बिहार सरकार के द्वारा राज्य में अलंकारी मत्स्य पालन को बढ़ावा दिया जा रहा है, इसके लिए राज्य में बिहार समग्र अलंकारी मत्स्यिकी योजना को शुरू किया गया है।
राज्य के जो लोग मत्स्य अलंकारी मछली पालन करते है, उनको राज्य सरकार के द्वारा सब्सिडी दी जाएगी। और जो लोग अलंकारी मत्स्य पालन करना चाहते है, वो भी कर सकते है, उनको भी राज्य सरकार के द्वारा सब्सिडी दी जाएगी।
इच्छुक उम्मीदवार सब्सिडी प्राप्त करने के लिए आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर आवेदन कर सकते है।
आज के समय में घरों, दफ्तरों और मॉलों में हमे अनेको प्रकार की अलंकारी मछलियाँ देखने को मिलती है, इन मछलियों को सजावटी टैंक में रखा जाता है।
इन्ही सब वजह से यह मछलियां आज कल बहुत अधिक प्रचलित हो रही है, जिसके कारण मछली व्यापर अधिक किया जा रहा है, और मछली व्यापर में बढ़ोतरी भी की जा रही है।
बिहार समग्र अलंकारी मत्स्यिकी योजना
बिहार सरकार के द्वारा बिहार समग्र अलंकारी मत्स्यिकी योजना को शुरू किया गया है, अलंकारी मछलियों की बढ़ती मांग को देखते हुए राज्य सरकार ने योजना को शुरू किया है।
योजना के माध्यम से अलंकारी मछलियों के उत्पादन को बढ़ावा दिया जाएगा, और मछलियों के कारोबार को भी बढ़ाया जाएगा। बिहार सरकार के द्वारा अलंकारी मत्स्य पालन के लिए मत्स्य संसाधन विभाग की अधिकारिक वेबसाइट भी लांच की गयी है।
योजना के अंतर्गत राज्य के मछुवारो को अलंकारी थोक, खुदरा, ब्रीडर, शौकिया पालनकर्ता आदि अलंकारी मछलियों के कारोबार को स्थापित करने के लिए राज्य सरकार के द्वारा अनुदान भी दिया जायेगा।
राज्य में योजना के सञ्चालन के लिए 4 करोड़ 80 लाख 34 हज़ार रूपये का बजट निर्धारित किया गया है, सरकार द्वारा योजना को बिहार के निजी क्षेत्रों में लागू किया गया है।
बिहार समग्र अलंकारी मत्स्यिकी योजना अवलोकन
योजना | बिहार समग्र अलंकारी मत्स्यिकी योजना |
उद्देश्य | अलंकारी मछली के उत्पादन को बढ़ावा देना और मछुवारो की आय 2 गुनी करना |
लाभार्थी | अलंकारी थोक, खुदरा, ब्रीडर, शौकिया पालनकर्ता |
लाभ | अनुदान राशि |
आवेदन प्रक्रिया | ऑनलाइन |
आधिकारिक वेबसाइट | http://fisheries.bihar.gov.in |
समग्र अलंकारी मत्स्यिकी योजना उद्देश्य
बिहार राज्य में योजना को शुरू करने का मुख्य उद्देश्य अलंकारी थोक, खुदरा, ब्रीडर, शौकिया पालनकर्ता आदि लोगों की आर्थिक सहायता करना और उनकी आय दोगुनी करना है, तथा योजना के शुरू होने से राज्य में बेरोजगारी भी कम होगी।
राज्य में सजावटी अलंकारी मछलियों के टिकाऊ रोजगार स्थापित किये जायेंगे, राज्य के लोगों को मछली पालन के लिए तालाब निर्माण हेतु अन्य वर्ग के लोगों को 50% अनुदान दिया जाएगा, और sc/st वर्ग के लोगों को 70 से 75% अनुदान दिया जाएगा।
सरकार द्वारा दिए जाने वाले लाभ से राज्य के इच्छुक लोग आसानी से अपना काम शुरू कर सकते है, राज्य के मत्स्य पालनकर्ता आत्मनिर्भर बन जायेंगे, राज्य सरकार का मुख्य उद्देश्य – अलंकारी थोक, खुदरा, ब्रीडर, शौकिया पालनकर्ता के व्यापर को टिकाऊ और सतत बनाना है।
अलंकारी मत्स्यिकी योजना के तहत दिया जाने वाला अनुदान राशि
क्र.स | योजना के अवयव | योजना में आने वाली लगत | अनुदान राशि |
1 | थोक अलंकारी मत्स्य संवृद्धन एवं विपणन योजना | ₹ 12.26/- लाख सं0 प्रमंडल स्तर | अनुदान राशि – अन्य सभी वर्ग के लिए 50% अनुदान दिया जायगा, और अति पिछड़ा वर्ग, अनुसूचित जाति, जनजाती के लिए 70% देय रखा गया है। |
2 | अलंकारी मत्स्य प्रजनन इकाई योजना | ₹ 11.50/- लाख सं0 जिला स्तर | |
3 | अलंकारी मत्स्य इकाई सहायता योजना | ₹ 1.56/- लाख सं0 जिला स्तर |
अलंकारी मत्स्यिकी योजना लाभ तथा विषेशताएं
- योजना के तहत बिहार सरकार राज्य के मत्स्य पालनकर्ताओं को वित्तीय राशि प्रदान करेगी।
- अनुदान राशि का सारा पैसा डीबीटी के माध्यम से उम्मीदवार के बैंक खाते में सीधे आएगा।
- बिहार सरकार के द्वारा राज्य के लोगों को 50% अनुदान दिया जायेगा और SC / ST वालों को 70% तक अनुदान दिया जाएगा।
- योजना को राज्य के निजी जिलों में लागू किया गया है।
- योजना से सम्बंधित सभी कार्य ऑनलाइन किये जायेंगे, जिससे कार्यों में पारदर्शिता आएगी।
- योजना के शुरू होने से राज्य में मत्स्य पालन बढ़ेगा और बेरोजगारी कम हो जाएगी।
- मछुवारो की आर्थिक स्थिति में सुधार किया जाएगा, और उनको आत्मनिर्भर बनाया जाएगा।
बिहार समग्र अलंकारी मत्स्यिकी योजना पात्रता
- उम्मीदवार बिहार राज्य का स्थायी निवासी होना चाहिए।
- आवेदक के पास खुद की भूमि होनी चाहिए, मत्स्य पालन के लिए और जिसमे तालाब का निर्माण किया जा सकें।
- आवेदक का बैंक खाता होना आवश्यक है।
बिहार समग्र अलंकारी मत्स्यिकी योजना आवश्यक दस्तावेज
- आधार कार्ड
- पहचान पत्र
- पासपोर्ट साइज फोटो
- मोबाइल नंबर
- बैंक खाता संख्या
- जाति निवास प्रमाण पत्र
- निवा प्रमाण पत्र
- अघतन राजस्व रसीद
- मत्स्य पालन के लिए भूमि का नक्शा
- आवेदक की भूमि का स्वामित्व प्रमाण पत्र जो करारनामा 1000 रूपये के जुडिशियल स्टाम्प के अनुसार 9 वर्ष के लिए लीज़ की गयी हो।
बिहार अलंकारी मत्स्यिकी योजना आवेदन प्रक्रिया
- पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।
- होमपेज पर बिहार समग्र अलंकारी मत्स्यिकी योजना के विकल्प पर क्लिक करें।
- नए पेज में आवेदन पत्र ओपन हो जायेगा, यहां पूछी गयी सभी जानकारी को दर्ज करें।
- फॉर्म में पूछी गयी सभी जानकारी जैसे – नाम, पता, ग्राम, पंचायत आदि जानकारी को दर्ज करें और आवश्यक दस्तावेज भी अपलोड करें।
- फॉर्म को पूरा भरने के बाद OTP भेजें और वेरीफाई करें।
- अंत में कैप्चा कोड डालकर सबमिट के विकल्प पर क्लिक कर दे।
- इस प्रकार से आवेदन की प्रक्रिया पूर्ण होती है।
समग्र अलंकारी मत्स्यिकी योजना से सम्बंधित प्रश्न / उत्तर
बिहार मत्स्यिकी योजना क्या है ?
योजना के तहत राज्य में अलंकारी मछली उत्पादन को बढ़ावा दिया जायेगा, और मछुवारो की आय को दोगुना किया जायेगा।
योजना किस राज्य से सम्बन्धी है ?
मत्स्यिकी योजना बिहार राज्य से सम्बंधित है।
मत्स्यिकी योजना के लिए कितने रूपये का बजट बनाया गया है ?
बिहार मत्स्यिकी योजना को सुचारु रूप से चलाने के लिए राज्य सरकार के द्वारा 4 करोड़ 80 लाख 34 हज़ार रूपये का बजट निर्धारित किया गया है।
बिहार अलंकारी मत्स्यिकी योजना का हेल्पलाइन नंबर क्या है ?
अलंकारी मत्स्यिकी योजना का हेल्पलाइन नंबर –1800 345 6185 है।