चंडीगढ़ परवरिश योजना को जुलाई 2021 में शुरू किया गया था। योजना का लाभ उन बच्चों को दिया जाएगा, जिन्होंने कोरोना माहमारी में अपने माता पिता को खो दिया है।
ऐसे में चंडीगढ़ सरकार के द्वारा बच्चों को वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी। योजना के तहत बच्चों को प्रतिमाह 5000 रूपये प्रदान किये जाएंगे, और इसके साथ ही 3 लाख रूपये फिक्स्ड डिपाजिट भी किये जाएंगे।
योजना के माध्यम से मिलने वाले लाभ से बच्चों के भविष्य को सुरक्षित बनाया जाएगा, और अनाथ बच्चों को सहारा मिलेगा इसके साथ ही में बच्चों को प्रतिमाह वित्तीय सहायता प्राप्त होगी, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति में बदलाव आएगा।
दोस्तों जैसा की हम सभी जानते है, कोरोना माहमारी आने के बाद बहुत लोगों ने अपनों को खोया है। और बहुत से बच्चों ने भी अपने माँ बाप को खोया। माँ बाप के जाने के बाद बहुत से बच्चों के पास आय का कोई साधन नहीं है, जिसकी वजह से उन बच्चों को बहुत दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
इन्ही सब बातों को देखते हुए चंडीगढ़ सरकार ने अपने राज्य के बच्चों के उज्जवल भविष्य और कल्याण के लिए योजना को शुरू किया है।
चंडीगढ़ परवरिश योजना
कोरोना के आने के बाद देश में ऐसे बहुत से बच्चे है, जिन्हे अपने माँ बाप को खोना पड़ा था। इन्हीं बच्चों के पालन पोषण और अच्छी परवरिश के लिए चंडीगढ़ सरकार ने परवरिश योजना को शुरू किया है।
सरकार ऐसे बच्चों की वित्तीय और आर्थिक सहायता करेगी, जिनके पास आय का कोई प्रमुख साधन नहीं है। यह योजना पात्र उम्मीदवारों को शिक्षा, सुविधा और चिकित्सा आदि की सुविधा मुहैया करवाती है।
18 वर्ष से कम आयु के सभी अनाथ बच्चों के लिए सरकार 3 लाख रूपये फिक्स्ड डिपाजिट करवाती है, जो उनको 21 वर्ष पूर्ण होने के बाद दिए जाएंगे। और दैनिक खर्चों को पूरा करने के लिए तथा शिक्षा, स्वास्थ्य सम्बन्धी खर्चो के लिए प्रतिमाह 5000 हज़ार रूपये भी दिए जायेंगे।
इसके साथ जो बच्चे कोरोना काल के बाद से रहने का ठिकाना ढूंढ रहें है, उनको सरकारी संस्थाओं में भर्ती कराया जाएगा। यह योजना covid – 19 की वजह से हुए अनाथ बच्चों को बहुत अधिक लाभ प्रदान करेगी।
योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए ऑनलाइन के माध्यम से आवेदन करना होगा। योजना के लिए पात्र बच्चों को चार श्रेणियों में बाँटा गया है।
चंडीगढ़ परवरिश योजना मुख्य बिंदु
योजना का नाम | चंडीगढ़ परवरिश योजना |
शुभारम्भ | चंडीगढ़ सरकार |
सम्बंधित विभाग | समाज कल्याण विभाग चंडीगढ़ |
उद्देश्य | अनाथ बच्चों को अच्छी परवरिश देना |
लाभार्थी | कोरोनाकाल में अपने बच्चों को खोने वाले |
आवेदन प्रक्रिया | ऑनलाइन |
आधिकारिक वेबसाइट | यहाँ क्लिक करें |
चंडीगढ़ परवरिश योजना उद्देश्य
चंडीगढ़ सरकार ने अनाथ बच्चों की मूलभूत आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए योजना को शुरू किया है। यह योजना अनाथ बच्चों का समग्र विकास सुनिश्चित करेगी, और उनका विकास करेगी।
योजना के अंतर्गत यूटी के सभी गरीब और अनाथ बच्चों को लालन पोषण के साथ साथ सरकार वित्तीय सहायता भी प्रदान करेगी। और जरूरतमन्दों को रहने का आवास भी दिया जाएगा।
यह योजना चंडीगढ़ के हज़ारों बच्चों का जीवन सुरक्षित और भविष्य बेहतर बनाएगी। अनाथ बच्चों को बेहतर जीवन जीने का मौका मिलेगा। और अनाथ बच्चों के लिए यह एक अच्छी पहल है।
परवरिश योजना के अंतर्गत शामिल बच्चों की श्रेणियाँ
सरकार के द्वारा गरीब और अनाथ बच्चों को योजना का लाभ दिया जाएगा, इसके लिए सरकार के द्वारा कुछ केटेगरी निर्धारित की गयी है। इस कैटोगरी में आने वाले सभी बच्चों को लाभ प्रदान किया जाएगा, और उनकी परवरिश को भी बेहतर बनाया जाएगा।
- पहली श्रेणी में वो बच्चे आते है, जिन्होंने कोरोना की वजह से अपने माता पिता को खो दिया है, और उनके माँ बाप ने उनको सरेंडर कर दिया है।
- दूसरी श्रेणी में वो बच्चे आएंगे, जिन्होंने अपने माता पिता खो दिए है, और अपने किसी रिश्तेदारों के साथ रह रहें है।
- तीसरी श्रेणी में वो बच्चे आते है, जिन्होंने अपने माता पिता को खो दिया है, या जो बच्चे जीवित माता – पिता और विस्तारित परिवार के साथ रह रहें है।
- चौथी श्रेणी में वो बच्चे आएंगे जो खुद covid पॉजिटिव है।
चंडीगढ़ परवरिश योजना का लाभ
- इस योजना का लाभ covid – 19 की वजह से हुए अनाथ बच्चो को दिया जाएगा।
- योजना के अंतर्गत पात्र बच्चों के लिए 3 लाख रूपये डिपाजिट किये जायेंगे।
- परवरिश योजना का सारा पैसा बच्चों को 21 वर्ष की आयु पूरी होने के बाद दिया जाएगा।
- योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए बच्चे की आयु 6 वर्ष से 18 वर्ष के मध्य होनी चाहिए।
- covid – 19 की वजह से अनाथ बच्चों की परवरिश में यह योजना अधिक सहायता करेगी।
- बच्चे की 18 वर्ष की आयु पूरी होने के बाद ग्रेजुएशन या कोई डिप्लोमा कोर्स करने के लिए बच्चे को यह पैसे दिए जाएंगे।
- पात्र अनाथ बच्चों को सरकारी विद्यालयों में निशुल्क शिक्षा दी जाएगी।
- चंडीगढ़ परवरिश योजना के माध्यम से सरकार बच्चे के चिकित्सा, शिक्षा, लालन – पोषण संबंधी आदि खर्चे उठाएगी।
चंडीगढ़ परवरिश योजना पात्रता
- परवरिश योजना में आवेदन करने के लिए लाभार्थी की आयु 18 वर्ष से कम होनी चाहिए।
- माता – पिता का मृत्यु प्रमाण पत्र जो कोविड की वजह से होगा, और जिससे माता पिता की मृत्यु से तीन महीने पहले का कोविड पॉजिटिव होने का प्रमाण सत्यापित हो।
- जो बच्चे यूटी चंडीगढ़ के स्थायी निवासी नहीं है, उन्हें किशोर न्याय ( बच्चों की देखभाल और संरक्षण ) अधिनियम 2015 के अंतर्गत मूल राज्य में स्थानांतरित किया जाएगा।
- जिन बच्चों के माता पिता 40% कुपोषण का शिकार है, उनके बच्चों को भी योजना का पात्र माना जाएगा।
- जो बच्चे बेसहारा है, माँ बाप के बिना रिश्तेदारों के पास रह रहें है, उनको भी योजना का पात्र समझा जाएगा।
- बीपीएल राशन कार्ड धारक के परिवार से जो लोग आते है, उनको भी इस योजना का लाभ दिया जाएगा।
- एड्स रोग से ग्रस्त बच्चे भी इस योजना का लाभ प्राप्त कर सकते है।
चंडीगढ़ परवरिश योजना में आवेदन हेतु आवश्यक दस्तावेज
- बच्चे का आधार कार्ड
- माता पिता का आधार कार्ड / बिजली बिल / वोटर आईडी /लाइसेंस
- स्थायी निवास प्रमाण पत्र
- बच्चे का जन्म प्रमाण पत्र जिससे उसकी आयु की पहचान हो सकें।
- पासपोर्ट साइज फोटो
- राशन कार्ड
- बैंक खाता संख्या
चंडीगढ़ परवरिश योजना आवेदन प्रक्रिया
- चंडीगढ़ परवरिश योजना में आवेदन करने के लिए समाज कल्याण विभाग की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।
- वेबसाइट के होमपेज पर लाभार्थी कार्नर में आवेदन फॉर्म पर क्लिक करें।
- होमस्क्रीन पर फॉर्म पीडीएफ फॉर्मेट के रूप में ओपन हो जाएगा।
- फॉर्म को डाउनलोड करें, और इसका प्रिंट निकलवायें।
- फॉर्म में पूछी गयी सभी आवश्यक जानकारी को दर्ज करें, और आवश्यक दस्तावेज संलग्न करें।
- फॉर्म को नजदीकी किसी आंगनवाड़ी में जमा कर दें।
- इस प्रकार से चंडीगढ़ के अनाथ बच्चे योजना में आवेदन कर सकते है।
चंडीगढ़ परवरिश योजना से सम्बंधित प्रश्न / उत्तर
चंडीगढ़ परवरिश योजना को क्यों शुरू किया गया है?
परवरिश योजना को कोरोना के आने से हुए अनाथ हुए बच्चों के लिए शुरू किया गया है।
योजना में आवेदन की प्रक्रिया क्या है?
परवरिश योजना में आवेदन की प्रक्रिया ऑनलाइन है।
आवेदन के लिए पीडीएफ फॉर्म कहाँ से डाउनलोड करें?
आवेदन के लिए पीडीऍफ़ फॉर्म समाज कल्याण विभाग की आधिकारिक वेबसाइट से डाउनलोड करें।
परवरिश योजना का लाभ किसे प्राप्त होगा?
चंडीगढ़ परवरिश योजना का लाभ 18 वर्ष से कम आयु के बच्चों को प्राप्त होगा।