MP E Uparjan 2023 | किसान ऑनलाइन पंजीयन – mpeuparjan.nic.in Portal

MP E Uparjan भारत में केंद्र व राज्य सरकार किसानो की उन्नति एवं सुविधा के लिए अग्रसर हैं। इन सभी योजना का उद्देश्य किसानो को ज्यादा से ज्यादा लाभ पहुंचा कर आर्थिक एवं सामाजिक रूप से सशक्त बनाना हैं। इसी क्रम में मध्य प्रदेश सरकार द्वारा ई-उपार्जन (MP E Uparjan) सॉफ्टवेयर के द्वारा किसानों से उपार्जन केन्द्र में किसानो का अनाज न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद करने का उद्देश्य हैं। खरीद की प्रक्रिया पूर्ण होने के बाद किसानो को अनाज खरीद की रशीद प्रदान की जायेगी।

सॉफ्टवेयर के द्वारा संग्रहण केंन्द्र पर किसानो से ख़रीदे अनाज का परिवहन किया जायेगा। अनाज खरीद की सम्पूर्ण प्रक्रिया सॉफ्टवेयर के माध्यम से पूर्ण की जाएगी। इसके अतिरिक्त किसान सॉफ्टवेयर के माध्यम से किसानों से संबंधित जानकारियाँ प्राप्त कर सकता हैं।

MP E Uparjan 2023 | किसान ऑनलाइन पंजीयन - mpeuparjan.nic.in Portal
MP E Uparjan 2023 | किसान ऑनलाइन पंजीयन

Table of Contents

MP E Uparjan – किसान पंजीयन

ई-उपार्जन योजना के अंतर्गत सम्पूर्ण राज्य के किसानो को लाभान्वित करने का उद्देश्य हैं। साथ ही योजना से जिले के अनाज (गेंहू, धान, ज्वार, बाजरा, चना, मसूर, सरसों आदि) की मॉनटरिंग की जाती हैं। मध्य प्रदेश के सभी किसान जो राज्य सरकार से किसान सीज़न के दौरान न्यूनतम समर्थन मूल्य पर अनाज बेचना चाहते हो, वो सभी MP-euparjan Application से माध्यम से पंजीकरण कर सकते हैं।

राज्य के किसान अपनी फसल का ऑनलाइन पंजीकरण करेंगे और पंजीकरण के उपरान्त किसान अपनी फसल सीधे सरकार को बेच सकेंगे। किसानो को अपना अनाज सरकार द्वारा बनाये गए नज़दीकी अनाज खरीद केंद्र ले जाना होगा।

न्यूनतम समर्थन मूल्य क्या होता हैं?

MP E Uparjan न्यूनतम समर्थन मूल्य अथवा Minimum Support Price (MSP) सरकार द्वारा सभी अनाजों के लिए निर्धारित किये जाने वाला एक न्यूनतम मूल्य हैं, जिस दर से सरकार किसानो से कोई भी फसल खरीदती हैं।

केंद्र सरकार द्वारा प्रत्येक वर्ष सभी अनाज के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य निर्धारित करती हैं। सरकार द्वारा प्रति वर्ष msp निर्धारित किया जाता हैं एवं समय-समय पर कई बार राज्य सरकारें अतिरिक्त मूल्य की घोषणा भी करती हैं।

ई-उपार्जन के लाभ

  • MP E Uparjan पोर्टल पर किसान दुर्गम स्थानों से भी घर बैठे अपने कंप्यूटर एवं मोबाइल से द्वारा आसानी से ऑनलाइन पंजीकरण कर सकते हैं।
  • MP E Uparjan का लाभ राज्य से सभी किसान ले सकते हैं।
  • ऑनलाइन पोर्टल से कार्य तेज़ी व कम समय में होगा।
  • किसानो की भुगतान राशि सीधे किसानो के खातों में जमा होगी।
  • मोबाइल सन्देश के माध्यम से किसान खरीद की जानकारी प्रदान होगी।
  • किसान को पंजीकरण एवं खरीद के बाद पावती पर्ची भी प्रदान होगी।
  • किसान ई-उपार्जन मोबाइल एप्लीकेशन डाउनलोड करके भी ऑनलाइन पंजीकरण कर सकते हैं।
  • पोर्टल के द्वारा पुरे प्रदेश में गेंहू, धान व अन्य अनाज की मॉनिटरिंग की गयी हैं।
  • मॉनिटरिंग में यह पाया गया हैं कि प्रदेश में गेंहू खरीद प्रणाली में 2,830 खरीद केंद्र हैं, 708 रनर एवं 2,830 डाटा एंट्री ऑपरेटर हैं साथ ही 12,834 किसान गेंहू की फसल प्रतिदिन बेंचते हैं।
  • मॉनिटरिंग के अंतर्गत प्रदेश में धान खरीद प्रणाली में 795 खरीद केंद्र हैं, 199 रनर एवं 795 डाटा एंट्री ऑपरेटर हैं। 4,250 किसान प्रतिदिन अपनी फसल बेचते हैं।

ई-उपार्जन के लिए जरूरी दस्तावेज़

  • किसान का आधार कार्ड
  • किसान का मूल निवासी प्रमाण पत्र
  • किसान की समग्र आईडी
  • किसान बैंक अकाउंट की पासबुक
  • किसान की ऋण पुस्तिका
  • मोबाइल नंबर
  • रंगीन पासपोर्ट साइज फोटो

इसे भी पढ़े : भारत की सबसे बड़ी कंपनी कौन सी है 2023 में

ई-उपार्जन का उद्देश्य

  • गत वर्ष कृषि मंडी में ऑनलाइन प्रक्रिया से किसानो को जो कठिनाई हुई उससे बचने के लिए पोर्टल विकसित किया हैं।
  • एमपी ई-उपार्जन पोर्टल के माध्यम से किसानो को ऑनलाइन प्रकिया से न्यूनतम समर्थन मूल्य देना। चूँकि किसानो को गत वर्ष न्यूनतम मूल्य से कम में फसल बेचकर हानि का सामना करना पड़ा।
  • गत वर्ष तक किसानों को SMS प्राप्त होता था जिसके बाद किसान अपनी फसल बेचते थे। यह प्रक्रिया ख़त्म कर दी गयी हैं और इसके नियम बदल दिए गए हैं।
  • इस वर्ष किसान ई-उपार्जन के लिए सार्वजानिक डोमेन में ई प्रोक्योरमेंट पोर्टल पंजीकरण केन्द्रो में अपना पंजीकरण करा सकेंगे।
  • किसान को अपना E Uparjan केंद्र या फिर नज़दीकी पंजीकरण केंद्र में एक हफ्ते पहले ही समय स्लॉट एवं तिथि को खुद से चुनना हैं।
  • किसानो को धन एवं समय की बचत होगी, साथ ही अतिरिक्त परिश्रम से बचाया जायेगा।

ई-उपार्जन के अंतर्गत किन फसलों का पंजीकरण होगा:

  • गेंहू
  • चना
  • सरसों
  • मसूर
  • मुंग एवं उड़द आदि सभी फसलों का पंजीकरण वर्ष 2023 में पोर्टल के द्वारा होगा।

ई-उपार्जन कृषि पंजीयन केंद्र संचालन हेतु संस्थाएँ:

  • लोक सेवा केंद्र
  • निजी व्यक्तियों द्वारा संचालित ग्राम/जनपद
  • साइबर कैफ़े
  • कॉमन सर्विस केंद्र
  • एमपी ऑनलाइन कियोस्क
  • इनके अतिरिक्त स्व-सहायता समूह और पंचायत/तह सील कार्यालय (यदपि इनके लिए यह जरूरी होगा की ये किसान पंजीकरण की कार्यवाही से पहले सक्षम प्राधिकारी या ज़िला कलेक्टर से अधिकार प्राप्त कर लें।

ई-उपार्जन पर पंजीकरण के लिए दिशा-निर्देश

राज्य के वह सभी किसान जो पोर्टल पर पंजीकरण का मन बना रहे हैं वह कुछ मुख्य बिंदुओं पर ध्यान देना होगा जो की निम्नवत हैं।

  • इस वर्ष सभी किसान अपने आधार कार्ड नंबर और समग्र आईडी के माध्यम से पंजीकरण कर सकते हैं।
  • यदि समग्र आईडी नहीं हो तब आप MP E Uparjan पोर्टल पर पंजीकरण नहीं कर सकते हैं पहले आपको समग्र आई डी के लिए आवेदन करना होगा।
  • पंजीकरण के लिए आधार अथवा समग्र आई डी का होना अनिवार्य हैं।
  • आवेदक को पंजीकरण करते समय अपने से दर्ज़ किए जा रहे बैंक खाता जानकारी की जाँच करनी चाहिए।
  • पोर्टल पर पंजीकरण के लिए मोबाइल नंबर का होना अनिवार्य हैं।
  • पंजीकरण की प्रक्रिया को पूर्ण करने के मोबाइल का आधार से जुड़ा होना अनिवार्य हैं।
  • पंजीकरण प्रक्रिया सफलतापूर्वक होने के बाद एक रशीद प्रदान की जाएगी, जिसे सुरक्षित अपने पास रखें।
  • पंजीकरण के बाद पावती प्रिंट करें और खरीद के समय पावती ले जाना अनिवार्य हैं।

ई-उपार्जन की भुगतान प्रक्रिया में संशोधन

ई-उपार्जन 2023 की प्रक्रिया में प्रतिभाग सही से हो इस तथ्य को ध्यान में रखते हुए, इस वर्ष उन्ही किसानो के बैंक खातों में पैसा पहुँचाया जायगा जिन्होंने कहते को अपने आधार से लिंक करवा लिया हो। इस पूरी प्रक्रिया का लाभ लेने के लिए किसानो को अपना आधार संख्या संबंधित बैंक खाते से लिंक करवाना आवश्यक होगा।

MP E Uparjan किसान ऑनलाइन पंजीयन प्रक्रिया

  • सर्वप्रथम राज्य किसान को E-Uparjan पोर्टल mpeuparjan.nic.in/mpeuparjan पर जाना होगा।MP E Uparjan -mpeuparjan.nic.in Portal
  • होम पेज पर ‘रबी 2023’ लिंक को क्लिक करना होगा।किसान ऑनलाइन पंजीयन -mpeuparjan.nic.in Portal
  • अगला पेज मॉनिटरिंग का होगा, इसमें ‘किसान पंजीयन’ पर क्लिक कर लें।MP E Uparjan | किसान ऑनलाइन पंजीयन
  • कंप्यूटर स्क्रीन पर एक अलग पेज में पंजीकरण फॉर्म प्रदर्शित हो रहा होगा।mpeuparjan.nic.in Portal
  • इस पेज पर आवेदक/ किसान कोड/ मोबाइल नंबर या समग्र नंबर आदि में से किसी एक को चुनकर एंटर करना होगा।
  • इसके बाद आवेदक किसान पंजीकरण प्रक्रिया को पूर्ण कर सबमिट बटन क्लिक कर दें।
  • पंजीकरण के पश्चात किसान को एक पंजीकरण कोड प्रदान किया जायगा।
  • इसके पश्चात किसान को गेंहू की खरीद की तिथि की जानकारी SMS द्वारा प्राप्त होगी।
  • किसान को प्राप्त तिथि में खरीद केंद्र में जाना होगा।
  • यहां किसान से गेहू की खरीद कर ली जाएगी और प्रमाण के लिए एक रशीद दी जाएगी।
  • इसके उपरांत किसान के आधार लिंक बैंक खाते में खरीद की राशि भेज दी जाएगी।

ई-उपार्जन किसान पंजीयन कैसे निकालें:

  • किसान पंजीयन खोलने के लिए विभाग की आधिकारिक वेब साइट के होम पेज पर जाएं।
  • आवेदन के सीजन और वर्ष का चुनाव करें।
  • इसके बाद किसान पंजीयन को देखने के लिए फसल उड़द, मक्का, प्याज, गेंहू, सोयाबीन, सरसों, चना, लहसुन पंजीयन मैसेज जिस भी फसल का पंजीयन देखना हैं उसे चुनना होगा।
  • दर्शाये जा रहे वेब पेज पर अपनी जानकारियाँ प्रविष्ट कर आवश्यकतानुसार जानकारियाँ देखें।

ई-उपार्जन के सन्दर्भ में सम्पर्क सूत्र:

यदि किसी भी किसान को एपी ई -उपार्जन पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन संम्बधी व अन्य प्रकार की समस्या आ रही हैं, तो आप उपार्जन पोर्टल की आधिकारिक मेल आईडी पर [email protected] मेल पर संपर्क कर सकते हैं।

एमपी ई-उपार्जन से संबंधित प्रश्न:

ई-उपार्जन पोर्टल क्या हैं?

इस पोर्टल के द्वारा किसान अपनी फसल की ऑनलाइन खरीद सरकार से कर सकते हैं और फसल का दाम MSP के अनुसार प्रदान किया जायगा।

ई-उपार्जन की आधिकारिक वेब साइट क्या हैं?

ई-उपार्जन की आधिकारिक वेबसाइट http://mpeuparjan.nic.in/mpeuparjan/Home हैं। यहाँ पर पंजीयन के साथ किसानो को अन्य जानकारियाँ भी प्रदान की जाती हैं।

बैंक खाते आधार लिंक ना होने पर योजना का लाभ मिलेगा?

नहीं, पंजीयन और ऑनलाइन प्रतिभाग के लिए बैंक खाते में आधार लिंक कराना अति आवश्यक हैं।

पंजीयन के समय आधार संख्या डालने पर OTP नहीं आ रहा हो तो क्या करें?

इसका अर्थ यह हैं की आपका मोबाइल आधार से लिंक नहीं हो रखा हैं, सर्व प्रथम आधार केंद्र, कॉमन सर्विस केंद्र या पोस्ट ऑफिस जाकर अपना वर्तमान मोबाइल नंबर आधार से लिंक कर लें। बहुत ख़राब इंटरनेट कनेक्शन के कारण भी OTP नहीं आता हैं।

गिरदावरी में दर्ज़ फसल/रकबा/सिंचित/असिंचित रकबा एवं मौंके पर बोई गई फसल रकबा/सिंचित/असिंचित रकबा आदि में अंतर हैं ऐसी स्थिति में क्या करें?

एमपी किसान एप में दावा आपत्ति के विकल्प का चयन कर सही जानकारी दर्ज़ कर सकते हैं। इसके लिए आप पटवारी या तहसीलदार की मदद से इसमें सुधार करना होगा।

क्या एमपी ऑनलाइन कियोस्क या कॉमन सर्विस केंद्र द्वारा भी पंजीयन किया जा सकता हैं?

इसके लिए किसान को मोबाइल एप डाउनलोड करके किसान पंजीयन करना होगा।

ऐसे किसान जोकि सिकमी/ बटाईदार एवं वन पट्टाधारी हैं उन किसानो के पंजीयन कहाँ होंगे?

सहकारी समिति/ SHG/ FPO/ FPC द्वारा संचालित केंद्र पंजीयन पर ही किये जा सकेंगें।

पंजीयन में किसान का नाम और भू -अभिलेख डेटा में दर्ज़ नाम भिन्न-भिन्न हो तो क्या करें?

यदि किसान का नाम आधार से अलग हो तो आधार केंद्र या पोस्ट ऑफ़िस जाकर ठीक करना होगा। यदि भू-अभिलेख में अंतर हो तो राजस्व विभाग से संपर्क करके संशोधन करना होगा।

Leave a Comment

Join Telegram