10 Property Documents Must Check : संपत्ति खरीदने से पहले, खरीदार को उस संपत्ति के बारे में जानकारी जुटानी चाहिए। इसमें संपत्ति के दस्तावेजों की जांच करना भी शामिल है। इन दस्तावेजों की जांच से खरीदार को यह पता चल सकता है कि संपत्ति सही और प्रमाणिक है या नहीं।
संपत्ति खरीदना एक बड़ा निवेश है, इसलिए खरीदार को संपत्ति के बारे में सावधानीपूर्वक जानकारी जुटानी चाहिए। इसमें संपत्ति के दस्तावेजों की जांच करना भी शामिल है। इन दस्तावेजों की जांच से खरीदार को यह सुनिश्चित हो सकता है कि वह एक सुरक्षित और लाभदायक निवेश कर रहा है।
संपत्ति खरीदने और बेचने की प्रक्रिया को पारदर्शी और निष्पक्ष बनाने के लिए, भारत सरकार ने रेरा (रियल एस्टेट रेग्युलेटरी अथॉरिटी) अधिनियम 2016 बनाया है। यह अधिनियम देश भर के सभी राज्यों में लागू है। रेरा का उद्देश्य खरीदारों के हितों की रक्षा करना और उन्हें धोखाधड़ी से बचाना है। इसके लिए, रेरा बिल्डरों और रियल एस्टेट कंपनियों के लिए नियम और विनियम निर्धारित करता है। हालांकि, कुछ बिल्डरों और प्रॉपर्टी सेलर्स इन नियमों का उल्लंघन करते हैं और खरीदारों को धोखा देते हैं।
संपत्ति खरीदने से पहले क्या करें ग्राहक
संपत्ति खरीदने से पहले, रेरा रजिस्ट्रेशन और संपत्ति से संबंधित दस्तावेजों की जांच करना एक महत्वपूर्ण कदम है। यह आपको यह सुनिश्चित करने में मदद करेगा कि संपत्ति कानूनी रूप से वैध है और आपको कोई धोखाधड़ी नहीं हो रही है।
ग्राहक इन दस्तावेजों की जांच कर लें तो धोखे से बचे रहेंगे
जिस संपत्ति, मकान आदि को खरीदने जा रहे हैं तो उनके मूल दस्तावेज जांच लेने चाहिए. क्योंकि यह दस्तावेज संबंधित प्रॉपर्टी (Properety Documents) के प्रमाणिक होना साबित करते हैं और आप सही जगह पैसा लगा रहे हैं. नीचे लिस्ट देखिए –
सेल डीड (विक्रय लेख)
टाइटल डीड
अप्रूव्ड बिल्डिंग प्लान
कंप्लीशन सर्टिफिकेट (नव निर्मित संपत्ति के लिए)
कमेंसमेंट सर्टिफिकेट (निर्माणाधीन संपत्ति के लिए)
कन्वर्जन सर्टिफिकेट (यदि कृषि भूमि को गैर-कृषि में परिवर्तित किया जाता है)