Medical Courses after 12th without NEET – NEET के बिना भी मेडिकल के क्षेत्र में बना सकते हैं करियर

हमारे देश में लाखों छात्र मेडिकल से जुड़े पाठ्यक्रम (Medical Courses) में प्रवेश लेने की इच्छा रखते है चूँकि यहाँ पर उनका भविष्य काफी उज्जवल होता है। आय एवं सम्मान को ध्यान में रखते हुए यह सेक्टर काफी सुरक्षित माना जाता है। इसी के लिए हर साल भारी संख्या में उम्मीदवार नीट की प्रवेश परीक्षा भी देते है। बहुत से उम्मीदवार छात्रों का नीट परीक्षा के द्वारा मेडिकल संस्थान में प्रवेश हो जाता है। फिर भी कुछ ऐसे भी छात्र होते है जो इन कोर्सेस में प्रवेश लेने में सफल नहीं हो पाते है। महामारी के दौर के बाद से ही छात्रों का रुझान मेडिकल सेक्टर की ओर काफी बढ़ चुका है। एक इंटरमीडिएट उत्तीर्ण छात्र के लिए बहुत से मेडिकल पाठ्यक्रम है जोकि स्वास्थ्य क्षेत्र में उनके भविष्य को ऊंचाइयों पर ले जा सकते है।

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NEET के बिना मेडिकल करियर

एमबीबीएस एवं बीडीएस हमारे देश में इण्टर के बाद के सबसे सामान्य से विकल्प है। बहुत से मेडिकल एवं पैरा मेडिकल कोर्स आईएसी भी है जिनमे प्रवेश के लिए नीट परीक्षा की जरुरत नहीं होती है। नीट के बिना मिलने वाले ये मेडिकल कोर्स ऐसे छात्रों के लिए अच्छा विकल्प हो जाते है जो नीट की जरुरी योग्यता नहीं रखते है। इस प्रकार से ये पाठ्यक्रम एमबीबीएस एवं बीडीएस में रूचि न रखने वाले छात्रों के लिए एक विकल्प है।

नीट के बिना मेडिकल कोर्स की पात्रताएँ

जो भी उम्मीदवार नीट परीक्षा के बिना मेडिकल पाठ्यक्रम में प्रवेश लेने की इच्छा रखते है उनको कुछ शर्तो को पूर्ण करना अनिवार्य होगा। इन शर्तो को पूर्ण करने वाले उम्मीदवार ही कोर्स करने के योग्य होंगे, ये शर्ते निम्न है –

  • इंटरमीडिएट परीक्षा में जरुरी न्यूनतम प्रतिशत
  • कक्षा 12 में भौतिकी, रसायन एवं जीव विज्ञान विषयों का अध्ययन किया हो।
  • आगे भी अच्छा करने की ललक हो
  • कुछ संस्थान प्रवेश परीक्षा के बाद ही पाठ्यक्रम में प्रवेश देते है।

नीट के बिना मेडिकल कोर्सेस

नीट के बिना मेडिकल कोर्स करने की इच्छा रखने वाले उम्मदवारो को इन कोर्सो के बारे में जान लेना चाहिए। ऐसे उम्मीदवारो को कक्षा 12 के बाद इन कोर्सो से जुडी कुछ शर्तो को पूर्ण करना है –

नर्सिंग

यह एक ऐसा क्षेत्र है जहाँ छात्रों को चिकित्सा के द्वारा इंसानो की सेवा करके के लिए तैयार किया जाता है। साथ ही जरुरतमन्दो के लिए प्रेम, देखभाल एवं धैर्य के गुणों को नर्सिंग कोर्स में विकसित करने का प्रयास होता है। ये चिकित्सा विज्ञान सेक्टर का 4 सालों का कोर्स होता है। जो भी छात्र नर्सिंग में ग्रेजुएशन कर लेते है उनको स्टाफ नर्स, रजिस्टर्ड नर्स (RN), नर्स शिक्षक, मेडिकल मेडिकल कोडर इत्यादि के तरह कार्य कर सकते है। सबसे विशेष बात तो यह है कि नर्सिंग के लिए नीट स्कोर की जरुरत नहीं होती है। किन्तु कुछ प्रदेशों ने नीट स्कोर के माध्यम से बीएससी नर्सिंग कोर्स में भी प्रवेश देने की शुरुआत कर दी है। किन्तु फिर भी नीट परीक्षा के बगैर भी नर्सिग कोर्स में एडमिशन मिल जाता है।

  • एम्स
  • बनारस हिन्दू विश्विद्यालय
  • क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज
  • आर्म्ड फोर्स मेडिकल कॉलेज
nearsing

फार्मेसी

फार्मेसी कोर्स के अंतर्गत छात्र को दवाई के विज्ञान से जुड़े विभिन्न विषयों जैसे – ड्रग सुरक्षा, खोज, मेडिकल केमिस्ट्री, इंडस्ट्रियल फार्मेसी एवं अन्यों का ज्ञान दिया जाता है। जो भी छात्र फार्मासिस्ट बनने की इच्छा रखते है वे कक्षा 12 के बाद बीफार्मा में प्रवेश ले सकते है। इस कोर्स में प्रवेश के लिए छात्र का नीट परीक्षा को देने की जरुरत नहीं है और ना ही ये अनिवार्य है। बीफार्मा एक ग्रेजुएशन डिग्री प्रोग्राम है जिसमे विद्यार्थियों को फार्मेसी की मौलिक बातों की जानकारी मिलती है। बीफार्मा पूर्ण कर लेने के बाद छात्र के सामने करियर के विभिन्न विकल्प खुल जाते है। इन विद्यार्थियों को सरकार से लेकर प्राइवेट क्षेत्र में नौकरी मिल जाती है। इसके अतिरिक्त ये लोग चाहे तो अपने खुद का व्यवसाय भी कर सकते है। ये छात्र केमिकल टेक्नीशियन, ड्रग इंस्पेक्टर, हेल्थ इंस्पेक्टर, फार्मासिस्ट इत्यादि के रूप में काम कर सकते है।

pharma

फिजियोथेरेपी

यह विज्ञान चिकित्सीय उपचार के उन तरीको का अध्ययन करवाते है जिसमे भौतिक बलों जैसे कि ऊष्मा, बिजली, यांत्रिक दबाव एवं यांत्रिक बलों के द्वारा चिकित्सा की जाती है। इस कोर्स को मेडिकल सेक्टर में नीट के बिना किये जाने वाले फायदेमंद एवं संतुष्ट करने वाले करियर के रूप में मान्यता मिली है। इसी में बैचलर ऑफ फिजियोथेरेपी एक ग्रेजुएशन लेवल का प्रोग्राम है। इस कोर्स में छात्रों को विकारो को रोगी के शारीरिक गतिविधियों के माध्यम से सुधारने की जानकारी मिलती है। फिजियोथेरेपी अथवा BPT में ग्रेजुएशन कर लेने के बाद छात्र को विभिन्न प्रकार के करियर विकल्प मिल जाते है, इनमे से प्रमुख है – स्वास्थ्य ईवा फिटनेस क्लिनिक, विशेष स्कूल, औद्योगिक स्वास्थ्य में उद्योग, फिजियोथेरेपिस्ट की सेवाएं।

physiotherapy

पशु चिकित्सा विज्ञान

पशु उपचार विज्ञान में सभी प्रकार के जानवरो की बीमारियों का इलाज़ एवं डिगनोस्टिक की जानकारी मिलती है। पशुओं के उपचार के विषय में जानने अथवा पढ़ाई करने की इच्छा रखने वाले छात्र कक्षा 12 के बाद से ही बैचलर इन वेटेनरी साइंस में प्रवेश ले सकते है। ये एक ग्रेजुएशन स्तर का डिग्री कार्यक्रम है जोकि 5.5 वर्ष की अवधि का होता है। इस कार्यक्रम के अंतिम 6 महीनो में पशुओं की चिकित्सा से जुडी चिकित्सा विज्ञान के सेक्टर में इंटरशिप जरुरी होती है। इसको सामान्य रूप से पशु चिकित्सा विज्ञान की तरह जानते है। BVSC स्नातक करने के बाद चिकित्सक बनने का अवसर मिलता है और वे पशुओं की सर्जरी के क्षेत्र में कार्य कर सकते है। इन्हे पशुचिकित्सक सर्जन, सहायक पशु चिकित्सक, वेटेनरी फार्मकोलॉजिस्ट वेटेनरी न्यूरोलॉजिस्टिक इत्यादि की तरह कार्य मिलता है।

animal doctor

मनोविज्ञान

मनोविज्ञान किसी मनुष्य के मन एवं बर्ताव से जुड़ा विज्ञान है। इस कोर्स में मानव विकास, खेल, सेहत, नैदानिक, सामाजिक बर्ताव एवं संज्ञात्मक प्रक्रियाओं जैसे विभिन्न उपक्षेत्र को सम्मिलित किया गया है। कोई भी छात्र कक्षा 12 उत्तीर्ण करके नीट परीक्षा को दिए बगैर ही बीए ऑनर्स (मनोविज्ञान) के विकल्प को ले सकते है। ये एक पुर्णकालीन ग्रेजुएशन डिग्री कार्यक्रम है और इसको पूर्ण कर लेने के बाद छात्र को सरकार के साथ प्राइवेट संस्थानों में नौकरी का अवसर मिल जाता है। साथ ही इन्हे यूनिवर्सिटी, सरकारी एजेंसियों, क्लिनिक, विद्यालय एवं हॉस्पिटल्स में नौकरी का अवसर मिलता है। इसके अतिरिक्त एक मनोविज्ञानिक स्नातक मन का चिकित्सक होने के साथ, सलाह देने वाला, सीमा बल अधिकारी, मीडिएटर, न्यूरोसाइंटिस्ट इत्यादि की तरह भी काम करता है।

Psychology

बीएससी कार्डियोवैस्कुलर टेक्नोलॉजी

यह एक उभर रहा चिकित्सीय विज्ञान है इसके अंतर्गत कंप्यूटर उपकरणों के साथ इकोकार्डियोग्राफी, माइक्रोबायोलॉजी, लिम्फैटिक ऊतकों इत्यादि के जैसे कई कार्डियोवैस्कुलर रोगों एवं उनके उपचार के विषय में जानकारी दी जाती है। इसकी पढ़ाई का लेने के बाद विद्यार्थियों को विभिन्न क्रियाकलापों में चिकित्सक की सहायता करनी होती है। अब आपको यह भी जान लेना चाहिए कि इस कोर्स में प्रवेश के लिए किसी को भी नीट प्रवेश परीक्षा को नहीं देना है। छात्र को अपने कक्षा 12 के अंको के अनुसार ही कॉलेज में प्रवेश मिल जाता है।

  • क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज
  • मणिपाल कॉलेज ऑफ हेल्थ प्रोफेसनल्स
  • जेआईपीएमईआर
  • राजीव गाँधी पैरामेडिकल संस्थान
cardiovascular

बैचलर्स इन बायोमेडिकल इंजीनियरिंग

बायोमेडिकल में दवा एवं इंजीनियरिंग को सम्मिलित किया गया है। ये सेक्टर जीव विज्ञान एवं दवा में इंजीनियरिंग की तकनीकों को सम्मिलित करके इंसान की सेहत को और अच्छा करने के नवीन तरीको के ऊपर कार्य होता है। इस कोर्स की अवधि 4 वर्षों की होती है। इस कोर्स को सफलतापूर्वक कर लेने के बाद विभिन्न उद्योग में बायोमेडिकल सेक्टर के अंतर्गत बेहिसाब कार्य के अवसर मिल जाते है।

  • मणिपाल प्रौद्योगिकी संस्थान
  • ईंट, कानपुर
  • एनआईटी, राउलकेला
  • प्रौद्योगिकी एवं विज्ञान के हिन्दुस्तान संस्थान

बीएससी न्यूट्रीशियन

ये एक तीन वर्ष की अवधि का अंडर ग्रेजुएट प्रोग्राम है। इसके अंतर्गत छात्रों को डाइट, न्युट्रिशनल वैल्यू का विज्ञान एवं दूसरे पहलुओं के विषय में विस्तृत जानकारी दी जाती है। इस कोर्स को पूर्ण कर लेने के बाद विद्यार्थी को हॉस्पिटल्स, चिकित्सीय क्लिनिक, चिकित्सा सेक्टर्स अथवा बहुराष्ट्रीय कम्पनीज में एक डायटीशियन अथवा नूट्रिशियन के रूप में कार्य का अवसर मिलता है। साथ ही इनके उम्मीदवारो का वेतन भी अच्छा रहता है।

Nutritionist
न्यूट्रीशियन

बीएससी बायोटेक्नोलॉजी

ये तीन वर्षीय विज्ञान स्नातक स्तरीय कार्य्रकम है। इसके अंतर्गत मॉलिक्यूलर एवं एप्लाइड बायोकेमिस्ट्री की जानकारी मिलती है। इस कोर्स के छात्र को अलग अलग शोध प्रोजेक्ट के द्वारा विस्तृत जानकारी एवं कौशल मिलता है। नीट परीक्षा के बिना ही छात्रों को बायोटेक्नोलॉजी विषय से बीएससी करने लेने के बाद अलग-अलग सेक्टर्स में नौकरी के भिन्न-भिन्न अवसर मिल जाते है। इसके विषय के पाठ्यक्रम करवाने वाले विभिन्न अच्छे संस्थान भी मौजूद है –

  • क्राइस्ट विश्विद्यालय
  • जामिया मिल्लिया इस्लामिया
  • शिव नादर विश्विद्यालय
  • रामजस कॉलेज
  • फर्ग्युसन कॉलेज

बीएससी (फ़ूड टेक्नोलॉजी)

ये एक 4 वर्षीय स्नातक स्तर का कार्यक्रम है जिसके अंतर्गत खाने की वस्तुओं के कच्चे माल के प्रोसेस, विकास, प्रोडक्शन एवं स्टोरेज के विषय में जानकारी दी जाती है। इस विषय की डिग्री कर लेने के बाद उम्मीदवार को विभिन्न क्षेत्र में नौकरी के मौक मिल जाते है। इस सेक्टर में करियर बनाने के लिए उम्मीदवार बीएससी के अलावा बीटेक (फ़ूड टेक्नोलॉजी) में नीट परीक्षा को दिए बगैर प्रवेश ले सकते है।

  • निम्स यूनिवर्सिटी
  • NIIT
  • गोविन्द बल्लभ पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी यूनिवर्सिटी
  • शारदा यूनिवर्सिटी

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बीएससी (एग्रीकल्चर साइंस)

कृषि का विज्ञान एक बहुआयामी सेक्टर है। इसके अंतर्गत तकनीक एवं वैज्ञानिक विषयों की जानकारी दी जाती है। कृषि से संबधित कोर्सो में बीएससी (कृषि विज्ञान) के लिए विद्यार्थियों में बहुत प्रसिद्ध विकल्प बनकर उभरा है। इस कोर्स की समयावधि पुरे 4 वर्षों की है। इसके अंतर्गत कृषि, राबंधन, खेती मशीनरी, बागवानी एवं खेती-बाड़ी से जुड़े ज्ञान को दिया जाता है। विज्ञान विषयों से कक्षा 12 की पढाई करने वाले छात्र बिना नीट परीक्षा को दिए इस कोर्स में प्रवेश ले सकते है। इसके कुछ प्रमुख संस्थान इस प्रकार से है –

  • पंजाब कृषि यूनिवर्सिटी
  • चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी
  • जी बी पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी यूनिवर्सिटी
  • बिरसा कृषि यूनिवर्सिटी
  • केंद्रीय तटीय कृषि अनुसन्धान संस्थान (ICAR)

बीएनवाईइस (BNYS)

ये पाठ्यक्रम भारत के साथ विदेशों में भी अच्छी लोकप्रियता रखता है। विश्व के विभिन्न विश्वविद्यालय योग विज्ञान एवं नेचुरोपैथी में पाठ्यक्रम करवा रहे है। इस पाठ्यक्रम में मानव शरीर को स्वच्छ करने के लिए एक्यूपंचर, पोषण, आयुर्वेदिक एवं जड़ी-बूटी दवाएँ आदि पर जोर दिया जाता है। वर्तमान समय में इस प्रकार की थेरेपी से उपचार करने के लिए अधिक जागरूकता आने के कारण BNYS कोर्स में काफी छात्र प्रवेश ले रहे है। इस पाठ्यक्रम के लिए कक्षा 12 में न्यूनतम 45 से 50 प्रतिशत अंक की माँग रहती है।

NEET के बिना भी मेडिकल क्षेत्र में करियर से जुड़े प्रश्न

नीट के बिना किस देश से MBBS हो सकता है?

नीट के बिना MBBS रूस से किया जा सकता है।

सबसे अधिक वेतन वाला पैरा मेडिकल कोर्स कौन सा है?

बीएससी पैरामेडिकल विज्ञान का वेतन विश्व स्तर पर सर्वाधिक देखने को मिलता है।

नीट परीक्षा के बिना डॉक्टर बनाना संभव है?

नीट के बिना विभिन्न पैरा मेडिकल कोर्स जैसे बीएससी नर्सिंग, बीएससी बायोटेक्नोलॉजी, बैचलर ऑफ फिजियोथैरेपी, बैचलर ऑफ फार्मेसी, बीएससी साइकोलॉजी, बीएससी बायोमेडिकल साइंस में प्रवेश लेकर चिकित्सा के क्षेत्र में कार्य कर सकते है।

नीट परीक्षा ना देने वाले उम्मीदवारो को मेडिकल कोर्स के लिए कोई अन्य परीक्षा देनी होती है?

इस प्रकार के चिकित्सा कोर्स में प्रवेश के लिए संस्थान एवं विश्विद्यालय की प्रवेश परीक्षा नहीं देनी होती है।

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