कर्नाटक अन्न भाग्य योजना को कर्नाटक सरकार ने प्रदेश के लोगों के हित के लिए शुरू किया है। योजना के अंतर्गत प्रदेश की सरकार राज्य के लोगों को फ्री चावल देने की जगह प्रतिकिलो चावल की दर से पैसे देगी।
जैसा की हम सभी जानते है, बढ़ती महंगाई की वजह से आर्थिक रूप से कमजोर व्यक्ति अपने और अपने परिवार के लिए एक समय का भोजन भी सही से नहीं जुटा पाता है।
इन्ही सब को देखते हुए राज्य सरकार ने इस योजना को लागू किया है, आर्थिक और समाजिक रूप से कमजोर परिवारों को योजना का लाभ दिया जाएगा। योजना के तहत मिलने वाले लाभ से गरीब और पिछड़े वर्ग के लोग अपने लिए खुद राशन खरीद पाएंगे।
योजना से जुडी सभी जानकारी को जानने के लिए हमारे लेख को अंत तक पढ़ें।
कर्नाटक अन्न भाग्य योजना
कर्नाटक सरकार ने विधानसभा चुनाव से पहले ही योजना की घोषणा की है। योजना का लाभ गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले बीपीएल राशन कार्ड और अन्तोदय कार्ड धारक के परिवार को दिया जाएगा।
गरीब लोगों को अधिक मात्रा में चावल खरीदने पर होने वाली दिक्कत से छुटकारा दिलवाने के लिए सरकार 5 किलो चावल की जगह 34 रूपये प्रति किलोग्राम की दर से पैसे दिए जाएंगे। और यह पैसे सरकार राज्य के चयनित परिवारों को प्रतिमाह देगी।
प्रदेश में योजना का संचालन जुलाई से किया जाएगा। राज्य के लगभग 1.19 करोड़ करोड़ बीपीएल और अन्तोदय कार्ड धारक को पात्रता दी जाएगी।
कर्नाटक सरकार के योजना के लिए बड़ी मात्रा में चावल खरीदने की आवश्यकता है, जिसकी वजह से राज्य सरकार को बहुत सी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
यह योजना कर्नाटक की प्रमुख कल्याणकारी योजनाओ में से एक है। योजना को शुरू करने का मुख्य उद्देश्य है, लोगों की दैनिक जरूरतों को पूरा करना। 1 जुलाई 2023 से कर्नाटक के सभी लोग योजना का लाभ उठा सकते है।
Karnataka Anna Bhagya Scheme Key Points
योजना | Karnataka Anna Bhagya Scheme |
प्रारम्भ | कर्नाटक सरकार |
लाभार्थी | बीपीएल राशन कार्ड धारक |
लाभ | चावल की जगह पैसे दिए जाएंगे |
आवेदन प्रक्रिया | आवेदन की जरूरत नहीं है |
कर्नाटक अन्न भाग्य योजना उद्देश्य
योजना को शुरू करने का मुख्य उद्देश्य है, गरीब लोगो को खाद्य सामग्री खरीदने के लिए पैसे देना जिससे उनको भूखा नही रहना पड़ेगा।
क्यूंकि बहुत से लोग आर्थिक स्थिति ख़राब होने की वजह से परेशानियों का सामना करते है, जिसमें उनको अन्न को लेकर भी परेशानी का सामना करना पड़ता है, इसी बात को कर्नाटक सरकार ने ध्यान में रखते हुए अन्न भाग्य योजना को शुरू किया है।
राज्य के सभी बीपीएल राशन कार्ड धारक और अन्तोदय कार्ड धारक परिवार योजना का लाभ उठा सकते है। और लाभ प्राप्त करने के लिए उम्मीदवारो को किसी प्रकार का कोई आवेदन भी नहीं करना पड़ेगा।
चावल की सप्लाई में आयी दिक्कत
कर्नाटक सरकार का कहना है, जब उन्होंने योजना की घोषणा की थी। तो उनके पास चावल की अधिक मात्रा कोई साधन नहीं था, और न ही कोई संस्था सरकार को चावल की पूर्ति कर रही थी।
जिसकी वजह से सरकार को भारतीय खाद्य निगम की मानक दर 34 रूपये किलोग्राम के हिसाब से जनता को प्रतिमाह 5 किलो चावल के पैसे देने पड़ें।
कर्नाटक अन्न भाग्य योजना पात्रता
- लाभार्थी कर्नाटक का स्थायी निवासी होना चाहिए।
- गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करता हो।
- आवेदक बीपीएल राशन कार्ड या अन्तोदय कार्ड धारक होना चाहिए।
कर्नाटक अन्न भाग्य योजना आवश्यक दस्तावेज
- कर्नाटक का निवास प्रमाण पत्र / अधिवास
- बीपीएल कार्ड \ अन्तोदय कार्ड
- मोबाइल नंबर
कर्नाटक अन्न भाग्य योजना आवेदन प्रक्रिया
- कर्नाटक राज्य के लोगों को योजना का लाभ उठाने के लिए आवेदन करने की आवश्यकता नहीं है।
- गरीबी रेखा से नीचे श्रेणी का प्रत्येक व्यक्ति योजना का पात्र माना जाएगा।
- योजना का लाभ उठाने के लिए पात्र व्यक्ति को अपने निजी किसी राशन दुकान पर जाना होगा।
- कर्नाटक सरकार जल्द ही योजना में आवेदन की प्रक्रिया और दिशा निर्देश जारी करेगी।
- कर्नाटक राज्य में यह योजना 1 जुलाई 2023 से लागू की जाएगी।
- लाभार्थी को 5 किलो चावल की जगह प्रतिकिलो की हिसाब से पैसे दिए जाएंगे।
- जैसे ही सरकार के द्वारा योजना से समबन्धित कोई भी अपडेट आएगी, हम अपने आर्टिकल के माध्यम से आपको सूचित कर देंगे।
कर्नाटक अन्न भाग्य योजनासे सम्बन्धित प्रश्न / उत्तर
कर्नाटक अन्न भाग्य योजना को किसने शुरू किया है?
योजना को कर्नाटक की सरकार के द्वारा शुरू किया गया है
अन्न योजना के अंतर्गत लाभार्थी को क्या लाभ दिया जाएगा?
योजना के तहत लाभार्थी को चावल की जगह प्रतिकिलो के हिसाब से पैसे दिए जाएंगे।
सरकार के द्वारा कितने किलो चावल पर पैसे दिए जाएंगे?
कर्नाटक सरकार के द्वारा 5 किलो चावल की जगह 34 रूपये प्रति किलो की दर से पैसे दिए जाएंगे।
योजना का लाभ किसे दिया जाएगा ?
योजना का लाभ कर्नाटक के बीपीएल और अन्तोदय कार्ड धारक के परिवार को मिलेगा।