राज किसान साथी पोर्टल रजिस्ट्रेशन – Raj Kisan Sathi Portal | Rajkisan Portal

राज किसान साथी पोर्टल -राजस्थान के मुख्यमंत्री के अनुसार किसान की पहली चुनौती भूमि का उपजाऊपन हैं। साथ ही खेती के लिए गुणवत्तापूर्ण बीज, खाद एवं धनराशि की सही समय पर उपलब्धता हैं। दूसरी बड़ी चुनौती खेती के लिए आवश्यक सिचाईं सुविधा, कीटनाशक का प्रयोग एवं फसल की सुरक्षा हैं। अंतिम चुनौती तैयार फसल को विपणन मंडी पहुँचाना और उसका सही मूल्य प्राप्त करना हैं। राज किसान साथी पोर्टल के माध्यम से online integrated प्लेटफार्म तैयार करके कृषि, विपणन, पशुपालन, डेयरी, बागवानी आदि गतिविधियों को एक ही स्थान पर शामिल किया जायगा।

कृषक को इन सभी सुविधाओं का लाभ एक बार Kisan Sathi Portal पर पंजीकरण करने के पश्चात मिलेगा। विभाग के कार्यालय में भी आवेदन से लेकर प्रमाण पत्रों की जाँच, भौतिक सत्यापन, प्रशासनिक व वित्तीय स्वीकृति एवं भुगतान तक की समस्त प्रक्रिया ऑनलाइन की जायगी। कृषक इन सुविधाओं का लाभ पोर्टल पर पंजीकरण करने के बाद लें सकेंगे। पंजीकृत किसानो को Artificial Intellegence आधारित चैट बोट प्रणाली के द्वारा किसानो के प्रश्नो एवं शंकाओं का समाधान कंप्यूटर प्रणाली से हर समय मिलता रहेगा।

राज किसान साथी पोर्टल रजिस्ट्रेशन  – Raj Kisan Sathi Portal | Rajkisan Portal
राज किसान साथी पोर्टल रजिस्ट्रेशन – Raj Kisan Sathi Portal | Rajkisan Portal

यह भी देखें :- राजस्थान तारबंदी योजना ऑनलाइन फॉर्म

योजना का नामराज किसान साथी पोर्टल
सम्बंधित विभागकृषि विभाग, राजस्थान
लाभार्थीराज्य के किसान
श्रेणीसरकारी योजना
आधिकारिक वेबसाइटhttps://rajkisan.rajasthan.gov.in/

राज किसान साथी पोर्टल के उद्देश्य

राज किसान साथी पोर्टल पर पंजीकृत कृषको के डेटा बैंक को राजस्व विभाग की ई-धरती पोर्टल, पीएम किसान सम्मान पोर्टल, पीएम फसल बीमा पोर्टल से एकीकृत करके किसानो के लिए तदनुरूप सलाह प्रक्रिया विकसित की जायगी। किसानो का एक डेटा बैंक विकसित किया जायगा जिसके अंतर्गत भूस्वामित्व, मृदास्वास्थ्य, फसल चक्र, विभिन्न योजनाओ के तहत लिए गए अनुदान संधारित किया जायगा। कृषि जलवायुवीय घटक जैसे मौसम, मृदा आदि पर आधारित फसल प्रबंधन एवं सलाह प्रणाली विकसित की जायगी।

कृषक को उपज का उचित मूल्य दिलाने के लिए इलेक्ट्रॉनिक मार्किट, ऑनलाइन मंडी भाव एवं कृषि प्रंस्करण और फसलोत्तर प्रबंध सुविधाओ की ऑनलाइन जानकारी उपलब्ध कराने के लिए Geo-Spatial मैपिंग की जायगी। जीआईएस आधारित फसल चिन्हीकरण व फसल प्रणाली विकसित करके फसल क्षेत्र, उत्पादन व खराबे का मूल्यांकन हो सके। योजना की थोड़ी जानकारी रखने वाला व्यक्ति भी यह देख सकता हैं कि इस पोर्टल के द्वारा किसानी के क्षेत्र में बहुत बड़ी तकनीकी एवं सुचना क्रांति आ सकती हैं।

किसान साथी पोर्टल के लाभ

  • मुख्यतया इस प्रकार की राज किसान साथी पोर्टल का लाभ किसान और पशुपालक समुदाय के लोगों को ही पहुँचाने के लिए लिया गया हैं।
  • किसानो को raj kisan portal के द्वारा कृषि और कृषि से सम्बंधित योजनाओं की आसान एवं सम्पूर्ण जानकारियाँ मुहैया होगी।
  • जैसी कि सभी जानते हैं कि किसानी के कार्य में व्यक्ति को अलग-अलग कार्यों के लिए विभिन्न विभागों में भटकना पड़ता हैं।
  • जिससे समय, धन, परिश्रम ज्यादा खर्च होते। किन्तु पोर्टल सभी कार्यों को एक ही स्थान पर कंप्यूटर के माध्यम से करवाने की क्षमता रखता हैं।
  • raj kisan portal के तहत किसानो को अधूरी जानकारी एवं गलत लोगो से व्यावसायिक हानि नहीं होगी।
  • कृषि से सम्बन्धी कार्यालय और किसान के कार्यों में पारदर्शिता एवं ईमानदारी बढ़ती हैं।
  • किसानी से जुड़े विभिन्न 150 ऐप आवश्यकता के अनुसार मोबाइल के द्वारा ही किसानो की सहायता एवं मार्गदर्शन कर रहे हैं।
  • पोर्टल का प्रयोग करने वाले किसान अपने कार्यों में ज्यादा कुशल एवं अधिक ज्ञानवान होते जायगे।

पोर्टल पर पंजीकरण की पात्रताएँ एवं प्रमाण पत्र

  • किसान राजस्थान राज्य का नागरिक हो
  • व्यक्ति किसानी अथवा पशुपालन करता हो
  • निवास प्रमाण पत्र
  • मोबाइल नंबर
  • मोबाइल नंबर आधार से लिंक हो
  • पहचान पत्र
  • नवीनतम रंगीन पासपोर्ट साइज़ फोटो

किसान साथी पोर्टल पंजीकरण करना (raj kisan sathi portal registration)

  • सर्वप्रथम राज किसान साथी पोर्टल की आधिकारिक वेबसाइट rajkisan.rajasthan.gov.in को ओपन करें।
  • आपको वेबसाइट की होम मेनू पर “किसान/नागरिक लॉग इन” विकल्प को क्लिक करना हैंRaj Kisan Sathi Portal -homepage registration
  • आपको नए स्क्रीन पर किसान/नागरिक लॉग इन मेनू में सेवा अनुरोध के अंतर्गत सात अलग-अलग विकल्प देखेंगे
  • इनमे से सबसे पहले विकल्प “लाइसेंस के लिए आवेदन करें(बीज/उर्वरक/कीटनाशक)” को चुनना होगाRaj Kisan Sathi Portal -Apply for licence
  • आपके स्क्रीन पर “Apply for Licence” के अंतर्गत अपना आधार नंबर डालना होगाRaj Kisan Sathi Portal -Get the OTP
  • यदि आपने अपना मोबाइल नंबर आधार से लिंक कर रखा हैं तो उस मोबाइल नंबर पर एक OTP प्राप्त होगा
  • ओटीपी वेरिफिकेशन बॉक्स में सही ओटीपी नंबर टाइप करके वेरिफिकेशन बटन प्रेस करना होगा।Raj Kisan Sathi Portal -Verifing OTP
  • वेरिफिकेशन सफल होने पर डैशबोर्ड पर पहले विकल्प Insecticide Licence के Apply NOW को क्लिक करना होगाRaj Kisan Sathi Portal -Apply for licence on dashboard
  • क्लिक करते ही आपको कुछ निर्देशों की सूची देखेगी जिसे ध्यानपूर्वक पढकर tick कर लें Raj Kisan Sathi Portal -Agreement Intstruction
  • आपको अपने नाम के अकाउंट के साथ एक सहमति के बॉक्स को क्लीक करके Next बटन दबाना होगा
  • आपके स्क्रीन पर एक विस्तृत फॉर्म होगा जिसमे आपसे सम्बंधित कई जानकारिया मांगी जायगी।
  • इस सभी डिटेल्स को भरकर आवेदन पूर्ण कर लें

Raj kisan पोर्टल पर उपलब्ध कुछ महत्वपूर्ण योजनाएँ

  • फसल बीमा – पीएम बीमा कम वर्षा, विपरीत मौसमी परिस्थितियों तथा अन्य प्राकृतिक कारणों जैसे सूखा, बाढ़, जलभराव, कीट-व्याधि, प्राकृतिक आग, बिजली गिरना, ओलावृष्टि एवं बेमौसम वर्षा से फसलों के नुकसान से किसान को सुरक्षा प्रदान करता हैं। फसलों का बीमा कराने पर खरीफ मौसम हेतु बीमित राशि 2 प्रतिशत, रबी मौसम हेतु 1.5 प्रतिशत तथा उद्यानिकी एवं वाणिज्यिक फसल हेतु 5 प्रतिशत राशि कृषको द्वारा देना होगी। सभी कृषक पात्र होंगे जिन्होंने अधिसूचित क्षेत्र के लिए अधिसूचित फसल की बुआई की हैं।
  • खेत तराई – इसके अंतर्गत वर्ष के जल को एकत्रित करके काम में लाया जाता हैं। सभी श्रेणी के किसानो को लागत का 60 प्रतिशत या फिर अधिकतम 63000 रुपए कच्चे फॉर्म पोंड पर और 90,000 रुपए प्लास्टिक लाइनिंग कार्य के साथ जो भी कम हो। खेत तराई अनुदान के लिए न्यूनतम 400 घनमीटर क्षमता की खेती हो। किसान के स्वयं के नाम एक स्थान पर न्यूनतम कृषि योग्य भूमि 0.3 हेक्टेयर होने चाहिए। आवेदन के बाद खेत तराई निर्माण की सुचना मोबाइल सन्देश से प्राप्त होगी। इसके बाद विभाग द्वारा खेत तराई से पहले और बाद में सत्यापन किया जायगा और अनुदान राशि सीधे किसान के खाते में जमा होगी।
  • फव्वारा सेट – फव्वारे उबड़-खाबड़ खेतो ने भी सिचाई एवं 30 से 40 प्रतिशत ज्यादा क्षेत्र में सिचाई संभव हैं। योजना के लिए किसान के नाम ज़मीन हो और फव्वारा सिचाई पर पुनः सात वर्ष उपरांत लाभान्वित किया जा सकेगा। राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन के अंतर्गत विभिन्न व्यास के पाइप की प्रधानमन्त्री कृषि सिचाई योजना में निर्धारित कीमत का लघु व सीमान्त कृषको को 60 प्रतिशत एवं अन्य किसानो को 50 प्रतिशत जो भी कम हो, अनुदान देय हैं। अनुदान राशि सीधे किसान के खाते में आएगी और फवारा संयंत्र खरीदने के बाद विभाग के द्वारा सत्यापित किया जायगा।
  • खेतों की तारबंदी – किसान की फसलों को नीलगाय एवं आवारा पशुओं के होने वाले नुकसान से बचाने के लिए तारबंदी योजना लायी गई हैं। तारबंदी के लिए लागत का 50 प्रतिशत अथवा अधिकतम राशि 40,000 रुपए जो भी कम हो प्रति किसान 400 रनिंग मीटर तक अनुदान दिया जायगा। सभी श्रेणी के किसानो को लक्षित क्र सामुदायिक आधार पर, जिसमें कम से कम 3 हेक्टेयर कृषि भूमि तथा 3 कृषकों का समूह होना आवश्यक हैं। अनुदान राशि किसान के खाते में सीधे पहुंचेगी। किसान समूह के प्रथम आवेदन करता के आधार पर समूह की प्राथमिकता निर्धारण होगा।
  • राजकिसान पोर्टल के माध्यम से कृषि सम्बंधित अन्य सेवाएँ इस प्रकार की हैं
    • सिचाई पाइपलाइन, डिग्गी, जल हौज़, छात्राओं के लिए प्रोत्साहन राशि, कृषि यंत्र, बीज मिनिकिट, जिप्सम, सूक्ष्म पोषण तत्व प्रदर्शन, जैविक खेती, फसल बीमा, समन्वित कृषि, फसल प्रदर्शन, कृषि वानिकी, मृदा परीक्षण प्रयोगशालाएं,नकृश यंत्र किराया केंद्र सूची।
  • पोर्टल के द्वारा बागवानी से सम्बंधित कुछ प्रमुख सेवाएं इस प्रकार से हैं
    • ग्रीन हाउस, शेड हाउस, वाक इन टनल, प्लास्टिक टनल (लो-टनल) प्लास्टिक मल्चिंग, एंटी बर्ड नेट, नए फल बगीचों की स्थापना, कम लागत प्याज़ भण्डारण संरचना, वर्मी कम्पोस्ट इकाई, ड्रिप संयंत्र, मिनी स्प्रिंकलर संयंत्र, राजहंसी नर्सरी, सौर ऊर्जा पंपसेट।
  • किसानो को पोर्टल के द्वारा मिलने वाली कृषि विपणन (Marketing) सेवाएं इस प्रकार से हैं
    • न्यूनतम समर्थन मूल्य, गोदान, मंडी की सूची, एपीडा में पंजीकृत निर्यातकों की सूची, भाड़ा/परिवहन अनुदान, ब्याज अनुदान, विद्युत प्रभार/सौर ऊर्जा अनुदान, पूंजीगत निवेश अनुदान आदि।

राज किसान साथी पोर्टल से मुख्य प्रश्न एवं उत्तर

राज किसान साथी पोर्टल क्या हैं?

यह एक ऑनलाइन वेबसाइट हैं जिसके द्वारा किसान विभिन्न योजनाओं और सेवाओं का लाभ एवं जानकारी कंप्यूटर/स्मार्ट फ़ोन के द्वारा प्राप्त कर सकता हैं। इससे किसान को बार-बार कार्यालय नहीं जाना होगा एवं कार्यालय के कर्मचारी भी ऑनलाइन कार्य कर सकेंगे।

फसल को स्थानीय आपदाओं से नुकसान होने पर कैसे सुचना दर्ज़ करें?

प्रभवित बीमित कृषक को आपदा के 72 घंटो के भीतर सीधे कंपनी के टोल फ्री नंबर 1800123123123 पर अथवा लिखित में अपने बैंक/कृषि विभाग के अधिकारियों के माध्यम से सूचित करवाना आवश्यक हैं।

राज किसान पोर्टल पर कितने लाभकारी ऐप उपलब्ध हैं?

पोर्टल पर किसानो की विभिन्न प्रकार की सहायता के लिए 150 ऐप को अपलोड किया गया हैं।

किसी अन्य प्रकार की शंका/समस्या के निदान के लिए हेल्पलाइन नंबर क्या होगा?

यदि किस किसान को किसानी से सम्बंधित कोई जानकारी चाहिए तो दूरभाष नंबर 0141-2927047 पर संपर्क कर सकता हैं।

Leave a Comment

Join Telegram