कक्षा 12वीं के बाद छात्रों को अपने भविष्य की चिंता होती है कि वह आगे चलकर किस कोर्स को चुने। इसे लेकर दोस्त, परिवार या रिश्तेदार कई तरह के सुझाव देते हैं। ऐसे में बच्चों के पास विकल्प तो बहुत होते हैं लेकिन आगे क्या कोर्स उनके लिए बेहतर रहेगा और वह किस फील्ड में अपनी प्रतिभा दिखा सकेंगे यह सवाल बहुत से बच्चों के मन में बना रहता है।
अगर 12वीं की परीक्षा उत्तीर्ण कर ली है और स्कूल में बाद आपको अपने कॉलेज की पढ़ाई के लिए कोर्स का चयन करने से संबंधित जानकारी पाना चाहते हैं। ऐसे में सभी स्ट्रीम्स के छात्रों के लिए 12वीं के बाद मौजूद शैक्षणिक विकल्प को जानना जरुरी हो जाता है। ऐसे वे जिस भी क्षेत्र में कॉलेज की शिक्षा पूरी करना चाहते हो उसका चयन कर सकेंगे।
इस लेख में कक्षा 12th के बाद क्या करें, अपने परीक्षा स्ट्रीम और उसके परिणाम अनुसार कोर्स को चुनने की जानकारी दी जा रही है।
12 वीं के बाद क्या करें?
स्कूल में 12 वीं कक्षा पूरी होने के बाद सभी छात्र अपनी स्ट्रीम के अनुसार उससे संबंधित कोर्स को चुन सकते हैं। इसके लिए कक्षा 10वीं में जहाँ छात्रों को सभी विषय पढ़ने आवश्यक होते हैं। वहीं कक्षा 10 के बाद उन्हें जिस क्षेत्र में अपना करियर बनाना है उसके लिए कक्षा-11वीं में साइंस, आर्ट्स, कॉमर्स आदि तीन स्ट्रीम्स में से चुनने का विकल्प मिलता है।
भविष्य में जो भी बनना हैं उसके अनुसार रुझान और पिछली कक्षा में किए गए प्रदर्शन के आधार पर किसी एक स्ट्रीम को चुनकर आगे चलकर उच्च शिक्षा पूरी करनी हैं। उस फील्ड में अपना करियर बनाने के लिए छात्र अच्छे से समझ सकेंगे।
12वीं के बाद क्या करें?
12वीं कक्षा में छात्रों के पास अलग-अलग स्ट्रीम्स के विषय होते हैं जिनमे साइंस स्ट्रीम के छात्रों के पास (PCB) यानी फिजिक्स, कैमिस्ट्री और बायोलॉजी विषय होते है। वही पीसीएम वाले छात्रों के पास फिजिक्स, कैमिस्ट्री और मैथ्स के विषय होते हैं जिनमे बच्चे मेडिकल या इंजीनियरिंग क्षेत्रों में अपना करियर चुनते हैं। वही कॉमर्स स्ट्रीम के छात्र बैंकिंग, सीए आदि क्षेत्रों में अपना करियर बनाने की तैयारी करते हैं।
12वीं के बाद साइंस स्ट्रीम में करियर
कक्षा-12वीं में साइंस स्ट्रीम से उत्तीर्ण होने वाले छात्रों के पास पीसीएम या पीसीबी जैसे दो स्ट्रीम उपलब्ध होती है। वही कुछ छात्रपीसीएमबी यानी फिजिक्स, कैमिस्ट्री, मैथ्स और बायोलॉजी से भी अपनी 12वीं कक्षा पास करते हैं।
ऐसे सभी छात्रों के लिए साइंस में अपनी रूचि और क्षमता के अनुसार कोर्स का चयन करने के लिए यहाँ कोर्स की सूची दी गई है, जिसे पढ़कर वह अपने करियर के लिए एक बेहतर कोर्स के विकल्प को चुन सकते हैं।
पीसीबी स्ट्रीम के लिए 12th के बाद करियर विकल्प
कोर्स का नाम (Course Name) | कोर्स की अवधि (Course Duration) |
बायोटेक्नोलॉजी | 3 साल |
बीएससी इन एग्रीकल्चर | 4 साल |
बैचलर ऑफ़ मेडिसिन एंड बैचलर ऑफ़ सर्जरी (MBBS) | 5.5 साल, 1 साल की इंटर्नशिप |
बी.फार्मा | 4 साल |
बैचलर ऑफ़ होमियोपैथिक मेडिसिन एंड सर्जरी (BHMS) | 4.5 साल, 1 साल की इंटर्नशिप |
बैचलर ऑफ़ यूनानी मेडिसिन एंड सर्जरी (BUMS) | 5 साल |
बैचलर ऑफ़ डेंटल सर्जरी (BDS) | 5 साल |
माइक्रोबायोलॉजी | 3 साल |
Bioinformatics | 2 साल |
बैचलर ऑफ़ वेटेरिनरी साइंस एंड एनिमल हस्बेंड्री (B.V.Sc & AH) | 2 साल |
जेनेटिक्स | 3 साल |
एनवायर्नमेंटल साइंस | 6 साल से 1 महीने |
फॉरेंसिक साइंस | 3 साल |
नर्सिंग | 3 साल |
बैचलर ऑफ़ फिजियोथेरपी (BPT) | 4 साल |
बैचलर ऑफ़ आयुर्वेदिक मेडिसिन एंड सर्जरी (BAMS) | 5.5 साल |
बीएससी इन ऑप्टोमेट्री | 4 साल |
बीएससी इन ऑडियोलॉजी एंड स्पीच थेरेपी | 3 साल |
बीएससी इन अप्थल्मीक टेक्नोलॉजी | 4 साल |
बीएससी इन मेडिकल रिकॉर्ड टेक्नोलॉजी | 3 साल |
बीएससी इन रेडियोग्राफी | 3 साल |
बैचलर ऑफ़ ऑक्यूपेशनल थेरेपी | 4 साल, 6 महीने की इंटर्नशिप |
B.Sc. OTT (Operation Theater Technology) | 3 साल |
बीएससी इन मेडिकल इमेजिंग टेक्नोलॉजी | 3 साल |
बीएससी इन डायलिसिस टेक्नोलॉजी | 3 साल |
बीएससी इन एनेस्थेसिया टेक्नोलॉजी | 2 साल |
बीएससी इन एक्स-रे टेक्नोलॉजी | 2 साल |
बीएससी इन MLT (मेडिकल लैब टेक्नोलॉजी) | 3 साल |
PCB स्ट्रीम के लिए 12वीं के बाद प्रमुख पैरामेडिकल कोर्स
- बीएससी इन डायलिसिस टेक्नोलॉजी (इसमें सेंटर, नर्सिंग होम, हॉस्पिटल में जॉब की तलाश कर सकते हैं), इस कोर्स की अवधि 3 साल की है।
- बीएससी इन ऑप्टोमेट्री (4 साल)
- बीएससी इन मीडियल इमेजिंग टेक्नोलॉजी (3 साल)
- B.Sc. OTT (Operation Theater Technology) (3 से 4 साल का कोर्स)
- बीएससी इन मेडिकल लैब टेक्नोलॉजी MLT (3 साल)
- बैचलर ऑफ़ साइंस इन ऑडियोलॉजी एंड स्पीच लैंग्वेज (BSALP)
- बीएससी इन एक्स-रे टेक्नोलॉजी
सर्टिफिकेट कोर्स के लिए एक साल
एक्स-रे टेक्नोलॉजी में डिप्लोमा कोर्स के लिए दो साल
बैचलर डिग्री कोर्स की अवधि तीन साल तक का समय - बैचलर इन ऑडियोलॉजी एंड स्पीच थेरेपी (3 साल)
- बीएससी इन रेडियोग्राफी (3 साल)
- बीएससी इन एनेस्थीसिया टेक्नॉलिजी (2 साल)
- बीएससी इन मेडिकल रिकॉर्ड टेक्नोलॉजी (3 साल)
- बीएससी इन ऑक्यूपेशनल थेरेपी (4 साल, 6 महीने इंटर्नशिप)
- पैरामेडिकल कोर्स करने की प्रक्रिया की विस्तृत जानकारी लेना भी जरुरी है।
PCM स्ट्रीम के लिए 12वीं के बाद करियर विकल्प
- बैचलर ऑफ़ आर्किटेक्चर (B.Arch) (5 साल का कोर्स)
- बैचलर ऑफ़ साइंस (B.Sc) (3 साल का कोर्स) फिजिक्स, कैमिस्ट्री, मैथेमेटिक्स, एग्रीकल्चर, स्टेटिस्टिक्स, फॉरेंसिक)
- Commercial Pilot (आप एविएशन इंस्टीट्यूट से ट्रेनिंग ले सकते हैं, या एविएशन साइंस से बीएससी कर सकते हैं)
- B.E/BTech (IIT-JEE/4 साल) (पॉपुलर ब्रांच-कंप्यूटर साइंस, इलेक्ट्रिकल, मैकेनिकल, इलेक्ट्रॉनिक एंड टेली कम्युनिकेशन, इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी)
- बैचलर ऑफ़ कंप्यूटर एप्लीकेशन (BCA) (3 साल)
- (कंप्यूटर साइंस या आईटी में करियर के लिए यह अच्छा ऑप्शन है, BCA कोर्स में डेटा स्ट्रक्चर, प्रोग्रामिंग लैंग्वेज, डाटाबेस, नेटवर्किंग जैसे – C, C++, JAVA के बारे में पढ़ाया जाता है।
- मर्चेंट नेवी (इसके लिए आओ एविएशन इंस्टीट्यूट से ट्रेनिंग ले सकते हैं या एविएशन साइंस से आप बीएससी कर सकते हैं)
- NDA (Army, Navy, Airforce) (BA/BSC/B.TECH)
- SCRA (Special Class Railway Apprentice Exam) (यह एग्जाम यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन) UPSC द्वारा लिया किया जाता है। जिसे क्रैक करने के बाद 4 साल की ट्रेनिंग करवाई जाती है।
इंजीनियरिंग के कुछ प्रमुख ब्रान्च
- ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग
- केमिकल इंजीनियरिंग
- ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग
- कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग
- मैकेनिकल इंजीनियरिंग
- एयरोस्पेस इंजीनियरिंग
- बायोटेक्नोलॉजी इंजीनियरिंग
- इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग
- इलेक्ट्रॉनिक एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग
कॉमर्स के छात्रों के लिए 12वीं के बाद करियर विकल्प
कॉमर्स से अपनी कक्षा-12वीं उत्तीर्ण कर चुके छात्रों के लिए करियर संबंधित बहुत से विकल्प उपलब्ध है। जिनमे आमतौर पर छात्र बीकॉम, बीएमएस जैसे डिग्री कोर्सेज के लिए अप्लाई करते हैं।
लेकिन ऐसे बहुत से और भी बेहतर विकल्प जैसे मैनेजमेंट, फाइनेंशियल प्लानर, बैंकिंग क्षेत्र, फाइनेंस लॉ कोर्सेज, एकाउंटिंग उपलब्ध हैं। इनमे से किसी एक कोर्स को चुनकर आप अपने भविष्य में बेहतर जॉब पा सकते हैं।
कोर्स का नाम | कोर्स की अवधि |
बैचलर ऑफ़ कॉमर्स एंड बैचलर ऑफ़ लेजिस्लेटिव लॉ. (B.Com LLB) | 5 साल |
चार्टेड एकाउंटेंसी (CA) | 5 साल |
कॉस्ट एंड मैनेजमेंट अकाउंटेंट (CMA) | 5 साल |
कंपनी सेक्रेटरी (CS) | 3 साल |
बीकॉम (जनरल) | 3 साल |
बीकॉम (ऑनर्स) | 3 साल |
बैचलर ऑफ़ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन (BBA) | 3 साल |
बैचलर इन बिजनेस स्टडीज (BBS) | 4 साल |
सर्टिफाइड फाइनेंशियल प्लानर (CFP) | 6 साल से 2 साल |
बैचलर ऑफ़ मैनजेमेंट स्टडीज (BMS) | 3 साल |
12वीं कॉमर्स के बाद डिप्लोमा कोर्सेज
- डिप्लोमा इन डिजिटल मार्केटिंग
- डिप्लोमा इन बैंकिंग एंड फाइनेंस
- डिप्लोमा इन होटल मैनेजमेंट
- डिप्लोमा इन एडवांस एकाउंटिंग
- डिप्लोमा इन फाइनेंस एकाउंटिंग
- सर्टिफाइड मैनेजमेंट एकाउंटिंग
- डिप्लोमा इन कंप्यूटर एप्लीकेशन
- डिप्लोमा इन बिजनेस मैनेजमेंट
- डिप्लोमा इन फिजिक्ल एजुकेशन
- डिप्लोमा इन एकाउंटिंग एंड फाइनेंस
- डिप्लोमा इन फैशन डिजाइनिंग
- डिप्लोमा इन इंडस्ट्रियल सेफ्टी
- डिप्लोमा इन योगा
12वीं आर्ट्स स्ट्रीम में करियर विकल्प
आर्ट्स स्टीम के छात्रों के लिए 12वीं के बाद बहुत से करियर ऑप्शन मौजूद है। बहुत से आर्ट्स स्ट्रीम छात्रों को बीए, एमए के अतिरिक्त अधिक कोर्सेज की जानकारी नहीं होती लेकिन ऐसा नहीं है।
आर्ट्स स्ट्रीम में भी बहुत से बेहतर बैचलर और डिप्लोमा कोर्सेज हैं जैसे बीए एलएलबी, बीएचएम, बीएएफए, बीजेएमएस जिनका चुनाव कर छात्र अपने भविष्य के लिए एक अच्छे करियर का चुनाव कर सकते हैं।
आर्ट्स के छात्रों के लिए विभिन्न कोर्सेस
12वीं के बाद आर्ट्स स्ट्रीम के छात्रों के लिए असीम करियर से संबंधित कोर्सेज मौजूद हैं। जिनमे अपना बेहतर भविष्य बनाकर अच्छी जॉब पा सकते हैं। आर्ट्स स्ट्रीम से जुड़े बहुत से प्रमुख डिग्री कोर्सेज निम्नानुसार है –
कोर्सेज के नाम | कोर्सेज की अवधि |
बीए (बैचलर ऑफ़ आर्ट्स) | 3 साल |
बीएफएफ (बैचलर इन फाइन साइंस) | 3 साल |
बीए-एलएलबी | 5 साल |
बीएचएम (बैचलर इन होटल मैनेजमेंट) | 3 साल |
बैचलर ऑफ़ मैनेजमेंट साइंस (BMS) | 3 साल |
बैचलर इन फैशन डिजाइनिंग (BFD) | 4 साल |
टूर एंड ट्रेवल | 3 साल |
बैचलर ऑफ़ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन | 3 साल |
बैचलर ऑफ़ सोशल वर्क | 3 साल |
बीजेएमएस (बैचलर इन जर्नलिस्म एंड मॉस कम्युनिकेशन) | 3 साल |
12वीं के बाद आर्ट्स स्ट्रीम में डिप्लोमा कोर्सेज
- डिप्लोमा इन इंटीरियर डिजाइनिंग
- डिप्लोमा इन फैशन डिजाइनिंग
- डिप्लोमा इन 3D एनिमेशन
- डिजाइनिंग इन मल्टीमीडिया
- डिजाइनिंग इन VFX/ ग्राफ़िक डिजाइनिंग/ विजुअल आर्ट्स
- डिजाइनिंग इन योगा
- डिप्लोमा इन फोटोग्राफर
- डिजाइनिंग इन फॉरेन लैंग्वेजेस
- डिजाइनिंग इन टूर एंड टूरिज्म
- डिप्लोमा इन आईं आर्ट्स
12वीं के बाद कुछ अन्य कोर्सेज विकल्प
कम्प्यूटर कोर्सेज
आज के डिजिटल ज़माने हर कार्य कंप्यूटर के माध्यम से पूरा किया जाता है। ऐसे में यह जरुरी है कि कंप्यूटर का अच्छा ज्ञान हो। इसके लिए कक्षा 12वीं के बाद ऐसे बहुत से कंप्यूटर कोर्सेज हैं जिनसे कोर्स का डिप्लोमा पा सकते हैं। इसके लिए सभी कंप्यूटर कोर्स कुछ इस प्रकार से है –
- डाटा एंट्री ऑपरेटर
- डिजिटल मार्केटिंग
- टैली ईआरपी 9
- साइबर सिक्योरिटी कोर्स
- कंप्यूटर प्रोग्रामिंग सर्टिफिकेशन कोर्स
- ग्राफ़िक डिजाइनिंग
- बेसिक कंप्यूटर कोर्स
- सर्च इंजीने ऑप्टिमाइजेशन
- आईटीआई इन कंप्यूटर
- कोर्स ऑन कंप्यूटर कांसेप्ट (CCC)
- एडवांस डिप्लोमा इन कंप्यूटर एप्लीकेशन
- ई-एकाउंटिंग (टैक्सेशन)
- मोबाइल एप डेवलपमेंट
- वेब डिजाइनिंग/ वेब डेवलपमेंट
- डिप्लोमा इन कम्प्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग
एग्रीकल्चर कोर्सेज
साइंस स्ट्रीम के छात्रों के लिए एग्रीकल्चर के क्षेत्र में ऐसे बहुत से कोर्सेज उपलब्ध हैं जिनसे वे कृषि क्षेत्र में अपना भविष्य बना सकते हैं। कृषि में रूचि रखने वाले छात्र जिन्हे फील्ड संबंधित या पौधों के शोध के कार्यों को करना पसंद है वे एग्रीकल्चर शोधकर्ता, डेयरी एग्रीकल्चर इंजीनियरिंग जैसे प्रमुख कोर्सेज में डिग्री करके बेहतर नौकरी पा सकते हैं।
एग्रीकल्चर कोर्स कुछ इस प्रकार से है –
- खाद्य शोधकर्ता
- मिट्टी सर्वेक्षक
- एग्रीकल्चर इंजीनियरिंग
- फसल विशेषज्ञ
- फार्म मैनेजर
- खाद्य सूक्ष्म जीव वैज्ञानिक
- एग्रीकल्चर इंजीनियरिंग
- व्यवसाय विकास प्रबंधक
- वन्यजीव फॉरेंसिक
- उर्वरक बिक्री प्रतिनिधि
- फार्म प्रबंधक
- पर्यावरण इंजीनियर
होटल मैनेजमेंट कोर्स
होटल मैनेजमेंट कोर्स खाना बनाने के शौक़ीन लोगों के लिए एक बेहद ही बेहतर विकल्प है। होटल मैनेजमेंट इंडस्ट्री में होटल के प्रोडक्ट्स, सर्विसेज या व्यवसाय को सुचारु रूप से चलाना होता है। एचएम कोर्स के अंदर आपकी पर्सनेलिटी डेवलपमेंट की जाती है और ग्राहकों से बातचीत करने की कला को निखारा जाता है।
साथ ही एक बेहतर शेफ या मैनजेर बनने की ट्रेनिंग मिलती है जिससे आपको देश या विदेशों में भी अच्छा सैलरी पैकेज मिलता है।
एनीमेशन कोर्स
अगर एनीमेशन, कार्टून बनाने या उन्हें देखने में रूचि रखते हो तो ऐसे बहुत से एनिमेशन कोर्सेज उपलब्ध हैं। इनको करके एनिमेशन कोर्स की डिग्री लेकर बेहतर जॉब पा सकेंगे। ऐसे कोर्सेज की जानकारी इस प्रकार से है –
- बीए इन एनीमेशन (3 साल)
- बीए इन एनीमेशन एंड मल्टीमीडिया (3 साल)
- बीए इन एनीमेशन एंड ग्राफ़िक डिजाइन (3 साल)
- BDes इन एनीमेशन (3 साल)
- बीए इन डिजिटल फिल्ममेकिंग एंड एनीमेशन (3 साल)
- सर्टिफिकेट इन VFX (3 से 6 महीने)
- डिप्लोमा इन फिल्ममेकिंग एंड एनीमेशन (1 से 2 साल)
- बैचलर ऑफ़ विजुअल आर्ट्स (3 साल)
- बीएससी इन एनीमेशन एंड गेमिंग (3 साल)
- बीएससी इन एनीमेशन एंड VFX (3 साल)
- बीए इन एनिमेशन एंड सीजी आर्ट्स (3 साल)
- डिप्लोमा इन डिजिटल एनिमेशन (1 साल)
- डिप्लोमा इन सीजी एनीमेशन (6 महीने)
- सर्टिफिकेट इन 2D एनिमेशन (3 से 6 महीने)
- सर्टिफिकेट इन 3D एनिमेशन (3 से 6 महीने)
लैंग्वेज कोर्स
कक्षा 12वीं के बाद अगर कोई ऐसा कोर्स करना चाहते हैं जिसमे आपको बाहर की भाषा सीखने का मौक़ा मिले। या फिर विदेशों में नौकरी पाने के लिए वहाँ की भाषा सीखने में दिलचस्पी रखते हैं तो लैंग्वेज कोर्स सबसे बेहतर विकल्प है।
इस कोर्स से जिस भी भाषा को सीखने में रूचि रखते हैं उसे सीखकर इसकी डिग्री प्राप्त कर सकेंगे और देश में या देश से बाहर जाकर लैंग्वेज टीचर या टूरिज्म गिडलाइन के कोर्स को करके बेहतर नौकरी पा सकेंगे।
कक्षा 12वीं के बाद गवर्नमेंट जॉब
वह छात्र जो 12 वीं के बाद सरकारी जॉब के लिए प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करना चाहते हैं। वह जिन सरकारी नौकरियों की तैयारी कर सकते हैं उनकी लिस्ट इस प्रकार है –
- राज्य पुलिस
- स्टेनोग्राफर ग्रेड सी, ग्रेड डी
- इंडियन आर्मी
- डाक सहायक
- कांस्टेबल
- पोस्टल असिस्टेंट
- इंडियन नेवी ऑफिसर
- स्टेनो ग्राफर
- एयरमैन
- एसएससी मल्टी टास्किंग स्टाफ
- लोअर डिवीजन क्लर्क (एलडीसी)
- शॉर्टिंग असिस्टेंट
- कमर्शियल कम टिकट क्लर्क
- जूनियर टाइम कीपर
- जूनियर सेक्रेटरी असिस्टेंट
- एकाउंट्स कम क्लर्क टाइपिस्ट
- सीमा सुरक्षा बल (BSF)
- सशस्त्र सीमा बल (SSB)
- केंद्रीय रिज़र्व पुलिस बल (CRPF)
- केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF)
12th के बाद क्या करें से जुड़े प्रश्न
कॉमर्स स्ट्रीम के छात्र बारहवीं के बाद किस क्षेत्र में अपना भविष्य बेहतर बना सकते हैं?
12वीं के बाद कॉमर्स स्ट्रीम के छात्र बीकॉम कोर्स, सीए या बैंक के लिए प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर सकेंगे।
12वीं के बाद पीसीएम के छात्र कौन-कौन से कोर्स करें ?
पीसीएम के छात्र एनडीए (आर्मी/ नेवी/ एयरफोर्स), आईआईटी, जेईई परीक्षा की तैयारी कर सकते हैं या फिर बीई, बीटेक, बीएससी कोर्स कर सकते हैं।
पीसीबी के छात्र बारहवीं के बाद कौन से कोर्स के लिए आवेदन कर सकते हैं ?
पीसीबी के छात्र बारहवीं के बाद छात्र मेडिकल की तैयारी के लिए नीट, बीएससी नर्सिंग जैसी परीक्षा की तैयारी या बायोटेक्नोलॉजी, बीएससी, बीएससी एग्रीकल्चर जैसे कोर्सेज भी कर सकते हैं।