खबरों की दुनिया से जुड़े लोग अक्सर नोबल प्राइज का नाम पढ़ते और सुनते है। हमारे देश में नोबल पुरस्कार पाने वाले व्यक्ति सुप्रसिद्ध कवि रवीन्द्रनाथ टैगोर है, जिन्हे उनकी कालजयी रचना ‘गीतांजलि’ के लिए यह पुरस्कार (Nobel Prize) मिला था।
अभी तक 52 महिलाओ को नोबल मिल चुका है। वैसे यह पुरस्कार प्रत्येक वर्ष अपने क्षेत्र में कुछ विशेष कार्य करने वाले व्यक्तियों को मिलता है। इस लेख में आपको नोबल पुरस्कार की अहम जानकारी मिलेगी।
नोबेल पुरस्कार की कहानी
पहला नोबल पुरस्कार को रसायनशास्त्री अल्फ्रेड नोबल की वसीयत के पैसे से दिया गया था। उन्होने अपनी वसीयत में अपना सारा धन नोबल संस्था को देकर यह पुरस्कार देने की घोषणा की थी।
Nobel Prize:
पुरस्कार का नाम | नोबेल पुरस्कार |
सम्बंधित संस्था | नोबल फाउंडेशन |
सम्बंधित व्यक्ति | अल्फ्रेड नोबल |
पुरस्कार की शुरुआत | 1901 |
पुरस्कार राशि | 7.3 करोड़ रुपए |
नोबेल फाउंडेशन
अल्फ्रेड नोबल की इच्छानुसार विश्वस्तरीय नोबल पुरस्कार के लिए नोबल फाउंडेशन की स्थापना 29 जून 1900 के दिन हुई थी। इसके बाद साल 1901 से नोबल पुरस्कार दिए जाने की शुरुआत हुई। फाउंडेशन का मुख्य लक्ष्य नोबल पुरस्कार के लिए वित्तीय संचालन की देखरेख करना है।
नोबल फाउंडेशन की टीम में 5 सदस्य होते है और इनके मुख्य सदस्य को स्वीडन की किंग ऑफ काउंसिल नियुक्त करता है। दल के बाकी 4 सदस्य को पुरस्कार बाँटने वाली संस्थान के ट्रस्टी नियुक्त करते है।
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नोबल पुरस्कार
नोबल पुरस्कार विश्व स्तर पर एक “सर्वोच्च एवं सम्मान प्राप्त पुरस्कार” है जिसको दुनियाभर के विभिन्न क्षेत्रों में मानव जाति के लिए श्रेष्ठ काम करने वाले लोगो को दिया जाता है। इस पुरस्कार के रूप में मिले सम्मान को पाकर हर विजेता बहुत सम्मानित महसूस करता है। इसके साथ ही विजेता का देश भी काफी गौरवान्वित होता है।
नोबल पुरस्कार हर साल दिया जाने वाला इनाम है। विजेता को एक गोल्ड मेडल (स्वर्ण पदक), प्रमाण-पत्र एवं मौद्रिक इनाम राशि भी मिलती है। साल 2021 में इनाम की राशि 1,00,00,000 स्वीडिश क्रोना (7.3 करोड़ रुपए) थी।
एक नोबल पुरस्कार को 3 से ज्यादा विजेता लोगो के बीच साझा नहीं कर सकते है किन्तु इस पुरस्कार को 3 से ज्यादा लोगो के संघठन को दे सकते है। नोबल पुरस्कार मर चुके व्यक्ति को नहीं देते है, किन्तु किसी विजेता का निधन होने की दशा में पुरस्कार मिलता है।
नोबल पुरस्कार के लिए क्षेत्र
विश्व भर में शांति, साहित्य, अर्थशास्त्र, भौतिकी, रसायन और चिकित्सा के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान देने वाले लोगो को नोबेल की नोबेल पुरस्कार मिलता है। ये दुनियाभर में सम्मानित पुरस्कार है और इन सभी क्षेत्रो के लोग इसे पाकर जोश से भर जाते है।
अल्फ्रेड नोबल कौन है ?
अल्फ्रेड नोबल एक रसायनशास्त्री एवं वैज्ञानिक थे, जिनका जन्म 21 अक्टूबर 1833 में स्वीडन देश के स्टॉकहोम में हुआ था। यह एक इंजीनियर परिवार में जन्मे थे, जोकि एक अमीर परिवार था। मात्र 9 साल की उम्र में वे अपने परिवार के साथ रूस में बसने चले गए थे।
वह एक अविवाहित स्वीडिश वैज्ञानिक के रूप में प्रसिद्ध थे। साल 1894 में अल्फ्रेड ने एक लोहे एवं इस्पात की मील को खरीद लिया। यहाँ पर मील को एक प्रमुख हथियार निर्माण इकाई के रूप में स्थापित कर दिया जोकि बैलेस्टिक मिसाइल का भी कामयाब परीक्षण कर चुकी थी।
इन्होंने अपने शोधकार्यों से करीबन 355 आविष्कार किये और इसका सबसे बड़ा साल आविष्कार 1866 में विश्व प्रसिद्ध ‘डायनामाइट’ है। अल्फ्रेड ने अपनी वसीयत के माध्यम से जीवन भर की संपत्ति का एक बड़ा भाग नोबल संस्था के नाम कर दिया था। इनकी अंतिम इच्छा यही थी कि उनके पैसों पर मिलने वाले ब्याज से मनुष्य जाति के लिए अच्छे कार्य करने वाले लोगो को सम्मान दिया जाए।
नोबल पुरस्कार की शुरुआत
अल्फ्रेड नोबल ने 27 नवंबर 1895 में अपनी वसीयत को लिख दिया था। उनकी वसीयत के मुताबिक उनकी संपत्ति का आधे से अधिक भाग एक ट्रस्ट के निर्माण में खर्च होगा। सभी प्रकार के टैक्स देने के बाद उनकी संपत्ति का 94 प्रतिशत भाग 5 नोबल पुरस्कारों की स्थापना में बाँटा गया। वे चाहते थे कि 5 हिस्सों में बाँटी गयी संपत्ति पर प्राप्त ब्याज से हर साल वे लोग सम्मानित हो जिन्होंने मानव जाति के लिए उत्कृष्ट कार्य किया है।
स्टॉकहोम में नोबल पुरस्कार के कार्यक्रम की विशेष बात यह रहती है कि स्वीडन के राजा व्यक्तिगत रूप से यह पुरस्कार विजेता को प्रदान करते है। नोबल देने वाली समिति एवं चुनाव करने वाले लोग प्रत्येक वर्ष के अक्टूबर महीने में विजेताओं के नामो को जारी करते है। इन लोगो को यह पुरस्कार अल्फ्रेड नोबल की पुण्य तिथि वाले दिन यानी कि 10 दिसंबर में मिलता है।
नोबल विजेता की चुनाव प्रक्रिया
नोबल पुरस्कार के उम्मीदवारो के नाम को शिक्षाशास्त्री, यूनिवर्सिटी प्रोफेसर, वैज्ञानिक, भूतपूर्व नोबल विजेता देते है। नोबल फाउंडेशन के नियमानुसार इनके द्वारा सूचीबद्ध लोगो के नाम को 50 वर्षो तक गुप्त रखा जाता है। कोई व्यक्ति अपने आप का नामांकन नहीं कर सकेगा। नोबल विजेता ‘लौरेट’ कहलाता है जिसका अर्थ प्राचीन ग्रीस में फूल पाने वाले विजेता से है।
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नोबल पुरस्कार के मुख्य बिंदु
- सबसे पहले नोबल पुरस्कार को 5 क्षेत्रों में काम करने वाले लोगो को मिलता था।
- हर साल अक्टूबर के महीने में नोबल इनाम की समिति एवं चुनाव दल विजेताओं के नाम जारी करते है। लेकिन इन्हे यह पुरस्कार 10 दिसंबर यानी अल्फ्रेड नोबल की पुण्य तिथि वाले दिन मिलता है।
- साल 1967 में स्वैरिजेश रिक्स बैंक, स्वीडिश बैंक ने अपनी 300वीं जयंती पर अर्थशास्त्र के पुरस्कार की शुरुआत की। इसको 1969 में प्रथम बार दिया गया था। यह अर्थशास्त्र में नोबल पुरस्कार ने नाम से प्रसिद्ध है।
- यदि पुरस्कार के दो विजेता है तो धनराशि को एक समान भाग में वितरित किया जाएगा।
- अगर एक पुरस्कार के 3 विजेता है तो समिति के पास अधिकार है कि वे धनराशि को तीनों में समान रूप से वितरित कर दें। समिति चाहे तो आधी धन राशि को एक विजेता एवं शेष धनराशि को बराबर उन दोनों व्यक्तियों में वितरित कर सकती है।
- अभी तक सिर्फ दो ही मृतकों को नोबल पुरस्कार मिला है। इनमें से पहले साल 1931 में कार्लफल्डट थे और साल 1961 संयुक्त राष्ट्र सभा के महासचिव डैम डैमरसोल्ड थे।
- साल 1974 में नए नियम के अनुसार देहांत के बाद पुरस्कार नहीं मिलेगा।
- नोबल पुरस्कार को साल 1901 से दिए जाने की शुरुआत हुई थी।
- साल 1937 से 1948 तक गाँधी जी को 5 बार नोबल शांति पुरस्कार में नामांकन मिला, परन्तु उनको एक बार भी यह पुरस्कार नहीं मिल सका।
- बहुत से सालों विशेष कर युद्ध के समय पुरस्कार नहीं दिए गये।
नोबल पुरस्कार विजेता भारतीय
क्रमांक | विजेता का नाम | कार्य क्षेत्र |
1 | रबीन्द्र नाथ टैगोर (1913) | साहित्य |
2 | डॉ. चंद्रशेखर वेंकट रामन (1930) | भौतिकी |
3 | मदर टेरेसा (1979) | शांति |
4 | सुब्रह्मण्यम चंद्रशेखर (1983) | भौतिकी |
5 | डॉ. अमर्त्य सेन (1998) | अर्थशास्त्र |
6 | डॉ. हरगोबिंद खुराना (1968) | विज्ञान |
7 | राजेन्द्र कुमार पचौरी (2007) | शांति |
8 | वेंकटरामन रामकृष्णन (2009) | रसायन |
9 | कैलाश सत्यार्थी (2014) | शांति |
10 | अभिजीत बनर्जी (2019) | अर्थशास्त्र |
नोबेल पुरस्कार से जुड़े प्रश्न
पहला नोबल पुरस्कार विजेता कौन है?
शांति का नोबल पुरस्कार जीन हेनरी डुनेण्ट को मिला था। इन्होंने अंतरराष्ट्रीय रेड क्रॉस समिति को स्थापित किया था।
नोबल पुरस्कार कौन -सा देश देता है?
स्वीडन यह पुरस्कार देता है।
पहला नोबल पुरस्कार कब दिया गया?
1901 में।
एक वर्ष में कितने नोबल पुरस्कार मिलते है?
अल्फ्रेड नोबल की वसीयत के मुताबिक 5 श्रेणियों में सिर्फ पाँच पुरस्कार मिलने का प्रावधान था। किन्तु बाद में अर्थशास्त्र के जुड़ने पर 6 नोबल पुरस्कार मिलते है।