उत्तराखंड सरकार के द्वारा राज्य की महिलाओं को योजना का लाभ देने के लिए घसियारी कल्याण योजना को शुरू किया गया है। योजना के माध्यम से पर्वतीय क्षेत्र की जो महिलाएं पशुओं के लिए चारा लेने घर से बहुत दूर जाती है, उनको अब दूर जंगलों में नहीं जाना पड़ेगा।
उत्तराखंड सरकार के द्वारा राज्य के उत्थान के लिए अनेको योजनाएं संचालित की जा रही है। घसियारी कल्याण योजना भी उनमे से ही एक है।
घसियारी कल्याण योजना के तहत 30 प्रतिशत सब्सिडी पर 2 रूपये किलो दर से पशु आहार दिया जाएगा, जिससे महिलाओ को दिक्कत और परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा।
घसियारी कल्याण योजना उत्तराखंड के माध्यम से पर्वतीय क्षेत्र के पशुपालको को उनके पशुओं के लिए पशु आहार ( साइलेज ) उपलब्ध करवाया जाएगा।
उत्तराखंड सरकार के द्वारा पर्वतीय क्षेत्र के कृषि महिला और पुरुष के लिए तीलू रौतेली स्पेशल पेंशन योजना की शुरुवात की है, योजना के तहत कृषि महिला और पुरुष को प्रतिमाह 1200 रूपये की धनराशि प्राप्त होगी।
उत्तराखंड घसियारी कल्याण योजना
उत्तराखंड राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत जी के द्वारा 25 फरवरी 2021 को योजना का शुभारम्भ किया गया था। योजना के माध्यम से राज्य के पर्वतीय क्षेत्र की महिलाओं को लाभान्वित किया जाएगा।
राज्य के पशुपालकों को 2 रूपये प्रति किलो दर से पशुओं के लिए पौष्टिक आहार उपलब्ध करवाया जाएगा। उत्तराखंड राज्य के दूरदराज ग्रामीण क्षेत्रों में लगभग 8 हज़ार केंद्र स्थापित किये जाएंगे, जिनके द्वारा पशुओं के चारे की आपूर्ति का कार्य किया जाएगा।
पर्वतीय क्षेत्र के लोगों को साइलेज उत्पादन एवं विपणन संघ लिमिटेड द्वारा प्रदान किया जाएगा। वैज्ञानिक तरीके से पौष्टिक पशु आहार बनाने की यह नयी तकनीक है। योजना का सबसे बड़ा लाभ यह है, की महिलाओं को मीलों पैदल चलकर पशुओं के चारे का बोझा नहीं ढोना पड़ेगा।
प्रदेश के 70% पशुपालकों के पशुओं के लिए पौष्टिक चारा उपलब्ध करवाया जाएगा। राज्य में योजना के संचालन के लिए 16.78 करोड़ रूपये का बजट निर्धारित किया गया है।
जिन केन्द्रो के द्वारा पशुओं के चारे का वहन किया जाएगा, उनके द्वारा ही चारा पशुपालकों के घर तक भी पहुँचाया जाएगा। मिलने वाले पौष्टिक पशु आहार से पशु भी स्वस्थ रहेंगे और उनके दूध में भी वृद्धि होगी।
घसियारी कल्याण योजना मुख्य बिंदु
योजना | उत्तराखंड घसियारी कल्याण योजना |
योजना प्रारम्भ तिथि | 25 फरवरी 2021 |
निर्धारित बजट | 16.78 करोड़ |
उद्देश्य | कम दाम में पौष्टिक चारा उपलब्ध करवाना |
लाभार्थी | पर्वतीय क्षेत्र के पशुपालको के पशु |
आवेदन प्रक्रिया | अभी जारी नहीं |
आधिकारिक वेबसाइट | (uk.gov.in) |
घसियारी कल्याण योजना उद्देश्य
योजना को शुरू करने का मुख्य उद्देश्य है – पर्वतीय महिलाओं को पशु चारे के लिए जंगल पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा। महिलाओं को मीलों पैदल चलना नहीं पड़ेगा, और न ही अपनी कमर पर बोझा ढोना पड़ेगा।
पशुओं को पौष्टिक और टेस्टी आहार मिलेगा जिससे दूध की पैदावार भी बढ़ेगी। और महिलाओं को पशुओं का चारा घर में ही प्राप्त होगा, उनकी कही जाने की भी जरूरत नहीं पडेगी, और साथ ही प्रदेश के 2000 किसान 1000 एकड़ भूमि में एक साथ मक्के की खेती कर सकेंगे।
उत्तराखडं राज्य एक पहाड़ी क्षेत्र है, पहाड़ो में होने की वजह से यहाँ का जीवन बहुत अधिक कठिन है। यहाँ की महिलाओं को पशुओं का चारा लेने के लिए बहुत अधिक पैदल ऊँचे – नीचे रास्तों से गुजरना पड़ता है, परन्तु अब राज्य सरकार ने इस समस्या को समाप्त कर दिया है।
उत्तराखंड घसियारी कल्याण योजना लाभ
- योजना का लाभ प्रदेश के पर्वतीय क्षेत्र के पशुपालकों को दिया जाएगा।
- महिलाओं को चारा लेने के लिए जंगलो में नहीं जानाा पड़ेगा।
- योजना के माध्यम से पशुओं के लिए साइलेज पौष्टिक आहार उपलब्ध करवाया जाएगा।
- योजना के शुरू होने से पर्वतीय क्षेत्र के लोगों की पशुपालन में रूचि बढ़ेगी।
- पशुओं के स्वास्थ्य में सुधार आएगा।
- योजना के शुरू होने से पहाड़ की महिलाओं के समय की बचत होगी।
- पशुपालको को अपने पशुओं के लिए कम पैसे में अच्छा चारा प्राप्त हो सकेगा।
- पर्वतीय क्षेत्र के 2000 कृषि 1000 एकड़ में सामूहिक मक्के की खेती कर पाएंगे।
उत्तराखंड घसियारी कल्याण योजना पात्रता
- उम्मीदवार उत्तराखंड का मूल स्थायी निवासी होना चाहिए।
- योजना के तहत उम्मीदवारों को सब्सिडी की सुविधा उपलब्ध करवाई जाएगी।
- उत्तराखंड राज्य की सभी पर्वतीय क्षेत्र की महिलाएं जो पशुपालन करती है, वो आवेदन कर सकती है।
- 2 रूपये प्रति किलो दर से चारा उत्तराखंड घसियारी कल्याण योजना लाभ करवाया जाएगा।
उत्तराखंड घसियारी कल्याण योजना आवश्यक दस्तावेज
- आधार कार्ड
- आय प्रमाण पत्र
- पर्वतीय निवास प्रमाण पत्र
- राशन कार्ड
- पासपोर्ट फोटो
- मोबाइल नंबर
- बैंक खाता विवरण
उत्तराखंड घसियारी कल्याण योजना आवेदन प्रक्रिया
उत्तराखंड राज्य की जो महिलाएं उत्तराखंड घसियारी कल्याण योजना में आवेदन कर लाभ प्राप्त करना चाहती है, उनको अभी कुछ समय का और इंतजार करना होगा।
उत्तराखंड सरकार के द्वारा अभी सिर्फ योजना की घोषणा की गयी है, योजना से सम्बंधित कोई भी वेबसाइट या पोर्टल लांच नहीं किया गया है।
जैसे ही राज्य सरकार के द्वारा योजना से सम्बंधित कोई भी पोर्टल या फिर कोई अपडेटस आती है, तो हम अपने आर्टिकल के माध्यम से सभी जानकारी आप तक पहुंचा देंगे।
योजना से सम्बंधित जानकारी को जानने के लिए हमारे आर्टिकल्स को समय समय पर पढ़ते रहें।
उत्तराखंड घसियारी कल्याण योजना से सम्बंधित प्रश्न / उत्तर
उत्तराखंड घसियारी कल्याण योजना क्या है ?
घसियारी कल्याण योजना के तहत राज्य सरकार के द्वारा पर्वतीय क्षेत्र की महिलाओं को उनके पशुओं के लिए सस्ती दर पर पौष्टिक चारा उपलब्ध करवाया जाएगा।
घसियारी कल्याण योजना किस राज्य से संबंधित है ?
घसियारी कल्याण योजना उत्तराखंड राज्य के पर्वतीय क्षेत्रों से सम्बंधित है।
योजना को शुरू करने का उद्देश्य क्या है ?
योजना को शुरू करने का मुख्य उद्देश्य है, ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं को सुविधा पहुँचाना तथा उनके समय की बचत करना।
उत्तराखंड घसियारी कल्याण योजना के तहत कितने प्रतिशत सब्सिडी प्राप्त होगी?
घसियारी कल्याण योजना के तहत राज्य की महिलाओं को 30% सब्सिडी पर 2 रूपये प्रति किलो दर से चारा दिया जाएगा।