Char Dham Yatra Panjikaran 2023: चार धाम यात्रा पंजीकरण कैसे करें – यात्रा ई-पास

बुढ़ापे के दिनों में हर किसी का सपना चार धाम यात्रा करने का रहता है। किन्तु अब चार धाम की यात्रा के नए नियमानुसार चार धाम यात्रा का पंजीकरण (Char Dham Yatra Panjikaran) करना अनिवार्य है। पिछले कुछ वर्षों में कोरोना महामारी के प्रकोप की वजह से चार धाम यात्रा के संचालन में बहुत समस्या आ रही थी।

सरकार ने यात्रियों के पंजीकरण के लिए ऑनलाइन पोर्टल को भी लॉन्च किया है। इस पोर्टल पर कोई भी इच्छुक यात्री अपना पंजीकरण करके चार धाम यात्रा पर आ सकता है।

char dham yatra panjikaran
चार धाम यात्रा रजिस्ट्रेशन

Table of Contents

चार धाम यात्रा पंजीकरण

एक बार रजिस्ट्रेशन होने के बाद उनको चार धाम यात्रा करने की अनुमति मिल जाएगी। इसके साथ ही वे लोग उत्तराखंड राज्य में किसी भी स्थान पर घूम सकेंगे। Char Dham Yatra Panjikaran 2023 वह सभी यात्री कर सकते है जो उत्तराखंड राज्य से बाहर निवास करते है। यानी की उत्तराखंड राज्य के नागरिकों को चार धाम यात्रा में जाने के लिए पंजीकरण करने की आवश्यकता नहीं है।

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Char Dham Yatra Panjikaran

लेख का विषयChar Dham Yatra Panjikaran 2023
विभाग का नामपर्यटन विभाग , उत्तराखंड
उद्देश्यचार धाम यात्री का पंजीकरण करना
लाभार्थीचार धाम यात्री
पोर्टल का नामदेहरादून स्मार्ट सिटी पोर्टल
आधिकारिक वेबसाइटhttps://registrationandtouristcare.uk.gov.in/

चार धाम यात्रा पंजीकरण 2023

  • Char Dham Yatra Panjikaran प्रक्रिया 21 फरवरी 2023 से शुरू हो चुकी है और उत्तराखण्ड की सरकार ने भी यात्रा के सुचारु रहने के लिए सभी व्यवस्था करने के आदेश विभागों को भी दे दिए है।
  • प्रदेश सरकार ने अभी सिर्फ बदरीनाथ एवं केदारनाथ की यात्रा के लिए ही रजिस्ट्रेशन पोर्टल को शुरू कर रखा है। इन्हे 21 फरवरी से ही शुरू कर दिया गया है। 25 अप्रैल में केदारनाथ एवं 27 अप्रैल में बद्रीनाथ धाम के कपाट खुलने वाले है। अब गंगोत्री एवं यमुनोत्री के कपाट भी खोले जाने की तारीख शासन द्वारा बताई जाएगी।
  • चली आ रही प्रथा के अनुसार अक्षय तृतीय त्यौहार के दिन यानी कि 22 अप्रैल को इन दोनों धामों के कपाट खुलने के अनुमान है।
  • इस बार की यात्रा के दौरान किसी भी यात्री को ई-पास बनाने की आवश्यकता नहीं रहेगी। यात्रियों को सिर्फ अपना पंजीकरण करना है और इसके बाद आपका काम हो जाएगा।
  • पंजीकरण होने के बाद आप चार धाम यात्रा कर सकते है और साथ में प्रदेश के किसी भी अच्छे स्थान पर भी जाकर सैर का मजा ले सकते है।
  • चार धाम यात्रा का रजिस्ट्रेशन करने के लिए उम्मीदवारो को देहरादून स्मार्ट सिटी पोर्टल पर अपना रजिस्ट्रेशन करना होगा।
  • पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन के दौरान आधार नंबर की जरुरत होगी। यहाँ पर उत्तराखंड के निवासियों को रजिस्ट्रेशन की जरुरत नहीं है।
  • उत्तराखंड में चार धाम यात्रा के लिए आने वाले सभी लोगो को राज्य की सीमा नारसन और आशारोड़ी में ही अपना रजिस्ट्रेशन करवाना होगा। राज्य में इनके अलावा ऋषिकेश एवं अन्य जगहों पर भी रजिस्ट्रेशन की सुविधा मिलेगी।
  • सभी इस बात को अच्छे से जानते है कि बीते 3 सालों में चार धाम की यात्रा को कोरोना महामारी की वजह से सही प्रकार के जारी नहीं क्या जा रहा था। किन्तु राज्य के पर्यटन विभाग के अनुसार इस साल के लिए लाखों की संख्या में श्रद्धालु यहाँ के होटल्स में अपनी बुकिंग करवा चुके है।
  • अभी 2 महीनो के लिए GMVN के सारे गेस्ट हाउस भी पूरी तरह से बुक हो चुके है।
  • केदारनाथ हेली सर्विस की ऑनलाइन बुकिंग भी 1 माह के लिए एकदम फुल हो चुकी है।
  • इन सभी बातों से ही अनुमान लगाया जा सकता है कि इस वर्ष उत्तराखण्ड में लाखों की संख्या में चार धाम यात्री आने वाले है।

चार धाम यात्रा के दर्शनार्थियों को पुराने समय की तरह ई-पास बनाने की जरुरत नहीं होगी क्योंकि अब श्रद्धालुओ को सिर्फ रजिस्ट्रेशन ही करना होगा।

चार धाम यात्रा की रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया (Char Dham Yatra Panjikaran 2023)

  • सबसे पहले आपने पंजीकरण के पोर्टल की वेबसाइट registrationandtouristcare.uk को ओपन करना है।
  • पोर्टल की वेबसाइट के होम पेज के बाई ओर पर आपने “Registration/ Login” विकल्प को चुनना है। choosing rejistration option
  • विकल्प को चुनने के बाद आपको नए पेज के बाई ओर रजिस्ट्रेशन फॉर्म मिलेगा।
  • इस फॉर्म में आपने माँगी जाने वाली सभी जानकारी जैसे – अपना नाम, फ़ोन नंबर, आपका टूर ऑपरेटर और आप अकेले आ रहे है अथवा परिवार के साथ इत्यादि को दर्ज़ करना है।
  • ये सभी विवरण सही प्रकार से देने के बाद आपने अपना पासवर्ड बनाना है।
  • बनाए पासवर्ड को कन्फर्म करने के बाद आपने “Sign Up” दबाना है। filling details in registration form
  • इस प्रकार से आपका पर्यटन विभाग, उत्तराखंड के पोर्टल पर खाता बन जायेगा।
  • अब अपने दोबारा से पोर्टल के होम पेज में आकर “Registration/ Login” विकल्प को चुनना है।
  • आपने दिख रहे बॉक्स में अपना “यूजर नेम एवं पासवर्ड” और कॅप्टचा कोड दर्ज़ करके “Sign In” बटन दबाना है। filling login details
  • सफलतापूर्वक लॉगिन होने के बाद आप अपना पंजीकरण कर सकेंगे और इसमें आपको अपने प्रमाण-पत्रों की भी जरुरत होगी।
  • इसके बाद आपने चारधाम यात्रा के आवेदन फॉर्म को सही प्रकार से भरना है।
  • इस प्रकार से आपकी चार धाम यात्रा की ऑनलाइन पंजीकरण प्रक्रिया पूरी हो जाएगी।

रजिस्ट्रेशन के बगैर यात्रा नहीं हो सकेगी

देश के किसी भी राज्य से चार धाम यात्रा पर अपने वाले यात्रियों को ध्यान रखना होगा कि सभी के लिए पर्यटन विभाग के आधिकारिक पोर्टल पर अपना Char Dham Yatra Panjikaran 2023 करना अनिवार्य होगा। इस वर्ष सरकार ने चार धाम यात्रा में सख्ती रखते हुए आदेश दिए है कि कोई भी यात्री बिना रजिस्ट्रेशन के चार धाम की यात्रा नहीं कर सकेगा।

उम्मीदवारों के रजिस्ट्रेशन के मामले में भी सरकार ने ठोस व्यवस्था कर दी है। सरकार की ओर से देश-विदेश के यात्रियों के लिए वॉट्सऐप समेत चार माध्यम से पंजीकरण की सुविधा मिल रही है।

व्हाट्सअप समेत चार अन्य पंजीकरण विकल्प

  • यात्रियों को अपने साथ आधार कार्ड ज़रूर रखना है चूँकि रजिस्ट्रेशन में आपकी आधार संख्या दी जाएगी।
  • यात्री वेबसाइट registrationandtouristcare.uk.gov.in से अपना रजिस्ट्रेशन कर सकते है।
  • व्हाट्सअप नंबर 8394833833 से भी रजिस्ट्रेशन हो सकेगा।
  • इसके अलावा टोल फ्री नंबर 01351364 से मोबाइल ऐप touristcareuttarakhand को इनस्टॉल करके भी यात्री रजिस्ट्रेशन कर सकेंगे।

चार धाम यात्रा का महत्व

भारत के चार धाम देवभूमि राज्य उत्तराखण्ड में हिमालय की चोटियों में मौजूद है। सनातन धर्म में मोक्ष को सर्वोत्तम पुरुषार्थ बताया गया है। ऐसी मान्यता है कि चार धाम की यात्रा मानव को मोक्ष के मार्ग पर एक कदम और आगे ले जाती है। हर हिन्दू को जीवन में एक बार चार धाम यात्रा करके अपने कर्म ज़रूर धोने चाहिए।

चार धामों के कपाट कब खुलेंगे

  • समय के साथ Char Dham Yatra Panjikaran 2023 में बढ़ोत्तरी हो रही है।
  • बद्रीनाथ धाम के कपाट 27 अप्रैल, केदारनाथ धाम के कपाट 25 अप्रैल के दिन से खुलेंगे।
  • गंगोत्री एवं यमुनोत्री के कपाट 22 अप्रैल यानी अक्षय तृतीय के दिन खुलेंगे।
  • 22 मार्च के दिन पहली नवरात्री में गंगोत्री एवं यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने का समय निश्चित हुआ है।
  • गंगोत्री मंदिर की समिति के सचिव सुरेश सेमवाल ने जानकारी दी है कि इस वर्ष अक्षय तृतीया 22 अप्रैल की तारीख में पड़ेगी।
  • इस साल दो दिन की संशय वाली स्थिति नहीं रहेगी।

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चार धाम यात्रा के जरुरी बिंदु

  • यात्रा की शुरुआत आप अपनी सुविधा से दिल्ली, हरिद्वार, ऋषिकेश अथवा देहरादून से कर सकते है।
  • सभी यात्रियो का बायोमेट्रिक रजिस्ट्रेशन जरुरी होगा।
  • यात्रा के समय अपने पास आधार कार्ड, मतदाता पहचान पत्र, पैन कार्ड, डीएल अथवा पासपोर्ट अपने पास रखें।
  • तीर्थ के पास ही आपको शिविर की सभी सुविधाएँ आसानी से मिलेगी और बजट वाले आवास भी मिल सकेगें।
  • यात्री हेलीकाप्टर के माध्यम से भी चार धाम यात्रा कर सकेंगे। इसकी बुकिंग ऑनलाइन एवं ऑफलाइन हो सकेगी।
  • वृद्ध लोग एवं चलने में असमर्थ लोग पालकी, घोडा एवं पिट्ठू की सुविधा ले सकते है।
  • सभी यात्री अपने साथ गर्म कपडे, स्वेटर, गर्म मौजे एवं बरसाती अवश्य रखे।
  • यात्रा में मजबूत पकड़ रखने वाले जूते पहनकर आये।

राज्य में ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन केंद्रों के सूची

जिन भी यात्रियों को किसी कारण से ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करने में असुविधा हो वे उत्तराखण्ड के विभिन्न जिलों के रजिस्ट्रेशन सेंटर्स में अपने दस्तावेज़ों के साथ रजिस्ट्रेशन कर सकते है। राज्य के रजिस्ट्रेशन सेंटर्स की लिस्ट इस प्रकार से है –

जिले का नामपंजीकरण केंद्र
हरिद्वारराही होटल
उत्तरकाशीहिना, जन की चट्टी, गंगोत्री
चमोलीपाखी, बद्रीनाथ
रुद्रप्रयागसोन प्रयाग, केदारनाथ
देहरादूनगुरुद्वारा, ऋषिकेश, RTO
उत्तरकाशीगंगोत्री, यमुनोत्री, डोबट्टा, बड़कोट
चमोलीहेमकुंड साहिब, गोविंद घाट, जोशीमठ, हेमकुंड साहिब, बद्रीनाथ
हरिद्वाररेलवे स्टेशन
रुद्रप्रयागफट्टा, गौरीकुंड, केदारनाथ
देहरादूनISBT, Rishikesh
उत्तरकाशीयमुनोत्री

प्रमाण-पत्रों के सत्यापन करने वाले केन्द्रो की लिस्ट

जिले का नामजिले का नाम
उत्तरकाशीचमोली
रुद्रप्रयागयमुनोत्री
गंगोत्रीबद्रीनाथ
हेमकुंड साहिबकेदारनाथ

चार धामा यात्रियों का 2022-23 में डेटा

इस वर्ष चार धाम यात्रा के लिए भारी संख्या में यात्री पहुँच रहे है। इस वजह से ही इस साल 15 अगस्त तक यहाँ आने वाले यात्रियों की संख्या 10 लाख से अधिक हो गयी है। साल 2019 में यहाँ आने वाले यात्रियों की संख्या 10 लाख 35 हजार रही थी। इस वर्ष के लिए उत्तराखण्ड की चार धाम यात्रा के लिए यात्रियों की संख्या इस प्रकार से है –

तीर्थयात्री संख्या
केदारनाथ10,10,681
बद्रीनाथ10,66,340
गंगोत्री4,67,757
यमनोत्री3,60,365
हेमकुंड1,51,406

Char Dham Yatra Panjikaran 2023 से जुड़े प्रश्न

चार धाम यात्रा रजिस्ट्रेशन कैसे करना है?

यात्री ऑनलाइन एवं ऑफलाइन माध्यम से चार धाम यात्रा रजिस्ट्रेशन कर सकते है। यात्री उत्तराखंड की सीमा नारसन एवं आशारोड़ी से पंजीकरण कर सकेगें। इसके अलावा ऋषिकेश एवं प्रदेश के यात्रा मार्गो के केंद्रों से भी पंजीकरण की सुविधा ले सकते है।

बद्रीनाथ दर्शन में क्या-क्या चढ़ा सकते है?

मंदिर में श्रद्धालु तुलसी की माला, चने की कच्ची दाल, सूखे नारियल एवं मिश्री का प्रसाद चढ़ाते है। स्कन्द पुराण के मुताबिक बद्रीनाथ देश का सबसे पुराना तीर्थ है।

उत्तराखण्ड के नागरिको को अपना पंजीकरण करना होगा?

नहीं, प्रदेश के नागरिक बिना पंजीकरण के अपनी यात्रा कर सकेंगे। बाकी के सभी राज्यों के यात्रियों को अपना पंजीकरण करना होगा।

चार धाम यात्रा में हेल्पलाइन नंबर क्या है?

चार धाम यात्रियों के लिए हेल्पलाइन नंबर +91-135-2552626 / +91-135-2559987 है। यात्री चाहे तो ईमेल आईडी [email protected] पर अपनी बात भेज सकते है।

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