इंदिरा रसोई योजना राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गेहलोत जी के द्वारा प्रदेश के गरीब और आर्थिक रूप से कमजोर लोगों के लिए रसोई को शुरू किया गया है।
योजना के अंतर्गत प्रदेश का कोई भी व्यक्ति भूखा नहीं रहना चाहिए, सभी को दो वक़्त का खाना पेट भर कर खिलाने के लिए योजना को शुरू किया गया है।
आज भी देश में ऐसे बहुत से लोग है, जो आर्थिक तंगी से जूझ रहें है, जिसकी वजह से उनको एक समय का भोजन भी पर्याप्त नहीं मिल पाता है, जिसकी वजह से आधे से ज्यादा लोग भुखमरी की वजह से अपने प्राण त्याग देते है।
इन्ही सब परेशानियों को देखते हुए राजस्थान सरकार ने अपने प्रदेश के लोगों के लिए रसोई योजना को शुरू किया है, प्रदेश में बहुत से मजदुर होते है, जो काम करने के लिए घर से कई किलोमीटर दूर जाते है।
परंतु महंगाई की वजह से कुछ खा नहीं पाते है, अब उनको भूखा नहीं रहना पड़ेगा और उनके अधिक पैसे भी खर्च नहीं होंगे। कम पैसो में अच्छा और भरपेट खाना प्रदेश के गरीब लोगों को दिया जाएगा।
राजस्थान सरकार अपने प्रदेश के लोगों के उत्थान के लिए अनेकों योजनाएं शुरू करती रहती है। उनमे से एक राजस्थान फ्री फ़ूड पैकेट योजना है, इस योजना के अंतर्गत प्रदेश के गरीब लोगों को राशन के फ़ूड पैकेट उपलब्ध करवाए जाएंगे।
राजस्थान इंदिरा रसोई योजना
राजस्थान के मुख्यमंत्री ने 20 अगस्त 2020 को प्रदेश के लोगों को पौष्टिक और ताजा खाना देने के लिए राजस्थान इंदिरा रसोई योजना का शुभारम्भ किया है।
राजस्थान सरकार ने प्रदेश के लोगों को 2 वक़्त की रोटी खिलाने का संकल्प लिया था, कोरोना संक्रमण काल के समय आमतौर पर गरीब वर्ग के परिवार को खान पीन में दिक्कत आने लगी थी।
जिसको देखते हुए राज्य सरकार ने प्रदेश के लोगों के लिए मात्र 8 रूपये में भरपेट और पौष्टिक भोजन की सुविधा उपलब्ध करवायी। राज्य के लोगों को एक जगह पर बैठाकर सम्मानपूर्वक भोजन दिया जाता है।
एक वक़्त की थाली में 25 रूपये का व्यय आता है, जिसमे से 17 रूपये सरकार के द्वारा और 8 रूपये अनुयायी से लिए जाते है।
इंदिरा रसोई योजना मुख्य तथ्य
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जी ने प्रदेश के लोगों को दो वक़्त का भरपेट भोजन खिलाने के लिए 213 नगर में 358 रसोई का उदघाटन किया है। योजना के संचालन के लिए प्रतिवर्ष राज्य में 100 करोड़ का बजट बनाया जाता है, पर इस वर्ष 2022 – 2023 में सरकार ने इस बजट को 250 करोड़ रूपये कर दिया है।
18 सितम्बर 2022 को मुख्यमंत्री जी ने जोधपुर जिले में 512 नयी इंदिरा रसोई का शुभारम्भ किया है। तथा राज्य में कुल संचालित रसोई की संख्या 870 है।
प्रदेश में इन इंदिरा रसोई का सञ्चालन एनजीओ के द्वारा किया जा रहा है। इन एनजीओ का चयन जिला कलेक्टर की अध्यक्षता और जिला समन्वय और मॉनिटरिंग समिति के द्वारा रसोई को चलाने के लिए 300 से अधिक एनजीओ का चयन किया गया है।
प्रदेश में जब से योजना को शुरू किया गया है, तब से अभी तक नगरीय वासियों को 7.01 करोड़ थालियों को परोसा जा चुका है। और सरकार का निर्धारित लक्ष्य 70.32% करोड़ है।
परन्तु अब सरकार के द्वारा प्रतिदिन 2.34 लाख लोगों को खाने की थाली परोसी जाने का निर्णय लिया गया है। और प्रतिवर्ष 9.25 करोड़ लोगों को लाभान्वित किया जाएगा।
इंदिरा रसोई योजना मुख्य बिंदु
योजना | राजस्थान इंदिरा रसोई योजना |
शुभारम्भ | मुख्यमंत्री अशोक गहलोत |
लाभार्थी | प्रदेश के गरीब नागरिक |
उद्देश्य | सभी को दो टाइम भरपेट भोजन देना |
भोजन प्रति थाली | 8 रूपये |
निर्धारित बजट प्रतिवर्ष | 250 करोड़ रूपये |
आधिकारिक वेबसाइट | https://indirarasoi.rajasthan.gov.in/ |
राजस्थान इंदिरा रसोई योजना उद्देश्य
योजना को शुरू करने का मुख्य उद्देश्य है, प्रदेश का कोई भी गरीब, मजदुर, आर्थिक रूप से कमजोर व्यक्ति भूखा न सोये, सभी लोग भरपेट खाना खाए और सबको पौष्टिक और ताजा भोजन मिलें।
क्यूंकि बढ़ती महंगाई की वजह से लोग दो वक़्त का खाना नहीं खा पाते है, या अगर खाते भी है। तो वो पौष्टिक भोजन प्राप्त नहीं कर पाते है। जिसकी वजह से लोगों को कई बार कुपोषण का शिकार भी होना पड़ता है। और बहुत से लोग आर्थिक मंदी के कारण दो वक़्त का भोजन ही ग्रहण नहीं कर पाते है।
जिससे कई बार बहुत से लोग भुखमरी से मर जाते है, हमारे देश से भुखमरी से मरने वाले लोगों का आँकड़ा दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। इन्ही समस्याओं के निपटान के लिए प्रदेश सरकार ने राजस्थान इंदिरा रसोई योजना को प्रारम्भ किया है।
योजना के संचालन से प्रदेश में कोई भी नागरिक पैसो की तंगी की वजह से भूखा नहीं सोएगा।
राजस्थान इंदिरा रसोई योजना के लाभ
- राज्य के जरुरतमंदो को कम पैसे में भरपेट भोजन दिया जाएगा।
- योजना के अंतर्गत राज्य के लोगों को पौष्टिक और ताजा भोजन दिया जाएगा।
- गरीब परिवार के लोग भूखे नहीं रहेंगे।
- लाभार्थियों को एक वक़्त का भोजन मात्र 8 रूपये में दिया जाएगा।
- अगर प्रदेश का कोई व्यक्ति प्रतिदिन सिर्फ 100 रूपये भी कमाता है, तो वो दो टाइम का खाना सिर्फ 16 रूपये में खा पायेगा।
- सरकारी कार्यों में पारदर्शिता आएगी।
- इंदिरा रसोई योजना के तहत प्रतिदिन 1.34 लाख लोगों को भोजन खिलाया जाएगा, और प्रतिवर्ष 4.87 करोड़ व्यक्तियों को भोजन कराने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
मात्र 8 रूपये में एक वक़्त का भोजन
योजना के अंतर्गत राज्य के गरीब लोगों को दोपहर और रात का भोजन करवाया जाता है। एक समय के भोजन का भुगतान लाभार्थी के द्वारा मात्र 8 रूपये दिया जाता है।
भोजन की थाली 25 रूपये की आती है, जिसमें से 17 रूपये प्रति थाली सरकार भुगतान करती है, और बाकी का 8 रुपए लाभार्थी देता है।
इंदिरा रसोई में दोपहर का भोजन सुबह 8:30 बजे से 3 बजे तक खिलाया जाता है, और रात का भोजन 5 बजे से लेकर 9 बजे तक खिलाया जाता है। एक समय की थाली में 100 ग्राम दाल, 100 ग्राम सब्जी और 250 ग्राम चपाती दी जाती है, और इसके साथ में अचार भी दिया जाता है।
राजस्थान इंदिरा रसोई योजना के अंतर्गत पेपरलेस कार्य
राज्य सरकार के द्वारा राजस्थान इंदिरा रसोई योजना का सारा कार्य पेपरलेस किया जाएगा। सभी कार्य को ऑनलाइन करने के लिए वेब पोर्टल भी सरकार के द्वारा लांच किया गया है।
इस वेबसाइट का उपयोग करके आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस का उपयोग करके उम्मीदवार की फोटो ऑनलाइन अपलोड की जाएगी। ऑनलाइन पोर्टल की सहायता से सरकारी कार्य में पारदर्शिता आएगी।
और इसके साथ में उम्मीदवार के मोबाइल नंबर पर नियमित रूप से फीडबैक के लिए मैसेज और स्टेट कॉल सेण्टर करके फीडबैक लिया जाता है। रसोई एजेंसी के द्वारा लाभार्थीयों से इनवॉइस लेने के लिए ऑनलाइन की सुविधा रखी गयी है।
इसके अलावा सरकार के द्वारा भोजन की गुणवत्ता को चेक करने के लिए सरकार हर महीने में कम से कम दो बार इंदिरा रसोइयों का निरिक्षण किया जाएगा। और निरिक्षण करने के बाद निरिक्षण रिपोर्ट मोबाइल एप्प के माध्यम से जमा की जाएगी।
इंदिरा रसोई योजना के बारे में जानकारी
- प्रति थाली 25 रूपये का खर्चा आता है, जिसमे से 17 रूपये सरकार वहन करेगी।
- पहले इस थाली का मूल्य 20 रूपये होता था, जिसमे 12 रूपये सरकार और 8 रूपये प्रदेश के लोग देते थे।
- इंदिरा रसोईयों का संचालन एनजीओ के द्वारा किया जा रहा है।
- सरकार के द्वारा योजना की जिम्मेदारी जिला कलेक्टर को दी गयी है।
- योजना में किसी भी प्रकार की धोखाधड़ी या धांधली नहीं होगी, योजना का सारा कार्य ऑनलाइन के माध्यम से पेपरलेस होगा।
- नगर निकायों के भोजन का निरिक्षण एक महीने में दो बार किया जाएगा।
- पहले योजना में प्रतिवर्ष 100 करोड़ का निर्वहन किया जाता था, लेकिन अब सरकार के द्वारा और नयी रसोइयों का उद्घाटन किया जाएगा, जिसके लिए सरकार ने 2022-23 में 250 करोड़ रूपये का बजट बनाया है।
- सरकार के द्वारा योजना के लिए ऑनलाइन पोर्टल भी लांच किया गया है।
इंदिरा रसोई योजना पात्रता
- योजना का लाभ सिर्फ प्रदेश के स्थायी निवासी को दिया जाएगा।
- जिन लोगों की आय बहुत अधिक कम है, और जो दो वक़्त का खाना सही से नहीं खा पाते है। उनको प्राथमिकता दी जाएगी।
राजस्थान इंदिरा रसोई योजना से सम्बंधित प्रश्न / उत्तर
राजस्थान इंदिरा रसोई योजना का शुभारम्भ किसने किया है?
इंदिरा रसोई योजना का शुभारम्भ मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जी के द्वारा किया गया है।
इंदिरा रसोई योजना का बजट कितना है ?
पहले प्रतिवर्ष योजना के सञ्चालन के लिए 100 करोड़ का बजट बनाया गया था, और अब 250 करोड़ का बजट बनाया गया है।
योजना को कब प्रारम्भ किया गया था?
रसोई योजना को 20 अगस्त 2020 को लांच किया गया था।
इंदिरा रसोई योजना में थाली कितने रूपये की है?
रसोई योजना में थाली 25 रूपये की जिसमे 17 रूपये सरकार के द्वारा और 8 रूपये नगरीय वासियों के द्वारा दिए जाएंगे।
Contact Information
- हेल्पलाइन नंबर – 1800 – 1806 – 127
- मोबाइल नंबर – 0141 – 2226712 / 11
- ईमेल आईडी – indirarasoi. [email protected]