छत्तीसगढ़ गोधन न्याय योजना: ऑनलाइन आवेदन (CG Godhan Nyay) लाभ व पात्रता

छत्तीसगढ़ के किसानों के लिए प्रदेश सरकार ने आय में बढ़ोत्तरी के लिए छत्तीसगढ़ गोधन न्याय योजना की घोषणा की है। इस योजना के अंतर्गत एक अच्छी बात यह भी है कि गाय पालक अपनी गाय का गोबर भी सरकार को बेच सकेंगे और सरकार इस गोबर से कम अपोजिट खाद तैयार करके किसानों को ही किफायती मूल्य पर बेचेगी।

इस प्रकार से सभी लाभार्थी किसान अच्छी गुणवत्ता की खाद कम मूल्य में लेकर अच्छी खेती कर सकेंगे। अब योजना के आने के बाद से सभी किसान अपनी फसल के साथ गोबर से अतिरिक्त आय भी अर्जित करेंगे।

इस लेख के अंतर्गत आपको छत्तीसगढ़ गोधन न्याय योजना से सम्बंधित सभी जरुरी जानकारियाँ जैसे उद्देश्य, विभिन्न फायदे, जरुरी प्रमाण पत्र एवं योग्यताएँ एवं आवेदन प्रक्रिया इत्यादि के बारे में विस्तृत विवरण मिलेंगे।

Chhattisgarh Godhan Nyaya Yojana - छत्तीसगढ़ गोधन न्याय योजना
Chhattisgarh Godhan Nyaya Yojana

Table of Contents

छत्तीसगढ़ गोधन न्याय योजना

छत्तीसगढ़ राज्य के मुख्यमंत्री माननीय भूपेश बघेल जी के 20 जुलाई 2020 के दिन छत्तीसगढ़ गोधन न्याय योजना की शुरुआत की थी। सरकार ने इस पोर्टल को प्रदेश के किसान और पषुपालक वर्ग को लाभ देने के लिए शुरू किया था। यह योजना प्रदेश के गौ पालक एवं भैस पालको से गोबर की खरीद करेगी। लाभार्थियों से गोबर को एकत्रित करके प्रदेश सरकार कृषि खाद तैयार कराएगी।

प्रदेश सरकार गायों के लाभ की दिशा में भी काम करेगी। प्रदेश के जो भी किसान अथवा पशुपालक CG Godhan Nyay का फायदा लेने की इच्छा रखते है उनको निर्धारित प्रक्रिया से ही आवेदन करना होगा। यह ध्यान देने वाली बात है कि सभी गोबर 2 प्रकार के है और प्रदेश सरकार इनको 2 रुपए/ कुंटल के मूल्य से खरीदेगी।

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CG Godhan Nyay 2023

योजना का नामछत्तीसगढ़ गोधन न्याय योजना
संबंधित विभागछत्तीसगढ़ सरकार
उद्देश्यकिसानों की आय में वृद्धि करना
लाभार्थीप्रदेश के किसान
गोबर का मूल्य2 रुपए/ किलो
माध्यमऑनलाइन
श्रेणीसरकारी योजना
आधिकारिक वेबसाइटhttps://www.cgstate.gov.in/

छत्तीसगढ़ गोधन न्याय योजना के उद्देश्य

  • CG Godhan Nyay प्रदेश के सभी किसानो एवं पशुपालको को आय का नया विकल्प देगी।
  • लाभार्थी किसान अपनी फसल को बेचने के साथ ही गोबर भी बेचकर पैसे पा सकेंगे।
  • प्रदेश में आवारा जानवरों के नुकसान में कमी होगी।
  • इन लोगो को सरकार से कम मूल्य पर खाद भी मिलेगी।
  • खेती में रासायनिक खादों के प्रयोग में कमी हो सकेगी।
  • प्रदेश में पशु पालने का काम करने एवं भूमिहीन पशुपालक भी गोबर को बेच सकेंगे।
  • पुरानी जैविक खेती की तकनीक को बढ़ावा मिलेगी।
  • प्रदेश के महिला स्वयं समूहों को भी कार्य एवं कमाई का अवसर मिल सकेगा।
  • छत्तीसगढ़ गोधन न्याय योजना अपने लाभार्थी किसान अथवा अन्य नागरिक को अतिरिक्त आय प्राप्त करके जीवन स्तर को सुधारने का अवसर देगी।

छत्तीसगढ़ गोधन न्याय योजना में मुख्य बिन्दु

राज्य सरकार ने यह योजना प्रदेश में पशु पालन करने वाले एवं किसानों को लाभान्वित करने के लिए शुरू की है। यह पोर्टल प्रदेश के किसानों को किस प्रकार से फायदे दे रही है इसको हम नीचे दिए गए बिंदुओं से समझ सकेंगे –

  • छत्तीसगढ़ गोधन न्याय योजना के अंतर्गत गोधन समिति को 1 करोड़ एवं महिला समूह को 2 करोड़ रुपयों की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी।
  • सरकार ने योजना में प्रत्येक माह में कम से कम 2.5 क्विंटल गोबर खरीदने का लक्ष्य रखा है और इसके लिए सरकार करीबन 5 करोड़ रुपए कीमत देगी।
  • Chhattisgarh Godhan Nyaya Yojana में सरकार ने गोबर की बेच के लिए ऑफलाइन जगह चुनी है जहाँ पर कोई भी श्रमिक अथवा किसान-पशुपालक या फिर अन्य व्यक्ति भी गोबर बेच सकेंगे।

छत्तीसगढ़ गोधन न्याय योजना की विशेषताएँ और फायदे

  • छत्तीसगढ़ गोधन न्याय योजना छत्तीसगढ़ सरकार ने शुरू की है जिसका फायदा सिर्फ प्रदेश के किसान एवं अन्य लोग ले सकेंगे।
  • यह योजना 21 जुलाई 2020 के दिन से शुरू की गयी है जिसमे अभी तक आवेदन किया जा सकता है।
  • सरकार ख़रीदे गए गोबर का दुबारा प्रयोग करने के लिए कम्पोस्ट खाद तैयार करेगी।
  • Chhattisgarh Godhan Nyaya Yojana के अंतर्गत किसानों एवं पशुपालन का काम करने वाले लोगो से गोबर को ख़रीदा जा सकेगा।
  • लाभार्थी किसान एवं पशुपालको को अपनी आय को बढ़ाने एक साधन मिलेगा जिससे वे काफी लाभान्वित होंगे।
  • यह योजना 2 चरणों में कार्यान्वित होगी पहले चरण के अंतर्गत 2,240 गौशालाओ को शामिल किया जायेगा और द्वितीय चरण में इनसे गोबर की खरीद की जाएगी।
  • किसानो और पशुओं के मालिकों से गोबर को 2 रूपये/ किलो के हिसाब से ख़रीदा जाएगा।
  • कृषि खाद को 8 से 10 रुपए/ किलो के मूल्य पर बेचा जायेगा

छत्तीसगढ़ गोधन न्याय योजना में पात्रताएँ

छत्तीसगढ़ सरकार ने सभी उम्मीदवारों के लिए कुछ पात्रताएँ भी तय की है जिसको पूरा करने पर ही योजना में लाभार्थी बना जा सकता है, ये निम्न प्रकार से है –

  • उम्मीदवार के लिए छत्तीसगढ़ राज्य नागरिक होना अनिवार्य है।
  • योजना का लाभ लेने के लिए किसान का गोबर बेचना जरुरी है।
  • प्रदेश सरकार द्वारा तय किये गए ऑफलाइन गोबर बेचने के स्थान पर ही सभी किसान, श्रमिक एवं पशुपालक को गोबर बेचने जाना होगा।

छत्तीसगढ़ गोधन न्याय योजना में जरुरी प्रमाण पत्र

योजना की योग्यता रखने वाले उम्मीदवार किसान एवं पशुपालको को कुछ तय किये प्रमाण पत्र भी प्रस्तुत करने अनिवार्य होंगे जोकि निम्न प्रकार से है –

  • आवेदक का मूल निवासी प्रमाण पत्र ( छत्तीसगढ़ का निवासी होने को सिद्ध करने के लिए)
  • आधार कार्ड (विभिन्न व्यक्तिगत विवरण लेने के लिए)
  • अपने पशुओं के जानकारी देने है जिससे इनकी सही संख्या एवं चारा संम्बधी विवरण दर्ज़ हो सके।
  • बैंक खाते के विवरण जिससे पोर्टल की प्रोत्साहन राशि आपके खाते में सही से पहुंचने लगे।
  • पासस्पोर्ट आकार के फोटो
  • मोबाइल नंबर (योजना की सभी जरुरी जानकारी एवं संपर्क करने के लिए)

गोधन न्याय योजना में चुनी गयी पंचायते

राज्य की सरकार ने छत्तीसगढ़ गोधन न्याय योजना में बहुत से प्रदेश के गाँवों की पंचायतों को चुना है जोकि निम्न प्रकार से है –

  • जनपद पंचायत दुर्ग के ग्राम पंचायत – मचांदुर, ढाबा, आलबरस, अण्डा, चंदखुरी, रिसामा, पुरई, निकुम, ननकठ्ठी, बोड़ेगांव।
  • पंचायत पाटन के ग्राम पंचायत – ढौर, बोरवाय, किकिरमेटा, धौराभाठा, तेलीगुण्डरा, पाहंदा (अ), मर्रा आमालोरी गुढीयारी, कापसी।
  • जनपद पंचायत धमधा के ग्राम पंचायत – डूमर मुरमुंदा, अहेरी, सेमरिया (गि), पेण्ड्री (कु) चीचा, पोटिया (से) बरहापुर, भाठा कोकड़ी, बिरोदा

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छत्तीसगढ़ गोधन न्याय योजना की ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया

  • सभी उम्मीदवार ऑनलाइन माध्यम से योजना की आवेदन प्रक्रिया पूर्ण कर सकते है।
  • ऑनलाइन आवेदन करने के लिए आपने अपने क्षेत्र के ‘ग्राहक सेवा केंद्र’ में जाकर आवेदन करना है।

छत्तीसगढ़ गोधन न्याय योजना मोबाइल ऐप

  • सबसे पहले आपने गूगल प्ले स्टोर के सर्च बॉक्स में जाकर Chhattisgarh Godhan Nyay Yojana टाइप करके सर्च करना है।
  • इसके बाद आपको स्क्रीन पर योजना का मोबाइल ऐप प्रदर्शित होगा जिसे आपने डाउनलोड कर लेना है। downloading scheme app - छत्तीसगढ़ गोधन न्याय योजना
  • अब इनस्टॉल होने योजना के ऐप को ओपन कर लें।
  • आपने ऐप के इंटरफ़ेस की मेनू में से “आवेदन” के विकल्प को चुनना है।
  • आपको योजना का आवेदन पत्र प्राप्त होगा जिसमे आपने सभी जरुरी विवरण दर्ज़ करने होगा।
  • फॉर्म में सभी विवरण देने के बाद आपने “सब्मिट” बटन को दबा देना है।
  • इस तरह से प्रक्रिया कर लेने के बाद आपका Chhattisgarh Godhan Nyay Yojana में आवेदन पूर्ण हो जायेगा।

छत्तीसगढ़ गोधन न्याय योजना की लॉगिन प्रक्रिया

  • सबसे पहले आपको योजना की आधिकारिक वेबसाइट https://www.cgstate.gov.in/ को ओपन करना है।
  • अब आपने वेबसाइट के होम पेज पर अपना रोल चुनना है। filling login box -  छत्तीसगढ़ गोधन न्याय योजना
  • रोल को चुनने के बाद आपने रजिस्ट्रर मोबाइल नंबर को दर्ज़ करना है।
  • इसके बाद आपने लॉगिन करने के बाद “आगे बढ़े” विकल्प को चुनना है।

छत्तीसगढ़ गोधन न्याय योजना में गोबर का क्या करेंगे?

  • सरकार योजना में एकत्रित किये गए गोबर से कम्पोस्ट फ़र्टिलाइज़र के निर्माण का काम होगा।
  • इस प्रकार से तैयार फ़र्टिलाइज़र को प्रदेश सरकार यहाँ की सहकारी समिति के द्वारा बेचने का कार्य करेगी।
  • इससे प्रदेश में खेती, वन एवं बाग़वानी इत्यादि के लिए खाद की व्यवस्था हो सकेगी।
  • सरकार ने गोबर को खरीदने का काम छत्तीसगढ़ राज्य नगरीय प्रशासन को सौंपा है।
  • इसके बाद तैयार कृषि खाद को 10 रुपए/ किलो के मूल्य से बेचने का कार्य होगा।
गोबर से बिजली उत्पादित होगी

प्रदेश सरकार खरीदे जाने वाले गोबर से विद्युत उत्पादन का काम करेगी और सरकार ने इन सभी कामों के लिए अच्छी व्यवस्था भी कर ली है। सरकार बहुत शीघ्र ही इस स्कीम को शुरू कर देगी और स्वयं प्रदेश के सीएम महोदय इस बात का आश्वासन पत्रकारों से वार्ता में दे चुके है।

इस प्रकार से राज्य में ग्रीन एनर्जी को उत्पादित किया जा सकेगा। जोकि हमारे दूषित हो रहे पर्यावरण को काफी फायदा देगी। प्रदेश की स्वयं सहायता महिला समूहों को भी इस योजना के फायदे बताए जायेंगे। इस प्रकार से यह योजना प्रदेश के युवा, कृषक एवं उद्योगपतियों को लाभांवित करेगी।

प्रदेश सरकार से योजना में कितना पैसा मिल रहा है?
  • छत्तीसगढ़ राज्य की सरकार ने इस लाभकारी स्कीम में अभी तक 304 करोड़ से ज्यादा की धनराशि की पेमेंट हो चुकी है।
  • 4 अगस्त 2022 में प्रदेश के मुख्यमंत्री ने सीएम आवास से इस योजना के शुरू होने की घोषणा की थी।
  • इसके अतिरिक्त गाँव के पशुपालक, गौठानों एवं गाँव के महिला समूह के लिए 6 करोड़ 50 लाख रुपए की धनराशि की पेमेंट की गयी है।
  • इस धनराशि का भुगतान स्कीम को सही प्रकार से चलाने के उद्देश्य से अलग-अलग समूहों को ऑनलाइन माध्यम से दिया गया है।
  • साथ ही प्रदेश सरकार ने करीबन 304 करोड़ रुपयों की पेमेंट लाभार्थियों को हो चुकी है।
  • इनसे अधिक मात्रा में गोबर भी ख़रीदा गया है और उससे कृषि खाद को बनाने की योजना जारी है।
  • ध्यान रखे कि प्रदेश भर के करीबन 13,000 स्वयं सहायता समूह भी प्रदेश सरकार से सीधे जुड़ चुके है।

छत्तीसगढ़ गोधन न्याय योजना में अपडेट

छत्तीसगढ़ सरकार की Chhattisgarh Godhan Nyaya Yojana भारत और विश्वभर के लिए एक अनूठी पहल के रूप में मानी जा रही है। राज्य के कृषि क्षेत्र में इस स्कीम को एक कारगर एवं सशक्त योजना की तरह से प्रशंसा मिल रही है। ग्रामीण क्षेत्रों से खरीदी जा रही गोबर से जैविक खाद के निरंतर बनने एवं प्रयोग होने से ‘जैविक खेती’ को विस्तार मिल रहा है।

जिन उम्मीदवारों का पोर्टल में सफलतापूर्वक पंजीकरण हो गया है उनसे सरकार ने गोबर की खरीद शुरू कर दी है। प्रदेश के करीबन 65,694 पशु मालिकों ने योजना के अंतर्गत अपना पंजीकरण सफलतापूर्वक करवा लिया है। इनमें से 46,764 लोगों ने 82,711 किवंटल गोबर बेचा है।

इन सभी पशु मालिकों को सरकार ने सहकारी बैंक में माध्यम से DBT मोड़ पर पैसे भी हस्तान्तरित कर दिए है। इन सभी लाभार्थियों का अपना बैंक खाता है जोकि आधार कार्ड से भी जुड़ा हुआ है। वर्तमान समय तक सरकार ने किसान पशुमालिको से 1 लाख करोड़ रुपयों का गोबर खरीदने में सफलता पाई है।

योजना में लाभार्थियों को 365.14 करोड़ दिए गए

छत्तीसगढ़ गोधन न्याय योजना से प्रदेश में अभी तक गोबर को बेचने वाले किसानों एवं पशुपालको और गौठान समितियों एवं महिला स्व सहायता समूहों को 356 करोड़ 14 लाख रुपए की धनराशि हस्तांतरित हो चुकी है। इस धनराशि में 18 करोड़ रुपए का बोनस भी है। 15 अक्टूबर तक गौठानों में से 87.28 लाख क्विंटल गोबर को खरीद कर बेचने वालो को 174.56 करोड़ रुपयों की पेमेंट हुआ है। गौठान समितियों एवं स्व सहायता समूहों को 163.58 करोड़ रुपयों का लाभ राशि दी गयी है।

गोबर से 24 लाख कम्पोस्ट खाद से उत्पादन समूहों को 81.84 करोड़ रुपए मिले

  • गौठानों में महिला समूहों से 18.61 लाख क्विंटल वर्मी कम्पोस्ट और 5.37 लाख क्विंटल से ज्यादा सुपर कम्पोस्ट और 18,924 क्विंटल सुपर कम्पोस्ट प्लस खाद को बनाया गया है।
  • इसको सोसायटियों की मदद से 10 रुपए, 6 रुपए और 6.50 रुपए मूल्य प्रति किलो के हिसाब से बेचा गया है।
  • महिला समूह एकत्रित होने वाले गोबर से खाद बनाने के अतिरिक्त कास्ट, दीये, अगरबत्ती, मूर्तियाँ एवं बहुत सी उपयोगी वस्तुएँ बनाने और बेचने का काम होगा।
  • गौठानों के महिला स्व सहायता समूह से इन सब के अलावा भी सब्जियों, मशरूम उत्पादन, पोल्ट्री, बकरी, मछली पालन और पशुपालन सहित दूसरे आमदनी की मूल गतिविधियों को भी संचालित किया गया है।
  • इन सभी से महिला समूहों को अभी तक 84.55 करोड़ रुपए का भुगतान हो चुका है।
  • प्रदेश भर में 11,187 महिला स्व सहायता समूह गौठानों से सीधे सम्पर्क आ चुके है।

नयी रिपोर्ट में 2.93 लाख गाँव के पशुपालक लाभार्थी

छत्तीसगढ़ में इस समय प्रदेश सरकार तेज़ी से गौठानों को निर्मित कर रही है। यह पर जानवरों की देखभाल, चिकित्सा एवं दाने-पानी का इंतज़ाम एकदम फ्री में है। प्रदेश में अभी तक 10,624 गाँवों में गौठानों को बनाने के लिए अनुमति भी मिल गयी है और नवीनतम जानकारियों के अनुसार अभी तक 8,408 गौठानों को बनाया गया है और 1,758 गौठानों को बनाया जा रहा है।

गोधन न्याय स्कीम 2 लाख 93 हजार से ज्यादा गाँव के नागरिक एवं पशुओं के मालिक फायदा ले चुके है। स्कीम में गोबर को बेचकर अतिरिक्त आमदनी पाने वाले लोगो में 46% महिला लाभार्थी है।

स्कीम में 4 रुपए/ लीटर पर गौमूत्र की खरीद होगी

छत्तीसगढ़ राज्य की सरकार ने को आज से 2 वर्षों पहले घोषित किया था जिसमे प्रदेश भर के किसान एवं पशुपालक दोनों ही को लाभार्थी बनाया गया है। इस योजना से इन सभी की आमदनी के स्रोत में बढ़ोत्तरी होगी। इसके अतिरिक्त सभी जानवरों को अच्छी देखरेख भी मिल सकेगी। जैविक किसानो को भी राजस्व देने वाली है एवं गाँव की अर्थव्यवस्था में विस्तार होगा।

यह स्कीम देशभर में कार्यान्वित होगी

देश की लोकसभा में 9 मार्च 2021 के दिन एक रिपोर्ट के द्वारा छत्तीसगढ़ गोधन न्याय योजना को भारत के प्रत्येक राज्य में लागू करने की बात कही गई है। यह स्कीम किसानो से उनके जानवरों का गोबर खरीद कर अतिरिक्त आय करने का अच्छा अवसर देती है। इस प्रकार से केंद्र सरकार के किसानों की आय को दुगने करने एक मिशन भी पूरा होता है। अ

भी छत्तीसगढ़ राज्य में इस स्कीम के सफल होने के बाद लोकसभा में इसको देशभर में लागू करने पर काफी विसहर हो रहा है। यह स्कीम किसानों से गोबर खरीदकर इसको खाद बनाने में इस्तेमाल करेगी। योजना के लाभार्थी किसानों के गावों में भी स्वच्छता आएगी।

छत्तीसगढ़ गोधन न्याय योजना से जुड़े प्रश्न

छत्तीसगढ़ गोधन न्याय योजना क्या है?

प्रदेश सरकार ने अपने ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्र के किसानों एवं पशुपालको से गोबर की खरीद करके पैसे देने की योजना शुरू की है। योजना से जुड़ कर लाभार्थी एवं पशुओं को बहुत से अन्य लाभ भी होंगे।

छत्तीसगढ़ गोधन न्याय योजना से नागरिको को क्या लाभ होगा?

यह योजना गाय एवं भैस के गोबर को खरीदकर अच्छा मूल्य देगी इससे प्रदेश के पशुपालको में गाय के पालक का उत्साह बढ़ेगा। इसके अलावा पशु पालन करने वाले नागरिको की अतिरिक्त आय बढ़ने से जीवन स्तर में सुधार आएगा।

छत्तीसगढ़ गोधन न्याय योजना में गोबर का क्या मूल्य मिलेगा?

सरकार गोबर को बेचने के इच्छुक पशुपालको से 2 रुपए/ किलो के रेट पर गोबर की खरीद करेगी और उनके सभी पैसे को सहकारी बैंक द्वारा DBT माध्यम से पहुँचाया जायेगा।

छत्तीसगढ़ गोधन न्याय योजना छत्तीसगढ़ राज्य को किया लाभ देगी?

इस पोर्टल के माध्यम से गाँव के लोगो के लिए रोज़गार की वृद्धि होगी और प्रदेश की अर्थव्यवस्था एवं पर्यावरण में भी अच्छे सुधार देखने को मिलेंगे।

छत्तीसगढ़ गोधन न्याय योजना के माध्यम से कितने गाँव एवं शहर सम्मिलित होंगे ?

सरकार इस स्कीम में प्रदेश के 20,000 से भी ज्यादा गावों और शहरों को सम्मिलित करने जा रही है।

छत्तीसगढ़ गोधन न्याय योजना में अभी तक कितनी गौशालाओं को जोड़ा गया है?

साल 2023 तक इस स्कीम की लेटेस्ट अपडेट के अनुसार पहले चरण में 2,240 गौशालाओं को स्कीम से जोड़ने में सफलता मिली है।

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