आर्ट्स – भारत की शिक्षा प्रणाली में प्रत्येक भारतीय छात्र के शैक्षिक जीवन में ऐसा अवसर अवश्य आता है, जहाँ उसे भविष्य की शिक्षा के लिये कोई एक संकाय को चुनना होता है।
ये संकाय निम्न हैं – विज्ञान वर्ग, (Science Stream), वाणिज्य वर्ग (Commerce Stream) और कला वर्ग (Arts Stream)। प्रत्येक छात्र अपनी रूचि के आधार पर इनमे से किसी भी वर्ग का चुन सकता है।
हमारे देश में विज्ञान वर्ग को अधिक प्रचलित मानते है। छात्रों और समाज में धारणा है, कि विज्ञान वर्ग के छात्रों को ही भविष्य में रोजगार के अधिक अवसर मिलते हैं, जो कि पूर्णतः असत्य है।
इस लेख में कला वर्ग और इससे जुडे मुख्य विषयों के बारे में जानकारी दे रहे है। कला वर्ग भी उतने ही महत्वपूर्ण हैं, जितना विज्ञान वर्ग और अन्य वर्ग के विषय है। विज्ञान में रूचि रखने वाले छात्र पैरामेडिकल से जुड़े कोर्स कर सकते है।

आर्ट्स स्ट्रीम क्या है?
आर्ट एक अंग्रेजी भाषा का शब्द है, जिसका हिंदी में अनुवाद होता है – कला। कला वर्ग कई सारे विषयों का एक समूह है, जिसमें समाज, भूगोल, पारिस्थितिकी, कृषि, अर्थशास्त्र आदि रोजमर्रा के जीवन में काम आने वाले विषयों को पढते हैं।
कला वर्ग के विषय हमारे सामाजिक और आर्थिक दृष्टिकोण को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
आज के दौर में हमारे देश में किसी सरकारी नौकरी को पाने से लेकर देश की सर्वश्रेष्ठ और बेहद मुश्किल संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की परीक्षाओं तक हर जगह आर्ट्स के सब्जेक्ट बहुत मदद करते है।
सब्जेक्ट की बात करें तो आर्ट्स में आने वाले विषयों में इतिहास, भूगोल, समाज शास्त्र, राजनीति विज्ञान, अर्थशास्त्र, दर्शनशास्त्र, मनोविज्ञान आदि मुख्य हैं।
आर्ट्स वर्ग में इन विषयों को गहराई से पढते हैं, आर्ट्स से सम्बन्धित प्रमुख और महत्वपूर्ण विषयों का संक्षिप्त परिचय नीचे दिया जा रहा है।
आर्ट्स में सब्जेक्ट्स
इतिहास | भूगोल |
राजनीति विज्ञान | अर्थशास्त्र |
मनोविज्ञान | दर्शनशास्त्र |
समाजशास्त्र | हिंदी |
इतिहास (History)
इतिहास एक ऐसा विषय है, जो कि लगभग हर विषय के साथ किसी न किसी रूप से जुडा होता है। आर्ट्स के सब्जेक्ट में इतिहास प्रारंभिक समय से आर्ट्स के अर्न्तगत आने वाला प्रमुख विषय रहा है। इतिहास में पहले घट चुकी घटनाओं के बारे में पढते हैं।
मनुष्य की सोचने समझने की शक्ति के विकास होने पर ही किसी न किसी रूप में मनुष्य इतिहास से जुडी चीजों को सहेजता रहा है।
ये कई प्रकार का होता है, जैसे भौतिक इतिहास, सामाजिक इतिहास, राजनीतिक इतिहास आदि। सरल शब्दों में कहें तो सृष्टि की उत्पत्ति से लेकर आधुनिक विश्व के इतिहास तक के प्रत्येक पहलू को इतिहास विषय में शामिल कर सकते है।
भूगोल (Geography)
भूगोल विषय भी आर्ट्स के अन्तर्गत आने वाला सब्जेक्ट है, भूगोल में अपने आसपास की भौतिक संरचनाओं के बारे में पढते हैं।
साथ ही देश विदेश और सम्पूर्ण पृथ्वी की संरचना के बारे में अध्ययन करते हैं, हमें अपने ग्रह पृथ्वी के साथ-साथ अन्य ग्रहों और सम्पूर्ण सौरमण्डल की भी जानकारी मिलती है।
राजनीति शास्त्र (Political Science)
राजनीति शास्त्र या राजनीति विज्ञान को भी कला वर्ग में ही रखते है। इसमें यह जानते हैं कि किसी स्थान विशेष में किसके द्वारा तथा कैसे शासन चालाया जा रहा है।
लोकतंत्र के उदय होने के बाद यह विषय काफी विस्तृत हो गया है, इसमें यह जानकारी मिलती है। कि किस देश में कैसी शासन व्यवस्था है।
यदि लोकतंत्र है तो वह किस प्रकार का है, और किसी लोकतांत्रिक व्यवस्था में कैसे शासन चलता है। जैसे भारत का ही उदाहरण लें तो भारत में लोकतांत्रिक व्यवस्था से शासन चलता है।
भारत की सीमा के विभिन्न राज्यों की सरकारों की भी जानकारी मिलती है। ऐसे किसी स्थान विशेष से लेकर सम्पूर्ण विश्व की राजनीति पर बारीकी से अध्ययन करते है।
अर्थशास्त्र (Economics)
अर्थशास्त्र विषय में मुख्यत: अर्थव्यवस्था (Economy) के बारे में बताया जाता है, इसमें किसी वस्तु की क्रय विक्रय की प्रणाली को समझते हैं।
जैसे किसी वस्तु का वास्तविक मूल्य कितना होगा, उस वस्तु पर कितना टैक्स देय है। वस्तु को बनाने के लिये कौन अधिकृत है आदि। अर्थशास्त्र विषय में हमें विभिन्न देशों की अर्थव्यवस्थाओं के बारे में भी जानकारी मिलती है।
मनोविज्ञान (Psychology)
मनोविज्ञान मन का विज्ञान है, जिसमें मनुष्य का किसी भी जीव के मस्तिष्क के बारे में अध्ययन होता हैं। मनोविज्ञान की सहायता से जीव के हावभाव और उसकी क्रियाओं को देखकर वो क्या सोच रहा है।
या भविष्य में वह क्या कर सकता है, यह पता लगा सकते हैं। इसमें हम मनुष्य की भावनाओं को पढ सकते हैं, मनोरोगों का इलाज करने में मनोविज्ञान विषय बहुत मदद करता है।
दर्शनशास्त्र (Philosophy)
दर्शनशास्त्र एक गहन चिंतन का विषय है। दर्शनशास्त्र में हम किसी एक विषय के बारे में विभिन्न दृष्टिकोणों से चिंतन और अध्ययन करते हैं।
जीवन से सम्बन्धित सिद्वान्तों की व्याख्या भी दर्शनशास्त्र से होती है, जैसे परम सत्य का सिद्वान्त, यथार्थवाद का सिद्वान्त, विकास का सिद्वान्त आदि।
समाजशास्त्र (Sociology)
समाजशास्त्र में मानव समाज के बारे में जानकारी दी जाती है। सामाजिक सुरक्षा, सामाजिक दायित्व, संस्कृति आदि इस विषय के अन्तर्गत आने वाले विषय हैं।
आर्ट्स के वैकल्पिक विषय
जब कला वर्ग से अपनी शिक्षा को जारी रखना चाहते हैं, या कला वर्ग में ही उच्च शिक्षा लेना चाहते हैं। तो कला वर्ग के विषयों के साथ-साथ वैकल्पिक विषयों को चुनने का विकल्प भी मिलता है। ये विकल्प हैं –
अंग्रेजी | हिंदी |
कंप्यूटर | फिजिकल एजुकेशन |
संगीत | योगा |
गृह विज्ञान | गणित |
संस्कृत | फ्रेंच |
जर्मन | स्पेनिश |
मैंडरिन चीनी भाषा | उर्दू |
अरबी | नृत्य कला |
जापानी | ग्राफिक्स |
कानूनी अध्ययन | सूचना विज्ञान |
कमर्शियल आर्ट | उद्यमिता |
मूर्तिकला | चित्रकला |
नोट – अंग्रेजी या हिन्दी के स्थान पर छात्र ‘भारतीय संविधान की आठवीं अनुसूची में वर्णित भाषाओं’ को भी विषय के तौर पर चुन सकते हैं। हालांकि यह पूर्ण रूप से उस राज्य और शैक्षणिक संस्थानों के पर निर्भर करता है।
आर्ट्स के विभिन्न कोर्सेस
यदि आप 12वीं कक्षा उत्तीर्ण कर चुके हैं, और अब आगे की शिक्षा कला वर्ग के विषयों के साथ लेना चाहते हैं। अधिकांश विश्वविद्यालय स्नातक स्तर के कोर्सेस उपलब्ध करवाते हैं। जिनमें से मुख्य कोर्सेस हैं –
Bachelor of Arts [BA] | BA in Journalism and Mass Communication |
BA LLB | Bachelor of Fashion Designing |
BBA LLB | Bachelor of Event Management |
Bachelor of Design [B Des] | Bachelor of Social Work |
Bachelor of Hotel Management [BHM] | Bachelor of Management Studies [BMS] |
Bachelor of Fine Arts [BFA] | Bachelor of Physical Education [BPEd] |
Bachelor of Education [BED] | Bachelor of Business Management |
Bachelor of Business Administration [BBA] | BA in English Literature |
Bachelor of Business Studies [BBS] | BA in English |
आर्ट्स स्ट्रीम में करियर
आर्टस स्टीम से शिक्षा ग्रहण करने के पश्चात छात्रों को अलग-अलग क्षेत्रों में रोजगार के पर्याप्त अवसर मिलते हैं। सरकारी तथा गैर सरकारी दोनों में पर्याप्त रोजगार के अवसर हैं।
यहाँ वकालत के क्षेत्र में एक पेशेवर वक्ता के रूप में या अध्यापन के क्षेत्र में आदि है।
- न्यायिक व्यवस्था (Judiciary) के क्षेत्र में (अधिवक्ता, न्यायाधीश अथवा अभियोजन अधिकारी के रूप में)
- फैशन डिजाइनिंग के क्षेत्र में
- पत्रकार (Journalist) के रूप में
- इवेंट प्लानर के रूप में
- ग्राफिक डिजाइनर के रूप में
- पेशेवर वक्ता (Professional Speaker) के रूप में
- मनोविज्ञानी (Psychiatrist) के रूप में शोध और मनोरोग (Mental Illness) चिकित्सा के क्षेत्र में
- जनसंपर्क अधिकारी के रूप में
- समाजशास्त्री (Sociologist)के रूप में
- Policy Analyst (नीति विश्लेषक) के रूप में
- सोशल मीडिया प्रबंधन के क्षेत्र में
- इतिहासकार (Historian) और पुरालेखपाल (Archivist) के रूप में इतिहास के क्षेत्र में
- संग्रहालय निरीक्षण में
- सूचना के क्षेत्र में
- लेखक के रूप में
- रिसर्चर शोधकर्ता के रूप में
- अध्यापन के क्षेत्र में (अध्यापक अथवा लेक्चरर)
- पुलिस और प्रशाशनिक सेवाओं में।
- सामजिक कार्यकर्ता के रूप में।
आर्ट्स में सब्जेक्ट से जुड़े प्रश्न/ उत्तर
आर्ट्स स्ट्रीम में कितने विषय होते है?
मुख्य रूप से इतिहास, भूगोल, राजनीति विज्ञान, अर्थशास्त्र, मनोविज्ञान, दर्शनशास्त्र, समाजशास्त्र विषय आर्ट्स स्ट्रीम में आते हैं।
आर्ट्स में कौन-कौन सी नौकरियां हैं?
इसमें अधिवक्ता, जर्नलिज्म, ग्राफिक डिजाइनर, मनोविज्ञानी, समाजशास्त्री, नीति विश्लेषक, इतिहासकार, लेखक, रिसर्चर आदि में से किसी भी क्षेत्र में करियर बना सकते हैं।
फाइन आर्ट्स क्या होता है?
फाइन आर्ट्स में हमें कलात्मक विषयों के बारे में जानकारी दी जाती है, जैसे नृत्यकला, संगीत, साहित्य, चित्रकला, फोटोग्राफी, फिल्म मेकिंग, वास्तुकला, मूर्तिकला आदि।
आर्ट्स का मतलब क्या होता है ?
आर्ट्स का मतलब कला से है, एवं इसके अतिरिक्त इसे हुनर और कौशल भी कहते है।