उत्तराखंड में ‘ईजा-बोई शगुन योजना” से मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य को मिलेगा लाभ

उत्तराखंड में ‘ईजा-बोई शगुन योजना– की शुरूवात उत्तराखंड की राज्य सरकार के द्वारा महिलाओ को अस्पताल में प्रसव कराने के लिए प्रोत्साहित करने हेतु की गयी है।

योजना के संचालन से जच्चा और बच्चा दोनों की जान सुरक्षित रहेगी, अस्पताल में प्रसव होने से और गाँव जैसे ग्रामीण नगरों में बदलाव आएगा।

Eja-Boi Shagun Scheme के अंतर्गत महिला के सरकारी अस्पताल में प्रसव करवाने के बाद जच्चा और बच्चा का 48 घंटे अस्पताल में रुकने के बाद महिला को प्रोत्साहन राशि के रूप में 2000 रूपये की राशि दी जाएगी।

उत्तराखंड में ईजा-बोई शगुन योजना से मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य को मिलेगा लाभ
ईजा -बोई शगुन योजना : Eja-Boi Shagun Scheme

आज हम आपको Eja-Boi Shagun Scheme” से सम्बंधित सम्पूर्ण जानकारी देने जा रहें है, सभी जानकारी को जानने के लिए लेख को अंत तक जरूर पढ़ें।

ईजा-बोई शगुन योजना”

ईजा – बोई शगुन योजना के संचालन से जच्चा और बच्चा दोनों की जान सुरक्षित रहेगी, अस्पताल में प्रसव होने से और गाँव जैसे ग्रामीण नगरों में बदलाव आएगा।

जिससे लोग प्रोत्साहित हो सकेंगे, और सभी अपना प्रसव फिर अस्पताल में ही करवाएंगे। उत्तराखंड में राष्ट्रीय मातृत्व दिवस प्रत्येक वर्ष 11 अप्रैल को मनाया जाता है।

योजना के अंतर्गत सुरक्षित मातृत्व करने और सरकारी चिकित्सा जाँच, स्वास्थ्य सहायता और सरकारी योजना के बारे में जागरूक किया जायेगा या जागरूकता बढ़ायी जाएगी।

हर वर्ष मातृत्व दिवस के अवसर पर उत्तराखंड के स्वास्थ्य सचिव के डॉ. राजेश कुमार जी के द्वारा राज्य के विभिन्न जन प्रयासों के बाद मातृ स्वास्थ्य सम्बंधित से अनेक प्रकार के आँकड़ों का प्रगति रिकॉर्ड भी दर्ज किया गया है।

सरकार के द्वारा बताया गया है, 2020-2021 के आकड़ों के अनुसार उत्तराखंड राज्य में गर्भवती महिलाओं को प्रथम तिमाही में दर्ज किया जाने वाला पंजीकृत संख्या इस वर्ष 22 प्रतिशत अधिक बढ़ गयी है, तो इस वर्ष आँकड़े 22 प्रतिशत की बढ़ोतरी से दर्ज किये जायँगे।

जिससे और महिलाएं भी जागरूक हो प्रसव सरकार अस्पताल में करवाने के लिए, जोकि जननी सुरक्षा के तहत दी जाने वाली वाली राशि 1400 रूपये ( ग्रामीण क्षेत्र की गर्भवती हिला ) और 1000 रूपये ( शहरी क्षेत्र की गर्भवती महिला ) को इसके अतिरिक्त दिए जायेंगे।

Eja-Boi Shagun Scheme Key Points

योजना का नाम Eja-Boi Shagun Scheme
ईजा-बोई शगुन योजना”
योजना का प्रारम्भ राज्य सरकार के द्वारा
राज्य उत्तराखंड
वर्ष 2023
सम्बंधित विभाग महिला एवं बल विकास विभाग उत्तराखंड
लाभार्थी प्रसव होने के 48 घंटो तक सरकारी अस्पताल में रुकने वाली सभी महिलाएं
उद्देश्य गर्भवती महिलाओं को प्रसव के लिए जागरूक करना
लाभ 2000 रूपये वित्तीय राशि
आधिकारिक वेबसाइट जल्द जारी की जाएगी।
उत्तराखंड में ‘ईजा-बोई शगुन योजना” से मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य को मिलेगा लाभ


ईजा-बोई शगुन योजना का उद्देश्य

सरकार का मुख्य उद्देश्य है, गर्भवती महिला और उसके बच्चे का स्वास्थ्य सही रखना जिससे उन्हें प्रसव के समय में किसी भी तरह की समस्याओं का सामना ना करना पड़े।

क्यूंकि अधिकतर महिलाएं घर में प्रसव होने के बाद स्वास्थ्य से सही नहीं रह पाती है, उनको स्वास्थ्य सम्बंधित बीमारी होती रहती है। और भी बहुत सारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है, इन्ही की वजह से योजना को प्रारम्भ किया गया है।

योजना के माध्यम से गाँव क्षेत्रो की महिलाओं को जागरूक किया जायेगा, योजना का मुख्य उद्देश्य प्रसव पीड़ित महिला के शिशु के जन्म से पहले और जन्म के बाद जागरूक करने और निति प्रतिबद्धता को मजबूत करने तथा माँ और शिशु दोनों के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने और एक अच्छा जीवन देने के लिए योजना को प्रारम्भ किया गया है।

Benefits and Features of Eja-Boi Shagun Yojana

  • ईजा-बोई शगुन योजना 2023 का प्रारम्भ उत्तराखंड सरकार ने 9 नवंबर उत्तराखंड स्थापना दिवस के मौके पर की थी।
  • राज्य की महिलाओं को सरकारी अस्पताल में प्रसव करवाने के लिए जागरुक किया जायेगा।
  • योजना के तहत सरकारी अस्पताल में प्रसव कराने वाली महिलाओं को 2000 रूपये की वित्तीय राशि प्रदान की जाएगी।
  • इस योजना की पात्र सिर्फ वही महिलाएं बनेंगी, जो प्रसव के बाद 48 घंटो तक सरकारी अस्पताल में रुकेंगी।
  • योजना का लक्ष्य है की प्रसव सिर्फ अस्पताल में ही होने चाहिए, जिससे मातृ और शिशु दोनों का ध्यान रखा जायेगा, और उनके स्वास्थ्य की भी देखभाल की जाएगी।
  • उत्तराखंड राज्य के उत्तरकाशी जिले में वर्ष 2022-2023 में लगभग 2758 गर्भवती महिलाएं पायी गयी है।
  • जिला कार्यक्रम प्रबंधक एनएचएम दीपक भट्ट ने बताया है, की महिलाओं का डाटा एकत्रित किया जा रहा है, जिसको आगे बजट के लिए भेजा जायेगा।

ईजा-बोई शगुन योजना पात्रता एवं मापदंड

योजना में आवेदन करने के लिए सरकार के द्वारा कुछ पात्रता एवं मापदंड निर्धारित किये गए है, यदि आप उन सभी पात्रता के योग्य है, तो आप भी योजना में आवेदन कर योजना का लाभ प्राप्त कर सकते हो, पात्रता निम्न प्रकार से है।

  • ईजा-बोई शगुन योजना में आवेदन करने के लिए महिला गर्भवती होनी चाहिए, और उत्तराखंड राज्य की स्थायी निवासी होनी चाहिए।
  • महिला की न्यूनतम आयु 18 वर्ष से अधिक होनी चाहिए।
  • महिला का प्रसव सरकारी अस्पताल में होना चाहिए।
  • दूसरा राज्य की महिलायें योजना में आवेदन कर योजना का लाभ प्राप्त नही कर सकती है।
  • योजना में आवेदन करने के लिए महिला को प्रसव के बाद 48 घंटे तक सरकारी अस्पताल में रुकना होगा।

ईजा-बोई शगुन योजना से सम्बंधित प्रश्न उत्तर

ईजा-बोई शगुन योजना क्या है ?

ईजा – बोई शगुन योजना की शुरूवात उत्तराखंड की राज्य सरकार के द्वारा महिलाओ को अस्पताल में प्रसव कराने के लिए प्रोत्साहित करने हेतु की गयी है।

ईजा – बोई शगुन योजना के अंतर्गत गर्भवती महिला को कितने रूपये की धनराशि प्राप्त होगी ?

योजना के अंतर्गत गर्भवती महिला को 2000 रूपये की वित्तीय राशि प्रदान की जाएगी।

ईजा – बोई शगुन योजना का लाभ कौन महिलाएं ले सकती है ?

योजना का लाभ गर्भवती महिला ही उठा सकती है ?

क्या योजना में दूसरे राज्य की महिला आवेदन कर सकती है ?

नहीं ईजा बोई योजना में सिर्फ उत्तराखंड राज्य की महिलाएं ही आवेदन कर सकती है।


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