बिहार भारत के उत्तर-पूर्वी हिस्से का एक प्रमुख एवं प्राचीन राज्य है। बिहार का निर्माण बंगाल राज्य से विभाजित होकर 22 मार्च 1912 के दिन हुआ था। वर्तमान समय में पटना शहर राज्य की राजधानी है। देश में जनसंख्या के हिसाब से बिहार तीसरे स्थान और क्षेत्रफल के अनुसार तीसरे स्थान पर रहता है।
सन 2000 के बाद राज्य के दक्षिणी भाग से एक अलग राज्य झारखंड का निर्माण हुआ था। भौगोलिक दृष्टि से देखा जाए तो राज्य के उत्तर में नेपाल देश, दक्षिण में झारखंड, पूर्व में पश्चिम बंगाल एवं पश्चिम में उत्तर प्रदेश स्थित है।
इस लेख में बिहार में जिले और प्रमंडलों की संख्या बारे में संक्षिप्त जानकारी दी जा रही है।
बिहार के जिले एवं प्रमंडल
भौगोलिक दृष्टि से राज्य को तीन प्राकृतिक भागों में विभक्त किया गया है – उत्तर का पर्वतीय एवं तराई हिस्सा, मध्य का विशाल मैदान एवं दक्षिण का पहाड़ी छोर। राज्य में बौद्ध धर्म से सम्बंधित विहारों के कारण इसका नाम “बिहार” हो गया।
बिहार राज्य को 38 जिलों एवं 9 मंडलों – पटना, तिरहुत, सारण, सरभंगा, दरभंगा, सहरसा, पूर्णिया, भागलपुर, मुंगेर, मगल में विभक्त किया गया है।
बिहार में जिले और प्रमंडल हाईलाइट
लेख का विषय | बिहार में ज़िले एवं प्रमंडलों की संख्या |
ज़िलों की संख्या | 38 |
प्रमंडलों की संख्या | 9 |
लेख की श्रेणी | शैक्षणिक |
आधिकारिक वेबसाइट | http://state.bihar.gov.in |
बिहार के जिलों के नाम की सूची
वर्तमान समय में बिहार राज्य में 38 ज़िले नामांकित हैं, इन ज़िलों के नाम निम्न प्रकार से है –
1 | अररिया | 20 | बाँका |
2 | अरवल | 21 | बेगूसराय |
3 | औरंगाबाद | 22 | भागलपुर |
4 | कटिहार | 23 | भोजपुर |
5 | किशनगंज | 24 | मधुबनी |
6 | कैमूर | 25 | मधेपुरा |
7 | खगड़िया | 26 | मुंगेर |
8 | गया | 27 | मुजफ्फरपुर |
9 | गोपालगंज | 28 | रोहतास |
10 | जमुई | 29 | लखीसराय |
11 | जहानाबाद | 30 | वैशाली |
12 | दरभंगा | 31 | शिवहर |
13 | नवादा | 32 | शेखपुरा |
14 | नालंदा | 33 | समस्तीपुर |
15 | पटना | 34 | सहरसा |
16 | पश्चिमी चम्पारण | 35 | सारन |
17 | पूर्णिया | 36 | सीतामढ़ी |
18 | पूर्वी चम्पारण | 37 | सीवान |
19 | बक्सर | 38 | सुपौल |
बिहार राज्य के प्रमुख ज़िलों की जानकारी
बिहार राज्य के 38 जिलों के नाम एवं अन्य जानकारियाँ निम्न प्रकार से है –
अररिया जिला
यह पहले पूर्णिया ज़िले में सम्मिलित था जिसको 14 जनवरी 1990 में अलग जिला बनाया गया। जिला पूर्णिया प्रमंडल का एक भाग है जिसका क्षेत्रफल 2,830 वर्ग किमी है। ज़िले में अररिया एवं फारबिसगंज उपखण्ड है। यहाँ कोसी, सुवाड़ा, काली, परमार एवं कोली इत्यादि नदियाँ है। यहाँ मुख्य रूप से खेती का कार्य किया जाता है। विश्व का सर्वाधिक ऊँचा मंदिर खड्गेश्वरी काली मंदिर अररिया में है।
अरवल जिला
अरवल जिला मगध कमिश्नरी का भाग है जिसको सन 2001 में बनाया गया था। पुराने समय में यह जहानाबाद का भाग हुआ करता था। यह एक सब डिवीज़न और पाँच प्रखंड में विभक्त है। राज्य की राजधानी पटना से 65 किमी की दुरी पर स्थित है। यहाँ मुख्य रूप से धान, मक्का, गेहूं की खेती होती है।
औरंगाबाद जिला
यह बिहार राज्य का प्रमुख शहर है जोकि मगध मंडल का भाग है। भारत के स्वतंत्रता संग्राम में विशेष भूमिका के लिए यह शहर विख्यात है। यह क्षेत्र उष्णकटिबंधीय जलवायु से प्रभावित है और इसका क्षेत्रफल 3,305 वर्ग किमी है। यहाँ पर बहुत से ऐतिहासिक स्थान एवं तीर्थ केंद्र है। ज़िले की नदियाँ एवं पर्वत कीमती पत्थरों एवं खनिजों से भरे है।
कटिहार जिला
2 अक्टूबर 1973 के दिन पूर्णिया जिला से अलग होकर कटिहार जिला अस्तित्व में आया था। अपने बनने समय से ही यह जिला शांति एवं विकास के लिए एक उदाहरण बना हुआ है। कटिहार की साक्षरता 79 प्रतिशत है। ज़िले में 16 प्रखंड एवं 3 अनुमंडल पाए जाते है। मान्यता है कि सती के कटि (कमर) का हार यहाँ गिरने के कारण ही इसका नाम “कटिहार” पड़ा था।
कैमूर जिला
17 मार्च 1991 के दिन रोहतास जिले से अलग करके कैमूर जिला राज्य के पश्चिमी भाग में बनाया गया था। इसका क्षेत्रफल 3,332 वर्ग किमी है। राज्य में दुर्गावती, कर्मनाशा, कुदरा, ज़िले में मुख्य रूप से चावल, गेहूं, तिलहन, दलहन, मक्का आदि की खेती होती है।
खगड़िया जिला
यह मुंगेर ज़िले का अनुमंडल था जो 10 मई 1981 में मुंगेर ज़िले से अलग होकर बना था। इसका क्षेत्रफल 1,485.8 वर्ग किमी है। ज़िले को सात प्रमुख नदियों गंगा, बलान, कोशी, बूढ़ी गंडक, करेह, काली कोशी एवं बागमती ने घेरा है। ज़िले को 2 अनुमंडलों खगड़िया और गोगरी एवं सात प्रखंडों में विभक्त किया गया है।
बिहार के प्रमंडलों की जानकारी
भारत के राज्यों में प्रशासनिक सुविधा के लिए प्रमंडलों का निर्माण किया गया है। इनमें कई ज़िले (मंडल) सम्मिलित होते है। सामान्यतया एक प्रमंडल में बहुत से मंडल आते है। आयुक्त (कमिश्नर) इसका नियंत्रण करते है और राज्य के विभागीय सचिव को रिपोर्ट करते है। समूचे बिहार राज्य के शिक्षा मंत्रियों की लिस्ट एवं उनके कार्य से जुडी जानकारी काफी महत्वपूर्ण है।
पटना प्रमंडल
बिहार राज्य की राजधानी एवं सबसे बड़ा शहर है जिसे प्राचीन समय में पाटलिपुत्र कहते थे। यह विश्व के उन नगरों में से एक है जो आदि काल से अब तक बसे है। इसके अतिरिक्त यह शहर अपने आप में बहुत ऐतिहासिक महत्त्व रखता है। चन्द्रगुप्त मौर्य ने चौथी सदी में यहाँ अपनी राजधानी बनाई थी।
यह क्षेत्र पुराने समय से ही प्रशासन, शिक्षा, पर्यटन, इतिहास, धर्म, कला इत्यादि का केंद्र रहा है। यहाँ पर मुख्य रूप से चावल की खेती होती है, इसके अतिरिक्त गैर-खाद्य फसल में तेल-बीज, सब्जियाँ, पानी के ख़रबूज़े इत्यादि जैसी फसले उगाई जाती है। पटना प्रमंडल में पटना, नालंदा, भोजपुर, रोहतास, बक्सर अउरी कैमूर आदि 6 ज़िले आते है।
तिरहुत प्रमंडल
बिहार राज्य में गंगा नदी का उत्तरी क्षेत्र को तिरहुत कहलाता है। स्थानीय शासक शम्सुद्दीन इलीयास ने यहाँ तिरहुत सल्तनत को स्थापित किया था इसके बाद ही यह स्थान तिरहुत कहलाया। 1975 में यह क्षेत्र मुजफ्फरपुर एवं दरभंगा में विभाजित हो गया।
वर्तमान समय में यहाँ तिरहुत नाम का कोई स्थान नहीं है किन्तु कभी-कभी दरभंगा एवं मुजफ्फरपुर ज़िलों को तिरहुत कहते है। तिरहुत प्रमंडल में पश्चिमी चम्पारण, पूर्वी चंपारण, मुजफ्फरपुर, सीतामंडी, शिवहर एवं वैशाली ज़िले आते है। यह स्थान प्राचीनकाल में भगवान बुद्ध एवं महावीर से सम्बंधित रहा है। आम, लीची, केला एवं शहद के लिए यह स्थान प्रसिद्ध है।
सारण प्रमंडल
सारण प्रमंडल राज्य की प्रशासनिक भौगोलिक केंद्र है। वर्तमान समय में प्रमंडल में सारण, सीवान एवं गोपालगंज तीन ज़िले सम्मिलित है। पहले सारण डिवीज़न, कौसल देश का भाग था। प्रमंडल का मुख्यलय छपरा में है। यह प्राचीन समय से ही लोगो की आबादी वाला स्थान रहा है।
इस क्षेत्र में गंगा, गंडक, घाधरा नदी से जल आपूर्ति होती है। जिले के दक्षिणी भाग में गंगा नदी पटना एवं भोजपुर ज़िलों को जोड़ती है। सारण में मुख्य रूप से हिंदी एवं भोजपुरी भाषाएँ बोली जाती है।
दरभंगा प्रमंडल
दरभंगा ज़िले को 1 जनवरी 1875 में बनाया गया था। इसके उत्तर में मधुबनी, दक्षिण में समस्तीपुर, पूर्व में सहरसा एवं पश्चिम में सीतामढ़ी और मुज़फ्फरपुर ज़िले स्थित हैं। वर्तमान समय में प्रमंडल में 18 प्रखंड एवं 3 अनुखंड है। प्रमंडल का मुख्यालय दरभंगा शहर में स्थित है जो कि इस क्षेत्र का प्रमुख शहर है।
दरभंगा शब्द की निर्मिति फारसी भाषा के दर-ए-बंग अर्थात बंगाल का दरवाज़ा से हुई थी। 1875 में तिरहुत से भिन्न होकर दरभंगा जिला बना था। मिथिला संस्कृति के केंद्र के रूप में यह जिला आम, मखाना, मछली और मिथिला पेंटिंग के लिए प्रसिद्धि रखता है।
सहरसा (कोसी) प्रमंडल
यह बिहार राज्य के प्रमुख प्रमंडल में से एक है जिसमे मधेपुरा, सहरसा एवं सुपौल जिले आते है। यह क्षेत्र कोसी नदी के समीप स्थित है। सहरसा को कोसी प्रमंडल का मुख्यालय बनाया गया है।
यहाँ पर कन्दाहा में सूर्य मंदिर एवं प्रमुख माँ तारा स्थान महिषी गांव में स्थित है। प्राचीन काल के आदि शंकराचार्य एवं मंडल मिश्र के बीच शास्त्रार्थ यही हुआ था। नेपाल से बहने वाली नदियों से कई बार यहाँ पर बाढ़ की स्थिति बनती रहती है।
पुर्णिया प्रमंडल
इस प्रमंडल में पूर्णिया, कटिहार, अररिया, किशनगंज ज़िले सम्मिलित है एवं इसका मुख्यालय भागलपुर में है। यहाँ की आबादी लगभग 10,838,424 है जिनमे हिन्दू आबादी 52 प्रतिशत और 47 प्रतिशत मुस्लिम आबादी है। अंग्रेजों के समय से ही यहाँ से आसपास के क्षेत्रों पर नियंत्रण किया जाता था।
यहाँ कम्बल, चटाई और सरसो तेल, पेरने इत्यादि का कार्य होता है और ये सभी सामान स्थानीय क्षेत्रों में ही खरीद लिया जाता है।
मुंगेर प्रमंडल
इस प्रमंडल में जमुई, खगड़िया, मुंगेर, लखीसराय, बेगूसराय, शेखपुरा आदि आते है। यहाँ की जनसंख्या 64,08,375 है। ऐतिहासिक लेखक ह्यूएन सांग के सातवीं सदी के ट्रेवल में वर्णन था कि यह देश नियमित रूप से खेती करता है। मुंगेर के नवाब मीरकासिम का प्रसिद्ध किला ऐतिहासिक धरोहर है।
गंगा नदी किले के समीप से ही बहकर जाती है। क्षेत्र की ग्रामीण आबादी लगभग 72 प्रतिशत है। मुंगेर में तम्बाकू, तेल, बंदूक, डीज़ल इंजन निर्माण, पर्यटन उद्योग आदि प्रमुख है।
मगध प्रमंडल
मगध प्रमंडल में नौ ज़िले गया, नवादा, औरंगाबाद, जहानाबाद, अरवल सम्मिलित है। यह क्षेत्र प्राचीन समय में पांडवों के अज्ञातवास के लिए प्रसिद्ध है, वर्तमान समय में भी कई प्रखंड जैसे रजौली, कौआकोल, गोविंदपुर आदि वन क्षेत्र के रूप में स्थित है। इस क्षेत्र में खुरी नदी एवं राष्ट्रीय राजमार्ग 31 मुख्य जीवन रेखा माने जाते है।
भागलपुर प्रमंडल
भागलपुर प्रमंडल में भागलपुर और बांका ज़िले आते है। 4 मई 1973 के दिन प्रमंडल के कलेक्टर ने पदभार ग्रहण किया था। राजमहल एवं भागलपुर ज़िले का निर्माण वर्ष 1973 में कमेटी ऑफ सर्किट ने किया था। भागलपुर रेशम के व्यापार के लिए बहुत प्रसिद्ध है। तसर नामक सिल्क यहाँ के कई परिवारों की पहचान है।
बिहार के जिलों और प्रमंडल से जुड़े प्रश्न
बिहार की सीमा से यूपी के कितने जिले जुड़े है?
उत्तर प्रदेश राज्य के कैमूर, रोहतास, बक्सर, भोजपुर, गया, औरंगाबाद, सारण इत्यादि ज़िलों को बिहार राज्य की सीमा स्पर्श करती है।
बिहार के सबसे बड़े ब्लॉक का नाम क्या है?
बिहार राज्य में क्षेत्रफल के अनुसार सबसे बड़ा ब्लॉक बेगूसराय है।
बिहार राज्य का प्रमुख कृषि उत्पाद क्या है?
बिहार में मुख्यतया चावल, गेंहू, जौ, चना, मटर, सरसो, आलू, गन्ना इत्यादि की खेती की जाती है।
बिहार में प्रमुख पर्यटन स्थान कौन-से है?
बिहार में गोलघर, शेरशाह सूरी का किला, जालान का किला, बौद्ध गया, नालंदा विद्यालय एवं अन्य प्रमुख पर्यटन स्थल है।