नौजवानों में भारतीय सेना में शामिल होने का जज्बा स्कूली दिनों से ही देखा जा सकता हैं। गाँव हो या शहर सुबह के समय मैदानों में नौजवान सेना की शारीरिक दक्षता परीक्षा आर्मी भर्ती रैली की तैयारी करते देखे जातें हैं। भारतीय सेना के शौर्य और पराक्रम को प्रिंट एवं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के माध्यम से सभी सामान्य नागरिक परिचित हैं।
यह भारतीय सशस्त्र बलों का सबसे बड़ा घटक हैं। परन्तु कुछ सर्वे दिखातें हैं कि सेना में जाने के इच्छुक नौजवान और आम नागरिक भारतीय सेना में वेतनमान संरचना के अंतर्गत वेतनमानों, भत्तों, बोनसों एवं अन्य लाभों से सन्दर्भ में कम जानकारी रखतें हैं। इस लेख में आपको इंडियन आर्मी सैलरी स्लिप के पदानुसार विवरण की जानकारी दी जा रही है।
इंडियन आर्मी सैलरी स्लिप
भारतीय सेना हमारे देश में सबसे प्रतिष्ठित मांग रखने वाले विभाग हैं हालांकि वेतन संरचना पदों के आधार पर भिन्न होती हैं। यदि हम साँतवे वेतन आयोग का अध्ययन करे तो हमें विभिन्न ग्रैडों के लिए वेतनमान, मुआवज़ा-प्रणाली, अन्य प्रोत्साहन को समझने में सुविधा होगी।
भारतीय सेना के अधिकारियों को अच्छा वेतन (आर्मी कर्नल सैलरी) एवं मुआवज़ा मिलता हैं। 3 से 18 ग्रेड पे लेवल के साथ मुआवज़ा स्केल 21,700/- रूपये से 2,50,000/- रूपये तक हैं। प्रत्येक वर्ष, भारतीय सेना सैकड़ो खुलें पदों के लिए विज्ञप्ति ज़ारी करतें हैं। भारतीय सेना में विभिन्न पद होतें हैं जैसे – सूबेदार, नायक सूबेदार, सिपाही, कर्नल, कप्तान एवं अन्य।
5 सितम्बर 2016 को भाजपा के नेतृत्व में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन सरकार ने 7 सीपीसी की शिफारिशों को कार्यान्वित किया। इसी वर्ष 7 सितम्बर को थल, नौसेना, वायु सेना के प्रमुखों ने “अनसुलझे विसंगतियों” के बारे में चिंता व्यक्त करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री मनोहर परिकर को पत्र भेजा। भारत के राष्ट्रपति थलसेना के प्रधान सेनापति होते हैं।
भारतीय सेना में वेतनमान
भारतीय सेना में वेतन की संरचना को सेना के सैनिको के रैंक या ट्रेडों द्वारा निर्धारित करते हैं। सेना की इकाइयों को सातवें वेतन आयोग के अनुसार भुगतान किया जाता हैं। वेतनमान वेतन आयोग मेट्रिक्स के अंदर मुआवज़े की सीमा या वेतन संरचना हैं जो प्रारंभिक वेतन के साथ-साथ उस वेतनमान में एक सैनिक को मिलने वाले उच्चतम भुगतान को दर्शाती हैं।
एक गैर-कमीशन से शुरू करके जैसे-जैसे आगे बढ़ते हैं तो सेना के जवान का वेतन और भी बढ़ता हैं। सेना सभी रैंकों पर सीधी प्रविष्टि नहीं देती हैं। वास्तव में, बहुत कम रैंक होते हैं जहाँ विभिन्न प्रक्रियाओं के द्वारा सीधे प्रवेश की आज्ञा हैं। वेतन के आधार पर सबसे छोटी रैंक सिपाही से शुरू होती हैं। भारतीय सेना सैनिको को अपने वेतन जानने के लिए हमराज़ ऐप की सेवा देती है।
सातवें वेतन आयोग के बाद आर्मी में वेतन
वर्तमान समय में देश के सक्रिय रक्षा कर्मियों का 80% हिस्सेदारी भारतीय सेना की हैं। अनुमान के अनुसार 12,00,255 सक्रिय एवं 9,90,960 आरक्षित सैनिको के साथ दुनिया में दूसरा स्थान रखती हैं। भारतीय सेना में सैन्य-दल (रेजिमेंट) प्रणाली हैं। सेना के आधुनिकीकरण के लिए भारतीय बजट का 25% भाग रक्षा क्षेत्र पर व्यय होता हैं। भारतीय सेना में वेतन के स्तर पर कुछ संशोधन किये गए हैं। आधिकारियों को उस रैंक के आधार पर मुआवज़ा मिलेगा जिस रैंक पर उन्हे नियुक्त किया हैं। भारतीय सेना में रैंक-आधारिक वेतनमान निम्न हैं:
- सेनाध्यक्ष (लेवल 18) – 2,50,000/- (स्थिर)
- विसिओएएस/ सेना कमाण्डर/ लेफ्टिनेंट जनरल (एनईजीएस) (लेवल 17) – 2,25,000/- (फिक्स्ड)
- भारतीय सेना के लेफ्टिनेंट जनरल वेतन (स्तर 15) – 1,82,200/- — आईएनआर 2,24,
- भारतीय सेना के मेजर जनरल वेतन (स्तर 14) – 1,44,200/- — आईएनआर 2,18,
रैंक के अनुसार सैनिक के भत्ते
सरकारी कर्मचारियों को उन गतिविधियों के लिए मुआवजा मिलता हैं जिनमे व्यय की आवश्यकता होगी। परिवहन सुविधा, मकान किराया, स्वस्थ्य खर्च आदि भत्ते प्रमुख हैं। भारतीय सेना को मूल वेतन से अलग उनकी ज़रूरतों और खर्चों के लिए कई लाभ और भत्ते मिलते हैं। भारतीय सेना की आधिकारिक वेबसाइट http://indianarmy.nic.in पर समय-समय पर वेतन, भत्ते एवं अन्य लाभ सम्बंधित सूचनाओं को देते हैं। इनमें एचआरए, परिवहन प्रोत्साहन एवं अन्य भत्ते शामिल है, विस्तृतरूप से इनका विवरण निम्न हैं –
- परिवहन भत्ते – INR 3,600/- + डीए – INR 7,200/- + डीए
- सैनिक सेवा वेतन – INR 15,500/- (लेफ्टिनेंट पोस्ट से ब्रिगेडियर तक)
- आतंकवाद विरोधी – INR 6,300/-
- वर्दी भत्ते – INR 20,000/- प्रति वर्ष
- क्षेत्र भत्ते – INR 10,500/-
- पैराशूट पे – 1200/-
- उच्च ऊंचाई भत्ते – INR 5,300/-
- सियाचिन – INR 42,500/- प्रति माह
- विशेष बल – INR 9,000 /- प्रति माह
- उड़ान वेतन – INR 25,000 /-
कुछ अन्य लाभ यह हैं – 20 दिनों की आकस्मिक छुट्टी, आहरित अंतिम वेतन के 300 दिनों तक के अवकाश का नकदीकरण, पूरे वेतन और सभी लाभों के साथ 2 वर्ष तक का अध्यनन अवकाश, आजीवन पेंशन, महँगाई भत्ता: असैन्य कर्मियों के समान, डेथ कम रिटायरमेंट ग्रैचुइटी और विदेशी पोस्टिंग। यदि कोई कर्मी सेना को छोड़ता हैं तो भारतीय सेना से सेवानिवृत होकर लाभ लेने का समय 19 वर्षो की सेवा या 42 वर्ष की आयु निर्धारित की गयी हैं।
कुछ वर्ष पहले तक भारतीय सेना में विभिन्न पदों के वेतनमान का आंकलन करना कठिन होता था। किन्तु अब भारतीय सेना के वेतनमान को 7वी सीपीसी और पे मैट्रिक्स टेबल की सहायता से सरलतापूर्ण समझ सकतें हैं।
भारतीय सेना वेतन में लाभ
- हवाई/ रेल यात्रा रियायत
- मुफ्त अस्पताल सुविधा
- कम ब्याज ऋण
- कैंटीन सुविधा, राशन इत्यादि।
रैंक-वार इंडियन आर्मी सैलरी स्लिप
भारतीय सेना में सभी कैडेटों को समान प्रशिक्षण के साथ शुरुआत करनी होती है चाहे उनकी रैंक कुछ भी हो। प्रशिक्षण अवधि के बाद, कैडेटों को पदोन्नत मिलती है। इन सभी स्तरों को गैर-कमीशन अधिकारी, कनिष्ठ कमीशंड अधिकारी और कमीशन अधिकारी के रूप में वर्गीकृत किया गया है। इंडियन आर्मी सैलरी स्लिप में रैंक के आधार पर वेतन बैंड में वजीफा 15,000 रुपये से 21000 रुपये तक है।
- लेफ्टिनेंट जनरल – 1,82,000
- मेजर जनरल – 1,44,200
- ब्रिगेडियर – 1,39,600
- कोलोनेल – 1,30,000
- लेफ्टिनेंट कोलोनेल – 1,12,000
- मेजर – 1,00,000
- कप्तान – 75,000
- लेफ्टिनेंट – 68,000
- सूबेदार मेजर – 65,000
- सूबेदार – 50,000
- नायब सूबेदार – 45,000
- हवालदार – 40,000
- नायक – 35,000
- लांसनायक – 30,000
- सिपाही (राइफलमैन) – 25,000
इंडियन आर्मी सैलरी स्लिप से जुड़े कुछ प्रश्न एवं उत्तर
इंडियन आर्मी सैलरी स्लिप में ग्रेड वेतन और मूल वेतन क्या हैं?
ये दोनों शब्द वेतन का वर्णन करते हैं। भारतीय सेना में ग्रेड वेतन वह राशि हैं जो कर्मियों को उनकी श्रेणी, वर्ग, और वेतन बेंड के अनुसार मिलती हैं। भारतीय सेना में मूल वेतन पूरे वेतन का का 35-50 प्रतिशत होता हैं। यह एक निर्धारित राशि हैं जो वेतन में किसी भी कटौती, बोनस, भत्ते, ओवरटाइम या वृद्धि से अग्रिम भुगतान की जाती हैं।
भारतीय सेना में वेतन किस प्रकार से तय होता हैं?
भारतीय सेना में एक जवान अथवा अधिकारी का शुरूआती वेतन नौकरी के शीर्षक से तय होता हैं।
भारतीय सेना में शुरूआती वेतन क्या हैं?
सैनिको के लिए औसत वेतन 25,000 रूपये से शुरू होकर 30,000 रूपये तक हैं।
भारतीय सेना में एक लेफ्टिनेंट का वेतन कितना हैं?
भारतीय सेना में एक लेफ्टिनेंट का वेतन 56,100 और 1,77,500 के बीच होता हैं।
भारतीय सेना में एक मेजर का वेतन कितना हैं?
भारतीय सेना में मेजर की सैलरी 1,00,000 होगी।
भारतीय सेना में सबसे अधिक वेतन कितना हैं?
भारतीय सेना में सबसे अधिक वेतन 2,50,000 रूपये प्रति माह एक जनरल का हैं।
भारतीय सेना का हेल्पलाइन नंबर क्या हैं?
भारतीय सेना में सामान्य जानकारिया पाने के लिए 011-23792543 नंबर पर संपर्क कर सकतें हैं।