मध्यप्रदेश मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना-हेलो दोस्तों नमस्कार , कैसे हैं आप लोग उम्मीद करते हैं आप सभी अच्छे होंगे। हम सबके घरों में किसी न किसी बुजुर्ग की यह इच्छा होती है की वह अपने जीवन के अंतिम क्षणों में तीर्थों के दर्शन कर सकें लेकिन किन्हीं कारणों से कई बार वह असमर्थ हो जाते हैं । तथा कई बार ऐसा होता है की हम अपनी दौड़ती भागती जीवनशैली की वजह से अपने बुजुर्गों को उनकी इच्छानुसार तीर्थ दर्शन यात्रा नहीं करवा पाते हैं तो आज हम आपको मध्यप्रदेश की राज्य सरकार की मध्यप्रदेश मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना के बारे में बताने वाले हैं, कैसे आप इस योजना के लिए आवेदन करेंगे, क्या पात्रता है यहां से जानें
Madhya Pradesh Chief Minister Thirtha Darshan Yojana मध्य प्रदेश के वृद्ध नागरिकों को निःशुल्क तीर्थ यात्रा का लाभ देने के लिए मध्यप्रदेश चीफ मिनिस्टर शिवराज सिंह चौहाण जी के द्वारा शुरू की गयी। मध्य प्रदेश के वह वरिष्ठ नागरिक जिनकी आयु 60 वर्ष या उससे अधिक है तथा वह लोग जो 60% से ज्यादा विकलांग की श्रेणी में आते हैं वह इस योजना का लाभ ले सकते हैं। इस योजना के अंतर्गत वृद्धजन और दिव्यांग यात्रा में अपने साथ देखभाल के लिए अपने परिवार के किसी एक सदस्य को भी साथ ले जा सकते हैं। जिसका पूरा खर्च सरकार के द्वारा दिया जायेगा। अगर आप इस योजना के बारे में और ज्यादा जानना चाहते हैं तो कृपया इस आर्टिकल को पूरा पढ़ें।
अपडेट – MP Teerth Darshan Yojana के अंतर्गत 21 मई 2023 से वायुयान से यात्रा प्रक्रिया शुरू की जाएगी। यात्री वायुयान यात्रा का लाभ 21 मई से 19 जुलाई तक उठा सकते है। इसके लिए शेड्यूल भी जारी किया गया है। 25 जिलों के यात्री वायुयान यात्रा सेवा का लाभ उठाने में सक्षम होंगे।
मध्यप्रदेश मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना
योजना का नाम | मध्यप्रदेश मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना |
किसके द्वारा शुरू की गयी | मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहाण के द्वारा |
उद्देश्य | राज्य के वृद्ध और दिव्यांगो को निःशुल्क तीर्थ यात्रा करवाना |
लाभार्थी नागरिक | राज्य के वृद्ध और दिव्यांग(जो 60% से अधिक हो) |
आधिकारिक वेबसाइट | tirthdarshan.mp.gov.in |
Shri Sai Shirdi Darshan Ticket Booking
Mukhyamantri Tirth Darshan Yojana के अंतर्गत मिलने वाली सुविधाएं
इस योजना के अंतर्गत मिलने वाली सुविधाएं इस प्रकार से हैं
- यात्रियों के लिए निःशुल्क विशेष रेल – यात्रा
- मध्यप्रदेश मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना के अंतर्गत अब यात्रियों के लिए वायुयान सेवा भी शुरू की गयी है जो 21 मई 2023 से शुरू होने वाली है।
- यात्रा के दौरान यात्रियों के लिए रुकने की व्यवस्था
- यात्रियों के लिए भोजन – पानी की व्यवस्था
- यात्रा में जहां आवश्यक हो वहां जाने के लिए बस या किसी दूसरे वाहन की व्यवस्था
- यात्रा के समय गाइड और अन्य सुविधाएं
मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना के अंतर्गत आने वाले तीर्थ स्थलों की लिस्ट
वैसे तो भारत के अंदर बहुत से प्रसिद्ध तीर्थ स्थल हैं। लेकिन इस योजना में मध्य प्रदेश सरकार ने जिन तीर्थ स्थलों को अपनी सूची में रखा है उसके बारे में हमने नीचे लिस्ट में बताया है।
1. | बद्रीनाथ धाम | बद्रीनाथ धाम या बद्रीनारायण मन्दिर जो उत्तराखण्ड राज्य के चमोली जिले में अलकनन्दा नदी के तट पर स्थित एक हिन्दू मन्दिर है। यह मंदिर हिंदू देवता विष्णु को समर्पित है और यह स्थान हिन्दू धर्म में वर्णित सर्वाधिक पवित्र स्थानों, चार धामों, में से एक प्राचीन मंदिर है |
2. | केदारनाथ धाम | केदारनाथ धाम या केदारनाथ मन्दिर उत्तराखण्ड राज्य के रुद्रप्रयाग जिले में स्थित हिन्दुओं का प्रसिद्ध मंदिर है। उत्तराखण्ड में हिमालय पर्वत की गोद में बसा केदारनाथ मन्दिर बारह ज्योतिर्लिंग में से एक है। यहाँ की प्रतिकूल जलवायु के कारण यह मन्दिर अप्रैल से नवंबर माह के बीच दर्शन के लिए खुलता है। |
3. | जगन्नाथ पुरी | श्री जगन्नाथ मन्दिर एक हिन्दू मन्दिर है, जो भगवान श्रीकृष्ण को समर्पित है। यह भारत के उड़ीशा राज्य के पुरी शहर में स्थित है। यह वैष्णव सम्प्रदाय का मन्दिर है , जो भगवान विष्णु के अवतार श्री कृष्ण को समर्पित है। इस मन्दिर की वार्षिक रथ यात्रा उत्सव बहुत प्रसिद्ध है। यह मन्दिर भगवान जगन्नाथ, उनके बड़े भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा तीनों अलग-अलग भव्य और सुसज्जित रथों में विराजमान होकर नगर की यात्रा करते हैं। |
4. | द्वारका पुरी | द्वारका पूरी या द्वाराका धाम भारत के गुजरात राज्य के देवभूमि द्वारका जनपद(जिले) में स्थित एक प्राचीन नगर है जो भगवान श्री कृष्ण के द्वारा बसाया गया था। यह नगर सात सबसे पुराने शहरों में से एक है। |
5. | हरिद्वार | हरिद्वार उत्तराखण्ड के हरिद्वार जिले में स्थित एक पवित्र नगर है तथा हिन्दुओं का प्रमुख तीर्थ स्थल है। हरिद्वार का अर्थ है “हरि (ईश्वर) का द्वार”। |
6. | अमरनाथ | अमरनाथ धाम हिन्दुओं का एक प्रमुख तीर्थस्थल है। यह कश्मीर राज्य के श्रीनगर शहर में स्थित है।अमरनाथ गुफा भगवान शिव जी के प्रमुख धार्मिक स्थलों में से एक है। अमरनाथ धाम को तीर्थों का तीर्थ भी कहा जाता है क्योंकि भगवान शिव ने माँ पार्वती को इसी गुफा में अमरत्व का रहस्य बताया था। |
7. | वैष्णो देवी | यह मंदिर केंद्र शासित प्रदेश (जम्मू और कश्मीर) के कटरा नगर के समीप स्थित है। यह मंदिर उत्तर भारत का सबसे प्रसिद्ध सिद्धपीठ है। जहाँ सम्पूर्ण भारत और विश्व से लाखों श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं। |
8. | शिरडी | शिरडी महाराष्ट्र राज्य के अहमदनगर जिले के “रहता” तहसील के अन्तर्गत एक छोटा सा कस्बा है। यह स्थान सांई बाबा समाधी मन्दिर के लिए प्रसिद्ध है। इसे सांईनगर शिर्डी भी कहते हैं। सांई मन्दिर विश्व के सबसे अमिर मन्दिरों में से एक है। |
9. | तिरुपति | तिरुपति मंदिर आंध्र प्रदेश राज्य के चित्तूर जिले में स्थित है। प्रतिवर्ष लाखों श्रद्धालु मंदिर के दर्शन करने यहां आते हैं। कई सौ सालों पहले बना यह मंदिर दक्षिण भारतीय वास्तुकला और शिल्प कला का अदभूत नमूना है। तिरुमला की खूबसूरत पहाड़ियों पर बना श्री वैंकटेश्वर मंदिर यहां का सबसे बड़ा आकर्षण है। |
10. | अजमेर शरीफ | अजमेर शरीफ़ राजस्थान राज्य के अजमेर जिले में स्थित है। यहाँ पर प्रसिद्ध सूफ़ी मोइनुद्दीन चिश्ती ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह है, जिसमें उनका मक़बरा भी बना हुआ है। |
11. | काशी (वाराणसी) | काशी नगरी वर्तमान में वाराणसी उत्तर प्रदेश राज्य के वाराणसी शहर में स्थित प्रसिद्ध प्राचीन नगरी है। भारत की यह प्राचीन नगरी गंगा नदी के उत्तर तट पर वरुणा और असी नदियों के गंगा संगमों के बीच बसी हुई है। प्रतिवर्ष गंगा स्नान को लाखो श्रद्धालु यहाँ आते हैं। |
12. | गया | गया भारत के बिहार राज्य के गया ज़िले में स्थित है। इस नगर का अपना एक ऐतिहासिक महत्व है। शहर का उल्लेख हमारे प्राचीन ग्रन्थ रामायण और महाभारत में मिलता है। यह नगर हिन्दू, बौद्ध और जैन धर्मों के लोगों के लिए आस्था का केंद्र है। |
13. | अमृतसर | अमृतसर भारत के पंजाब राज्य का एक प्रसिद्ध और पवित्र शहर है। यहीं पर सबसे बड़ा गुरूद्वारा स्वर्ण मंदिर स्थित है। जिसे गोल्डन टेम्पल के नाम से भी जाना जाता है। |
14. | रामेश्वरम धाम | रामेश्वरम धाम हिंदुओं का एक पवित्र तीर्थ स्थल है। यह तमिलनाडु राज्य के रामनाथपुरम जिले में स्थित है।यहां पर स्थापित शिवलिंग को बारह प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंगों में से एक माना जाता है। भारत के उत्तर मे काशी(वाराणसी) की जो मान्यता है , वही दक्षिण में रामेश्वरम धाम की है। |
15. | सम्मेद शिखर | श्री शिखरजी या सम्मेद शिखर यह भारत के झारखंड राज्य के गिरिडीह ज़िले में छोटा नागपुर के पारसनाथ पर्वत के पठार पर स्थित एक पहाड़ी है जो की एक प्रसिद्ध जैन धर्म तीर्थ स्थल है। “श्री सम्मेद शिखरजी” के रूप में चर्चित इस क्षेत्र में जैन धर्म के 24 तीर्थंकरों में से 20 ने मोक्ष की प्राप्ति की। |
16. | श्रवणबेलगोला | श्रवणबेलगोला भारत के कर्नाटक राज्य के हासन ज़िले में स्थित एक नगर है। यह एक प्रसिद्ध जैन तीर्थ स्थल है। |
17. | वेलांकन्नी नागपट्टिनम | वेलांकन्नी भारत के तमिलनाडु राज्य के नागपट्टिनम ज़िले में स्थित एक शहर है। इस छोटे से नगर को ईसाई धर्म का एक प्रमुख तीर्थस्थल माना जाता है। यहां के अरोकिया माधा चर्च या वेलनकन्नी बासीलिका चर्च पयटकों के लिए मुख्य आकर्षण है। सभी धर्मों के लोग इस चर्च में प्रार्थना करने बड़ी संख्या में आते हैं। |
इसके अलावा मध्य प्रदेश राज्य के बहुत से तीर्थ स्थल हैं जिनकी जानकारी हम आपको नीचे आर्टिकल में दे रहे हैं।
मध्यप्रदेश मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना
- उज्जैन
- महेश्वर और मुडवारा
- पटना साहिब
- ओंकारेश्वर
- कामाख्या देवी
- श्री रामराजा मंदिर ओरछा
मध्य प्रदेश मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना के लिए पात्रता
मध्य प्रदेश मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना के लिए यात्रियों की पात्रता को हमने कुछ बिन्दूओं में आपको नीचे बताया है जिसके बारे में आप नीचे पढ़ सकते हैं
- मध्य प्रदेश मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना आवेदक को मध्य प्रदेश राज्य का स्थाई निवासी होना अनिवार्य है।
- यदि आवेदन करने वाली महिला है तो उसकी आयु में 2 वर्ष की छूट देने का प्रावधान है।
- यदि पति और पत्नी में से दोनों तीर्थ यात्रा करना चाहते हैं तो किसी एक को पात्र होना अनिवार्य है। यदि पति पत्नी में से कोई एक पात्र है और दूसरा पात्र नहीं है तब भी दोनों तीर्थ यात्रा कर सकते हैं।
- यदि नागरिक 60% से अधिक विकलांग है तो उसके लिए कोई आयु की सीमा लागू नहीं है।
- यात्रियों का समूह,जत्था यात्रा करने वाले 3 से 5 व्यक्तियों के समूह में है तो एक सहायक के साथ जा सकता है।
- सभी यात्री शारीरिक तथा मानसिक रूप से स्वस्थ और फिट होने चाहिए। अगर कोई भी यात्री जैसे ,टी.बी.कोंजेष्टिव ,कार्डियाक,शवास में अवरोध सम्बन्धी बीमारी ,कोरोनरी थ्रोम्बोसिस,संक्रमण, कुष्ठ रोग इत्यादि से संक्रमित पाए जाते हैं तो उन्हें योजना के अनुसार यात्रा के यात्रा करने की अनुमति नहीं है।
मध्यप्रदेश मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना के लिए महत्वपूर्ण दस्तावेज
इस योजना के लिए मांगे जाने वाले महत्वपूर्ण दस्तावेजों की सूची :
- आधार कार्ड
- पासपोर्ट साइज फोटोग्राफ
- मोबाइल नंबर
- आयु प्रमाण पत्र
- आय प्रमाण पत्र
- निवास प्रमाण पत्र
- मेडिकल सर्टिफिकेट
मध्य प्रदेश मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना के लिए आवेदन कैसे करें
इस तीर्थ-दर्शन योजना का लाभ उठाने के लिए इच्छुक वरिष्ठ नागरिक को निर्धारित प्रोफार्मा की दो प्रतियों को भरकर और निर्धारित समय-सीमा से पहले निकटतम तहसील या उप-तहसील में जाकर जमा कराना होगा।
यदि वरिष्ठ नागरिक का कोई एक समूह में एक आवेदन जमा करते हैं , तो पूरे समूह का एक ही आवेदन माना जाएगा जिसको और लॉटरी के माध्यम से चुना जाएगा। एक समूह में अधिकतम 25 आवेदक शामिल हो सकते हैं।
आशा करते हैं की हमने आपकी इस योजना से सम्बंधित सभी तरह के प्रश्नों का उत्तर दे दिया है फिर भी कोई डाउट है तो आप कमेंट करके हमसे पूछ सकते हैं हमें आपके फीडबैक का इंतज़ार रहेगा। धन्यवाद।
मध्यप्रदेश मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना से संबंधित प्रश्न एवं उनके उत्तर
मध्य प्रदेश मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना की वेबसाइट क्या है ?
मध्य प्रदेश मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना की आधिकारिक वेबसाइट tirthdarshan.mp.gov.in है।
मध्यप्रदेश मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना के लिए दस्तावेज ?
मध्यप्रदेश मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना में मांगे जाने वाले दस्तावेज की सूची हमने आपको ऊपर इस आर्टिकल में बतायी है। आप इस आर्टिकल में पढ़ सकते हैं।
मध्य प्रदेश मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना के लिए आवेदन कैसे करें ?
मध्यप्रदेश मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना का लाभ उठाने के लिए इच्छुक वरिष्ठ नागरिक को निर्धारित प्रोफार्मा की दो प्रतियों को भरकर और निर्धारित समय-सीमा से पहले निकटतम तहसील या उप-तहसील में जाकर जमा कराना होगा।
मध्य प्रदेश मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना के लिए पात्रता क्या है ?
मध्य प्रदेश मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना के लिए यात्रियों की पात्रता को हमने कुछ बिन्दूओं में आपको ऊपर आर्टिकल में बताया है।
मध्य प्रदेश मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना के लिए यात्री की उम्र क्या है ?
मध्य प्रदेश के वह वरिष्ठ नागरिक जिनकी आयु 60 वर्ष या उससे अधिक है वह इस योजना के लिए पात्र हैं।
क्या महिलाओं के लिए मध्य प्रदेश मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना में कोई छूट है ?
यदि आवेदक महिला है तो उसकी आयु के लिए 2 वर्ष की छूट है।