Chanakya Niti : विवाहित जीवन में पति और पत्नी के बीच समान अधिकार होते हैं। चाणक्य के अनुसार, जब पति परेशान या दुखी होता है, तो पत्नी का कर्तव्य है कि वह प्रेम से उसे सहारा दे और खुशियां बांटे। पत्नी को अपने पति पर बेहिसाब प्यार लुटाना चाहिए। इस प्रकार के आचरण से पति-पत्नी के बीच कभी भी समस्याएँ नहीं उत्पन्न होतीं और उनका रिश्ता हमेशा मजबूत बना रहता है।
खुशहाल दाम्पत्य जीवन के लिए यह महत्वपूर्ण है कि पति और पत्नी दोनों ही समझदार हों। उन्हें समाज और संसार से जुड़ी मुद्दों के बारे में अच्छी जानकारी हो। चाणक्य ने अपने नीति शास्त्र में पति और पत्नी के 6 प्रकार के गुणों पर चर्चा की है। चाणक्य के अनुसार, वैवाहिक जीवन में सुख प्राप्त करने के लिए इन 6 आदतों को नियंत्रित रखना बहुत आवश्यक है। इसे अनवार्य न करने पर रिश्ता खत्म होने की कगार पर पहुंच सकता है…
गुस्सा
पति और पत्नी के बीच अगर किसी को भी गुस्से वाले स्वभाव का हो, तो परिवार में कभी शांति नहीं बन सकती। हमेशा तकरारें होती हैं और इससे दोनों मानसिक रूप से परेशान रहते हैं। इस प्रकार की स्थिति में अच्छे काम भी बुरे साबित होते हैं।
गोपनीयता
वैवाहिक जीवन में खुशहाली के लिए यह महत्वपूर्ण है कि पति और पत्नी के बीच की बातें किसी तीसरे व्यक्ति तक न पहुंचें। ये बातें जितनी गुप्त रहती हैं, रिश्ता उतना ही बेहतर होता है। अपनी बातों को खुद तक सीमित रखकर अच्छी बातों पर चर्चा करने वाले पति-पत्नी हमेशा सुखी रहते हैं और वे हमेशा एक दूसरे का सम्मान करते हैं।
खर्च
किसी भी पति-पत्नी का रिश्ता तभी खुशहाल रह सकता है जब दोनों को पैसे के इस्तेमाल की सही जानकारी हो। उन्हें आमदनी और खर्चे के संतुलन के बारे में पता हो, ताकि कभी भी वित्तीय समस्याएं नहीं उत्पन्न हों और जीवन में सुखी भावना बनी रहे। वहीं, जो लोग अपनी आमदनी का ज्यादातर हिस्सा या उससे ज्यादा खर्च करते हैं, वे अक्सर अपने आत्मविश्वास और रिश्तों को बर्बाद कर देते हैं।
मर्यादा
मर्यादा में रहने वाले लोग हमेशा सुखी रहते हैं और उसे उल्लंघन करने वाले जीवन भर पछताते हैं। व्यक्ति को अपने संस्कार और मर्यादा को कभी नहीं भूलना चाहिए। इसे भूलने वाले पति-पत्नी के बीच कलह उत्पन्न हो जाता है।
धैर्य
मानव जीवन में धैर्य को अभिन्न गुणों में से एक माना गया है। संकट की घड़ी में जो पति-पत्नी धैर्य का परिचय देते हुए आगे बढ़ते हैं, उन्हें ज्यादा दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़ता। धैर्य खो देने वाले लोगों को जीवन में हताशा समेत कई प्रकार की समस्याएं में उत्पन्न हो जाती हैं।
झूठ
पति-पत्नी के बीच का रिश्ता झूठ पर नहीं टिका होना चाहिए। उनके बीच अगर कोई भी झूठ का सहारा लेता है, तो एक समय के बाद सच सामने आता है और फिर रिश्ते में कड़वाहट शुरू हो जाती है। झूठ रिश्ते को बर्बाद कर देता है।