मदर्स डे पर निबंध – मातृ दिवस पर निबंध – Mother’s Day Essay in Hindi

माँ की हर बच्चे की ज़िन्दगी में अहम भूमिका होती है और माँ की जगह कभी कोई भी नहीं ले सकता है। हर बच्चे के दिल में माँ की एक खास जगह होती है जो कभी कोई भी नहीं ले सकता है। माँ अपने बच्चे को जन्म से लेकर उसके बड़े होने तक हर छोटी से छोटी चीज का ध्यान रखती है।

माँ के लिए मातृ दिवस को मनाया जाता है यह मदर्स डे पर भारत की हर माँ और उनके बच्चों के लिए खास और यादगार होता है। यह दिन भारत की सभी माताओ को समर्पित होता है, माँ एक बच्चे की ज़िन्दगी में उसका भगवान होती है, उसकी सभी परेशानियों को हल कर देती है, एक माँ के अपने बच्चे के ऊपर इतने परोपकार होते है, की कोई भी बच्चा पूरी ज़िन्दगी भी उन अहसानों को नहीं चुका सकता है,

इस लेख में मदर्स डे पर निबंध, मातृत्व दिवस आदि से सम्बंधित जानकारी दी जा रही है ।

मदर्स डे पर निबंध – मातृ दिवस पर निबंध – Mother’s Day Essay in Hindi
मातृ दिवस पर निबंध – Mother’s Day Essay in Hindi

मदर्स डे पर निबंध

मई के दूसरे रविवार को मदर डे मनाया जाता है। एक माँ अपने बच्चे की सबसे अच्छी दोस्त होती है क्योकि एक माँ ही ऐसी है जो अपने बच्चे की छोटी से छोटी और बड़ी से बड़ी चीजों का ध्यान रखती है। इसकी एक बच्चे को जरूरत होती है। इसलिए उन्हें आदर और सम्मान देने के लिए साल में एक दिन माँ को समर्पित होता है। ये दिन माँ, बच्चे दोनों के लिए खास दिन होता है।

एक बच्चा बचपन से लेकर बड़े होने तक अपनी माँ के साथ ही बड़ा होता है और उसका सब कुछ सिर्फ माँ ही होती है। कोई भी बच्चा अपनी माँ और उसके प्यार के बिना एक दिन भी नहीं रह सकता है। एक बच्चे की ज़िन्दगी में जो माँ का स्थान होता है वो कोई भी नहीं ले सकता है।

माँ एक फूल की तरह होती है जो बच्चों के उदास होने पर खुद भी उदास हो जाती है। माँ बच्चों के मुस्कुराने पर मुस्कुराने लगती है। इस पूरी दुनिया में सिर्फ माँ का प्यार ही निष्ठावान होता है और एक माँ ही अपने बच्चों को बिना किसी लालच के प्यार करती है। सिर्फ एक माँ ही ऐसी होती है जो अपने बच्चों को कभी अकेला नहीं छोड़ती है।

मदर्स डे मनाने के लिए पूरा परिवार एकत्रित हो जाता है और अलग-अलग प्रकार के व्यंजन का स्वाद लेता है। परिवार के सभी लोग अपनी माँ को छोटे-बड़े उपहार देते है और बहुत हर्षोउल्लास के साथ मदर्स डे सेलिब्रेट करते है। माँ जन्म से लेकर बड़े होने तक एक छोटे बच्चे की तरह ध्यान रखती है।

एक माँ का अपने बच्चों के ऊपर इतने परोपकार होते है अगर बच्चा 10 जन्म भी लेगा तो अपनी माँ का कर्ज नहीं उतार पायेगा। माँ के पास हज़ारो जिम्मेदारी होती है और बिना थके अपने सारे कार्य निपूणर्ता के साथ करती है। वो घर के काम के साथ-साथ बाहर के काम भी पूरी कुशलता के साथ करती है। अपनी परेशानियों का जिक्र किये बिना पुरे परिवार का ध्यान रखती है।

माँ के द्वारा किये असीमित कार्य में योगदान तो नहीं दे सकते है परन्तु एक बहुत प्यारा-सा धन्यवाद कह सकते है। सम्मान तथा प्यार के साथ साथ उनका ख्याल भी रख सकते है। हर बच्चे को अपनी माँ का सम्मान करना चाहिए, और उनका कहना मानना चाहिए और उनके द्वारा बताई गयी बातों को मानना चाहिए।

मातृ दिवस के शुरु होने की कहानी

मदर्स डे सबसे पहले ग्रीस देश में शुरू हुआ था लेकिन अब यह दुनिया के हर देश में मनाया जाता है। एक माँ अपने बच्चे के अच्छे जीवन और सुखद ज़िन्दगी के लिए अपनी पूरी ज़िन्दगी कुर्बान कर देती है। इसके अलावा माँ के बलिदान का कोई कर्ज नहीं उतार सकता है। माँ का प्यार अमूल्य है उसका कोई मोल नहीं है।

सभी बच्चों का फर्ज है अपनी माँ से प्यार करना, उनका सम्मान करना और उनकी देख देखभाल करना। अपनी माताओ को विशेष महसूस करवाना और उनको प्यार करने के लिए मातृ दिवस मनाया जाता है हालाँकि यह दिन साल में एक बार ही आता है।

मई के दूसरे हफ्ते के रविवार को मदर्स डे सेलिब्रेट किया जाता है, वैसे अपनी माँ को विशेष महसूस करवाने के लिए सभी बच्चों को एक तरह से रोज मदर्स डे सेलिब्रेट करके, उनकी बातों को मानकर, उनका सम्मान करके आदि कार्य करके सभी अपनी माँ को रोज स्पेशल महसूस करवा सकते है।

मातृ दिवस कैसे मनाया जाता है?

मातृ दिवस हर बच्चा एक विशेष रूप से मनाना चाहता है। सभी बच्चों का मदर्स डे सेलिब्रेट करने का अपना एक अलग ही अंदाज होता है। कोई अपनी माँ के लिए उपहार लाते है तो कोई अपनी माता के लिए स्वादिष्ट का भोजन बनाते है। कुछ केक कटते है, कोई अपनी माँ को बाहर डिनर पर लेकर जाते है तो कोई अपनी माता को शॉपिंग करवाता है।

सभी अलग-अलग तरह से मदर्स डे सेलिब्रेट करते है। इसके अलावा कुछ लोग अपनी माताओं के साथ सुकून के साथ पूरा दिन बिताते है। इस प्रकार से सबका मातृ दिवस सेलिब्रेट करने का अपना तरीका होता है। हमारा गाँव भी एक माँ के समान स्थान रखता है जिसे गाँव पर निबंध से समझ सकते है।

मदर डे पर निबंध

माँ एक बच्चे का सुरक्षा कवच होती है क्योकि माँ बच्चे को हमेशा परेशानियों से बचाती है। वो अपने बारे में कभी नहीं सोचती है बस अपने बच्चे के बारे में हमेशा सोचती रहती है। माँ हर बच्चे के लिए खास होती है और माँ इसके काबिल भी होती है। एक बच्चा छोटे से बड़ा या बूढ़ा क्यों न हो जाये पर वो अपनी माँ के लिए हमेशा बच्चा ही रहता है। माँ को हमेशा बच्चे की फ़िक्र रहती है।

एक माँ अपने बच्चे को नौ महीने तक अपने गर्भ में रखती है और असहनीय दर्द सहती है। इसके अलावा इतना दर्द सहने के बाद बच्चे को जन्म भी देती है और इस दुनिया में लेकर आती है। इसलिए एक माँ का अपने बच्चे के साथ एक अलग ही रिश्ता होता है। एक माँ का अपने बच्चे के साथ पेट से ही रिश्ता जुड़ जाता है।

जब एक बच्चा जन्म लेता है तो उसका सबसे पहला रिश्ता माँ के साथ ही होता है। एक माँ और बच्चे का इतना गहरा रिश्ता होता है अगर बच्चा थोड़ा-सा भी परेशान होता है तो माँ खुद भी व्याकुल ही जाती है।

मदर्स डे को एक साथ सेलिब्रेट करने के लिए स्कूल में बच्चों के द्वारा माँ को आमंत्रित किया जाता है। बहुत ख़ुशी के साथ स्कूल में विद्यार्थी, शिक्षक और माँ के साथ मदर्स डे मनाया जाता है। इस दिन स्कूल में जो कार्यक्रम आयोजित किया जाता है उसकी तैयारी करने में शिक्षक भी स्टूडेंट्स की हेल्प करते है। मदर्स डे के दिन स्कूल में स्पीच, भाषण, प्रतियोगिता, सिंगिंग आदि कार्यक्रम भी आयोजित होते है।

भगवान की कृपा से हमे एक बहुत प्यारी माँ मिली होती है। यह भगवान का वरदान ही होता है। माँ के बिना हमारे जीवन में कुछ भी नहीं है। माँ का प्यार ही दुनिया की सबसे कीमती वस्तु है और माँ के बिना हर बच्चे का संसार अधूरा है। माँ हमारे लिए बहुत खास होती है। थकी हारी होने के बावजूद भी कभी किसी को अहसास नहीं होने देती है कि वो परेशान है या थकी हुई है।

माँ हमारी दोस्त होती है जो हमारे घर के काम के साथ-साथ स्कूल, कॉलेज के काम में भी हाथ बटाती है। हमारे प्रोजेक्ट्स बनवाती है, हमें कहानियाँ सुनाती है, गाने सुनती है, हमारे स्कूल के बैग का ख्याल रखती है, हमारी ड्रेस का ध्यान रखती है।

माँ हमारे सारे काम हमारे बोलने से पहले कर देती है। सब चीज आगे से आगे बच्चे के आगे रखती है। वो एक बच्चे को समझदार बनाने में भी सहयोग करती है। उसको सिखाती है कैसे किसी से बात करनी है, उसको शिष्टाचार सिखाती है, अनुशासन और इंसानियत सिखाती है। साथ में उसको दूसरों की मदद करना भी सिखाती है।

निष्कर्ष

सभी बच्चों को अपनी माता को बहुत अधिक प्रेम करना चाहिए और उनका ख्याल भी रखना चाहिए। उनकी सभी बातों को मानना चाहिए। उनके द्वारा बताये गए कार्य करने चाहिए और सिर्फ मदर्स डे ही नहीं बल्कि उनका डे रोज स्पेशल मनाना चाहिए। उनका ख्याल रखकर उनके साथ समय भी बिताना चाहिए। साथ में उनके बताये आदर्शों पर चलना चाहिए।

मदर्स डे पर निबंध से जुड़े प्रश्न

मदर्स डे कब मनाया जाता है ?

मदर्स डे हर वर्ष मई में दूसरे सप्ताह के रविवार को मनाया जाता है।

एक बच्चे का माँ के साथ कैसा सम्बन्ध होता है ?

बच्चे का अपनी माँ के साथ सबसे खूबसूरत और पवित्र रिश्ता होता है।

माँ हर बच्चे के लिए खास क्यों होती है ?

माँ हर बच्चे के लिए खास इसलिए होती है क्योकि वो हमे नौ महीने अपने पेट में रखती है, इतनी अधिक दुःख तकलीफ सेहती है, और फिर उसके बाद एक बच्चे को जन्म देती है।

अपनी माँ को खुश रखने के लिए बच्चों को क्या करना चाहिए ?

अपनी माँ को खुश रखने के लिए सभी बच्चों को अपनी माँ का कहना मानना चाहिए। उनका आदर और सम्मान करना चाहिए तथा उनके सभी कार्यों में हाथ बटाना चाहिए।

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