आईटीआई कर रहे अथवा करने जा रहे अभ्यर्थियों के मन में हमेशा ही यह सवाल हता है कि उनको आईटीआई के बाद कैसे नौकरी मिलेगी? आईटीआई अभ्यर्थी को सबसे ज्यादा नौकरी के मौके पब्लिक सेक्टर एवं गवर्नमेंट एजेंसियों में मिलते है।आईटीआई एक तकनीकी प्रशिक्षण आधारित पाठ्यक्रम होता है जिसमे प्रशिक्षु को अपनी स्ट्रीम की थियोरी एवं प्रैक्टिकल जानकारी लेने का मौका मिलता है। आईटीआई का प्रमाण-पत्र पा चुके अभ्यर्थी रेलवे, टेलीकॉम, BSNL, IOCL, ONGC, प्रदेशों की PWD एवं अन्य पब्लिक इकाइयों/ PSU में नौकरी के मौके मिल सकते है।
लेख का विषय | ITI करने के बाद जॉब |
उद्देश्य | आईटीआई के बाद मिलने वाली नौकरी के डिटेल्स देना |
लाभार्थी | आईटीआई प्रमाण-पत्र धारक |
कोर्स की अवधि | 6 महीने से 2 साल तक |
ITI | इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट |
आधिकारिक वेबसाइट | https://www.itiltd.in/careers |
आईटीआई क्या है
आईटीआई को विस्तृत रूप में इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट कहते है जो अधिकांश 2 सालों का इंडस्ट्रियल पाठ्यक्रम है। इस कोर्स में प्रशिक्षु को विभिन्न ब्रांचों की पढ़ाई का अवसर मिलता है। कोर्स में प्रवेश के लिए कक्षा-10 उत्तीर्ण होना जरुरी है। साथ ही कोर्स एवं संस्थान के लिए एक एंट्रेंस टेस्ट भी देना है। एंट्रेंस टेस्ट उत्तीर्ण करके ही उम्मीदवार को ही आईटीआई संस्थान में प्रवेश के योग्य मानते है।
आईटीआई एक प्रीमियर तकनीकी संस्थान है जो बीटेक, एमटेक, पीएचडी जैसे शोध आधारित विषयों को अपने छात्रों को पढ़ाती है। आईटीआई संस्थान में छात्रों को थ्योरी एवं प्रयोगात्मक विषयों की जानकारी मिलती है। साथ ही इंजीनियरिंग एवं गैर-इंजीनियरिंग क्षेत्रों का प्रशिक्षण मिलता है। उत्तर प्रदेश के छात्र अब फ्री ओ लेवल कंप्यूटर कोर्स का लाभ ले सकते है।
संकाय के अनुसार नौकरी के अवसर
एक आईटीआई कोर्स में इंजीनियरिंग और गैर-इंजीनियरिंग जैसे दो भिन्न क्षेत्र शामिल है जिसमे उम्मीदवार को नौकरी के अवसर मिलते है –
- इंजीनियरिंग पाठ्यक्रम – आईटीआई कोर्स के लिए संस्थानों की ओर से इंजीनियरिंग एवं गैर-इंजीनियरिंग वर्ग में कोर्स की पढ़ाई होती है। इंजीनियरिंग के अंतर्गत आर्किटेक्चर सहायक, इलेक्ट्रिशियन एवं रेडियोलॉजी तकनीशियन इत्यादि संकाय उपलब्ध रहते है।
- गैर-इंजीनियरिंग पाठ्यक्रम – आईटीआई में ऐसे संकाय में फ़ूड प्रोडक्शन, नीडल कार्मिक, डाटा एंट्री इत्यादि कोर्स रहते है।
आईटीआई के बाद जॉब के मौके
आईटीआई कोर्स करने के बाद इन क्षेत्रों में नौकरी के अवसर मिल सकते है –
भारतीय रेल
भारतीय रेलवे काफी पुराने समय से आईटीआई अभ्यर्थियों का मनपसंद सेक्टर रहा है। आपको यहाँ पर रेलवे ट्रैक मेंटेनर, गेटमैन, सिग्नल मेंटेनर इत्यादि पदों पर नियुक्ति मिल सकती है। इन जॉब के लिए आवेदक को न्यूनतम दसवीं के साथ सम्बंधित वर्ग में आईटीआई होना चाहिए। रेलवे में आईटीआई प्रमाण-पत्र धारक को 25 से 28 हजार रुपए तक शुरूआती वेतन की नौकरी मिल जाती है।
भारतीय सेना
एक आईटीआई प्रमाण-पत्र धारक के लिए भारतीय सेना में सामान्य ड्यूटी की पोस्ट पर आवेदन के अवसर रहते है। प्रतिभागी उम्मीदवार को अपनी उम्र का विशेष ध्यान देना होगा। भारतीय सेना में एक आईटीआई उम्मीदवार को स्टोरकीपर, टेक्नीशियन, सैन्य नर्सिंग सहायक, सैन्य टेक्नीशियन, सैन्य क्लर्क इत्यादि जॉब्स के अवसर मिलते है।
ONGC
इंजीनियरिंग क्षेत्र में यह एक पुराना एवं बड़ा संस्थान है जो तकनीकी छात्रों को नौकरी के अवसर देता है। यहाँ पर आईटीआई उम्मीदवार को फील्ड सहायक एवं जूनियर सहायक की जॉब मिलती है। ओएनजीसी में नौकरी का आवेदन करने के लिए न्यूनतम कक्षा-8 उत्तीर्ण होना जरुरी है।
DMRC
इस विभाग का नाम ‘दिल्ली मेट्रो रेल कारपोरेशन’ है जोकि 1-2 साल में आईटीआई के पदों पर रिक्तियाँ देता है। ये मेंटेनर के नाम से आईटीआई की रिक्तियाँ जारी करता है जैसे – मेंटेनर फिटर, मेंटेनर इलेक्ट्रिशियन इत्यादि।
DRDO
इस संघठन को विस्तृत रूप में ‘डिफेन्स रीसर्च एन्ड डेवलपमेंट आर्गेनाईजेशन’ कहते है। यहाँ पर भी हर एक या फिर दो सालों में आईटीआई अथवा डिप्लोमा धारको के लिए नौकरी की वैकेंसी आती है। यह अपने संस्थान में आईटीआई धारक को टेक्नीशियन एवं डिप्लोमाधारक को ‘सीनियर टेक्नीशियन’ के पद पर नियुक्ति देते है। इन पदों पर प्रारंभिक वेतन 30 से 35 हजार रुपए प्रति माह तक होता है।
ISRO
यह विस्तृत रूप में इंडियन स्पेस रिसर्च आर्गेनाईजेशन कहा जाता है। यहाँ भी आईटीआई प्रमाण-पत्र धारियों को एक या दो सालों के समयांतराल में नौकरी के अवसर मिलते है। यहाँ पर आईटीआई धारको के लिए ‘टेक्नीशियन’ पदों पर विज्ञापन जारी होता है। इन पदों की संख्या कम होती है परन्तु इनकी वेल्यू काफी अधिक होती है।
BARC
इस आर्गेनाईजेशन को ‘बाबा ऑटोमेटिक रिसर्च सेंटर’ कहते है। यह संघठन आईटीआई उम्मीदवारों के लिए ‘टेक्नीशियन’ पदनाम से रिक्तियाँ निकालते है।
राज्य विद्युत बोर्ड
इन बोर्ड में पद की रिक्तियाँ अधिक संख्या में होती है जोकि वायरमैन एवं इलेक्ट्रिशियन पद के अंतर्गत होती है। इस प्रकार से इन दोनों वर्गों में से किसी भी आईटीआई प्रमाण-पत्र धारक आवेदन करने के लिए पात्र होते है।
रोडवेज़
इस विभाग के लिए हर प्रदेश में नौकरी रहती है। रोडवेज़ में आर्टिक ट्रेनी के पद पर रिक्तियाँ निकलती है। इस प्रकार से इन पदों पर विज्ञापन जारी होने पर आवेदन करके जॉब पा सकते है।
आईटीआई प्रशिक्षक
आईटीआई प्रशिक्षण संस्थान में आईटीआई प्रशिक्षक की जॉब पाने के लिए आईटीआई प्रमाण-पत्र की जरुरी होती है। साथ ही किसी जाने-माने संघठन में 5 वर्षों का कार्य अनुभव भी होना चाहिए। जिन भी आईटीआई उम्मीदवार ने ITI के बाद CTI पूर्ण कर रखी है तो उनको कार्य अनुभव की जरुरत नहीं होती है। इसके बाद चाहे तो गवर्नमेंट आईटीआई अध्यापक भी बन सकते है।
PHED
यह संघठन विस्तृत रूप में ‘फिजिकल हेल्थ एन्ड इंजीनियरिंग विभाग’ कहलाता है जोकि देश के हर राज्य में एक विभाग के रूप में स्थापित रहता है। यह विभाग ‘टेक्नीशियन’ के पद पर आईटीआई प्रमाण-पत्र धारको को नौकरी देता है।
MES
यह ‘मिलिट्री इंजीनियर सर्विस’ होती है जिसमे आईटीआई प्रमाण-पत्र धारको को ‘टेक्नीशियन’ की नौकरी मिलती है। यह संघठन आईटीआई उम्मीदवार को फिटर, इलेक्ट्रिशियन, वेल्डर, मोटर मैकेनिक पदों पर नौकरी देता है। साथ ही दूसरी ट्रेड्स जैसे बढ़ई एवं पेंटर की भी नौकरी मिलती है।
PSO
ये संघठन भारतीय नोट को छापने का काम करता है। इस प्रकार से कार्य को करते हुए इनको भी आईटीआई एवं डिप्लोमा धारकों की जरुरत रहती है।
NIT/ IIT/ AIIMS
ये देश प्रतिष्ठित शैक्षिक संस्थान है जिनमे आईटीआई के लिए रिक्तियों के विज्ञापन तो आते है परन्तु कम संख्या में। इनके विज्ञापन आपने पर भर्ती के आवेदन की प्रक्रिया को ऑनलाइन पूर्ण करके भाग ले सकते है।
NCL
यह संघठन विस्तृत रूप में ‘राष्ट्रीय कोयला खनन कंपनी’ कहते है जो केंद्र सरकार की जॉब प्रदान करती है। इस संघठन में भी आईटीआई प्रमाण-पत्र धारको को जॉब्स के अवसर दिए जाते है। ये ‘आईटीआई ट्रेनी’ के नाम से पदों को जारी करते है।
NSCL
ये ‘नेशनल सीड्स कॉर्पोरशन लिमिटेड’ नाम का संघठन है जो आईटीआई प्रमाण-पत्र धारियों को ‘ट्रेनी’ पोस्ट के अवसर देता है। इस संघठन में नौकरी के लिए आवेदन करने के लिए आईटीआई कोर्स के बाद 1 वर्ष का कार्य अनुभव या अप्रेंटिसशिप की माँग होती है।
SAIL एवं BHEL
सेल को पूर्ण रूप में ‘स्टील अथॉरिटी ऑफ इण्डिया लिमिटेड’ कहते है और भेल (BHEL) को ‘भारत हैवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड’ कहते है। ये दोनों ही पुराने समय से भारत सरकार के प्रतिष्ठित संघठन है। इस प्रकार से इनमे आईटीआई धारक को शुरुआत से ही अच्छा वेतन मिल जाता है। जो भी उम्मीदवार इन संस्थानों से ‘अप्रेंटिसशिप’ कर चुके है उनके यहाँ नौकरी के अच्छे अवसर मिल सकते है।
आईटीआई के बाद जॉब से सम्बंधित प्रश्न एवं उत्तर
एक आईटीआई कोर्स कितने वर्षो का होता है?
किसी भी सरकारी एवं निजी आईटीआई संस्थान से एक आईटीआई का कोर्स छः माह से दो वर्षों का होता है।
आईटीआई कोर्स के बाद कौन सी नौकरी को चुने?
एक आईटीआई प्रशिक्षु के पास नौकरी के विभिन्न अवसर है किन्तु आपने अपनी योग्यता एवं रूचि को ध्यान में रखकर विभिन्न सेक्टरों में से एक को चुनना है।
आईटीआई कोर्स के मुख्य उद्देश्य क्या है?
आईटीआई कोर्स की पढाई के बाद हर साल देश को प्रशिक्षित मानव संसाधन के रूप में नौजवान कार्यकर्त्ता मिल जाते है। एक प्रकार से एक आईटीआई संस्थान किसी भी उद्योग के लिए एक बैकबोन की तरह काम करते है। इनका मुख्य उद्देश्य छात्रों को सम्बंधित क्षेत्र का प्रशिक्षण देना है।
I needed best job