हमारे देश में बहुत से लोग खेती एवं पशुपालन को अपना व्यवसाय बनाए हुई है किन्तु ये लोग पैसो की कमी के कारण से पशुओं की देखरेख सही से नहीं कर पाते है। ऐसे ही नागरिको की मदद करने के लिए सरकार ने मनरेगा पशु शेड योजना को शुरू किया है जो लाभार्थी पशुपालक को अपने पशुओं की देखभाल करने के लिए प्रोत्साहन देकर उनके व्यवसाय को भी बढ़ाएगी। यह स्कीम सीधे ही पशुपालक को आर्थिक मदद प्रदान करेगी। इस लाभकारी स्कीम का फायदा यूपी, बिहार, मध्य प्रदेश एवं पंजाब राज्यों के पशुपालक ले सकेंगे। योजना के लाभार्थी अपने पशुओं का अच्छे से पालन करने के लिए आवास निर्माण आदि के जरुरी काम कर सकेंगे।

मनरेगा पशु शेड योजना 2023
सरकार की मनरेगा पशु शेड स्कीम को यूपी, बिहार, मध्य प्रदेश और पंजाब के पशुपालको को अपने कार्य में मदद करने के लिए शुरू किया है। इस स्कीम के माध्यम से भारत सरकार पशुओ के पालन और किसान वर्ग के नागरिको को अपनी जमीन पर पाले गए पशुओं की देखरेख के काम में अच्छी शेड बनवाने में आर्थिक मदद देगी। सरकार की ओर से 3 पशुधारी पशुपालक लाभार्थी क को 75 से 80 हजार रुपए तक की आर्थिक मदद मिलने जा रही है। और जिन पशुपालक के पास 3 से ज्यादा पशु है उनको 1,16,000 रुपए प्रोत्साहन राशि की मदद मिलेगी।
MGNREGA Pashu Shed
योजना का नाम | मनरेगा पशु शेड योजना |
सम्बंधित विभाग | भारत सरकार |
उद्देश्य | पशुपालको को आर्थिक मदद देना |
लाभार्थी | देश के पशुपालक नागरिक |
माध्यम | ऑफलाइन |
श्रेणी | सरकारी योजना |
आधिकारिक वेबसाइट | https://nrega.nic.in |
मनरेगा पशु शेड योजना में लाभ एवं विशेषताएँ
- देश के ग्रामीण एवं शहरी भागो में जो भी नागरिक पशुपालन के व्यवसाय से अपने परिवार का भरण-पोषण कर रहे है उनको अपने कार्य को अच्छे से करने के लिए आर्थिक मदद दी जाएगी।
- ये योजना सिर्फ उन पशुपालको को प्रोत्साहन राशि देगी जिनके पास न्यूनतम 3 पशु होंगे।
- गाँवो में रहने वाले विधवा महिला, मजदूर, किसान एवं बेरोज़गार युवक इत्यादि वर्ग के सभी लोग इस स्कीम के अंतर्गत आवेदन करके अपना कार्य शुरू कर सकेंगे।
- 3 पशु रखने वाले लाभार्थी पशुपालको को अपनी जमीन पर पशुओं के शेड जैसे – यूरिन टैंक, नाद एवं फर्श इत्यादि) को बनवाने के लिए 75 से 80 हजार रुपयों की आर्थिक मदद सीधे मिलेगी।
- मनरेगा पशु शेड योजना में 4 पशुधारी पशुपालक नागरिक भी आवेदन कर सकते है जिन्हे सरकार से 1,16,000 रुपयों की प्रोत्साहन धनराशि मिलेगी।
- अगर किसी लघु वर्ग एक किसान अथवा पशुपालक के पास 6 पशु है तो उनको 1,60,000 रुपए की आर्थिक मदद मिलेगी।
मनरेगा पशु शेड योजना में पात्रताएँ
- योजना में सिर्फ बिहार, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश एवं पंजाब के पशुपालक ही आवेदन कर सकते है।
- जो भी पशुपालक इन प्रदेशों के छोटे ग्रामों अथवा नगरीय क्षेत्रों में बहुत अवधि से अपना भरण पोषण कर रहे है वो भी आवेदन कर सकेंगे।
- जिन भी नागरिको के जीवन यापन का एकलौता साधन पशुपालन का व्यवसाय है वे इस स्कीम में लाभार्थी हो सकेंगे।
- कोरोना महामारी के बाद से अपने शहर के रोज़गार को त्याग कर गाँवों में ही बसे युवक भी इस स्कीम में लाभार्थी बनकर पशुपालन व्यवसाय को शुरू कर सकते है।
- उम्मीदवार के पास न्यूनतम 3 या इससे अधिक पशुओं के होने पर ही स्कीम का लाभ मिल सकेगा।
मनरेगा पशु शेड योजना में जरुरी प्रमाणपत्र
- उम्मीदवार का आधार कार्ड
- स्थायी निवास का प्रमाणपत्र
- मनरेगा जॉब कार्ड
- बैंक खाते की पासबुक
- नवीनतम पासपोर्ट आकार के फोटो
- मोबाइल नम्बर
मनरेगा पशु शेड योजना की आवेदन प्रक्रिया
अभी भारत सरकार की ओर से इस योजना की शुरुआत की गयी है इस वजह से योजना में पोर्टल माध्यम से ऑनलाइन आवेदन की सुविधा नहीं है। किन्तु जो भी उम्मीदवार पशुपालक योजना के लाभार्थी बनना चाहते है वे अपने क्षेत्र के बैंक में जाकर आवेदन पत्र ले सकते है। योजना की आवेदन प्रक्रिया निम्न प्रकार से होगी –
- सबसे पहले तो आपने इस योजना के आवेदन फॉर्म को बैंक अथवा ऑनलाइन डाउनलोड करके प्रिंट ले लेना है।
- इसके बाद आपने इस आवेदन फॉर्म में मांगी गई सभी डिटेल्स को सही प्रकार से दर्ज़ करना है।
- ये सभी विवरण देने के बाद आपने मांगे गए सभी जरुरी प्रमाणपत्रों को भी फॉर्म के साथ संलग्न करके प्रमाण-पत्र संख्या भी देना है।
- इस प्रकार से तैयार आवेदन फॉर्म को उसी बैंक की शाखा में जमा कर दें जहाँ से आपने इसको प्राप्त किया था।
- अब बैंक के अधिकारी आपके आवेदन फॉर्म के विवरणों एवं प्रमाणपत्रों की जाँच करेंगे।
- अगर आपने द्वारा दी गयी डिटेल्स एवं प्रमाणपत्र सही है तो आपको योजना का लाभार्थी बना दिया जायेगा।
- इस तरह के स्टेप्स को फॉलो करके आप योजना के लाभार्थी बन सकेंगे।
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पशु सेड निर्माण योजना में मुख्य बिंदु
- इस स्कीम के अंतर्गत पशुपालक शेड को ऐसी जगह पर बनाया जायेगा जहाँ की जमीन समतल एवं ऊँचाई पर है।
- इस वजह से बरसात के मौसम में जानवरो को कोई समस्या नहीं होगी एवं उनके मल-मूत्र का सही से निकास होकर स्वछता बनी रहेगी।
- पशुओं के आवास में गन्दगी ना होने पर उनको विभिन्न प्रकार के रोगो से मुक्ति मिलेगी।
- पशुओं की पशुशाला में उनके चारे एवं पानी की व्यवस्था होगी और पशुशाला से पशुपालक का घर अधिक दूर न होने से पशुओ की देखभाल का काम अच्छे से हो सकेगा।
- पशुशाला में बिजली एवं पानी की समुचित पूर्ति होगी जिससे पशुओं को मच्छर एवं गर्मी इत्यादि से राहत मिल सकेगी।
- पशु शेड को स्वच्छ माहौल में ही बनवाया जायेगा यहाँ से पशुओं को आसानी से सैर एवं चराने के लिए ले जाया जा सकेगा।
- पशुशाला में शेड का निर्माण उत्तर एवं दक्षिण की दिशा में होगा जिस वजह से इन पशुओं को अच्छी धुप मिल सकेगी।
पशु शेड निर्माण सम्बन्धी बिंदु
एक पशु का निवास स्थान जितना साफ एवं सुविधापूर्ण होगा उस पशु का स्वास्थ उतना ही बेहतर हो सकेगा। इसी बात को ध्यान में रखते हुए अपने पशु के लिए शेड को बनाये और यह भी ध्यान दें पशुशाला एकदम हवादार बन सके। पशुओं को प्राकृतिक हवा मिल जाने से वे आराम महसूस करते है और विभिन्न रोगो से दूर रहते है। लाभार्थी ने निम्न बिंदुओं को ध्यान में रखते हुए पशुसेड का निर्माण करना है –
- शेड के लिए सही जगह का चुनाव – किसी भी पशु सेड को बनाते समय यह जरूर सुनिश्चित करना चाहिए कि वह स्थान सामान्य जमीन से कुछ ऊपर हो जिससे पाले गए पशुओं का मल-मूत्र एवं वर्षा का जल पशुशाला से बाहर ही रहे। ऐसे शेड से मूत्र एवं पानी यहाँ वहाँ फैलने के बजाए सुचारु रूप से बाहर निकल जायेगा। साथ ही शेड कोऐसे बनवाना है कि यहाँ पर सूर्य की धुप तीन दिशाओ से पहुंचे। यहाँ पर पशुओं को ठण्ड से बचाने के लिए पशुशाला में खिड़की एवं दरवाज़ों की व्यवस्था होनी चाहिए।
- बिजली-पानी की समुचित व्यवस्था – पहले से पशुपालन करने वाले एवं इस व्यवसाय को शुरू करने की योजना बना रहे लोगो को पशुओं के लिए सेड को बनवाते समय यहाँ पर बिजली एवं पानी के व्यवस्था का सही से ध्यान रखना चाहिए। इससे रात्रि के समय पशुशाला में लाइट की सुविधा रहेगी और गर्मी के दिनों में मच्छर एवं गर्मी से बचाव होगा।
- पशुशाला से मालिक के घर की दूरी – पशु सेड को बनवाते समय ध्यान रखे कि आपके घर की दूरी पशुशाला से अधिक दूरी पर ना हो। ऐसा करने से मालिक का पशुओं को सही समय पर चारा-पानी देने में सुविधा रहेगी। कोशिश यह हो कि अपनी पशुशाला को सड़क मार्ग के पास ही बनवाया जाए जिससे दूध इत्यादि को बेचने ले जाने में आसानी हो और जरुरी सामान जैसे भूसा इत्यादि को लाया जा सके।
- पशुशाला का माहौल – हमेशा ध्यान रखे कि आपको पशुशाला में साफ-सफाई वाला वातावरण बना रहे जिससे पशुओं को विभिन्न रोगो से बचाया जा सके। पशुओं को गंदगी वाले वातावरण में रखने से वो विभिन्न रोगो का शिकार आसानी से हो जाते है। इनकी बीमारियाँ एक से दूसरे में भी फैलने का खतरा बना रहता है।
मनरेगा पशु शेड योजना से जुड़े प्रश्न
मनरेगा पशु शेड योजना क्या है?
यह केंद्र सरकार द्वारा देश के उत्तरी राज्यों में पशुपालन करने वाले अथवा करने की योजना बना रहे नागरिको को आर्थिक मदद देने वाली कल्याणकारी योजना है।
मनरेगा पशु शेड योजना में क्या-क्या प्रोत्साहन राशि मिल रही है?
योजना के वो लाभार्थी जिनके पास 3 पशु है उनको 75 से 80 हजार रुपयों की प्रोत्साहन राशि एवं 3 से अधिक पशु रखने वाले पशुपालको को 1,16,000 रुपयों तक की प्रोत्साहन राशि मिल जाएगी।
मनरेगा पशु शेड योजना में कौन लाभार्थी होंगे?
जिन भी नागरिको का नाम मनरेगा जॉब कार्ड में है और जो नागरिक योजना की पात्रताएँ रखते होंगे वे ही मनरेगा पशु शेड योजना में लाभार्थी बन सकेंगे।
मनरेगा पशु शेड योजना में किन पशुओं के पालन में मदद मिल रही है?
इस योजना में जिन पशुओं के पालन के लिए मदद मिल रही है उनके नाम है : गाय, भैंस, बकरी, मुर्गी इत्यादि।