महाराष्ट्र सरकार ने राज्य के वंचित लोगों के लिए 26 जनवरी के दिन शिवभोजन थाळी योजना शुरू कर चुकी हैं। योजना का मुख्य उद्देश्य गरीब वर्ग के लोगों को कम कीमत में अच्छा एवं सेहतमंद भोजन देना है। इस योजना की सबसे आकर्षक बात इसकी 5 रूपए कीमत हैं।
शिवभोजन थाळी योजना का नाम राज्य के प्राचीन राजा शिवाजी के नाम पर रखा गया हैं। प्रथम चरण में राज्य के 50 स्थानों पर 10 रूपए में शिव भोजन योजना शुरू हुई थी। शिवभोजन थाळी योजना को अगले चरण में राज्य के विभिन्न क्षेत्रो में विस्तारित किया जा रहा हैं।
इस लेख में आपको शिव भोजन थाली योजना के लाभ, उद्देश्य, पात्रता-शर्ते एवं थाली पाने की विस्तृत जानकारी दी जा रही है।
महाराष्ट्र शिव भोजन थाली योजना
योजना के लिए महाराष्ट्र सरकार ने महाराष्ट्र विकास अघाड़ी का चुनावी वादा पूरा किया हैं। यह योजना मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने महाराष्ट्र में 2020 से शुरू की गयी थी। इस योजना में 10 रूपए में एक पहर का भोजन मिलता था।
10 रूपए थाली योजना को तमिलनाडु सरकार में जयललिता की अम्मा कैंटीन/ उनावगम योजना (माँ की कैंटीन) और कर्नाटक सरकार द्वारा 2013 की इंदिरा कैंटीन योजना से प्रेरित होकर ही शुरू किया हैं। देश के अन्य राज्यों में भी ऐसी योजनाएँ कार्यान्वित हो रही है।
शिवभोजन थाळी योजना की उपलब्धियाँ
महाराष्ट्र की महाविकास अगाडी सरकार से राज्य के ज़रूरतमंदो को मुफ्त भोजन मिल रहा हैं। कोरोना काल के दौरान कई व्यवसाय, व्यापार और नौकरियाँ बंद हो गई थी। भारी वित्तीय नुकसान होने से कई लोगों को सादा भोजन भी नहीं मिल रहा था। योजना पहले अप्रैल 2021 में कोरोना वायरस महामारी की दूसरी लहार के दौरान शुरू हुई थी।
इसी क्रम को बढ़ाकर केंद्र के अनावरण पर्यटन मंत्री और मुंबई उपनगरीय जिला संरक्षक मंत्री आदित्य ठाकरे ने बांद्रा कलेक्टर कार्यालय में शुभारम्भ किया। पुणे में अजित पंवार और नासिक में छगन भुजबल ने औपचारिक रूप से अपने ज़िलों में योजना को शुरू किया। केन्द्रो का संचालन अस्पताल, बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन, सरकारी कार्यालय, बाज़ार क्षेत्रों जैसे भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर होगा।
शिव भोजन थाली योजना
योजना से परिश्रमी और मज़दूर वर्ग के लोग सुविधापूर्वक सस्ता और अच्छा भोजन प्राप्त कर सकेंगे। वर्तमान की रिपोर्टो के अनुसार इस वर्ष मई महीने में मुंबई और ठाणे क्षेत्र में 83 शिव भोजन केन्द्रो से गरीबों को कुल 5,23,133 थालियाँ वितरित हुई हैं। मुंबई-ठाणे क्षेत्र में प्रतिदिन 19,900 मुफ्त प्लेट स्वीकृत किये गए हैं।
‘Break the Chain’ अभियान में शिव भोजन पार्सल की सुविधा को 6 अप्रैल 2021 से उपलब्ध करा दी गयी थी। सरकार एक साल में राज्य के 905 केंद्रों पर जरूरतमंदों को लगभग 3 करोड़ सस्ता भोजन देने में सफल हुई हैं। शिव थाली योजना का लाभ सभी जाति, वर्ग और धर्म के लोगों को मिलेगा। गरीबी एवं बेरोज़गारी से पीड़ित नागरिक महास्वयं रोज़गार रजिस्ट्रेशन का लाभ ले सकते है।
शिव भोजन थाली में क्या दिया जायगा
ग्राहको को परोसा जाने वाले भोजन का मेनू प्रतिदिन परिवर्तित होगी। शिवभोजन थाळी योजना का मुख्य मेनू निम्न है –
- 2 चपातियाँ
- 100 ग्राम सब्जी (भाजी)
- 150 ग्राम चावल
- 100 ग्राम दाल या करी
- आचार और पापड़
- एक मिठाई
शिवभोजन थाळी योजना में ऑनलाइन आवेदन करना
- सर्वप्रथम योजना के आधिकारिक ऐप को डाउनलोड करें। (यहां क्लिक करें)
- ऐप में योजना से सम्बंधित जानकारियाँ – भोजन कैसे प्राप्त करे, जिलेवार कैंटीन का पता आदि जाने।
- आवेदक को सभी ज़रूरी जानकारियाँ भरें।
- एक बार स्वीकृति के बाद आवेदक योजना में रियायती दर पर भोजन कर सकते हैं।
शिवभोजन थाळी योजना के नियम व शर्तें
- प्रायोगिक आधार पर प्रारंभ में प्रत्येक जिला मुख्यालय और नगर निगम क्षेत्र में 1 रेस्तरां शुरू होगा।
- रेस्टोरेंट भीड़भाड़ वाली जगह पर होगा।
- रेस्टोरेंट दोपहर 11 से 3 बजे तक खुले रहेंगे।
- इस समय के दौरान लाभार्थियों को आरक्षित शीट उपलब्ध करवाने की जिम्मेदारी रेस्तरां संचालकों की होगी।
- सरकारी कर्मचारियों एवं प्रतिष्ठान के कर्मचारी रेस्टोरेंट का खाना नहीं खा पाएंगे।
- रेस्तरां मालिक के पास पर्याप्त स्थान होना चाहिए।
- एक बार में कम से कम 25 लोगों के बैठने की व्यवस्था हो।
- रेस्टोरेंट के पास कम से कम 75 और अधिकतम 150 व्यंजन होंगे।
- रेस्टोरेंट में बाहर से खाना लाना और बाहर का खाना लाना मना होगा।
- रेस्तरां मालिक को यह सुनिश्चित करना होगा कि भोजन बासी एवं ख़राब ना हो।
- रेस्तरां मालिक को ध्यान देना होगा कि भोजन से किसी व्यक्ति को भी ज़हर ना मिले।
- भोजन एवं औषधि प्रशासन द्वारा समय-समय पर भोजन की गुणवत्ता की जाँच करने और प्रदर्शन क्षेत्र पर प्रशासन द्वारा जारी प्रमाण पत्र रेस्टोरेंट मालिक को चिपकाना होगा।
- नियमो एवं मानदंडों को पूरा न करने पर समिति को केंद्र को हटाने का अधिकार होगा।
शिव भोजन थाली योजना से अनुदान पाना
शिवभोजन केंद्र संचालक को थाली रुपयों में बेचनी होगी। सरकार इसके बदले में केंद्रीय निवेशको को सब्सिटी देगी। लाभार्थी से दस रुपयों के अलावा अनुदान राशि जिला कलेक्टर से प्राप्त होगी। जिला कलेक्टर द्वारा अनुदान की राशि को सम्बंधित शिवभोजन थाली संचालक के खाते में जमा कर दिया जायगा।
शिवभोजन थाळी योजना से जुड़े प्रश्न
शिवभोजन थाली योजना का लाभार्थी कैसे बने?
शिवभोजन थाली ऐप को गूगल प्ले स्टोर से इनस्टॉल करके अपना रजिस्ट्रेशन करके लाभार्थी बन सकते हैं।
शिवभोजन थाली योजना में थाली की कीमत क्या हैं?
शुरूआती चरण में वाली थाली की कीमत 10 रूपए थी परन्तु योजना के तीसरे चरण में थाली की क़ीमत 5 रूपए कर दी हैं।
शिव भोजन थाली की वास्तविक लागत क्या हैं?
भोजन की वास्तविक लागत शहरी केन्द्रो में 50 रूपए एवं ग्रामीण क्षेत्रो में 35 रूपए होगी।
शिवभोजन थाली योजना में कैंटीन से एक दिन में कितनी थाली मिलती हैं?
अधिकारियों के अनुसार प्रत्येक कैंटीन एक दिन में 500 थालियाँ प्रदान कर सकती हैं।
शिवभोजन थाली योजना में हेल्पलाइन नंबर क्या हैं?
योजना से सम्बंधित किसी भी प्रकार की अन्य जानकारी के लिए दूरभाष नंबर 1800224950 और 1967 (सिर्फ बीएसएनएल और एमटीएनएल उपभोक्ताओं के लिए) पर संपर्क करें।