राजस्थान में भी एक बड़ी आबादी खेती एवं पशुपालन व्यवसाय करती है। प्रदेश सरकार ने ऐसे नागरिको के लिए राजस्थान कामधेनु पशु बीमा योजना शुरू की है। इस स्कीम की घोषणा स्वयं प्रदेश के सीएम अशोक गहलोत ने की है। यह योजना प्रदेश के पशुपालको को अपने दुधारू पशुओं का निःशुल्क बीमा करवाने की सुविधा देगी।
राजस्थान की सरकार ने साल 2024 के वित्तीय बजट को घोषित करने के दौरान ही बीमा योजना को जारी किया है। सभी पशुपालको को वित्तीय सुरक्षा की गारंटी मिलेगी। इसके बाद अगर किन्ही परिस्थितियों में पशुपालक के पशु की मौत हो जाती है तो स्कीम के लाभार्थी को मदद धनराशि सीधे ही उनके बैंक खाते में मिलेगी।
इस लेख में राजस्थान की पशुपालक लाभकारी योजना के उद्देश्य, नियम-निर्देश, जरुरी योग्यताएं/ प्रमाणपत्र और आवेदन प्रक्रिया सम्बन्धी जानकारी दी जाएगी।
राजस्थान कामधेनु पशु बीमा योजना
इसी साल 10 फरवरी के दिन राजस्थान के सीएम श्री अशोक गहलोत ने राजस्थान कामधेनु पशु बीमा योजना की घोषणा की है। सरकार ने पूरे 750 करोड़ रुपए का बजट भी आवंटित किया है जिससे योजना का लाभ अधिक से अधिक पशुपालको को मिलेगा। ऐसे अब राज्य में पशुपालक के पशु की मृत्यु होने की दशा 40 हजार रुपयों की बीमा मदद राशि मिलेगी।
इस तरह से प्रदेश के पशुपालको का किसी प्रकार का आर्थिक नुकसान नहीं होगा। प्रदेश सरकार ने अपने राज्य में फैले हुए लम्पी वायरस से पशुओं की मृत्यु होने के बाद से इस योजना को लाने का निर्णय लिया है। राजस्थान सरकार प्रदेश के मध्यवर्गीय किसानों को कृषि उपज ऋण स्कीम के तहत अपनी खेती के लिए 1.5 तक लोन देगी।
राजस्थान कामधेनु पशु बीमा योजना हाईलाइट
योजना का नाम | राजस्थान कामधेनु पशु बीमा योजना |
सम्बंधित विभाग | पशुपालन विभाग,राजस्थान सरकार |
उद्देश्य | पशुपालको के पशुओं का बीमा करना |
लाभार्थी | प्रदेश के सभी पशुपालक |
लाभ राशि | 80,000 रुपए का बीमा दो पशुओं के लिए |
राजस्थान कामधेनु पशु बीमा योजना के उद्देश्य
योजना को लाने में प्रदेश सरकार का सबसे बड़ा उद्देश्य राज्य के पशुपालको को उनके दुधारू जानवरो की असमय मृत्यु होने पर बीमे के रूप में वित्तीय मदद पहुँचाना है। यह स्कीम लम्पी नामक जानलेवा रोग के लिए भी गोवंश मालिकों को भी 40 हजार रुपए की मदद राशि देगी। इस वित्तीय मदद में 2 दुधारू पशुओं के लिए 80,000 रुपए का पशु बीमा मिलेगा।
इस प्रकार से पशुओं की असमय मौत होने के मामले में पशु मालिकों को बहुत हद तक आर्थिक नुकसान की भरपाई हो जाएगी। यह स्कीम प्रदेश के सभी किसान और पशुपालक को लाभान्वित करने का प्रयास करेगी। इस प्रकार से प्रदेश में पशु व्यवसाय को विकास एवं सुरक्षा का माहौल मिल सकेगा।
राजस्थान कामधेनु पशु बीमा योजना के लाभ एवं विशेषताएँ
- प्रदेश के सीएम श्री अशोक गहलोत ने वित्तीय बजट 2023-24 में सीएम कामधेनु योजना की शुरुआत की घोषणा की है।
- यह स्कीम प्रदेश के 20 लाख पशुपालको को सरकार से लाभ पहुँचाएगी।
- पशुपालक इस पशु बीमा को पाकर आर्थिक रूप से सुरक्षित एवं मजबूत होंगे।
- लाभार्थी को 2 दुधारू पशुओं के लिए 80 हजार रुपए का बीमा कवर मिलेगा।
- यह योजना सभी लाभार्थी पशुपालक को 40 हजार रुपए का पशु बीमा प्रदान करती है।
- प्रदेश सरकार ने योजना का अधिक से अधिक लाभ देने के लिए 750 करोड़ रुपए के बजट का आवंटन किया है।
- यह स्कीम स्थानीय लेवल पर ब्लॉक या जिला पशुपालन विभाग के द्वारा कार्यान्वित होगी।
- बीमे की आर्थिक मदद राशि सीधे ही लाभार्थी के बैंक खाते में पहुंचेगी।
- सभी उम्मीदवारो को स्कीम का लाभ लेने के लिए आवेदन प्रक्रिया करनी होगी।
- प्रदेश में गौ पालन के काम में प्रोत्साहन मिलेगा।
- प्रदेश में दूध के उत्पादन में भी बढ़ोत्तरी होगी और आय के नए स्रोत भी पैदा होंगे।
- इस प्रकार की योजना से प्रदेश में डेयरी सेक्टर में भी उन्नति होगी।
राजस्थान कामधेनु पशु बीमा योजना में पात्रताएँ
- पशुपालक राजस्थान राज्य का स्थायी नागरिक हो।
- आवेदक किसान अथवा पशुपालन के काम से जुड़ा हो।
- आयु कम से कम 18 साल हो।
- उम्मीदवार के पशु का दुधारू होना जरुरी है।
राजस्थान कामधेनु पशु बीमा योजना में प्रमाण-पत्र
- आवेदक का आधार कार्ड
- निवास प्रमाणपत्र
- आय का प्रमाणपत्र
- पशु बीमे के दस्तावेज़
- बैंक खाते की डिटेल्स
- मोबाइल नम्बर
- नवीनतम पासपोर्ट फोटो
- राशन कार्ड
राजस्थान कामधेनु पशु बीमा योजना में आवेदन प्रक्रिया
राजस्थान के मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने मुख्यमंत्री कामधेनु बीमा योजना को शुरू किया है। किन्तु अभी तक की जानकारी के मुताबिक योजना की आवेदन प्रक्रिया को अभी तक शुरू नहीं किया गया है। बहुत जल्दी ही राजस्थान सरकार इस योजना के लिए आवेदन प्रक्रिया को सार्वजानिक करने वाली है।
इसी के साथ ही सरकार योजना की आवेदन प्रक्रिया को ऑनलाइन करने के लिए ऑनलाइन पोर्टल को भी लॉन्च करेगी। सभी इच्छुक उम्मीदवारो को ऑनलाइन अपडेट रहते हुए आवेदन प्रक्रिया के शुरू होने पर योजना में आवेदन करना है।
महंगाई राहत कैम्प
— सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग, राजस्थान सरकार (@DIPRRajasthan) April 24, 2023
राज्य में पशुधन विकास के साथ सशक्त होता पशुपालक
मुख्यमंत्री कामधेनु पशु बीमा योजना में पशुपालक करा रहे पंजीयन
2 दुधारू गोवंशीय पशुओं का 40000 रूपए तक का बीमा कवर का योजना में प्रावधानhttps://t.co/aTGYi7tgGw
कामधेनु बीमा योजना – लम्पी त्वचा रोग
अभी कुछ महीनों पहले ही देश भर के बहुत से राज्यों में लम्पी नाम का त्वचा रोग फैला था जोकि गायों की खाल को बुरी तरह से प्रभावित करता था। इस बीमारी के आने के बाद से ही उत्तर भारत के लाखों जानवर इस त्वचा सम्बंधित रोग की चपेट में आकर बीमार होने लगे थे। यह बीमारी काफी घातक तरीके से पशुपालको के जानवरो की मृत्यु का कारण बनती जा रही थी।
इसी बीमारी के प्रकोप को देखते हुए प्रदेश सरकार ने पशुपालको के जानवरों के लिए बीमा योजना की शुरुआत की है। सरकार पूर्व समय मे भी इस जानलेवा बीमारी के प्रकोप से उबरने के लिए बहुत से पैकेज की घोषणा कर चुकी है। मामले की गंभीरता को देखते हुए सरकार ने अन्य प्रकार की सहायता देने के लिए इस बीमा योजना को भी शुरू किया है।
राजस्थान कामधेनु पशु बीमा योजना से जुड़े प्रश्न
राजस्थान कामधेनु पशु बीमा योजना क्या है?
यह स्कीम राजस्थान सरकार ने अपने प्रदेश के पशुपालको के पशुओं को बीमा कवर देने के लिए शुरू की है। इस स्कीम के अंतर्गत लाभार्थी को 2 दुधारू पशुओं के लिए 80 हजार रुपए की राशि बीमे के कवर के रूप में मिलेगी।
राजस्थान कामधेनु पशु बीमा योजना से क्या लाभ होगा?
यह स्कीम राज्य के पशुपालको में पशु पालन के काम में उत्साह एवं प्रोत्साहन में वृद्धि करेगी। इसके अतिरिक्त योजना से लाभार्थी पशुपालक को अपने पशुओं की मृत्यु होने पर आर्थिक कवर मिलेगा।
राजस्थान कामधेनु पशु बीमा योजना में कौन लाभार्थी होंगे?
राजस्थान के सभी किसान एवं पशुपालक जिनकी आयु 18 वर्ष से अधिक है। और जो कम से कम 2 दुधारू पशुओं को रखते है, इस स्कीम के अंतर्गत आवेदन प्रक्रिया कर सकते है।