MPIN क्या है ? -जैसा कि हम सभी देख रहे है पिछले कुछ वर्षों में मोबाइल के माध्यम से पैसों का लेनदेन काफी तेज़ी से बढ़ रहा है। यह सब भारत के डिजिटलीकरण के कारण हो रहा है। MPIN के माध्यम से कोई भी व्यक्ति घर बैठे ही कुछ मिनटों में पैसो का हस्तान्तरण कर सकता है। MPIN के बहुत सारे फायदे होने पर भी यह सेवा बहुत लोगो से दूर है चूँकि वे नहीं जानते कि MPIN क्या है ? इसे कैसे प्राप्त करें।
MPIN की फुल फॉर्म – Mpin Means
MPIN की फुल फॉर्म Mobile Banking Personal Identification Number है। कोई भी व्यक्ति अपने मोबाइल नंबर को बैंक से जोड़कर यह सुविधा प्राप्त कर सकता है। MPIN भी एटीएम पिन की तरह सुरक्षा कोड का काम करते हुए सुरक्षित ऑनलाइन ट्रांजेक्शन करवाता है। इस प्रकार की तकनीकी का प्रयोग करने से ग्राहक को लेनदेन में सुरक्षा के साथ समय की बचत मिलती है।
MPIN का प्रयोग कहां होता है ?
MPIN का प्रयोग सिर्फ मोबाइल के माध्यम से बैंकिंग करने में करते है। यहाँ ध्यान देने वाली बात है कि यह एक संवेदनशील कोड होता है। MPIN कोड को हमेशा गोपनीय रूप से सहेजना चाहिए, जिस प्रकार से हम एटीएम पिन को सहेजकर रखते है। बैंक अपने ग्राहक को यह कोड तभी देता है जब वह मोबाइल बैंकिंग के लिए पंजीकरण करते है। ग्राहक अपने MPIN को UPI App एवं USSD बैंकिंग के माध्यम से तैयार कर सकता है। इस लेख को ध्यानपूर्वक पढ़ने के बाद आपको जानकारी मिलेगी कि MPIN क्या है ? इसे कैसे प्राप्त करें।
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MPIN का प्रयोग
MPIN क्या है ? -MPIN एक प्रकार का सुरक्षा कोड है जो एटीएम पिन की तरह 4 अंकों का होता है। कुछ बैंकों में एमपिन कोड 6 अंकों का भी हो सकता है। इसकी सहायता से एक व्यक्ति अपने मोबाइल से पैसों सम्बन्धी ट्रांसजेक्शन कर सकता है। किन्तु इसके लिए पहले मोबाइल बैंकिंग की सुविधा प्राप्त करनी होती है। यह सुविधा व्यक्तिगत रूप से बैंक में जाकर पंजीकरण करके शुरू कर सकते है अथवा अपने मोबाइल पर USSD एवं UPI एप्स के माध्यम से भी पा सकते है।
एक गोपनीय कोड की तरह ग्राहक को अपने एमपिन कोड को सुरक्षा देनी होती है। चूँकि यह कोड ग्राहक को मोबाइल बैंकिंग जैसी संवेदनशील सुविधा देता है। बहुत बार यह भी देखा गया है कि किसी अन्य व्यक्ति के पास कोड आ जाने से बैंक खातों से गलत तरीकों से पैसे निकाले गए है।
लेख का विषय | MPIN क्या है ? इसे कैसे प्राप्त करें |
उद्देश्य | मोबाइल बैंकिंग में |
लाभार्थी | सभी नागरिक |
आवेदन माध्यम | ऑनलाइन |
आधिकारिक वेबसाइट | https://www.rbi.org.in |
मोबाइल ट्रांजेक्शन में एमपिन की आवश्यकता
MPIN क्या है ? हम जान चुके है कि एमपिन का प्रयोग मोबाइल बैंकिंग के अंतर्गत वित्तीय लेनदेन में होता है। सरकार द्वारा पैसों के लेनदेन को और अधिक सुरक्षित बनाने के लिए मोबाइल बैंकिंग के दो तरफ से प्रमाणीकरण की व्यवस्था दी गयी है। इसका अर्थ होगा कि जिस भी व्यक्ति को मोबाइल बैंकिंग की सुविधा पानी है उसे टू वे ऑथेंटिकेशन के द्वारा ही अपना ट्रांजेक्शन करना होगा।
जिस प्रकार से ग्राहक अपने एटीएम और एटीएम पिन के माध्यम बैंक खातों से पैसे की निकासी करते है। इसी प्रकार से मोबाइल बैंकिंग के माध्यम से ट्रांसजेक्शन करने के लिए सबसे पहले ग्राहक के पंजीकृत मोबाइल नंबर का सत्यापन होता है, जो ग्राहक के बैंक खाते से जुड़ा है। इसके बाद ग्राहक का MPIN कोड से सुरक्षित बैंकिंग के अंतर्गत लेनदेन करना शुरू हो जाता है।
एमपिन का प्रयोग किन ट्रांसजेक्शन में होता है?
MPIN बहुत उपयोगी पिन कोड होता है जिसका इस्तेमाल आवेदक निम्न ट्रांसजेक्शन में कर सकते है –
- मोबाइल बैंकिंग
- यूपीआई ऐप
- आईवीआर
- एसएमएस बैंकिंग सेवा
- IMPS
- RTGS भुगतान में
- USSD बैंकिंग
MPIN पाने की प्रक्रिया की जानकारी
सबसे पहले ग्राहक को अपने बैंक की मोबाइल बैंकिंग सेवा के लिए पंजीकरण करना होगा। बैंक में मोबाइल बैंकिंग सेवा के लिए पंजीकरण करवाने के बाद ग्राहक को उपयोगकर्ता आईडी एवं एमपिन कोड मिल जाता है। यहाँ आप अपना एमपिन USSD एवं UPI App के माध्यम से भी बना सकते है। यह तरीका ग्राहक के लिए बहुत आसान है। नीचे USSD से MPIN बनाने के बिन्दु बताये गये है –
- सबसे पहले अपने पंजीकृत मोबाइल नंबर से *99# डाइल करें।
- एपल मेनू में अपने बैंक का तीन अक्षरों का नाम अथवा IFSC कोड (जो आपकी बैंक पासबुक में है) के शुरुआती 4 अक्षर डालें। आप चाहे तो अपने बैंक के संख्या कोड के पहले 2 अक्षर भी डाल सकते है।
- अगले विकल्प में 7 टाइप करके भेजे।
- एमपिन बनाने के लिए 1 नंबर सेंड करें।
- इसके बाद दिए गए निर्देशों के अनुसार अपना MPIN बना लें।
MPIN को बदलना
एमपिन में अपने ग्राहक को दुबारा बदलने की सुविधा होती है। इसके लिए तीन विकल्प रहते है, जो कि निम्न प्रकार से है –
USSD के माध्यम से MPIN बदलना
- बैंक में पंजीकृत मोबाइल नंबर से *99# नंबर डायल करें।
- अगले मेनू में अपने बैंक का तीन अक्षर वाला नाम लिखे, IFSC के पहले 4 अक्षर अथवा बैंक के संख्या कोड के पहले 2 अक्षर लिखकर भेजे।
- अगले मेनू में 7 टाइप करके भेज दें।
- एमपिन बदलने के लिए 2 लिखकर भेजना होगा।
- अगले मेनू में पुराना एमपिन डाले, इसके बाद नया एमपिन डालकर सत्यापित कर दें और सब्मिट कर दें।
SBI UPI App से MPIN बदलना
- सबसे पहले यूपीआई ऐप में लॉगिंग कर लें।
- इसमें अकाउंट मैनेजमेंट में जाए।
- एमपिन बदलने वाले बैंक खाते का चुनाव कर लें।
- इसके बाद “change MPIN” विकल्प को चुन लें।
- अपना पुराना एमपिन कोड डालें और नया एमपिन कोड डालकर सत्यापन के बाद सब्मिट कर लें।
MPIN के भूलने का समाधान
- सबसे पहले अपने एमपिन लॉगिन मेनू में “forgot MPIN” विकल्प को चुन लें।
- अगले मेनू में आपको पंजीकृत मोबाइल नंबर डालना होगा।
- मोबाइल नंबर पर एक ओटीपी प्राप्त होगा।
- अगले मेनू में अपना ओटीपी नंबर डालकर सत्यापित कर दें।
MPIN के लाभ
- एमपिन एक सुरक्षा कोड की तरह काम करते हुए ग्राहक को सुरक्षित एवं आसान बैंकिंग सेवा देता है।
- यह सिर्फ चार अंकीय पिनकोड है जिसको ग्राहक अपने मोबाइल पर USSD एवं यूपीआई ऐप से स्वयं निर्मित कर सकता है।
- मोबाइल ट्रांसजेक्शन करने के लिए MPIN डालना अनिवार्य है जिस कारण मोबाइल खोने की स्थिति में अन्य व्यक्ति पैसों का लेनदेन नहीं कर सकता है।
- बैंक से अपने मोबाइल के माध्यम से MPIN पाने की प्रक्रिया बहुत आसान है।
एमपिन सम्बंधित प्रश्न
MPIN क्या है?
इसके अंतर्गत ग्राहक मोबाइल बैंकिंग के लिए पंजीकरण करता है। और बैंक के माध्यम से ग्राहक को एमपिन कोड मिल जाता है। एक 4 अथवा 6 नंबर के कोड की सहायता से ग्राहक अपने मोबाइल ट्रांसफर कर सकता है।
क्या एमपिन एवं यूपीआई पिन कोड समान है?
यह दोनों अलग-अलग होते है। MPIN एक मोबाइल बैंकिंग की व्यक्तिगत पहचान है, जिसका कोड ग्राहक को मोबाइल बैंकिंग से पैसा ट्रांसफर करने की सुविधा देता है। यूपीआई पिनकोड भी यूपीआई भुगतान में काम आता है।
MPIN में 4 अंकों का पिनकोड क्या है?
एमपिन सेवा में 4 अंकों का पिनकोड व्यक्तिगत पहचान संख्या है। एमपिन मोबाइल बैंकिंग करते समय पिनकोड डालना अनिवार्य है।
MPIN का पूरा नाम क्या है?
एमपिन को विस्तृत रूप में Mobile Banking Personal Identification Number कहते है, जो कि एटीएम पिनकोड की तरह एक प्रकार का पिनकोड है। आम भाषा में यह MPIN के रूप में जाना जाता है।