस योजना का लाभ लेने के लिए अपने नजदीकी आंगनवाड़ी केंद्र में जाए।
मुख्यमंत्री महालक्ष्मी योजना से जुड़े प्रश्न
मुख्यमंत्री महालक्ष्मी योजना क्या है और इसे कहाँ के लिए चलाया गया है ?
ये योजना उत्तराखंड राज्य सरकार द्वारा चलायी गयी है। इसमें ग्रामीण क्षेत्रों की गर्भवती महिलाओं के स्वछता और पोषण के लिए 2 किट प्रदान किये जाएंगे जिसके माध्यम से उनकी गर्भावस्था के दौरान उनका ख्याल रखा जा सकेगा।
मुख्यमंत्री महालक्ष्मी योजना कब शुरू की जाएगी ?
महिला सशक्तिकरण और बाल विकास विभाग द्वारा योजना को शुरू कर दिया गया है।
मुख्यमंत्री महालक्ष्मी योजना में क्या राज्य की सभी स्त्रियां भाग ले सकती है ?
इस योजन के तहत मुख्यतः ग्रामीण क्षेत्र की महिलाएं ही भाग ले सकती है या वो महिलाएं जो आयकर दाता, सरकारी अधिकारी/ कर्मचारी की आश्रित न हों।