आज के समय में सभी लोगों ने यातायात के नियमों में बारे में जरूर सुन रखा होता है। खास तौर पर सड़क पर किसी भी प्रकार का सफर करने पर अक्सर यातायात के चिन्ह दिखते है। हम सभी को इन Traffic Rules Signs की और इनके अर्थों की जानकारी होनी आवश्यक है। इन ट्रैफिक चिन्हों में से कुछ के बारे में तो आपको ज्ञान भी होगा। नागरिकों के विकास एवं सुरक्षा के लिए अच्छा यातायात साधन होना अतिआवश्यक है। लोगों को अपने कार्य करने के लिए बेहतर यातायात सुविधा की जरुरत होती है। इसी काम के लिए हर देश अपने यहाँ पर यातायात के नियम, चिन्ह तैयार करते है जिनके अर्थ को सही प्रकार से जान लेना चाहिए।
किन्तु सरकार के लिए सबसे ज्यादा चिंता का विषय यह है कि देश के ज्यादातर नागरिक यातायात के नियमों के बारे में बहुत अल्प जानकारी रखते है। और जो लोग थोड़ी जानकारी रखते भी है वो इनका पालन करने की जररत जरुरत नहीं समझते है। इसका सबसे बड़ा बुरा परिणाम यह होता है कि अक्सर न्यूज़ पेपर्स एवं टीवी-इंटरनेट चैनल पर गंभीर सड़क दुर्घटनाओं की खबरे देखने को मिलती है। हमारे देश में लोग यातायात के नियमो से लेकर अन्य सभी नियमों को तोड़ते रहते है। ऐसे लोग को याद रखना चाहिए कि इन नियमों के उल्लंघन में किसी भी प्रकार की वीरता नहीं है। यह नियम तो नागरिकों की जिंदगी को ज्यादा आसान एवं सुरक्षा देने के लिए है।
भारत में यातायात के नियम
आपको देश के मुलभूत यातायात नियमो की जानकारी रखनी चाहिए। चूँकि सड़क पर यात्रा या फिर गाडी चलाने के दौरान आपको सड़क के मौलिक नियमों को जान लेना चाहिए। इससे आपके ड्राइविंग में अच्छा अनुभव मिलेगा। तो बेसिक ट्रैफिक नियम यह है –
- सड़क पर ड्राइविंग करने का सबसे पहला नियम यह है कि आपने ड्राइविंग करते समय अपनी सीट बेल्ट या हेलमेट को अच्छे से पहनना है। यह आपको चालान से तो बचाएगा साथ ही इससे आपको दुर्घटना के समय सुरक्षा भी मिलेगी।
- किसी भी भीड़भाड़ वाले स्थान पर हल्की स्पीड में गाडी चलाएं और चौराह/ मोड़ आने पर भी गाडी की गति को हल्का कर लें।
- गाडी को पार्किंग में अच्छे से खड़ी करें। ध्यान दे कि किसी व्यक्ति को आपकी गाड़ी से अपनी गाड़ी निकालने में कोई असुविधा न हो।
- अपनी गाडी को No Parking क्षेत्र में कभी खड़ी नहीं करें, ऐसा करना आपको समस्या या फिर चालान भरवा सकता है।
- कही पर थोड़ा सा जाम लग जाने पर बेवजह हॉर्न ना बजाये। यकीन माने ज्यादा हॉर्न बजाने से कभी भी जाम कम नहीं होता और बेवजह का ध्वनि प्रदुषण पैदा होता है।
- जाम में गाडी फंसने पर थोड़ा धीरज रखें और हड़बड़ी से पेश ना आये।
- सड़क पर कोई भी वाहन चलाते समय दूसरे वाहन से रेस ना लगाए। सड़क पर रेस करने से आपको एवं दूसरे लोगों को जान-माल का खतरा हो सकता है और कोई जानलेवा दुर्घटना भी हो सकती है।
- सड़क पर अपनी गाड़ी को मोड़ने के लिए गलत साइड पर ना जाएँ, यह आपको काफी नुकसान भी पहुँचा सकता है। इस प्रकार की स्थिति में आप कुछ दुरी पर जाकर गाडी को मोड़कर ला सकते है।
- यदि आपको कही पर जाम की स्थिति का सामना करना पड़ता है और आपके सामने की सभी गाड़ियां एक लेन में चल रही है तो आपको लेन में बने रहना है।
- यदि आपको कही जाते समय सड़क खाली मिल जाए तो आपको अपनी गाडी की स्पीड को तेज़ नहीं करना है। यदि किसी मोड़ से अचानक कोई बच्चा, जानवर या फिर अन्य वाहन आपके सामने आ गया तो दुर्घटना हो सकती है।
- यदि सड़क पर आपसे पीछे कोई एम्बुलेन्स आ रही है तो किनारे होकर उसको रास्ता जरूर दें।
- इन सभी यातायात के नियमों को पालन करने के साथ कुछ अन्य यातायात के बेसिक रूल भी जान लें। आपको गाड़ी चलाने के दौरान हमेशा अपना ड्राइविंग लाइसेंस साथ रखना है और गाडी से जुड़े सभी दस्तावेज अपने साथ लेकर चले।
- ध्यान रखें कि जो भी दस्तावेज़ Expire हो गया हो तो उसका नवीनीकरण करवा लें।
देश के प्रमुख यातायात संकेत
सड़क पर ड्राइविंग करते समय ट्रैफिक के सभी सिग्नलों का पालन करना बहुत अनिवार्य होता है। सभी वहां चालकों को यातायात के तीन प्रमुख संकेत के अर्थ को याद रखना चाहिए। ये तीन संकेत विभिन्न रंगों के रूप से दर्शाएँ जाते है। ये तीन रंगों के ट्रैफिक सिग्नल शहर के चौराहो पर हमेशा कार्य करते दिखेंगे। अब आप इन प्रमुख रंगों के ट्रैफिक संकेतों का अर्थ विस्तार से समझ लें –
लाल रंग का संकेत
ट्रैफिक के संकेतों में सबसे पहले संकेत को समझना चाहिए चूँकि ज्यादतर लोग इसी को तोड़ने के लिए चालान भरते दिखते है। ध्यान रखें कि जब भी आपको किसी चौराहे या मोड़ पर ट्रैफिक सिग्नल की लाल लाइट गलती हुई दिखाई दे तो अपने गाडी को रोकना है।
पीला रंग का संकेत
यदि आपको ट्रैफिक सिग्नल पर पीले रंग की लाइट जलती दिखाई दे तो आपको समझ जाना चाहिए कि अब आपको अगले काम के लिए सिग्नल मिलने वाला है। सरल शब्दों में कहे तो यह सिग्नल इंतज़ार करने का संकेत है। पीले संकेत के बाद आपको लाल या फिर हरा संकेत मिल जायेगा।
हरे रंग का संकेत
ट्रैफिक सिग्नल पर हरे रंग का संकेत यह बताता है कि आपको चलना है। हमेशा ध्यान रखे कि जिस प्रकार से लाल संकेत मिलने पर आपको हर स्थित में अपने वाहन को रोकना है उसी प्रकार हरा सिग्नल हो जाने पर आपको सड़क पर वाहन को खड़ा नहीं रखना है।
हमेशा यह ध्यान रखें कि हर नागरिक एवं वहां चालाक को प्रत्येक स्थिति में इन ट्रेफिक संकेतों का पालन करना अनिवार्य है। इनके पालन से ही यातायात सरल एवं सुरक्षित हो सकेगा।
भारत के यातायात चिन्ह
यातायात चिन्ह कितने प्रकार के है
वाहन चालकों के लिए मार्ग के किनारे तीन प्रकार के चिन्ह लगे मिलते है। यह सभी इस प्रकार से है –
- आदेशात्मक सड़क चिन्ह (Mandatory Road Signs) – इस प्रकार के सड़क चिन्हों की यह पहचान है कि ये लाल रंग के गोले के अंदर वर्णित होते है। इस प्रकार से चालक को दिया जाने वाला आदेश इस लाल गोले के अंदर चित्रित रहता है। आदेशात्मक सड़क चिन्ह को अनदेखा करने पर वाहन चालक को समस्या अथवा जुर्माने का सामना करवा सकती है।
- सचेतक सड़क चिन्ह (Cautionary Road Signs) – इस प्रकार के चिन्ह बोर्ड को मार्ग में चालक को जरुरी बातें एवं खतरों के बारे में जानकारी देने के लिए बनाया जाता है। सभी वाहन चालकों को इन चिन्हों को समझना एवं फॉलो करना चाहिए। यह चिन्ह आपको सही निर्देश और सूचना देते है। ऐसा कहा जाता है कि सुरक्षा केवल एक नारा नहीं है, यह आपके जीने का तरीका है।
वन वे
जैसा कि इस चिन्ह के नाम से ही पता चल रहा जाता है, इस रोड पर एक और ही गाड़ी चला सकते है। आपको तीर एक विपरीत की विपरीत दिशा में गाडी चलाने की अनुमति नहीं होगी। किसी भी चालक के विपरीत दिशा में गाडी चलाने पर दूसरे गाड़ी सवारों को परेशानी होगी अथवा कोई गंभीर दुर्घटना हो सकती है। और यदि किसी पुलिस सिपाही ने किसी ड्राइवर को विपरीत दिशा में गाडी चलाते हुए पकड़ लिया तो चलाना शुल्क देना पड़ सकता है।

नो पार्किंग
इस प्रकार के चिन्ह का बोर्ड अक्सर बहुत सी जगहो पर देखने को मिल जाता है। जहाँ भी इस प्रकार का निशान होगा इसका अर्थ है कि आपको यहाँ पर अपनी गाडी को खड़ा नहीं करना है। यदि कोई चालाक अपना वाहन यहाँ खड़ा करेगा तो उसे दण्डित भी किया जा सकता है।

ओवरटेक नहीं करें
कुछ मार्ग ऐसे होते है जहाँ जगह कम होती है अथवा जहाँ पर अधिक भीड़ होती है। ऐसे मार्गों पर ओवरटेक ना करने का चिन्ह लगा होता है। यह निशान देखने के बाद आपको किसी भी गाडी को ओवरटेक नहीं करना है। वाहन चालक को बस अपनी लेन में सीधे ही गाड़ी को चलाते रहना होगा। यदि कोई भी चालक ओवरटेक करने की कोशिश करता है तो उसे और दूसरे चालक को जान-माल को हानि हो सकती है।

हॉर्न ना बजाए
हमारे देश में बहुत से वाहन चालकों को थोड़े से भी भीड़-भाड़ वाली जगह पर ज्यादा बार अथवा लम्बे हॉर्न बजाते देखा जा सकता है। ऐसे में उस स्थान पर अन्य लोगों को बहुत परेशानी होती है। कही पर भी लगातार और बार-बार हॉर्न बजाने से जाम से मुक्ति तो नहीं मिलती है अपितु व्यर्थ का ध्वनि प्रदुषण पैदा हो जाता है।

यु टर्न नहीं लेना है
बहुत से गाडी चालक सड़क पर वाहन चलाते समय अचानक से गाडी को विपरीत दिशा में मोड़ लेते है। ऐसा करना आपकी एवं दूसरी गाड़ियों के लिए हानिकारक हो सकता है। इसकी वजह यह है कि उस मार्ग पर आने वाली दूसरी गाड़ियाँ आपकी गाडी से टकरा जाएगी। यदि आपको अपनी गाडी को मोड़ना हो तो आपको किसी अन्य अंदर पास अथवा डिवाइडर पर में मौजूद खाली स्थान से गाडी को मोड़ना है।

अपनी लेन में गाडी चलाए
इस प्रकार का बोर्ड किसी मार्ग पर दिखने पर आपको यह ध्याना रखना होगा कि आपने अपनी गाडी को चलाते समय तय लेन को नहीं तोडना है। इसका यह अर्थ हुआ कि आपने अपनी गाडी को सीढ़ी दिशा में चलाते रहना है और अपनी लेने से गाडी को दूसरी लेने में नहीं ले जाना है। ऐसा करने पर आपको चालान भी देना पड़ सकता है या फिर किसी दुर्घटना का भी सामना करना होगा।

नो एंट्री
इस रोड चिन्ह का अर्थ यह है कि आपको अपने वाहन को यहाँ से आगे नहीं ले जाना है। यह जगह वाहनों के लिए प्रतिबंधित है और अपना वाहन ले जाने वाले व्यक्ति को चालान भी देना पद सकता है। यह चिन्ह अक्सर तब देखा जाता है जब सड़क पर कोई कार्य हो रहा हो अथवा किसी प्रकार की बाधा मार्ग पर उत्पन्न हो गयी हो। इस चिन्ह को देखने के बाद तुरंत ही आपको सावधान होना चाहिए और अपने वाहन को उस दिशा में नहीं ले जाना चाहिए।

वाहन गति नियम
आपको कुछ सड़को पर वाहन की गति की अधिकतम सीमा को दर्शाने वाले चिन्ह बोर्ड दिख जायेंगे। इन चिन्हो पर एक गाडी स्पीड नंबर जैसे 30, 40, और 50 लिखी होती है। इन नम्बरों का अर्थ यह है कि किसी भी वाहन चालक को अपनी गाडी की स्पीड इन दर्शाये गए नंबर की प्रति घण्टा स्पीड से अधिक नहीं करनी है। ऐसे साइन बोर्ड आपको स्कूल, हॉस्पिटल एवं भीड़भाड़ वाली जगहों पर जरूर मिल जायेंगे।

ट्रैफिक लेन नियम
राजमार्ग अथवा किसी अन्य मार्ग पर आपको 3 से 4 लेन देखने को मिल जाएगी। रोड पर चलते समय आपको हमेशा एक ही लेन में गाडी चलानी है। अपनी लेन को नहीं बदलना है, ऐसा करने से आपके अथवा दूसरे वाहनों को नुकसान हो सकता है। यदि आपको लेन बदलने की जरुरत पड़ जाती है तो आपको इंडिकेटर अवश्य दिखाना चाहिए। इससे पीछे से आ रहे चालक सतर्क हो जायेंगे।
पशु चिन्ह
देश के राजमार्ग पर अक्सर जंगल अथवा अभयारण्य वाले स्थानों पर इस प्रकार के पशु चिन्ह देखने को मिल जायेंगे। इस प्रकार के चिन्हो को देखने के बाद वाहन चालक को काफी सचेत हो जाना चाहिए। चूँकि जो भी जानवर आपको सड़क पर मिलेंगे उन में यह समझ नहीं होती है कि सड़क पर किस प्रकार से व्यवहार करना है। ऐसे में आपको गाडी को हल्की गति में चलाते हुए मिलने वाले जानवरों से बचकर अपनी मार्ग पर आगे बढ़ना होगा।

बैल गाडी प्रतिबंधित है
हमारे देश में बहुत से राजमार्ग अथवा सामान्य मार्ग कुछ ग्रामीण इलाको से होकर जाते है। वहां पर अक्सर लोगों को बैल गाडी चलाते देखा जाता है। यदि किसी मार्ग पर इस प्रकार का चिन्ह है तो इसका स्पष्ट अर्थ यह है कि यहाँ पर आपको बैल गाडी को नहीं लेकर जाना है। ऐसा करना दूसरे वाहन चालकों की सुरक्षा को खतरे में डाल सकता है।

पत्थर गिर सकते है
आपने देखा होगा बहुत से मार्ग पहाड़ो के बीच अथवा एकदम सटकर गुजरते है। इस प्रकार के रास्तों पर बारिश के मौसम में अथवा आम दिनों में भी पहाड़ से पत्थर टूटकर गिरते रहते है। ये छोटे-बड़े आकार से पत्थर वाहन को तो नुक़सान पहुंचाते है साथ ही बहुत बार गाडी में मौजूद यात्रियों को भी भयंकर हानि पहुँचा देते है।

वाहन चलाते समय याद रखने योग्य बातें
वाहन की गति को नियंत्रित रखें
सड़क पर को वाहन चलते समय सर्वाधिक ध्यान में रखें वाली बात यह है कि आपको वाहन की स्पीड को एक सीमा से अधिक नहीं होने देना है। ऐसा न करने पर आप गहरे संकट में आ सकते है। साथ ही आपकी तेज़ी की वजह से सड़क पर कोई भी व्यक्ति अथवा जानवर चोटिल अथवा मर भी सकता है। बहुत से रास्तों पर आपको बोर्ड पर 30 से 40 अंक लिखें मिल जायेंगे। इससे आपको यह बताते का प्रयास होता है कि अपने अपने वाहन को इस गति सीमा से तेज़ नहीं चलाना है। लेकिन सड़क पर ड्राइविंग करने वाले लोग ज्यादातर इस बात को लेकर लाहपरवाह ही दिखते है। इस बात का अंतिम परिणाम यह होता है कि हमें अक्सर तेज़ गति के वाहनों की खबर अथवा दृश्य देखने को मिलते रहते है।
ट्रैफिक सिग्नल को हमेशा माने
अधिक भीड़भाड़ का सामना करने वाले मार्गों पर प्रशासन द्वारा ट्रैफिक सिग्नल का इंतज़ाम किया जाता है। यह सड़क पर वाहन चालकों को बिना किसी बाधा के अपने मार्ग पर जाने की सुविधा देते है। किन्तु ज्यादातर लोग इन ट्रैफिक सिग्नल को तोड़ने का मौका देखते रहते है। इसका यह परिणाम होता है कि गलत दिशा में ड्राइविंग करते समय एक गाडी चालक अपने और दूसरे को दर्घटनाग्रस्त कर लेता है। बहुत बार तो यह टक्कर इतनी भयंकर होती है कि चालक गंभीर रूप से घायल हो जाता है अथवा हॉस्पिटल में एडमिट तक होना पड़ता है। याद रखे ट्रैफिक सिग्नल को ना मानना आपको बड़ी विपदा में डाल सकता है।
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भारत में यातायात के नियम, चिन्ह, अर्थ से सम्बंधित प्रश्न
यातायात नियम क्या होते है?
सड़क पर यात्रा के दौरान वाहन चालक के लिए कुछ यातायात नियम तय किये गए है। इनका पालन करना देश के प्रत्येक नागरिक के लिए जरुरी होता है। यह नियम सड़क पर यातायात की सुरक्षा एवं सुविधा के लिए तैयार किये गए है।
यातायात के बेसिक नियम क्या है?
यात्रा करने के दौरान कुछ जरुरी नियम याद रखने चाहिए जैसे – हमेशा अपनी सीट बेल्ट अच्छे से बाँधे या फिट हेलमेट का प्रयोग करें, सड़क पर बायीं ओर ड्राइविंग करें और अपना ड्राइविंग लाइसेंस एवं गाडी से सम्बंधित जरुरी दस्तावेज साथ में रखें।
यातायात के नियमों का पालन क्या जरुरी है?
सड़क पर वाहनों के सुचारु आवागमन के लिए, सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम के लिए और सड़क पर सभी लोगों की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए यातायात के नियमो का होना एवं पालन किया जाना अतिआवश्यक है।
यातायात के नियम एवं संकेत क्या है?
सड़क, चौराहों एवं मोड़ों पर मौजूद यातायात संकेत (ट्रैफिक सिग्नल) औअर सड़क संकेत (रोड साइन) इत्यादि सड़क पर ड्राइविंग करने वाले लोगों को सूचना/ आदेश देते है।
यात्रा के समय अधिक बार हॉर्न क्यों न बजाये?
यदि आपका वाहन किसी ऐसे स्थान पर है जहाँ जाम की स्थिति पैदा हो गयी है तो आपको बार-बार अथवा ऊँचे हॉर्न को बजाकर अन्य चालकों तो परेशान नहीं करना है। इससे गाड़ियों का जाम को नहीं खुलेगा बल्कि ध्वनि प्रदूषण की समस्या और पैदा हो जाएगी।