राजस्थान नवजात सुरक्षा योजना 2023: ऑनलाइन आवेदन, एप्लीकेशन फॉर्म

राजस्थान नवजात सुरक्षा योजना – दुनिया में हर रोज़ हजारों बच्चों का जन्म होता है। जब भी किसी नवजात शिशु का जन्म होता है, तो नवजात शिशु को अधिक से अधिक देखभाल की जरूरत होती है, नवजात शिशु की देखभाल जितनी ही अधिक होगी उतने ही जल्दी शिशु का विकास अच्छे से होगा। हर नवजात शिशु को माँ की सबसे अधिक जरूरत होती है।

माँ के साथ-साथ नवजात शिशु का सुरक्षा के साथ-साथ बच्चे का खान -पान सही तरीके से होना अनिवार्य है। अगर बच्चे को सही समय से प्रोटीन और विटामिन न मिलें तो कुपोषण के शिकार से शिशु ग्रसित हो जाते है, कुपोषण का शिकार होने की वजह से बहुत सारे नवजात शिशुओं का मृत्यु दर अधिक मात्रा में बढ़ जाती है।

इसी विषय में चिंतन करके राजस्थान की सरकार ने राजस्थान नवजात सुरक्षा योजना की शुरुआत की है, जो कि स्वास्थ मंत्री डॉ रघु शर्मा के द्वारा 9 फरवरी 2020 को लाँच की गयी।

राजस्थान नवजात सुरक्षा योजना 2023: Navjaat Suraksha Yojana Rajasthan
राजस्थान नवजात सुरक्षा योजना

इस योजना के अंतर्गत नवजात शिशु के माता पिता को आर्थिक सहायता प्रदान की जायेगी। जिससे वह नवजात शिशु को मदद केयर की सहायता से शिशुओं को सुरक्षा प्रदान करेंगे। जिस तरह से कंगारू अपने बच्चे को अपने आपसे चिपका के रखते है।

शहर और गांव की महिलाओ को आर्थिक मदद मिलने से वह अपने बच्चे की देखभाल अच्छे से करेंगे। जिन शिशुओं का वजन कम है, या शिशु समय से पहले जन्म लिया हो, कुपोषण का शिकार हो वही लोग इस योजना का लाभ ले सकेंगे। महिलाओ को 1500 रूपये तक की धनराशि प्रदान की जाती है।

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राजस्थान नवजात सुरक्षा योजना का मुख्य उद्देश्य

राजस्थान नवजात सुरक्षा योजना का मुख्य उद्देश्य यह है कि नवजात शिशु के परिवार वालो को आर्थिक सहायता प्रदान की जा सके। जिन महिलाओ की स्थिति आर्थिक रूप से कमजोर हो उन महिलाओ को आर्थिक सहायता प्रदान करना।

जिससे माता-पिता को शिशु का उस पालन -पोषण में किसी भी प्रकार की परेशानियों का सामना न करना पड़े आसानी पूर्वक वह शिशु का पालन – पोषण कर सकें, कंगारू मदर केयर की मदद से शिशुओ के मृत्यु दर को कम किया जा सके।

योजना का नाम राजस्थान नवजात सुरक्षा योजना
प्रारम्भ स्वास्थ मंत्री डॉ रघु शर्मा के द्वारा
वर्ष9 फरवरी 2020
योजना का मुख्य उद्देश्य नवजात शिशु के परिवार की आर्थिक सहायता प्रदान करने हेतु
ऑफिसियल वेबसाइड www.rajasthan.gov.in

Navjaat Suraksha Yojana Rajasthan – कंगारू मदर केयर

कंगारू मदर केयर तकनीक में शिशु को माँ के शरीर के सम्पर्क में रखा जाता है। जिस तरह से कंगारू जानवर अपने शरीर से अपने बच्चे को चिपका के रखता है इसी प्रक्रिया को की वजह से कंगारू मदर केयर प्रक्रिया का जन्म हुआ। बच्चे को माँ के सम्पर्क में रखा जाता है, माँ सिर्फ अपने बच्चे को दूध पिलाती है। इस तकनीक के द्वारा शिशु को माता के सम्पर्क में रखने का समय दिन रात मिलाकर 24 घण्टे होने चाहिए।

कंगारू मदद केयर से सभी कम वजन वाले नवजात शिशुओ के मृत्यु दर को अधिक से अधिक मात्रा में कम किया जा सकता है। जिन बच्चों का वजन ढाई किलो से कम होता है तो इस तकनीक के माध्यम से शिशु को सुरक्षा दी जाती है जिन शिशुओ का वजन ढाई किलो से ज्यादा होता है उस शिशु को कंगारू मदर केयर की आवश्यकता नहीं होती हैं।

कंगारू मदर केयर के लाभ

कंगारू मदर केयर के लाभ निन्मलिखित हैं।

  • शिशुओ का विकास अच्छे से होगा
  • शिशु का तापमान सामान्य रहेगा
  • शिशु के वजन में वृद्धि होगी
  • शिशु को किसी भी प्रकार का इन्फेक्शन नहीं फैलेगा
  • शिशु को हाइपोथर्मिया से सुरक्षा मिलेगी
  • कंगारू मदर केयर की मदद शिशु को सुरक्षा देगा।

राजस्थान नवजात सुरक्षा योजना के लाभ

राजस्थान नवजात सुरक्षा योजना के निन्मलिखित लाभ है।

  • इस योजना का लाभ उन महिलाओ को मिलेगा जिनकी आर्थिक स्थिति कमजोर हो।
  • इस योजना से शिशु को कंगारू मदद की सहायता से मृत्यु दर को कम किया जाएगा।
  • इस योजना के अंतर्गत शिशु का ध्यान सही से रखा जायेगा।
  • राजस्थान नवजात सुरक्षा योजना का लाभ गाँव की महिलाओ और शहर की महिलाओ को मिलेगा।
  • इस योजना में नवजात शिशु के परिवार को आर्थिक सहायता प्रदान की जायेगी।
  • आर्थिक मदद से माता पिता नवजात शिशु की अच्छे से देखभाल कर सकेंगे।
  • इस योजना में गाँव की महिलाओ को डिलीवरी के समय में 1500 रूपये तक की धनराशि मिलती है शहर की महिलाओ को 1000 रुपये तक की धनराशि मिलती है।

Navjaat Suraksha Yojana Rajasthan – डाक्यूमेंट्स

  • नवजात शिशु के अभिभावक राजस्थान का मूल निवासी हो।
  • शिशु के अभिभावकों का पता
  • शिशु के अभिभावकों का आधार कार्ड।
  • अभिभावकों का राशन कार्ड
  • शिशु के अभिभावकों के बैंक खाते का विवरण
  • शिशु के अभिभावकों का मोबाइल नंबर
  • शिशु का जन्म प्रमाण पत्र
  • शिशु के अभिभावकों का पेन कार्ड
  • परिवार का वार्षिक इनकम
  • बीपीएल कार्ड

Navjaat Suraksha Yojana Rajasthan हेतु पात्रता

  • इस योजना का लाभ वह ले सकते है जिनके यहाँ नवजात शिशु ने जन्म लिया हो।
  • जिन शिशु का वजन कम हो या कुपोषण का शिकार हो उन शिशुओं के अभिभावक को आर्थिक मदद मिलती है।
  • राजस्थान सरकार द्वारा चलाई गयी इस योजना का लाभ लेने के लिए महिलाओ की डिलीवरी हॉस्पिटल में होनी अनिवार्य है।
  • जिन महिलाओ की डिलीवरी अस्पताल में न हुई हो उन्हें इस योजना का लाभ नहीं मिलेगा।
  • यदि डिलीवरी के समय नवजात शिशु की मृत्यु हो जाती है, तो नवजात शिशु की माता को तब भी इस योजना का लाभ मिलता है।
  • इस योजना का लाभ उन महिलाओ को मिलेगा जिनकी उम्र 18 वर्ष से अधिक हो।
  • महिलाओ के पास बीपीएल कार्ड का होना अनिवार्य है।

नवजात सुरक्षा योजना में पंजीकरण कैसे होता है ?

राजस्थान नवजात सुरक्षा योजना में लाभार्थी का पंजीकरण सरकारी हॉस्पिटल में डिलीवरी के साथ ही कर दिया जाता है, अथवा आशा कार्यकर्त्री के माध्यम से इस योजना के लिए पंजीकरण किया जा सकता है।

नवजात शिशु योजना क्या है ?

नवजात शिशु योजना एक योजना है जिसमे नवजात शिशुओ की माताओं के लिए बनाई गयी है।

यह योजना कब और किसके द्वारा शुरू की गयी ?

यह योजना राजस्थान के स्वास्थ विभाग मंत्री ड़ा० रघु शर्मा के द्वारा 9 फरवरी 2020 को शुरू की गयी,

इस योजना का मुख्य उद्देश्य क्या है ?

इस योजना का मुख्य उद्देश्य नवजात शिशुओं की माता को आर्थिक सहायता प्रदान करना
शिशुओं के मृत्यु दर को कम करना।

इस योजना का लाभ किन -किन महिलाओ को मिलेगा ?

इस योजना का लाभ उन महिलाओ को मिलेगा जो महिला 18 वर्ष उम्र से अधिक हो और महिलाओ की डिलीवरी हॉस्पिटल में हुई हो।

आवेदक के पास क्या होना अनिवार्य है ?

आवेदक के पास बीपीएल कार्ड का होना अनिवार्य है।

कंगारू मदर केयर की आवश्यकता किन बच्चों को नहीं पड़ती ?

जिन बच्चों का वजन ढाई किलो रहता है या उससे अधिक होता है उन बच्चों को मदर केयर की आवश्यकता नहीं होती।

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