सरकार के द्वारा किसानों के लिए पशुपालन के व्यवसाय में बढ़ोत्तरी करने के लिए विभिन्न प्रकार के प्रयास किये जाते रहे है। यह कार्य सरकार की विभिन्न योजनाओं के माध्यम से होता है। पिछले कुछ समय में झारखंड सरकार की ओर से इसी प्रकार की योजना लायी गयी है। इस योजना का नाम झारखण्ड गोधन न्याय योजना है। यह योजना उचित मूल्य पर गोबर की खरीद का अवसर देगी। यह योजना ना सिर्फ किसानों के गोबर निस्तारण का कार्य करेगी बल्कि उनके लिए आय का एक नया साधन भी प्रदान करेगी।

सभी किसान एवं पशुपालक व्यक्ति योजना के अंतर्गत अपने पशुओं का गोबर सरकार को सही मूल्य पर बेच सकेंगे। सरकार गोबर के माध्यम से जैविक खाद एवं बायो गैस बनाने का काम करेगी। इस प्रकार से हम देख सकते है कि यह सरकार की ओर से एक बहुउद्देश्यीय योजना की तरह काम करेगी। इसका लाभ हमें समाज से लेकर बहुत से व्यक्तियों को मिलते हुए दिखेगा। इस लेख के अंतर्गत आपको झारखण्ड गोधन न्याय योजना का लाभ, उद्देश्य, पात्रता एवं प्रमाण पत्रों के सम्बन्ध में महत्वपूर्ण जानकारी मिल सकेगी।
योजना का नाम | झारखण्ड गोधन न्याय योजना |
सम्बंधित विभाग | कृषि, पशुपालन एवं सहकारिता विभाग |
उद्देश्य | पशुपालकों से गोबर खरीदना |
लाभार्थी | प्रदेश की पशुपालक एवं किसान |
आवेदन माध्यम | ऑफलाइन/ ऑनलाइन |
आधिकारिक वेबसाइट | jharkhand.gov.in |
नीलाम्बर पीताम्बर जल समृद्धि योजना
झारखण्ड गोधन न्याय योजना
झारखंड सरकार ने वित्त वर्ष 2023 में गोधन न्याय योजना को शुरू करने का फैसला लिया था। योजना का उद्देश्य आने वाले वित्त वर्ष में किसानों एवं पशुपालकों से सही दाम में गोबर की खरीद करके उनकी आय में वृद्धि करना है। यह योजना राज्य के पशुपालकों की आय में बढ़ोत्तरी करने में बहुत कारगर सिद्ध होगी। इसके अतिरिक्त प्रदेश के किसान एवं पशुपालक और अधिक समृद्ध एवं आत्मनिर्भर बन सकेंगे। इस प्रकार के व्यवसाय से पशुपालकों के जीवन स्तर में सुधार होगा। सरकार ने कृषि और सम्बंधित क्षेत्र के लिए 4091.37 करोड़ रुपयों के बजट का आवण्टन किया है। सरकार का लक्ष्य योजना से 40,000 लाभार्थियों को इस अनुदान से पशुधन देना है। इसके साथ ही कम से कम 85 लीटर दूध का उत्पादन प्रतिदिन करने की भी योजना है।
गोधन न्याय योजना का उद्देश्य
झारखंड भारत के कमजोर एवं कृषि प्रधान राज्यों में से एक है जो वर्ष 2000 में बिहार राज्य से अलग हुआ था। प्रदेश के पशुपालक एवं किसानों की आर्थिक स्थिति कुछ अच्छी नहीं है। इसी तथ्य को ध्यान में रखते हुए प्रदेश सरकार उनके पशुओं का गोबर अच्छे मूल्यों में खरीदेगी। इस गोबर से फ़ैक्ट्रियो में ले जाकर जैविक खाद बनाकर नए रोज़गार के अवसर पैदा होंगे। इसके अतिरिक्त तैयार जैविक खाद को राज्य के किसानों को उचित मूल्य पर बेचकर कृषि क्षेत्र में समृद्धि लाएंगे।
गोधन न्याय योजना में पात्रताएँ
- उम्मीदवार झारखंड राज्य का निवासी हो
- व्यक्ति किसान एवं पशुपालक हो
गोधन न्याय योजना के लिए प्रमाण पत्र
झारखण्ड गोधन न्याय योजना की सभी आवश्यक पात्रता रखने वाले उम्मीदवारों को सभी प्रमाण पत्रों की मूल प्रति को सत्यापित करवाना होगा। अतः सभी आवेदक निम्न प्रमाण पत्रों की उपलब्धता सुनिश्चित करें –
- आवेदक का आधार कार्ड
- आय प्रमाण पत्र
- नवीनतम पासपोर्ट फोटो
- आवास प्रमाण पत्र
- मोबाइल नंबर
- ईमेल आईडी
झारखंड गोधन न्याय योजना के लाभ
- झारखंड सरकार ने वित्तवर्ष 2023 में बजट के अंतर्गत गोधन न्याय योजना को शुरू करने की घोषणा की है।
- इस योजना में पशुपालकों एवं किसानो से उचित मूल्य पर गोबर ख़रीदा जायेगा।
- इस गोबर को खरीदकर किसानों की आय का नया स्त्रोत तैयार होगा।
- गोबर से बायोगैस के साथ जैविक खाद को बनाने का काम होगा।
- यह योजना बहुत से कार्यो के साथ प्रदेश के पशुपालकों को समृद्ध एवं सशक्त बनाएगी।
- झारखंड सरकार ने योजना के लिए 4 हज़ार करोड़ से अधिक बजट आवंटित किया हुआ है।
- इस योजना में ख़रीदे गए गोबर से जैविक खाद बनाकर किसानो को ही उचित मूल्य पर बेचा जायेगा।
झारखण्ड गोधन न्याय योजना आवेदन प्रक्रिया
प्रदेश सरकार ने अभी केवल योजना को शुरू करने की घोषणा ही की है। जल्दी ही सरकार सम्बंधित वेबसाइट के माध्यम से आवेदन प्रक्रिया को शुरू करने का काम करेगी। योजना का लाभ लेने के लिए समय-समय पर इंटरनेट पर योजना की जानकारी लेते रहे।
झारखण्ड गोधन न्याय सम्बंधित प्रश्न
गोधन न्याय योजना किस राज्य में शुरू हुई है?
यह योजना झारखंड राज्य में शुरू की गई है।
गोधन न्याय योजना क्या है?
इस योजना के अंतर्गत सरकार किसानों से अगले वित्त वर्ष में उचित दाम पर गोबर खरीदकर उनकी आय का नया स्त्रोत तैयार किया जायेगा।
गोधन योजना के गोबर का क्या होगा?
सरकार द्वारा खरीदी गयी गोबर से फैक्ट्रियों में जैविक खाद बनाई जाएगी जिसको तैयार करके राज्य के किसानों को उचित मूल्य में बेचा जाना है।