जीवाश्म ईंधन होने की वजह से तेल का उत्पादन खनन के माध्यम से ही मुमकिन है। वैसे तो विश्व के करीबन आधे देश तेल की उत्पादन क्षमता रखते है। लेकिन इस लेख में देंगे दुनिया के Top 10 पेट्रोलियम उत्पादक देशों की सूची जो दुनिया के पेट्रोलियम उत्पादन में महत्वपूर्ण भूमिका रखते है।
Oil Producer Countries – उन्नीसवीं शताब्दी के मध्य काल में तेल के बड़े स्त्रोंतों की खोज होने के बाद से ही विश्व के लिए ईंधन का केंद्र बनने शुरू हो गए थे। उस समय से ही ये तेल के स्त्रोत ऊर्जा के विशाल केंद्र का काम कर रहे है। इन्ही तेल के कारण विभिन्न देशों के बीच अक्सर युद्ध एवं विवाद भी हो चुके है। इन तेल आपूर्ति स्थलों की मालकियत को लेकर भी बहुत से देशों में टक्कर हो चुकी है। साल 2016 के बाद से ही विश्व में तेल के बढ़ते मूल्यों के साथ ही बढ़ती मांग ने भी जोर पकड़ी है। तेल जिसे सामान्यतया पेट्रोल भी कहते है वो वर्तमान के समय में विश्व की एक मूल्यवान चीज है।

दुनिया के Top 10 पेट्रोलियम उत्पादक देशों की सूची
दुनियाभर में अपनी उत्पादक जरूरतों को पूरा करने के लिए गैसोलीन (पेट्रोल), डीजल, जेट फ्यूल एवं विभिन्न उत्पादों के लिए जरुरी तेल ही आज की दुनिया के लिए सर्वाधिक मौलिक एवं जरुरी संसाधन है। इसके उत्पादन के लिए एक खास प्रकार की जगह की जरुरत होती है जोकि विभिन्न देशो में पाई जाती है। लेख के नीचे के भाग में आपको विश्व के शीर्ष दस तेल उत्पादक देशों की इस मामले में विस्तृत जानकारी देने का प्रयास हो रहा है।
साल 2018 में विश्व के पेट्रोलियम सचेत भण्डारक देशों की सूची
रैंक | देश का नाम | संचित भंडार (बिलियन बैरल में) | संचित भण्डार का प्रतिशत |
1 | वेनेजुएला | 303.3 | 17.5 |
2 | सऊदी अरब | 297.7 | 17.2 |
3 | कनाडा | 167.8 | 9.7 |
4 | इरान | 155.6 | 9.0 |
5 | ईराक | 147.2 | 8.5 |
6 | रूस | 106.2 | 6.1 |
7 | कुवैत | 101.5 | 5.9 |
8 | संयुक्त अरब अमीरात | 97.8 | 5.7 |
9 | संयुक्त राज्य अमेरिका | 61.2 | 3.5 |
10 | लीलबया | 48.4 | 2.4 |
संयुक्त राज्य अमेरिका (USA)
यूनिटेड स्टेट पिछले कई सालों से हर दिन करीबन 1.16 करोड़ बैरल तेल के उत्पादन के साथ ही विश्व के शीर्ष 10 देशों में आता रहा है। ये देश तेल उत्पादन के साथ ही सबसे प्रमुख उपभोक्ता भी है। पिछले दशक की शेल फ्रैंकिंग करती के साथ ही देश का उदय हुआ है। इसके बाद से ही नयी तकनीक एवं ड्रिलींग तकनीक ने पहले दुर्गम अपरंपरागत संसाधनों की उपलब्धता हो सकी। किन्तु विश्व में सर्वाधिक तेल का उत्पादन करने वाला देश होने बाद भी यूनिटेड स्टेट तेल का आयात करने वाला देश है। साल 2018 तक यूएसए के पास 1.73 ट्रिलियन खनिज तेल उपलब्ध था जोकि उसकी जरूरतों को भविष्य के 50 सालों तक पूर्ण कर सकता है। इनमे से 60 प्रतिशत हिस्सा मध्य पूर्व के देशों में मौजूद है। यहां के कुल 30 राज्यों में तेल का उत्पादन काम होता है इनमे से प्रमुख है – टेक्सास, न्यू मेक्सिको, उत्तरी डकोटा, मोंटाना, अलास्का इत्यादि।

रूस (Russia)
अपने बड़े फैले हुए भूभाग के कारण विश्व का सबसे बड़ा देश ‘रूस’ भी एक बड़े तेल उत्पादक देश की भूमिका निभाता है। यहाँ से विश्व के 11 प्रतिशत तेल का उत्पादन होता है। इस देश से विभिन्न महवत्पूर्ण देशों जैसे चीन, यूरोपियन देशों को प्राकृतिक गैस और तेल की पूर्ति होती है। ये अमेरिका के साथ ही विश्व में तेल के उत्पादन पर अपनी सशक्त भूमिका रखता है। अपने समय में USSR के विघटन के बाद से ही रूस के ज्यादातर तेल एवं गैस की इंडस्ट्री को निजी हाथों में सौद दिया गया। इस समय ये संसाधन प्रदेशों के नियन्त्रण में है जो सरकारी समर्थन प्राप्त कंपनियों जैसे – रोसनेफ्ट एवं गजप्रोम के अधिकार में रखे गए है। रूस में हर दिन 1.05 करोड़ बैरल तेल का उत्पादन होता है। इसके मुख्य तेल उत्पादक क्षेत्र पश्चिमी साइबेरिया, वोल्गा, युराग, सखालीन, कोमी, क्रास्तोयार्स्क, इर्कुत्स्क आदि है।
साल 2022 में रूस के यूक्रेन देश पर हमले के बाद से ही आने वाले समय के मुश्किल खड़ी कर दी है। वर्तमान समय में तो यूरोपियन संघ एवं दूसरे देशों ने रूस की तेल आपूर्ति एवं अन्य उत्पादों के सामने अपने प्रतिबन्ध लगा रखे है। लेकिन इसमें जर्मनी एवं भारत जैसे कुछ देश अपवाद भी है जो रूस के तेल के उत्पाद आयात में संलग्न है। किन्तु अब ये आयातक देश नए व्यापार भागिदार एवं प्यूरिफिकेशन तकनीकों को विकसित कर रहे है, इससे उनकी रुसी आपूर्ति में निर्भरता में कमी आएगी।

सऊदी अरब
सऊदी अरब भी हर दिन 1.02 करोड़ बैरल तेल के उत्पादन के साथ शीर्ष देशों की सूची में स्थान रखता है। यह देश विश्वभर में 15 से 18 प्रतिशत तेल के भंडार रखता है। इस प्रकार से ये विश्व का सबसे बड़ा तेल निर्यातक देश भी है। ज्यादातर पेट्रोलियम निर्यातक देशों की यूनियन (ओपेक) की भांति ही सऊदी अरब की अर्थव्यवस्था भी इस तेल के ऊपर बहुत ज्यादा निर्भर करती है। सऊदी की कुल जीडीपी का करीबन आधा प्रतिशत एवं उसकी निर्यात आमदनी का 75 प्रतिशत भाग तेल एवं गैस इंडस्ट्री पर आधारित है।
देश के कुछ खास क्षेत्रों जैसे अल घावर, अरब ईरानियन बेसिन, पर्शियन गल्फ इत्यादि है। इनका खनिज तेल रासतनुरा शोधन शाला में भेजा जाता है। इस तेल का शोधन कार्य कर लेने के बाद इसको टीएपी पाइपलाइन के माध्यम से भूमध्य समुद्र तटों में मौजूद बन्दरगाहों में भेजकर यूरोपियन और अमरीकी देशों में पहुँचाया जाता है। सऊदी से तेल के साथ ही नेचरल गैस, सोना, लोहे के अयस्क और ताम्बे का भी निर्यात होता है।

कनाडा
विश्व के तेल उत्पादक देशों में कनाडा का नाम चौथे नंबर पर आता है जोकि विश्व के तेल उत्पादन का 5 प्रतिशत भाग रखता है। इसके अधिकतर तेल भंडार ‘अल्बर्टा’ में मौजूद है। इसकी प्रान्त सरकार के मुताबिक, वर्तमान में 97 प्रतिशत तेल के भंडार कनाडा के कुल ऊर्जा निर्यात के बड़े बहुमत के लिए अमेरिका के खातों को सामने लाता है। किन्तु इस वजह से वित्तीय एवं राजनैतिक वजहों से, ये देश शूटिंग हिस्सेदारी में विभिन्नता को लाने के तरीकों को बनाने में प्रयासरत है। इसमें खासतौर से उभरने वाले एशियाई मार्किट से रिश्तों में वृद्धि में होगा। ये देश हर दिन करीबन 4656000 बैरल तेल का उत्पादन कर रहा है। इसके मुख्य तेल उत्पादक क्षेत्र अल्बर्टा, सस्केचेवान, न्यूफ़ाउंडलैंड और लैब्राडोर प्रदेशों में मौजूद है।

इराक
हर दिन 42.60 लाख बैरल तेल उत्पादन करने के साथ ही इराक विश्व का पाँचवें स्थान का तेल उत्पादक देश है। ये देश मध्य पूर्व में करीबन 18 प्रतिशत एवं 9 प्रतिशत ग्लोबल भण्डार साझेदारी रखता है। हर दिन रोमानिया दक्षिणी क्षेत्र करीबन 1.6 मिलियन बैरल का खाता रखता है। ये क्षेत्र इराक का सर्वाधिक जरुरी तेल स्थानों में से एक है। यहाँ एओ जुबाई मिसुन एवं पश्चिमी कुना जैसे दो बड़े दक्षिणी क्षेत्र भी है। ईराक का नाम पेट्रोल निर्यातक देशों के संघठन ‘ओपेक’ में भी आता है।

चीन
विश्व सर्वाधिक बड़े तेल उत्पादक देशों की सूची में चीन का नाम 6वें स्थान पर आता है। ये हर दिन करीबन 3969000 बैरल तेल का उत्पादन कर रहा है। इस प्रकार से विश्व के तेल उत्पादन के मामले में चीन की भागीदारी 5 प्रतिशत के लगभग रहती है। विश्व की विस्तीर्ण होती अर्थव्यवस्था में चीन सर्वाधिक आबादी वाला देश है। इसके पास तेल की खोज एवं निकालने में तकनीकों के साथ ही इसके लिए वैश्विक राजनैतिक नियम एवं सम्बन्ध भी है। चीन का अधिकांश तेल अपने देश की जमीन के बजाए मध्य पूर्व में स्थित देश ईरान के स्थानों से निकाला जाता है। ये क्षेत्र हमेशा से ही विवाद के मुद्दे रहे है और विशेषकर तेल के विषय में।
चीन के मुख्य तेल उत्पादक क्षेत्र शेंगली, शानडोंग, डगोंग, तियांजिन, दकिन्ग प्रदेशों में मौजूद है। किन्तु बीते कुछ सालों में तेल के उत्पादन के मामले में चीन ने कुछ गिरावट को भी देखा है। वही बात हो तेल के प्रयोग में तो इस मामले में चीन विश्व का दूसरे स्थान का उपभोक्ता भी है।
यह भी पढ़ें :- जीएसटी कितने प्रकार के होते है? | कब कौन सा लगता है?
संयुक्त अरब अमीरात (UAE)
पिछले कुछ सालों में ही संयुक्त अरब अमीरात विश्व के तेल उत्पादक के रूप में उभरा है। यद्यपि स्टेट के मालिकाना हक़ की आबू धाबी नेशनल आयल कंपनी भी इस देश के विशाल भाग पर नियंत्रण रखती है। ये ज्यादातर अपस्ट्रीम चलाबए के मामले में बाहरी देशों एवं निजी कंपनियों से भागीदारी निभाती है। इस देश के पास विश्व का सातंवा सर्वाधिक बड़ा तेल का भण्डार भी है। साथ ही यह दश हर दिन करीबन 30 लाख बैरल तेल का उत्पादन कर लेता है।

ब्राजील
ब्राजील ने भी एक बड़े बहुभाग वाले देश के साथ ही विश्व के शीर्ष पेट्रोल उत्पादक देशों की सूची में अपना नाम जोड़ रखा है। ईआईए के मुताबिक निरंतर वित्तीय विकास कार्यक्रम की वजह से बीते एक दशक से ब्राजील में कुल प्राथमिक ऊर्जा की खपत करीबन पहले से दुगनी हो चुकी है। इस देश की सभी ऊर्जा खपत में से सर्वाधिक बड़ा भाग तेल और दूसरे तरल ईंधन का है। इसके बाद जल विद्युत एवं नेतुरल गैस का है। साल 2022 में रूस के यूक्रेन के साथ युद्ध होने के बड़ा ब्राजील ने अमेरिका से तेल उत्पादन के क्षेत्र को लेकर बातचीत भी की है।
कुवैत
शीर्ष 10 पेट्रोल उत्पादक देशों की लिस्ट में कुवैत भी आता है। ये देश सऊदी अरब, इराक एवं फारस के मध्य में मौजूद है जोकि एक छोटा आकार का देश होने के बाद भी विश्व के सर्वाधिक जरुरी तेल उत्पादक देश में से एक है। स्टेट के मालिकाना हक़ वाली कुवैत आयल कंपनी इस देश के तेल उत्पादन की देखभाल का काम करती है। यह विश्व के सर्वाधिक बड़े तेल क्षेत्र में आने वाले दक्षिण-पूर्व में से बड़ी मात्रा में बर्गन तेल क्षेत्र का घर है। देश के उत्तर के इलाके में भी जरुरी तेल क्षेत्र है जैसे – रोधातैन एवं सबरिया क्षेत्र।
ईरान
इस लिस्ट में अंतिम स्थान पर ईरान है। ईआईए के मुताबिक विश्व का तीसरा सर्वाधिक बड़ा तेल का भण्डार ईरान के पास ही है। इसके अतिरिक्त विश्व का दूसरे स्थान का सर्वाधिक बड़ा नेतुरल गैस का भण्डार भी ईरान के पास है। इस देश में अच्छी मात्रा में तेल के भण्डार होने पर भी पिछले कुछ वर्षों में तेल के उत्पादन में कमी देखने को मिली है – इस प्रकार से साल 2017 में 4779000 बीडीपी का ही उत्पादन हुआ है। ईरान एक ऊर्जा निर्माण कार्यक्रम में अमेरिका के प्रतिबन्ध एवं दूसरे क्षेत्रीय विवाद के कारण से असर पड़ा है। बीते समय में चीन और ईरान के बीच आपने वाले 25 वर्षों के लिए व्यापारिक एवं सुरक्षा से जुड़े समझौतों पर भी हस्ताक्षर हुए है। साथ यही ईरान अमेरिका से अपने ऊपर लगाए प्रतिबंधों को हटाने की बात भी कर रहा है।
दुनिया के पेट्रोलियम उत्पादक देश से जुड़े प्रश्न
दुनिया का सबसे बड़ा तेल उपभोक्ता कौन है?
संयुक्त राज्य अमेरिका (USA) तेल का सबसे बड़ा उपभोक्ता देश है।
सबसे अधिक तेल किस देश में है?
वेनेजुएला में सबसे अधिक तेल पाया जाता है।
विश्व में सबसे अधिक तेल उत्पादक देश कौन से है?
अमेरिका, रूस और सऊदी अरब दुनिया में सर्वाधिक तेल का उत्पादन करते है।
सबसे अधिक तेल का निर्यात कौन सा देश करता है?
सऊदी अरब, यहाँ से हरदिन 1 करोड़ बैरल कच्चे तेल का निर्यात होता है।